नीचे दो कथन दिए गए हैं:

कथन - I: पाठ्यक्रम-विकास के प्रारंभ में, कार्यक्रम की संकल्पना का मूल्यांकन अवश्य किया जाना चाहिए।

कथन - II: अनुदेशात्मक दृष्टिकोणों और छात्रों के अधिगम के मूल्यांकन को आकार देने में शिक्षण के संज्ञानात्मक प्रतिमान शिक्षकों की सहायता कर सकते हैं।

उपर्युक्त कथनों के आलोक में निम्नलिखित विकल्पों में से सही उत्तर चुनें:

This question was previously asked in
UGC NET (Education) Official Paper-II (Held On: 14 Mar, 2023 Shift 2)
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  1. कथन । और ॥ दोनों सत्य हैं।
  2. कथन । और ॥ दोनों असत्य हैं।
  3. कथन । सत्य है , किन्तु कथन ॥ असत्य है।
  4. कथन । असत्य है, किन्तु कथन ॥ सत्य है।

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : कथन । और ॥ दोनों सत्य हैं।
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UGC NET Paper 1: Held on 21st August 2024 Shift 1
10.9 K Users
50 Questions 100 Marks 60 Mins

Detailed Solution

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Key Points

कथन - I: पाठ्यक्रम-विकास के प्रारंभ में, कार्यक्रम की संकल्पना का मूल्यांकन अवश्य किया जाना चाहिए।

  • यह कथन सत्य है क्योंकि इसे विकसित करने से पहले पाठ्यक्रम के लक्ष्यों की स्पष्ट समझ होना महत्वपूर्ण है। इससे यह सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी कि पाठ्यक्रम छात्रों और समुदाय की आवश्यकताओं के अनुरूप है।

 

कथन - II: अनुदेशात्मक उपागमों और छात्रों के अधिगम के मूल्यांकन को आकार देने में शिक्षण के संज्ञानात्मक प्रतिमान शिक्षकों की सहायता कर सकते हैं।

  • यह कथन भी सत्य है क्योंकि शिक्षण के संज्ञानात्मक मॉडल यह समझने के लिए एक प्रारूप प्रदान करते हैं कि छात्र कैसे सीखते हैं। यह शिक्षकों को सबसे प्रभावी शिक्षण रणनीतियों का चयन करने और सार्थक तरीके से छात्रों के अधिगम का आकलन करने में मदद कर सकता है।

इस प्रकार, सही उत्तर यह है कि कथन I और कथन II दोनों सत्य हैं।

Additional Informationशिक्षण के संज्ञानात्मक मॉडल का उपयोग करने के कुछ लाभ यहां दिए गए हैं:

  • उचित निर्देश: संज्ञानात्मक शिक्षण मॉडल शिक्षकों को सबसे प्रभावी निर्देशात्मक युक्तियों का चयन करने में मदद कर सकते हैं। इससे छात्रों को उचित शिक्षा मिल सकती है।
  • छात्र उपलब्धि में वृद्धि: जब शिक्षक सबसे प्रभावी निर्देशात्मक युक्तियों का चयन करते हैं, तो छात्रों के उच्च स्तर पर प्राप्त करने की संभावना अधिक होती है।
  • उचित मूल्यांकन: शिक्षण के संज्ञानात्मक मॉडल छात्रों के अधिगम का अधिक सार्थक तरीके से आकलन करने में शिक्षकों की मदद कर सकते हैं। इससे छात्र अधिगम कीउचित समझ और अधिक प्रभावी निर्देश प्राप्त कर सकते हैं।

शिक्षण के विभिन्न प्रकार के संज्ञानात्मक मॉडल हैं जिनका शिक्षक उपयोग कर सकते हैं। कुछ सामान्य मॉडलों में शामिल हैं:

  • सूचना प्रसंस्करण मॉडल अधिगम के लिए सूचना प्राप्त करने, संग्रहीत करने और पुनर्प्राप्त करने के रूप में देखता है।
  • रचनावादी मॉडल अधिगम को अनुभव से अर्थ निर्माण की प्रक्रिया के रूप में देखता है।
  • सामाजिक संज्ञानात्मक मॉडल: यह मॉडल अधिगम को दूसरों को देखने और उनका अनुकरण करने की प्रक्रिया के रूप में देखता है।

किसी विशेष शिक्षक के लिए सर्वोत्तम संज्ञानात्मक मॉडल शिक्षक की शैली और छात्रों की आवश्यकताओं पर निर्भर करेगा।

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Last updated on Jun 12, 2025

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