काव्य लक्षण MCQ Quiz - Objective Question with Answer for काव्य लक्षण - Download Free PDF
Last updated on Mar 12, 2025
Latest काव्य लक्षण MCQ Objective Questions
काव्य लक्षण Question 1:
सही विकल्प बताओः
______ में विशिष्ट अर्थ की प्रतीकों के माध्यम से प्रतीति होती है।
Answer (Detailed Solution Below)
काव्य लक्षण Question 1 Detailed Solution
- लक्षणा शब्द शक्ति में विशिष्ट अर्थ की प्रतीकों के माध्यम से प्रतीति होती है।
शब्द शक्ति - शब्द शक्ति का अर्थ है-शब्द की अभिव्यंजक शक्ति। शब्द का कार्य किसी अर्थ की अभिव्यक्त तथा उसका बोध करता होता है। इस प्रकार शब्द एवं अर्थ का अभिन्न सम्बन्ध है। शब्द एवं अर्थ का सम्बन्ध ही शब्द शक्ति है। शब्दों के अर्थों का बोध कराने वाले अर्थ-व्यापारों को शब्द शक्ति कहते हैं। |
||
अभिधा शब्द शक्ति |
शब्द को सुनने अथवा पढ़ने के पश्चात् पाठक अथवा श्रोता को शब्द का जो लोक प्रसिद्ध अर्थ तत्क्षण ज्ञात हो जाता है, वह अर्थ शब्द की जिस सीमा द्वारा मालूम होता है, उसे अभिधा शब्द शक्ति कहते हैं। |
जैसे – चार बज रहे हैं। |
लक्षणा शब्द शक्ति |
जहां मुख्य अर्थ में बाधा उपस्थित होने पर रूढ़ि अथवा प्रयोजन के आधार पर मुख्य अर्थ से सम्बन्धित अन्य अर्थ को लक्ष्य किया जाता है, वहां लक्षणा शब्द शक्ति होती है। |
जैसे -मोहन गधा है। |
व्यंजना शब्द शक्ति |
अभिधा और लक्षणा के विराम लेने पर जो एक विशेष अर्थ निकालता है, उसे व्यंग्यार्थ कहते हैं और जिस शक्ति के द्वारा यह अर्थ ज्ञात होता है, उसे व्यंजना शब्द शक्ति कहते हैं। |
घर गंगा में है। |
काव्य लक्षण Question 2:
सही विकल्प बताओः
जिस शब्द को सुन कर हम उसके प्रचलित और निश्चित अर्थ को तुंरत ससझ लेते हैं, उसे ______ कहते हैं।
Answer (Detailed Solution Below)
काव्य लक्षण Question 2 Detailed Solution
- जिस शब्द को सुन कर हम उसके प्रचलित और निश्चित अर्थ को तुंरत ससझ लेते हैं, उसे अभिधा शब्द शक्ति कहते हैं।
शब्द शक्ति - शब्द शक्ति का अर्थ है-शब्द की अभिव्यंजक शक्ति। शब्द का कार्य किसी अर्थ की अभिव्यक्त तथा उसका बोध करता होता है। इस प्रकार शब्द एवं अर्थ का अभिन्न सम्बन्ध है। शब्द एवं अर्थ का सम्बन्ध ही शब्द शक्ति है। शब्दों के अर्थों का बोध कराने वाले अर्थ-व्यापारों को शब्द शक्ति कहते हैं। |
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अभिधा शब्द शक्ति |
शब्द को सुनने अथवा पढ़ने के पश्चात् पाठक अथवा श्रोता को शब्द का जो लोक प्रसिद्ध अर्थ तत्क्षण ज्ञात हो जाता है, वह अर्थ शब्द की जिस सीमा द्वारा मालूम होता है, उसे अभिधा शब्द शक्ति कहते हैं। |
जैसे – चार बज रहे हैं। |
लक्षणा शब्द शक्ति |
जहां मुख्य अर्थ में बाधा उपस्थित होने पर रूढ़ि अथवा प्रयोजन के आधार पर मुख्य अर्थ से सम्बन्धित अन्य अर्थ को लक्ष्य किया जाता है, वहां लक्षणा शब्द शक्ति होती है। |
जैसे -मोहन गधा है। |
व्यंजना शब्द शक्ति |
अभिधा और लक्षणा के विराम लेने पर जो एक विशेष अर्थ निकालता है, उसे व्यंग्यार्थ कहते हैं और जिस शक्ति के द्वारा यह अर्थ ज्ञात होता है, उसे व्यंजना शब्द शक्ति कहते हैं। |
