लोकोक्ति MCQ Quiz in मल्याळम - Objective Question with Answer for लोकोक्ति - സൗജന്യ PDF ഡൗൺലോഡ് ചെയ്യുക

Last updated on Mar 10, 2025

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Latest लोकोक्ति MCQ Objective Questions

Top लोकोक्ति MCQ Objective Questions

लोकोक्ति Question 1:

दो घोड़ों पर सवार होने से तुम सफल नहीं रहोगे।

उपरोक्त वाक्य में रेखांकित अंश के लिए कौन - सा शब्द उपयुक्त होगा? 

  1. त्रिरंगी नीति
  2. दुरंगी नीति
  3. सवारी नीति
  4. सफल नीति

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : दुरंगी नीति

लोकोक्ति Question 1 Detailed Solution

दो घोड़ों पर सवार होने रेखांकित अंश के ल‍िए उपयुक्‍त शब्‍द "दुरंगी नीति" है। अन्‍य व‍िकल्‍प असंगत हैं। 

Key Points

  • वाक्‍य-  दो घोड़ों पर सवार होने से तुम सफल नहीं रहोगे।
  • वाक्‍य में रेखांकित अंश के ल‍िए सर्वाधिक उपयुक्‍त शब्‍द दुरंगी नीति है। 
  • दुरंगी नीति का अर्थ- दो तरह का अर्थात् कभी इस पक्ष के अनुकूल और कभी उस पक्ष के अनुकूल।

Important Points  कुछ महत्‍वपूर्ण मुहावरे- 

मुहावरे  अर्थ 
अपना उल्लू सीधा करना स्वार्थ सिद्ध करना
आकाश से बातें करना काफी ऊँचा होना
उंगली पर नचाना वश में करना
जख्म पर नमक छिड़कना दुःखी या परेशान को और परेशान करना
दिल बाग-बाग होना अत्यधिक हर्ष होना
 

Additional Information 

मुहावरा  उदाहरण 
मुहावरा का शाब्दिक अर्थ 'अभ्‍यास' है। मुहावरा शब्‍द अरबी भाषा का शब्‍द है। हिंदी में ऐसे वाक्‍यांशों को मुहावरा कहा जाता है। जो अपने साधारण अर्थ को छोड़कर विशेष अर्थ को व्‍यक्‍त करते हैं।  

अपनी खिचड़ी अलग पकाना-अर्थ- सबसे पृथक् काम करना।
वाक्य प्रयोग-वह अपनी खिचड़ी अलग पकाता है

लोकोक्ति Question 2:

अपने सामर्थ्य के अनुसार व्यय करना' अर्थ से संबंधित लोकोक्ति है

  1. तेते पाँव पसारिये जेती लांबी सौर
  2. दाग लगाये लंगोटिया यार
  3. थोड़ी पूँजी धणी को खाये
  4. तेल देखो तेल की धार देखो

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : तेते पाँव पसारिये जेती लांबी सौर

लोकोक्ति Question 2 Detailed Solution

अपने सामर्थ्य के अनुसार व्यय करना' अर्थ से संबंधित लोकोक्ति है- 'तेते पाँव पसारिये जेती लांबी सौर'।

वाक्य प्रयोग- मदन आमदनी से ज्यादा खर्चा करता था अब बैठकर पछता रहा है क्योंकि उस पर कर्ज हो गया है बड़े बुजुर्ग ठीक ही कहते हैं कि, 'तेते पाँव पसारिये जेती लांबी सौर'

Key Pointsलोकोक्ति- जब कोई पूरा कथन किसी प्रसंग विशेष में उद्धत किया जाता है तो लोकोक्ति कहलाता है। इसी को कहावत कहते है।

  • उदाहरण- 'बाप भला न भईया, सब से भला रुपैया' अर्थात् 'धन ही सबसे बड़ा होता है'
  • वाक्य प्रयोग- आजकल कोई किसी का नहीं होता चाहे वह सगाई क्यों ना हो इसीलिए कहते हैं 'बाप बड़ा ना भईया सबसे बड़ा रुपैया'

अन्य विकल्प- 

लोकोक्ति अर्थ 
'दाग लगाये लंगोटिया यार' अपनों से ही ​व्यक्ति धोखा खाता है।

'थोड़ी पूँजी धणी को खाये'

कुछ नया करने के लिए सीमित साधन पर्याप्त नहीं होते।
'तेल देखो तेल की धार देखो' किसी कार्य का परिणाम देखने की बात करना।

