आधुनिक काल पद्य MCQ Quiz - Objective Question with Answer for आधुनिक काल पद्य - Download Free PDF
Last updated on Jun 12, 2025
Latest आधुनिक काल पद्य MCQ Objective Questions
आधुनिक काल पद्य Question 1:
निम्न में से कौन सी रचना रामनरेश त्रिपाठी की नहीं है?
Answer (Detailed Solution Below)
आधुनिक काल पद्य Question 1 Detailed Solution
श्रांत पथिक रचना रामनरेश त्रिपाठी की नहीं है।
श्रांत पथिक-
- रचनाकार-श्रीधर पाठक
- प्रकाशन वर्ष-1902ई.
- भाषा-खड़ी बोली
- यह गोल्डस्मिथ की रचना ट्रैवलर का अनुवाद है।
Key Pointsश्रीधर पाठक-
- जन्म-1859-1928ई.
- द्विवेदी युग के मुख्य कवि है।
- इनको खड़ी बोली हिन्दी का प्रथम कवि स्वीकार किया जाता है।
- रचनाएँ-
- मनोविनोद(1882ई.)
- जगत सचाई सार(1887ई.)
- गुनवंत हेमंत(1900ई.)
- कश्मीर सुषमा(1904ई.)
- स्वर्गीय वीणा आदि।
- अनूदित रचनाएँ-
- गड़ेरिया और दार्शनिक
- ऋतुसंहार
- एकांतवासी योगी(1886ई.)
- उजड़ग्राम(1889ई.) आदि।
Important Pointsपथिक-
- रचनाकार-रामनरेश त्रिपाठी
- प्रकाशन वर्ष-1920ई.
- काव्य रूप-खंड काव्य
- विषय-
- कविता में दुनिया के दुखों से विरक्त काव्य नायक पथिक की प्रकृति के सौंदर्य पर मुग्ध होकर वहीं बसने की इच्छा का वर्णन किया है।
- यहाँ वह किसी साधु द्वारा संदेश ग्रहण करके देशसेवा का व्रत लेता है।
- राजा उसे मृत्युदंड देता है,परंतु उसकी कीर्ति समाज में बनी रहती है।
मिलन-
- रचनाकार-रामनरेश त्रिपाठी
- प्रकाशन वर्ष-1917ई.
- काव्य रूप-खंड काव्य
स्वप्न-
- रचनाकार-रामनरेश त्रिपाठी
- प्रकाशन वर्ष-1929ई.
- काव्य रूप-खंड काव्य
- 15 दिनों में रचित रचना है।
- इसके लिए इन्हें हिन्दुस्तान अकादमी का पुरस्कार मिला।
Additional Informationरामनरेश त्रिपाठी-
- जन्म-1889-1962ई.
- द्विवेदी युगीन मुख्य कवि रहे है।
- इन्होंने अपने समय के समाज सुधार के स्थान पर रोमांटिक प्रेम को कविता का विषय बनाया।
- इनकी कविताओं में देश-प्रेम और वैयक्तिक प्रेम,दोनों मौजूद हैं,लेकिन देश-प्रेम को विशेष स्थान दिया है।
- रचनाएँ-
- मानसी
- कविता कौमुदी
- ग्रामगीत आदि।
आधुनिक काल पद्य Question 2:
'साकेत' महाकाव्य के कवि हैं -
Answer (Detailed Solution Below)
आधुनिक काल पद्य Question 2 Detailed Solution
'साकेत' महाकाव्य के कवि हैं - 'मैथिली शरणगुप्त'
- साकेत मैथिलीशरण गुप्त रचित महाकाव्य का नाम है। इसका प्रथम प्रकाशन सन् 1931 में हुआ था।
- 'साकेत महाकवि' मैथिलीशरण गुप्त का लिखा महाकाव्य है जो 12 सर्गों में लिखा गया है।
- इस कृति में हिन्दुस्तान के आराध्य अयोध्याधिपति प्रभु श्रीराम के भाई लक्ष्मण की पत्नी श्रीमति उर्मिला के विरह का जो चित्रण गुप्त जी ने किया है
- वह अत्यधिक मार्मिक और गहरी मानवीय संवेदनाओं और भावनाओं से ओत-प्रोत है।
Key Points
मैथिलीशरण गुप्त:-
कृतियां (रचनाएं) :-
|
Additional Informationजयशंकर प्रसाद की प्रमुख रचनाएं:-
- प्रेम-पथिक (1909)
- चित्राधार (1918)
- कानन कुसुम (1913)
- झरना (1918)
- आँसू (1924)
- लहर (1934)
- कामायनी (1936)
रामधारी सिंह 'दिनकर' की प्रमुख रचनाएं:-
- प्रणभंग (1929)
- रेणुका (1935)
- हुंकार (1938)
- रसवन्ती (1939)
- कुरूक्षेत्र (1946)
- रश्मिरथी (1952)
-
उर्वशी (1961)
सुमित्रानंदन पंत की प्रमुख रचनाएं:-
- वीणा (1919)
- ग्रंथि (1920)
- पल्लव (1926)
- गुंजन (1932)
- युगांत (1937)
- युगवाणी (1938)
- ग्राम्या (1940)
- स्वर्णकिरण (1947)
आधुनिक काल पद्य Question 3:
'बसंती हवा' कविता के रचयिता कौन हैं?