घर गंगा में है। |
काव्य लक्षण Question 3:
जब अर्थ का ग्रहण अभिधा से न हो किंतु उससे संबंद्ध हो तो अर्थग्रहण कराने वाली शब्द-शक्ति को कहेंगे :
Answer (Detailed Solution Below)
काव्य लक्षण Question 3 Detailed Solution
अन्य विकल्प असंगत है। अत: विकल्प 4 “लक्षणा” सही उत्तर होगा।
स्पष्टीकरण:
जहाँ मुख्य अर्थ में बाधा उपस्थित होने पर रूढ़ि अथवा प्रयोजन के आधार पर मुख्य अर्थ से संबंधित अन्य अर्थ को लक्ष्य किया जाता है , वहाँ लक्षणा शब्द शक्ति होती है | जैसे – मोहन गधा है | यहाँ गधे का लक्ष्यार्थ है मूर्ख | |
अन्य विकल्प:
ध्वनि |
ध्वनि मौखिक भाषा की सबसे छोटी इकाई है। |
अभिधा मूला |
अभिधा मूला शाब्दी व्यंजना में द्विअर्थक शब्द. होते हैं। |
व्यंजना |
संयोग आदि के द्वारा अनेकार्थ शब्द के प्रकृष्णतोपयोगी एकार्थ के नियंत्रित हो जाने पर जिस शक्ति द्वारा अन्यार्थ का ज्ञान होता है वह शाब्दी व्यंजना है। |
विशेष:
- शब्दों की तीन शक्तियाँ होती हैं :
- अभिधा
- लक्षणा
- व्यंजना।
Top काव्य लक्षण MCQ Objective Questions
जब अर्थ का ग्रहण अभिधा से न हो किंतु उससे संबंद्ध हो तो अर्थग्रहण कराने वाली शब्द-शक्ति को कहेंगे :
Answer (Detailed Solution Below)
काव्य लक्षण Question 4 Detailed Solution
Download Solution PDFअन्य विकल्प असंगत है। अत: विकल्प 4 “लक्षणा” सही उत्तर होगा।
स्पष्टीकरण:
जहाँ मुख्य अर्थ में बाधा उपस्थित होने पर रूढ़ि अथवा प्रयोजन के आधार पर मुख्य अर्थ से संबंधित अन्य अर्थ को लक्ष्य किया जाता है , वहाँ लक्षणा शब्द शक्ति होती है | जैसे – मोहन गधा है | यहाँ गधे का लक्ष्यार्थ है मूर्ख | |
अन्य विकल्प:
ध्वनि |
ध्वनि मौखिक भाषा की सबसे छोटी इकाई है। |
अभिधा मूला |
अभिधा मूला शाब्दी व्यंजना में द्विअर्थक शब्द. होते हैं। |
व्यंजना |
संयोग आदि के द्वारा अनेकार्थ शब्द के प्रकृष्णतोपयोगी एकार्थ के नियंत्रित हो जाने पर जिस शक्ति द्वारा अन्यार्थ का ज्ञान होता है वह शाब्दी व्यंजना है। |
विशेष:
- शब्दों की तीन शक्तियाँ होती हैं :
- अभिधा
- लक्षणा
- व्यंजना।
सही विकल्प बताओः
जिस शब्द को सुन कर हम उसके प्रचलित और निश्चित अर्थ को तुंरत ससझ लेते हैं, उसे ______ कहते हैं।
Answer (Detailed Solution Below)
काव्य लक्षण Question 5 Detailed Solution
Download Solution PDF- जिस शब्द को सुन कर हम उसके प्रचलित और निश्चित अर्थ को तुंरत ससझ लेते हैं, उसे अभिधा शब्द शक्ति कहते हैं।
शब्द शक्ति - शब्द शक्ति का अर्थ है-शब्द की अभिव्यंजक शक्ति। शब्द का कार्य किसी अर्थ की अभिव्यक्त तथा उसका बोध करता होता है। इस प्रकार शब्द एवं अर्थ का अभिन्न सम्बन्ध है। शब्द एवं अर्थ का सम्बन्ध ही शब्द शक्ति है। शब्दों के अर्थों का बोध कराने वाले अर्थ-व्यापारों को शब्द शक्ति कहते हैं। |
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अभिधा शब्द शक्ति |
शब्द को सुनने अथवा पढ़ने के पश्चात् पाठक अथवा श्रोता को शब्द का जो लोक प्रसिद्ध अर्थ तत्क्षण ज्ञात हो जाता है, वह अर्थ शब्द की जिस सीमा द्वारा मालूम होता है, उसे अभिधा शब्द शक्ति कहते हैं। |