Additional Informationअन्य प्रसिद्ध लोकोक्ति- 

लोकोक्ति अर्थ 
'बाप न मारे मेढकी, बेटा तीरंदाज़' छोटे का बड़े से बढ़ जाना।
'अंडा सिखावे बच्चे को कि चीं-चीं मत कर' जब कोई छोटा बड़े को उपदेश दे। 
'लिखे ईसा पढ़े मूसा' गंदी लिखावट।
'आंखों के आगेपलकों की बुराई' किसी के भाई- बन्धुओं या इष्ट-मित्रों के सामने उसकी बुराई करना।
'आप जाय नहीं सासुरे, औरन को सिखि देत' स्वयं कोई काम न करके दूसरों को वही काम करने का उपदेश देना।
'इक नागिन अस पंख लगाई' किसी भयंकर चीज का किसी कारणवश और भी भयंकर हो जाना।
'उसी की जूती उसी का सिर' किसी को उसी की युक्ति(वस्तु)से बेवकूफ बनाना।

लोकोक्ति Question 3:

'ले दही, दे दही' लोकोक्ति का सही अर्थ है -

  1. एक से बढ़कर एक
  2. कुछ मतलब न रखना
  3. बराबर का सौदा
  4. गरज का सौदा

Answer (Detailed Solution Below)

Option 4 : गरज का सौदा

लोकोक्ति Question 3 Detailed Solution

'ले दही, दे दही' लोकोक्ति का सही अर्थ है- 'गरज का सौदा'

वाक्य प्रयोग- सामर्थ्य अपने स्कूल के अध्यापक की सारी बातें सिर्फ इसलिए मानता था क्योंकि, उसकी उसके अध्यापक के साथ 'ले दही, दे दही' वाली सौदा थी

Key Pointsलोकोक्ति- "लोक मे प्रचलित उक्ति"। यह व्याकरण के नियमों से प्रभावित नहीं होती। लोकोक्ति को कहावत भी कहा जाता।

अन्य लोकोक्ति-

  • 'तू डाल-डाल तो मैं पात-पात'- 'एक से बढ़कर एक'।
  • वाक्य प्रयोग- छोटी ने उसकी दोस्त से कहा ज्यादा होशियारी न दिखाया करो मेरे सामने क्योंकि, "तू तू डाल-डाल हैं, तो मैं पात-पात हूँ।
  • ‘न लेना एक न देना दो’- 'कुछ मतलब न रखना'।

वाक्य प्रयोग- नारायण का कॉलोनी में किसी से 'न लेना एक न देना दो’ हैं।

Additional Informationकुछ अन्य परीक्षा उपयोगी लोकोक्तियाँ- 

लोकोक्ति अर्थ वाक्य प्रयोग
ज़बरा मारे रोने न दे। अत्याचार सहन करना। डकैत जब गाँव लूटने आते है तो कोई भी उनके विरुद्ध आवाज़ नहीं उठा पाता क्योंकि, लोग कहते है- "ज़बरा मारे रोने न दे"।
गुरु गुड़ चेला चीनी। चेले का गुरु से आगे बढ़ जाना। गाँव के शिक्षक अबी गाँव में ही पढ़ाते हैं जबकि उनके पढ़ाये हुए बच्चे विदेशों में नौकरी कर रहे है इसलिए कहते है की, 'गुरु गुड़ चेला चीनी'।
Mistake Points
  1. 'ले दही, दे दही' लोकोक्ति का सही अर्थ 'गरज का सौदा' होगा 'बराबर का सौदा' नहीं
  2. क्योंकि 'ले दही, दे दही' का अर्थ 'अगर लिया तो दिया' अर्थात् 'लेने' व 'देने' के लिए प्रतीत हों रहा तथा 'बराबर का सौदा' का अर्थ दोनों तरफ 'बराबरी' जैसा प्रतीत हों रहा।

लोकोक्ति Question 4:

'कोल्हू का बैल होना' का अर्थ है -

  1. बुरी तरह काम में लगे रहना।
  2. मन लगाकर काम नहीं करना।
  3. निर्धन होना।
  4. बहुत दिनों बाद दिखाई देना।

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : बुरी तरह काम में लगे रहना।

