Question
Download Solution PDFगैर तकनीकी-गैर वैज्ञानिक (लचीला) दृष्टिकोण से पाठ्यचर्या विकास की प्रक्रिया है-
Answer (Detailed Solution Below)
Detailed Solution
Download Solution PDFKey Pointsअनुभवाश्रित:
- पाठ्यचर्या विकास के लिए एक अनुभवाश्रित दृष्टिकोण एक गैर-रैखिक, पुनरावृत्ति प्रक्रिया है जो परीक्षण व त्रुटि, लचीलेपन और रचनात्मकता के महत्व पर बल देती है। यह दृष्टिकोण इस विचार पर आधारित है कि पाठ्यचर्या विकसित करने का कोई एक सही तरीका नहीं है और सबसे अच्छा पाठ्यचर्या वह है जो छात्रों और समुदाय की विशिष्ट आवश्यकताओं के अनुरूप बनाया गया है।
पाठ्यचर्या विकास के लिए एक अनुभवाश्रित दृष्टिकोण की कुछ प्रमुख विशेषताएं यहां दी गई हैं:
- यह इस विचार पर आधारित है कि पाठ्यचर्या विकसित करने का कोई एक सही तरीका नहीं है।
- यह पाठ्यक्रम के विकास में लचीलापन और रचनात्मकता की अनुमति देता है।
- यह पाठ्यक्रम को छात्रों और समुदाय की विशिष्ट आवश्यकताओं के अनुरूप बनाने की अनुमति देता है।
- यह एक बार होने वाली घटना के अतिरिक्त एक सतत प्रक्रिया है।
पाठ्यचर्या विकास के लिए अनुभवाश्रित दृष्टिकोण में सामान्यतः निम्नलिखित चरण शामिल होते हैं:
- छात्रों और समुदाय की जरूरतों को पहचानें। इस कदम में छात्रों की रुचियों, क्षमताओं और जरूरतों के साथ-साथ समुदाय की जरूरतों के बारे में जानकारी एकत्र करना शामिल है।
- सीखने के लक्ष्यों का एक समूह विकसित करें। सीखने के लक्ष्य विशिष्ट, मापने योग्य, प्राप्त करने योग्य, प्रासंगिक और समयबद्ध होने चाहिए।
- संसाधनों की पहचान करें। इस कदम में उन संसाधनों की पहचान करना शामिल है जिनकी आवश्यकता पाठ्यचर्या को लागू करने के लिए होगी, जैसे कि सामग्री, समय और कर्मचारी।
- पाठ्यक्रम की योजना बनाएं। इस कदम में एक योजना विकसित करना शामिल है कि पाठ्यचर्या को कैसे लागू किया जाएगा, जिसमें पाठों का क्रम, उपयोग की जाने वाली गतिविधियाँ और छात्रों के सीखने को मापने के लिए उपयोग किए जाने वाले आकलन शामिल हैं।
- पाठ्यक्रम लागू करें। इस कदम में योजना को अमल में लाना और पाठ पढ़ाना शामिल है।
- छात्र सीखने का आकलन करें। इस चरण में छात्रों के सीखने को मापने के लिए और आवश्यकतानुसार पाठ्यचर्या में समायोजन करने के लिए आकलन का उपयोग करना शामिल है।
- पाठ्यक्रम पर चिंतन करें। इस कदम में पाठ्यक्रम की प्रभावशीलता पर विचार करना और आवश्यकतानुसार परिवर्तन करना शामिल है।
पाठ्यचर्या विकास के लिए अनुभवाश्रित दृष्टिकोण एक लचीला और अनुकूलनीय दृष्टिकोण है जिसका उपयोग एक ऐसे पाठ्यक्रम को बनाने के लिए किया जा सकता है जो प्रभावी और आकर्षक दोनों है। यह दृष्टिकोण स्कूलों, सामुदायिक संगठनों और व्यवसायों सहित विभिन्न प्रकार की सेटिंग्स में उपयोग के लिए उपयुक्त है।
अतः गैर तकनीकी-गैर वैज्ञानिक दृष्टिकोण (लचीला) के अनुसार पाठ्यचर्या विकास की प्रक्रिया अनुभवाश्रित है।
Last updated on Jun 12, 2025
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