जैसे – चार बज रहे हैं। |
लक्षणा शब्द शक्ति |
जहां मुख्य अर्थ में बाधा उपस्थित होने पर रूढ़ि अथवा प्रयोजन के आधार पर मुख्य अर्थ से सम्बन्धित अन्य अर्थ को लक्ष्य किया जाता है, वहां लक्षणा शब्द शक्ति होती है। |
जैसे -मोहन गधा है। |
व्यंजना शब्द शक्ति |
अभिधा और लक्षणा के विराम लेने पर जो एक विशेष अर्थ निकालता है, उसे व्यंग्यार्थ कहते हैं और जिस शक्ति के द्वारा यह अर्थ ज्ञात होता है, उसे व्यंजना शब्द शक्ति कहते हैं। |
घर गंगा में है। |
सही विकल्प बताओः
______ में विशिष्ट अर्थ की प्रतीकों के माध्यम से प्रतीति होती है।
Answer (Detailed Solution Below)
काव्य लक्षण Question 6 Detailed Solution
Download Solution PDF- लक्षणा शब्द शक्ति में विशिष्ट अर्थ की प्रतीकों के माध्यम से प्रतीति होती है।
शब्द शक्ति - शब्द शक्ति का अर्थ है-शब्द की अभिव्यंजक शक्ति। शब्द का कार्य किसी अर्थ की अभिव्यक्त तथा उसका बोध करता होता है। इस प्रकार शब्द एवं अर्थ का अभिन्न सम्बन्ध है। शब्द एवं अर्थ का सम्बन्ध ही शब्द शक्ति है। शब्दों के अर्थों का बोध कराने वाले अर्थ-व्यापारों को शब्द शक्ति कहते हैं। |
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अभिधा शब्द शक्ति |
शब्द को सुनने अथवा पढ़ने के पश्चात् पाठक अथवा श्रोता को शब्द का जो लोक प्रसिद्ध अर्थ तत्क्षण ज्ञात हो जाता है, वह अर्थ शब्द की जिस सीमा द्वारा मालूम होता है, उसे अभिधा शब्द शक्ति कहते हैं। |
जैसे – चार बज रहे हैं। |
लक्षणा शब्द शक्ति |
जहां मुख्य अर्थ में बाधा उपस्थित होने पर रूढ़ि अथवा प्रयोजन के आधार पर मुख्य अर्थ से सम्बन्धित अन्य अर्थ को लक्ष्य किया जाता है, वहां लक्षणा शब्द शक्ति होती है। |
जैसे -मोहन गधा है। |
व्यंजना शब्द शक्ति |
अभिधा और लक्षणा के विराम लेने पर जो एक विशेष अर्थ निकालता है, उसे व्यंग्यार्थ कहते हैं और जिस शक्ति के द्वारा यह अर्थ ज्ञात होता है, उसे व्यंजना शब्द शक्ति कहते हैं। |
घर गंगा में है। |
काव्य लक्षण Question 7:
जब अर्थ का ग्रहण अभिधा से न हो किंतु उससे संबंद्ध हो तो अर्थग्रहण कराने वाली शब्द-शक्ति को कहेंगे :
Answer (Detailed Solution Below)
काव्य लक्षण Question 7 Detailed Solution
अन्य विकल्प असंगत है। अत: विकल्प 4 “लक्षणा” सही उत्तर होगा।
स्पष्टीकरण:
जहाँ मुख्य अर्थ में बाधा उपस्थित होने पर रूढ़ि अथवा प्रयोजन के आधार पर मुख्य अर्थ से संबंधित अन्य अर्थ को लक्ष्य किया जाता है , वहाँ लक्षणा शब्द शक्ति होती है | जैसे – मोहन गधा है | यहाँ गधे का लक्ष्यार्थ है मूर्ख | |
अन्य विकल्प:
ध्वनि |
ध्वनि मौखिक भाषा की सबसे छोटी इकाई है। |
अभिधा मूला |
अभिधा मूला शाब्दी व्यंजना में द्विअर्थक शब्द. होते हैं। |
व्यंजना |
संयोग आदि के द्वारा अनेकार्थ शब्द के प्रकृष्णतोपयोगी एकार्थ के नियंत्रित हो जाने पर जिस शक्ति द्वारा अन्यार्थ का ज्ञान होता है वह शाब्दी व्यंजना है। |
विशेष:
- शब्दों की तीन शक्तियाँ होती हैं :