लोकोक्ति Question 4 Detailed Solution

'कोल्हू का बैल होना' का अर्थ है - बुरी तरह काम में लगे रहना।

  • मुहावरा - कोल्हू का बैल होना
  • अर्थ - बुरी तरह काम में लगे रहना व दिन-रात परिश्रम करना 
  • वाक्य प्रयोग - मजदूर कोल्हू के बैल की तरह परिश्रम करते हैं फिर भी उन्हें उचित वेतन नहीं मिल पाता।  

Key Pointsअन्य विकल्प -

  • 'मन लगाकर काम नहीं करना।' का कोई अर्थ नहीं है।
  • अन्य दो विकल्प निम्नलिखित मुहावरे के अर्थ हैं -
    • मुहावरा - घर में भुंजी भांग न होना
    • अर्थ - अत्यंत निर्धन होना
    • मुहावरा - ईद का चाँद होना
    • अर्थ - बहुत दिनों बाद दिखाई देना।

Additional Information

  • जब कोई वाक्यांश अपने सामान्य अर्थ को छोड़ किसी विशेष अर्थ में रूढ़ हो जाता है उसे ही मुहावरा कहते हैं। 
मुहावरा  अर्थ  वाक्य प्रयोग
मुँह चाटना खुशामद करना अपने भाई की नौकरी लगवाने के लिए समीर अपने उच्च अधिकारीयों के मुँह चाटता रहा है।
उन्नीस-बीस होना बहुत कम अन्तर होना निकीता और अश्विनी दोनों बहने हैं लेकिन दोनों की लंबाई में उन्नीस-बीस का फर्क है।
दाई से पेट छिपाना जानकार से भेद छुपाना डॉक्टर से पूरी बात न बताना दाई से पेट छिपाने के समान है।
चपत पड़ना हानि होना उसे व्यापार में बहुत बड़ी चपत का सामना करना पड़ा। 
तोते की तरह आँखे फेरना भुला ही देना सीमा ने राज को देख कर तोते की तरह आँख फेर ली।

लोकोक्ति Question 5:

'राजा के घर मोतियों का काल' लोकोक्ति का सही अर्थ है -

  1. धनिक के यहाँ विद्वान की कद्र
  2. किसी वस्तु का अभाव न होना
  3. सम्पन्न व्यक्ति के यहाँ अभाव
  4. धनिक के यहाँ विद्वान की कद्र नहीं

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : किसी वस्तु का अभाव न होना

लोकोक्ति Question 5 Detailed Solution

'राजा के घर मोतियों का काल' लोकोक्ति का सही अर्थ है - किसी वस्तु का अभाव न होना

  • लोकोक्ति - राजा के घर मोतियों का काल 
  • अर्थ - किसी वस्तु का अभाव न होना
  • वाक्य - श्याम के घर सारी सुख-सुविधा है ये वही बात है राजा के घर मोतियों का काल।
  • अर्थानुसार अन्य विकल्प गलत हैं।

Confusion Pointsहमें ध्यान रखना होगा कि एक से दिखने वाले कई मुहावरे व लोकोक्तियाँ होती हैं परंतु उनमें किसी एक शब्द के फेर से सारा अर्थ अलग हो जाता है -

  • राजा के घर मोतियों का कालकिसी वस्तु का अभाव न होना
  • राजा के घर मोतियों का अकाल - संपन्न या धनिक के घर धन का अभाव होना

Important Pointsकुछ महत्त्वपूर्ण लोकोक्तियाँ और उनके अर्थ व वाक्य प्रयोग -

  • उगले तो अंधा, खाए तो कोढ़ी - दुविधा में पड़ना

          वाक्य प्रयोग - बीमारी में दफ्तर जाओ तो बीमारी बढ़ने का भय, ना जाओ तो छुट्टी होने का भय। सच है उगले तो अंधा, खाए तो कोढ़ी।

  • एक अकेला, दो ग्यारह - संगठन में शक्ति होती है

          वाक्य प्रयोग - पिताजी ने दोनों बेटों को समझाते हुए कहा, यदि तुम दोनों मिलकर व्यापार करोगे तो दिन-दूनी रात चौगुनी उन्नति होगी। हमेशा याद रखना, 'एक अकेला, और दो ग्यारह' होते हैं।

  • माया गंठ और विद्या कंठ - गाँठ का रुपया और कंठस्थ विद्या ही काम आती है।

          वाक्य प्रयोग - रामू की गाँठ का रुपया गया तो क्या हुआ, वह अपने ज्ञान से बहुत कमा लेगा। कहावत भी है- 'माया गंठ और विद्या कंठ'।