Answer (Detailed Solution Below)
आधुनिक काल पद्य Question 3 Detailed Solution
सही उत्तर केदारनाथ अग्रवाल है।
Key Points
- 'बसंती हवा' कविता के रचयिता केदारनाथ अग्रवाल हैं।
- 'बसंती हवा' कविता में कवि ने वसंत ऋतु के आगमन का सजीव चित्रण किया है।
- प्रस्तुत कविता में हवा का मनोरंजन रूप दिखाया गया है, कविता में हवा अपना परिचय देती है,
- वह प्रतिदिन कहाँ -कहाँ घूमती है; किन किन स्थानों पर जाती है;
- किससे शरारतें करती है; इन सबका इस कविता में वर्णन किया गया है।
हवा हूँ हवा ......................... वसंती हवा हूँ
- बसंती हवा सभी को अपना परिचय देते हुए ये कहती है कि वह बसंती हवा है। वह बड़ी निराली, सीधी-साधी और मनमौजी है।
- वह बड़ी निडर है क्योंकि उसे किसी बात की चिंता नहीं है।
- वह जहाँ चाहे वहाँ घूम सकती है। वह एक अजब मुसाफिर है।
अन्य विकल्प-
कवि |
परिचय |
रचनायें |
केदारनाथ सिंह |
केदारनाथ सिंह एक भारतीय कवि, निबंधकार और हिंदी लेखक थे।उन्हें उनके कविता संग्रह, अकाल में सरस (सूखे में क्रेन) के लिए हिंदी में साहित्य अकादमी पुरस्कार (1989) से सम्मानित किया गया था। |
अभी बिल्कुल अभी, यहाँ से देखो, अकाल में सारस, उत्तर कबीर |
त्रिलोचन |
कवि त्रिलोचन को हिन्दी साहित्य की प्रगतिशील काव्यधारा का प्रमुख हस्ताक्षर माना जाता है। त्रिलोचन शास्त्री को 1989-90 में हिंदी अकादमी ने शलाका सम्मान से सम्मानित किया था। |
धरती(1945), गुलाब और बुलबुल(1956), दिगंत(1957), ताप के ताए हुए दिन(1980), शब्द(1980), उस जनपद का कवि हूँ (1981) |
नागार्जुन |
हिन्दी और मैथिली के अप्रतिम लेखक और कवि थे। |
युगधारा, सतरंगे पंखों वाली, भूमिजा |
आधुनिक काल पद्य Question 4:
इनमें से कौन-सी रचना जयशंकर प्रसाद की नहीं है?
Answer (Detailed Solution Below)
आधुनिक काल पद्य Question 4 Detailed Solution
अनामिका रचना जयशंकर प्रसाद की नहीं है।
- अनामिका निराला की रचना है।
निराला के काव्यसंग्रह
- अनामिका (1923), परिमल (1930), गीतिका (1936), अनामिका (द्वितीय) (1938)
- तुलसीदास (1938), कुकुरमुत्ता (1942), अणिमा (1943), बेला (1946)
- नये पत्ते (1946), अर्चना(1950), आराधना (1953), गीत कुंज (1954), सांध्य काकली (1969)
- अपरा (संचयन)
Additional Informatio
जयशंकर प्रसाद की रचनाएँ हैं-
- काव्य: झरना, आँसू, लहर, कामायनी, प्रेम पथिक।
- नाटक: स्कंदगुप्त, चंद्रगुप्त, ध्रुवस्वामिनी, जन्मेजय का नाग यज्ञ, राज्यश्री, अजातशत्रु, विशाख, एक घूँट, कामना, करुणालय, कल्याणी परिणय, अग्निमित्र, प्रायश्चित, सज्जन।
- कहानी संग्रह: छाया, प्रतिध्वनि, आकाशदीप, आँधी, इंद्रजाल।
- उपन्यास : कंकाल, तितली और इरावती।
आधुनिक काल पद्य Question 5:
परिमल किसकी काव्य रचना है?