- अभिधा
- लक्षणा
- व्यंजना।
काव्य लक्षण Question 8:
सही विकल्प बताओः
जिस शब्द को सुन कर हम उसके प्रचलित और निश्चित अर्थ को तुंरत ससझ लेते हैं, उसे ______ कहते हैं।
Answer (Detailed Solution Below)
काव्य लक्षण Question 8 Detailed Solution
- जिस शब्द को सुन कर हम उसके प्रचलित और निश्चित अर्थ को तुंरत ससझ लेते हैं, उसे अभिधा शब्द शक्ति कहते हैं।
शब्द शक्ति - शब्द शक्ति का अर्थ है-शब्द की अभिव्यंजक शक्ति। शब्द का कार्य किसी अर्थ की अभिव्यक्त तथा उसका बोध करता होता है। इस प्रकार शब्द एवं अर्थ का अभिन्न सम्बन्ध है। शब्द एवं अर्थ का सम्बन्ध ही शब्द शक्ति है। शब्दों के अर्थों का बोध कराने वाले अर्थ-व्यापारों को शब्द शक्ति कहते हैं। |
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अभिधा शब्द शक्ति |
शब्द को सुनने अथवा पढ़ने के पश्चात् पाठक अथवा श्रोता को शब्द का जो लोक प्रसिद्ध अर्थ तत्क्षण ज्ञात हो जाता है, वह अर्थ शब्द की जिस सीमा द्वारा मालूम होता है, उसे अभिधा शब्द शक्ति कहते हैं। |
जैसे – चार बज रहे हैं। |
लक्षणा शब्द शक्ति |
जहां मुख्य अर्थ में बाधा उपस्थित होने पर रूढ़ि अथवा प्रयोजन के आधार पर मुख्य अर्थ से सम्बन्धित अन्य अर्थ को लक्ष्य किया जाता है, वहां लक्षणा शब्द शक्ति होती है। |
जैसे -मोहन गधा है। |
व्यंजना शब्द शक्ति |
अभिधा और लक्षणा के विराम लेने पर जो एक विशेष अर्थ निकालता है, उसे व्यंग्यार्थ कहते हैं और जिस शक्ति के द्वारा यह अर्थ ज्ञात होता है, उसे व्यंजना शब्द शक्ति कहते हैं। |
घर गंगा में है। |
काव्य लक्षण Question 9:
सही विकल्प बताओः
______ में विशिष्ट अर्थ की प्रतीकों के माध्यम से प्रतीति होती है।
Answer (Detailed Solution Below)
काव्य लक्षण Question 9 Detailed Solution
- लक्षणा शब्द शक्ति में विशिष्ट अर्थ की प्रतीकों के माध्यम से प्रतीति होती है।
शब्द शक्ति - शब्द शक्ति का अर्थ है-शब्द की अभिव्यंजक शक्ति। शब्द का कार्य किसी अर्थ की अभिव्यक्त तथा उसका बोध करता होता है। इस प्रकार शब्द एवं अर्थ का अभिन्न सम्बन्ध है। शब्द एवं अर्थ का सम्बन्ध ही शब्द शक्ति है। शब्दों के अर्थों का बोध कराने वाले अर्थ-व्यापारों को शब्द शक्ति कहते हैं। |
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अभिधा शब्द शक्ति |
शब्द को सुनने अथवा पढ़ने के पश्चात् पाठक अथवा श्रोता को शब्द का जो लोक प्रसिद्ध अर्थ तत्क्षण ज्ञात हो जाता है, वह अर्थ शब्द की जिस सीमा द्वारा मालूम होता है, उसे अभिधा शब्द शक्ति कहते हैं। |
जैसे – चार बज रहे हैं। |
लक्षणा शब्द शक्ति |
जहां मुख्य अर्थ में बाधा उपस्थित होने पर रूढ़ि अथवा प्रयोजन के आधार पर मुख्य अर्थ से सम्बन्धित अन्य अर्थ को लक्ष्य किया जाता है, वहां लक्षणा शब्द शक्ति होती है। |
जैसे -मोहन गधा है। |
व्यंजना शब्द शक्ति |
अभिधा और लक्षणा के विराम लेने पर जो एक विशेष अर्थ निकालता है, उसे व्यंग्यार्थ कहते हैं और जिस शक्ति के द्वारा यह अर्थ ज्ञात होता है, उसे व्यंजना शब्द शक्ति कहते हैं। |
घर गंगा में है। |