  • यह मुँह और मसूर की दाल - जब कोई अपनी हैसियत से अधिक पाने की इच्छा करता है तब ऐसा कहते हैं।

          वाक्य प्रयोग - सोहन कहने लगा कि मैं तो सिल्क का सूट बनवाऊँगा। मैंने कहा- जरा आईना देख आओ- 'यह मुँह और मसूर की दाल'।

  • शर्म की बहू नित भूखी मरे - जो खाने-पीने में शर्माता है, वह भूखा मरता है।

          वाक्य प्रयोग -  गौरव ने कहा कि खाने-पीने में काहे की शर्म। भूखे थोड़े ही मरना है। आपने सुना नहीं- 'शर्म की बहू नित भूखी मरे'।

लोकोक्ति Question 6:

निम्नलिखित प्रश्न में, चार विकल्पों में से, उस विकल्प का चयन करें जो दी गई लोकोक्ति का सही अर्थ वाला विकल्प है।

अपनी करनी पार उतरनी

  1. गुणहीन व्यक्तियों में कम गुण वाला व्यक्ति राजा माना जाता है
  2. संगठन में शक्ति होती है
  3. मनुष्य को अपने कर्मों के अनुसार ही फल मिलता है
  4. जहाँ रहो वहाँ के रिवाज़ के अनुसार रहो

Answer (Detailed Solution Below)

Option 3 : मनुष्य को अपने कर्मों के अनुसार ही फल मिलता है

लोकोक्ति Question 6 Detailed Solution

'अपनी करनी पार उतरनी' लोकोक्ति का सही अर्थ वाला विकल्प है - मनुष्य को अपने कर्मों के अनुसार ही फल मिलता है

Key Points

  • 'अपनी करनी पार उतरनी' का अर्थ - मनुष्य को अपने कर्मों के अनुसार ही फल मिलता है।
  • वाक्य प्रयोग - एक छोटी सी चोरी के कारण वह आज तक जेल में पश्चचाताप कर रहा है, इसे कहते है - "अपनी करनी पार उतरनी"।
  • लोकोक्ति - जब कोई पूरा कथन किसी प्रसंग विशेष में उद्धत किया जाता है तो लोकोक्ति कहलाता है। इसी को कहावत कहते है।
  • उदाहरण के लिए - नाच न जाने आँगन टेढ़ा - काम न जानना और बहाने बनाना 
  • वाक्य प्रयोग - पराजित टीम के कप्तान ने सारा दोष पिच पर डाल दिया तो दर्शक कहने लगे, "नाच न जाने आँगन टेढ़ा"।
Important Points
लोकोक्ति   अर्थ  वाक्य प्रयोग 
अंधों में काना राजा गुणहीन व्यक्तियों में कम गुण वाला व्यक्ति राजा माना जाता है गांव में न पढ़ें लिखे लोगों के बीच में अनमोल बस 12वीं पास है, जिसे लोग कहते हैं "अंधों में काना राजा"।
एक अकेला, दो ग्यारह संगठन में शक्ति होती है पिताजी ने दोनों बेटों को समझाते हुए कहा, यदि तुम दोनों मिलकर व्यापार करोगे तो दिन दोगुनी रात चौगुनी तर्रकी करोगे इसे ही कहते है - "एक अकेला, दो ग्यारह"
जैसा देश, वैसा वेश  जहाँ रहो वहाँ के रिवाज़ के अनुसार रहो यदि हमें समाज में अपनी जगह बनाई रखनी है तो हमें समय के साथ अपने पहनने, ओढ़ने और आचरण को ढालना होगा। कहते भी हैं ''जैसा देश वैसा वेश''।