Answer (Detailed Solution Below)
आधुनिक काल पद्य Question 5 Detailed Solution
दिए गए विकल्पों में सही उत्तर "निराला" है ।
Key Points
- परिमल सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला' की काव्य रचना है।
- इसकी प्रकाशन तिथि - 1929 ई.
- विधा - काव्य संग्रह
- सूर्यकांत त्रिपाठी निराला छायावादी युग के कवि थे ।
- काव्य संग्रह एवं प्रकाशन वर्ष
- अनामिका - 1923
- परिमल - 1929
- गीतिका - 1936
- तुलसीदास - 1936
- कुकुरमुत्ता -1938
- अणिमा - 1942-43
- बेला - 1943
- नए पत्ते - 1946
- अर्चना - 1950
- आराधना - 1953
- गीत कुंज - 1956
- अपरा - 1956
- सांध्य काकली - 1956 (मरणोपरांत)
Additional Information
- माखनलाल चतुर्वेदी को राष्ट्रकवि और एक भारतीय आत्मा के नाम से जाना जाता हैI
- माखनलाल चतुर्वेदी और सुभद्रा कुमारी चौहान राष्ट्रीय सांस्कृतिक धारा के कवि हैंI
- रसखान सगुण भक्ति धारा के कवि हैं । इनकी रचना साधारण ब्रजभाषा में हैं । इनका विशेष योगदान प्रकृति वर्णन तथा कृष्ण भक्ति में है ।
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“जयद्रथ वध” किस लेखक/लेखिका की कृति है?
Answer (Detailed Solution Below)
आधुनिक काल पद्य Question 6 Detailed Solution
Download Solution PDF‘मैथलीशरण गुप्त’ यहाँ सही विकल्प है। अन्य विकल्प असंगत है।
"जयद्रथ वध" महाभारत के एक पात्र पर आधारित एक अद्भुत रचना है, जिसके लेखक विकल्प 4. राष्ट्रीय कवि 'मैथिलीशरण गुप्त' है।
- यह महाभारत पर आधारित खंडकाव्य है।
- हरिगीतिका छंद में रचा गया है।
- मैथिलीशरण गुप्त खड़ी बोली के मह्त्वपूर्ण कवियों में से है।
इनमें से कौन-सी कृति अज्ञेय की है?
Answer (Detailed Solution Below)
आधुनिक काल पद्य Question 7 Detailed Solution
Download Solution PDFहरी घास पर क्षण भर कृति अज्ञेय की है। अन्य विकल्प असंगत है ।अतः सही उत्तर विकल्प 3 हरी घास पर क्षण भर होगा ।
Key Points
रचना |
रचनाकार |
संसद से सड़क तक |
धूमिल |
मछली घर |
सुशील कुमार |
हरी घास पर क्षण भर |
अज्ञेय |
साये में धूप |
दुष्यंत कुमार |
'हरी घास पर क्षण भर' किसकी कृति है?
Answer (Detailed Solution Below)
आधुनिक काल पद्य Question 8 Detailed Solution
Download Solution PDFसही उत्तर है - अज्ञेय।
Key Pointsहरी घास पर क्षण भर-
- विधा-काव्य संग्रह
- संग्रहीत कविताएँ हैं-
- नदी के द्वीप,हरी घास पर क्षण भर आदि।
Additional Informationअज्ञेय-
- जन्म-1911-1987 ई.
- तार सप्तक(1943 ई.) के प्रवर्तक है।
- प्रयोगवादी काव्यधारा के कवि है।
- अन्य रचनाएँ-
- भग्नदूत(1933 ई.),चिंता(1942 ई.),इंद्रधनुष रौंदे हुए ये(1957 ई.),अरी ओ करुणा प्रभामय(1959 ई.),सुनहले शैवाल(1966 ई.) आदि।
- अज्ञेय की संपूर्ण कविताओं का संकलन ‘सदानीरा’ नाम से दो भागों में प्रकाशित हुआ है।
- अज्ञेय-
- "व्यक्ति समाज में स्वतंत्र है,समाज से नहीं।"
- "काव्य सबसे पहले शब्द है और सबसे बाद में भी यही बात बच जाती है कि काव्य शब्द हैं।"
'संशय की एक रात' किस कवि की कृति है ?