Additional Information 

लोकोक्ति   अर्थ  वाक्य प्रयोग
अकेला चना भाड़ नहीं फोड़ सकता अकेला आदमी कोई बड़ा काम नहीं कर सकता  पत्थर को तोड़ने के लिए हम सभी को साथ काम करना पड़ेगा क्योंकि "अकेला चना भाड़ नहीं फोड़ सकता है"।
ऊँची दुकान फीका पकवान नाम बड़ा होना लेकिन गुणवत्ता कम होना ​रोहन ने बड़ी दुकान खोली पर सभी लोग उसकी दुकान समान देख कर कहते हैं, "ऊँची दुकान फीके पकवान"।
चिराग तले अँधेरा अपना दोष स्वयं को दिखाई नहीं देता।   रीना के माता-पिता तो अध्यापक हैं लेकिन वह खुद पढ़ने में बहुत कमजोर है। यह तो वही बात हुई जैसे "चिराग तले अँधेरा"।
आँख का अन्धा और गाँठ का पूरा  मुर्ख परन्तु धनवान रमेश अपनी बंजर पड़ी भूमि की कीमत उपजाऊ भूमि से भी अधिक मांग रहा है। लोगों का कहना है कि इसे तो वही व्यक्ति खरीदेगा जो "आँख का अन्धा और गाँठ का पूरा होगा"।

लोकोक्ति Question 7:

निम्नलिखित प्रश्न में, चार विकल्पों में से, उस विकल्प का चयन करें जो दी गई लोकोक्ति का सही अर्थ वाला विकल्प है।

बिल्ली के भाग्य से छींका टूटना 

  1. दुविधा की स्थिति
  2. मूर्ख व्यक्ति गुणों के महत्त्व को नहीं समझ सकता
  3. जबरदस्ती गले पड़ना
  4. अचानक कार्य सिद्ध हो जाना

Answer (Detailed Solution Below)

Option 4 : अचानक कार्य सिद्ध हो जाना

लोकोक्ति Question 7 Detailed Solution

बिल्ली के भाग्य से छींका टूटना लोकोक्ति का सही अर्थ - अचानक कार्य सिद्ध हो जाना।Key Points

  • लोकोक्ति - जब कोई पूरा कथन किसी प्रसंग विशेष में उद्धत किया जाता है, लोकोक्ति कहलाता है।
  • लोकोक्ति को कहावत कहते है।
  • अन्य विकल्प - 
लोकोक्ति अर्थ
साँप छछूंदर की गति होना दुविधा की स्थिति
बन्दर क्या जाने अदरक का स्वाद  मूर्ख व्यक्ति गुणों के महत्त्व को नहीं समझ सकता
मान न मान मैं तेरा मेहमान​​  जबरदस्ती गले पड़ना

Additional Information

लोकोक्ति  अर्थ  वाक्य प्रयोग
अन्धा क्या चाहे दो आँखें  मनचाही बात हो जाना। अभी मैं विद्यालय से अवकाश लेने की सोच ही रही थी कि मेघा ने मुझे बताया कि कल विद्यालय में अवकाश है। यह तो वही हुआ- "अन्धा क्या चाहे दो आँखें"।
इतनी-सी जान, गज भर की जुबा बहुत बढ़-बढ़ कर बातें करना चार साल की बच्ची जब बड़ी-बड़ी बातें करने लगी तो दादाजी बोले- "इतनी सी जान, गज भर की जुबान"।

लोकोक्ति Question 8:

नीचे लोकोक्तियाँ और उनके अर्थ दिये गए है। इनमें गलत अर्थ वाली लोकोक्ति का चयन कीजिए।

  1. आगे नाथ न पीछे पगहा - बंधनहीन
  2. तीन तेरह होना - संगठित होना
  3. एक टकसाल के ढले हैं - सब एक जैसे हैं
  4. आँख के अंधे गांठ के पूरे - मूर्ख लेकिन धनवान

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : तीन तेरह होना - संगठित होना

लोकोक्ति Question 8 Detailed Solution

सही उत्तर 'तीन तेरह होना - संगठित होना' है। क्योंकि यह गलत अर्थ वाली लोकोक्ति है।
Key Points
  • तीन तेरह होना - तितर बितर कर देना 
  • जैसे - भारतीय सैनिक ने आतंकवादियों को तीन तेरह कर दिया। 
  • आगे नाथ न पीछे पगहा - बन्धनहीन 
  • जैसे - रमेश का क्या है वह शाम तक रुके या रात तक रुके उसके तो न आगे नाथ न पीछे पगहा।
  • एक टकसाल के ढले हैं - सब एक जैसे हैं।
  • जैसे - फैक्ट्री के कर्मचारियों को क्या कहोगे सब एक टकसाल के ढले हैं।
  • आँख के अंधे गाँठ के पूरे मूर्ख लेकिन धनवान
  • जैसे -आजकल आँख के अंधे गाँठ के पूरे व्यक्ति मुकदमेबाज़ी अधिक करते हैं।

लोकोक्ति Question 9:

'दाल-भात में मूसल चंद' इस लोकोक्ति का अर्थ है 

  1. दाल-भात में मिलावट होना
  2. व्यर्थ में दखल देने वाला
  3. दाल-भात में मिलावट करने वाला
  4. इनमें से कोई नहीं.