Answer (Detailed Solution Below)
आधुनिक काल पद्य Question 9 Detailed Solution
Download Solution PDF'संशय की एक रात' नरेश मेहता की कृति है,अन्य विकल्प असंगत है, अत: विकल्प 3 'नरेश मेहता' सही उत्तर होगा।
Key Points
'संशय की एक रात' में कवि ने राम के भीतर युद्ध के प्रति संशय पैदा कर एक आधुनिक मनुष्य की चिन्ता प्रकट की है, राम के चरित्र की पुनर्रचना की है, जिसकी सम्भावना राम के चरित्र में है और निश्चय ही यह कृति हिन्दी साहित्य की उपलब्धि है।
Additional Information
अज्ञेय |
आंगन के पार द्वार, कितनी नावों में कितनी बार, सागर-मुद्रा, सुनहरे शैवाल और सागर मुद्रा |
नरेन्द्र शर्मा |
प्रवासी के गीत, मिट्टी और फूल, अग्निशस्य, मनोकामिनी |
केसरी कुमार |
'साहित्य के नए धरातल', 'शंकाएं और दिशाएं', 'भारतेंदु और उनके नाटक', 'हिंदी के कहानीकार', 'प्रसाद और उनके नाटक', 'निवेदिता', 'स्मृतियों में अब भी' |
Important Points
- ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित हिन्दी के यशस्वी कवि श्री नरेश मेहता उन शीर्षस्थ लेखकों में हैं जो भारतीयता की अपनी गहरी दृष्टि के लिए जाने जाते हैं।
- नरेश मेहता ने आधुनिक कविता को नयी व्यंजना के साथ नया आयाम दिया।
निम्नलिखित में से कौन सी 'सुमित्रानंदन पंत' की कृति नहीं है ?
Answer (Detailed Solution Below)
आधुनिक काल पद्य Question 10 Detailed Solution
Download Solution PDF"कुरुक्षेत्र" सुमित्रानंदन पंत की कृति नहीं है। अन्य विकल्प असंगत हैं।
Key Points
- कुरुक्षेत्र रामधारी सिंह दिनकर काव्य रचना है।
- कुरुक्षेत्र प्रकाशन वर्ष- 1946
रचनाकार | रचनाऍं |
रामधारी सिंंह दिनकर | बारदोली-विजय संदेश (1928), प्रणभंग (1929), रेणुका (1935), हुंकार (1938), रसवन्ती (1939), धूप-छाँह (1947), रश्मिरथी (1952) आदि। |
Important Points
- वीणा, पल्लव और स्वर्णधूलि आदि सभी रचनाऍं 'सुमित्रानंदन पंत' की हैं।
- 'सुमित्रानंदन पंत' की अन्य रचनाऍं- गुंजन, युगान्त, युगवाणी, उत्तरा, लोकायतन आदि।
'कलम के जादूगर' किसे कहा गया है ?
Answer (Detailed Solution Below)
आधुनिक काल पद्य Question 11 Detailed Solution
Download Solution PDF- 'कलम का जादूगर' 'रामवृक्ष बेनीपुरी' को कहा जाता है।
रामवृक्ष बेनीपुरी की प्रमुख रचनाएं
कवि | रचनाऍं |
रामवृक्ष बेनीपुरी |
कहानी संग्रह- चिता के फूल, शब्द-चित्र-संग्रह, लाल तारा, माटी की मूरतें, गेहूँ और गुलाब। उपन्यास- पतितों के देश में, कैदी की पत्नी, दीदी और सात दिन नाटक- अम्बपाली, सीता की माँ, संघमित्रा,'सिंहलविजय, रामराज्य, गाँव के देवता, नया समाज, नेत्रदान |
Additional Informationअन्य विकल्प-
रचनाकार | रचनाऍं |
मुंशी प्रेमचंद |
उपन्यास- कर्मभूमि(1932), सेवा सदन(1918), निर्मला(1925), प्रतिज्ञा(1927), गबन(1928)। नाटक- कर्बला(1924), प्रेम की वेदी(1933), संग्राम(1923)। |
मैथिलीशरण गुप्त |
खण्डकाव्य- जयद्रथ वध 1910, भारत-भारती 1912, पंचवटी 1925, द्वापर 1936, सिद्धराज नाटक - रंग में भंग 1909 |
सुमित्रानंदन पंत |
कविताऍं- वीणा (1919), ग्रंथि (1920), पल्लव(1926), गुंजन (1932), युगपथ(1949), चिदंबरा (1958)। उपन्यास- हार (1960) आदि। |
'कुरुक्षेत्र' किसका काव्य है?
Answer (Detailed Solution Below)
आधुनिक काल पद्य Question 12 Detailed Solution
Download Solution PDFदिए गए विकल्पों में से सही उत्तर विकल्प 1 'रामधारी सिंह 'दिनकर’ है।
- 'कुरुक्षेत्र' काव्य : दिनकर जी का है।
Key Points
- 'कुरुक्षेत्र' के रचनाकार रामधारी सिंह 'दिनकर' हैं।
- कुरुक्षेत्र महाकाव्य में केवल दो ही पात्र थे - युधिष्ठिर और पितामह भीष्म
- कुरुक्षेत्र रचना का प्रकाशन 1946 में हुआ था।
- यह समस्या प्रधान काव्य है।
- दिनकर की अन्य रचनाएँ हैं - रश्मिरथी, उर्वशी, रेणुका, बापू आदि।
'अनामिका' काव्य किनके द्वारा रचित है?
Answer (Detailed Solution Below)
आधुनिक काल पद्य Question 13 Detailed Solution
Download Solution PDFअनामिका महाप्राण निराला की प्रसिद्ध रचना है, अन्य विकल्प यहाँ असंगत है।
अत: यहाँ सही विकल्प 2) निराला ही होगा।
Key Points
- अनामिका - यह एक काव्य संग्रह है।
- 8 कविताएँ इसमें संकलित है।
Additional Information
निराला की अन्य श्रेष्ठ रचनाएँ-
- राम की शक्ति पूजा
- सरोज स्मृति
- परिमल
- तुलसीदास आदि
कौन सी काव्य रचना महादेवी वर्मा की नहीं है?
Answer (Detailed Solution Below)
आधुनिक काल पद्य Question 14 Detailed Solution
Download Solution PDF- बेला (1946 ई.) सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला' की रचना है ।
- निराला को छायावाद का 'शलाका पुरुष' भी कहा जाता है ।
Key Points
- महादेवी वर्मा ने अधिकतर भावप्रधान गीत लिखें हैं ।
- महादेवी का अज्ञात प्रिय के प्रति दुःख प्रणय दुःखप्रधान है ।
- छायावाद कवियों में सर्वाधिक रहस्यभावना महादेवी वर्मा में पाई जाती है ।
- महादेवी वर्मा की रचना 'यामा' में 'निहार' , 'रश्मि' , 'नीरजा' तथा 'सांध्यगीत' के महत्वपूर्ण गीतों का संकलन किया गया ।
- नीहार - 1930 ई.
- सांध्यगीत - 1936 ई.
- नीरजा - 1935 ई.
'सखि वे मुझसे कहकर जाते' किस कवि की काव्य पंक्ति है ?
Answer (Detailed Solution Below)
आधुनिक काल पद्य Question 15 Detailed Solution
Download Solution PDFसही उत्तर "मैथिलीशरण गुप्त" है। अन्य विकल्प असंगत हैं।
Key Points
- ‘सखि वे मुझसे कहकर जाते’ यह काव्य पंक्ति मैथिलीशरण गुप्त की कविता ‘सखि वे मुझसे कहकर जाते’ की पंक्तियाँ हैं।
- अतः सही विकल्प मैथिलीशरण गुप्त हैं।
Important Points
कवि | रचनाऍं |
सियाराम शरण गुप्त | मौर्य विजय(1914), अनाथ(1917), आर्द्रा(1927), विषाद(1925), दूर्वा दल(1924), आत्मोत्सर्ग(1931) आदि। |
मैथिलीशरण गुप्त | जयद्रथ वध 1910, भारत-भारती 1912, पंचवटी 1925, द्वापर 1936, जय भारत 1952, युद्ध, झंकार 1929 आदि। |
अयोध्या सिंह उपाध्याय 'हरिऔध' | पारिजात (1937), रस-कलश (1940) ,चुभते चौपदे 1932), चोखे चौपदे (1924) आदि। |
जगदीश गुप्त | नाव के पाँव, शम्बूक, आदित्य एकान्त, हिम-विद्ध, शब्द-दंश, युग्म आदि। |