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : व्यर्थ में दखल देने वाला

लोकोक्ति Question 9 Detailed Solution

सही उत्तर है :- व्यर्थ में दखल देने वाला

Key Points

  • डॉ. भोलानाथ तिवारी के अनुसार, “विभिन्न प्रकार के अनुभवों, पौराणिक तथा ऐतिहासिक व्यक्तियों एवं कथाओं, प्राकृतिक नियमों एवं लोक विश्वास आदि पर आधारित चुटीला, सरगर्भित, सजीव, संक्षिप्त लोक प्रचलित ऐसी उक्तियों को लोकोक्ति कहते हैं जिनका प्रयोग बात की पुष्टि या विरोध, सीख तथा भविष्य कथन आदि के लिए किया जाता है।”
  • उदाहरण :-
    • भागते भूत को लंगोटी भली: जहाँ कुछ न मिलने की आशंका हो वहां थोड़े में ही संतोष कर लेना चाहिए। 
    • आम के आम गुठलियों के दाम: दोहरा लाभ प्राप्त होना। 
    • सौ सोनार की, एक लोहार की: एक शक्तिशाली वार कई छोटे वार से बेहतर है।
    • धोबी का कुत्ता न घर का न घाट का: कहीं का भी ना रहना। 

Additional Information

  • लोकोक्ति और मुहावरों में अन्तर है। मुहावरा पूर्णतः स्वतंत्र नहीं होता है, अकेले मुहावरे से वाक्य पूरा नहीं होता है।
  • लोकोक्ति पूरे वाक्य का निर्माण करने में समर्थ होती है।
  • मुहावरा भाषा में चमत्कार उत्पन्न करता है जबकि लोकोक्ति उसमें स्थिरता लाती है।
  • मुहावरा छोटा होता है जबकि लोकोक्ति बड़ी और भावपूर्ण होती है।

लोकोक्ति Question 10:

जबरदस्ती का मेहमान अर्थ के लिए सही लोकोक्ति है-

  1. ऊँची दुकान फीकी पकवान
  2. अधजल गगरी छलकत जाए
  3. आंख के अंधे नाम नैन सुख
  4. मान न मान मैं तेरा मेहमान

Answer (Detailed Solution Below)

Option 4 : मान न मान मैं तेरा मेहमान

लोकोक्ति Question 10 Detailed Solution

जबरदस्ती का मेहमान अर्थ के लिए सही लोकोक्ति है "मान न मान मैं तेरा मेहमान"

  • वाक्य-प्रयोग- हरिराम के पिता को पता नही क्या हो गया वह हर किसी के घर मे जाकर रिश्ता बनाने लगता है ‌‌‌यह तो वही बात हूई "मान न मान मैं तेरा मेहमान"।

Key Points

अन्य विकल्प:

  • ऊँची दुकान फीकी पकवान- केवल दिखावटी वस्तु का होना।  
  • वाक्य प्रयोगउस कंपनी का नाम ही नाम है, गुण तो कुछ भी नहीं है, बस 'ऊँची दुकान फीके पकवान' है। 
  • अधजल गगरी छलकत जाए- जिसमें ज्ञान कम होता है वह दिखावा अधिक करता है।
  • वाक्य प्रयोग- जब राजीव ने दसवी कक्षा पास कर ली तो गाँव के लोगो के सामने ऐसे सीना चौड़ा करकर चलने लगा जैसे वह कलेक्टर बन गया हो सच है "अधजल गगरी छलकत जाए"
  • आंख के अंधे नाम नैन सुख- गुण के विरुद्धनाम का होना। 
  •  वाक्य प्रयोग- उसका नाम तो करोड़ीमल है परन्तु वह पैसे-पैसे के लिए मारा फिरता है। इसे कहते है – आँख के अन्धे नाम नयनसुख

Additional Information

  •  लोकोक्ति का अर्थ है लोक में प्रचलित वे कथन या उक्तियाँ जो लोक-अनुभव पर आधारित होती हैं। 
  • लोकोक्ति= लोक+ उक्ति
  • लोग समाज में प्रचलित उक्ति को लोकोक्ति अथवा कहावत कहते हैं।
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