क्रिया MCQ Quiz - Objective Question with Answer for क्रिया - Download Free PDF
Last updated on Jun 3, 2025
Latest क्रिया MCQ Objective Questions
क्रिया Question 1:
जिस क्रिया का फल कर्ता पर न पड़कर कर्म पर पड़े, उसे कौन-सी क्रिया कहते हैं?
Answer (Detailed Solution Below)
क्रिया Question 1 Detailed Solution
जिस क्रिया का फल कर्ता पर न पड़कर कर्म पर पड़े, उसे सकर्मक क्रिया कहते हैं।
Key Points
- जिन क्रियाओं के कार्य का फल कर्ता को छोड़कर कर्म पर पड़ता है उन्हे सकर्मक क्रिया कहते है।
- सकर्मक क्रिया कर्म के बिना अपना भाव पूर्ण रूप से प्रकट नहीं कर पाती।
- उदाहरण- अंजलि पत्र लिखती है।
Important Points
क्रिया के भेद -
- कर्म के आधार पर क्रिया के दो भेद होते हैं।
- सकर्मक क्रिया
- अकर्मक क्रिया
Additional Information
क्रिया | परिभाषा | उदाहरण |
अकर्मक |
जिस क्रिया में कार्य का फल कर्ता पर ही पड़े, उसे अकर्मक क्रिया कहते हैं।अकर्मक क्रिया में कर्म नहीं पाया जाता है। |
राहुल सो रहा है। |
पूर्वकालिक |
जब कर्ता एक कार्य को समाप्त करके तुरंत दूसरे काम में लग जाता है, तब जो क्रिया पहले ही समाप्त हो जाती है, उसे पूर्वकालिक क्रिया कहते हैं। |
राम खाना खाकर सो गया। |
प्रेरणार्थक |
जिस क्रिया से इस बात का ज्ञान हो कि कर्ता स्वयं कार्य न कर किसी अन्य को उसे करने के लिए प्रेरित करता है, उसे प्रेरणार्थक क्रिया कहते हैं। जैसे- भूलना, भुलाना, भुलवाना इत्यादि। |
मैंने नौकर से काम करवाया। |
क्रिया Question 2:
'चोर उठ भागा'- यह वाक्य किस क्रिया का उदाहरण है?
Answer (Detailed Solution Below)
क्रिया Question 2 Detailed Solution
'चोर उठ भागा'- यह वाक्य क्रिया का उदाहरण है- अकर्मक क्रिया
Key Points
- वाक्य - चोर उठ भागा। (वाक्य में कर्म का अभाव है तथा 'उठ भागा' (क्रिया) का प्रभाव 'चोर' (कर्ता) पर पड़ रहा है, अत: यह अकर्मक क्रिया उदाहरण है।)
- जिस क्रिया में कार्य का फल कर्ता पर ही पड़े, उसे अकर्मक क्रिया कहते हैं।अकर्मक क्रिया में कर्म नहीं पाया जाता है।
- जैसे - राम हंसता है। पानी बरस रहा है।
Important Points क्रिया के भेद -
- कर्म के आधार पर क्रिया के दो भेद होते हैं।
- सकर्मक क्रिया
- अकर्मक क्रिया।
- संरचना के आधार पर क्रिया के चार भेद होते हैं।
- संयुक्त क्रिया
- नामधातु क्रिया
- प्रेरणार्थक क्रिया
- पूर्वकालिक क्रिया
Additional Information
क्रिया | परिभाषा | उदाहरण |
संयुक्त | जब दो या दो से ज़्यादा भिन्नार्थक क्रियाएं मिलकर एक पूर्ण क्रिया बनाती हैं, तो उसे संयुक्त क्रिया कहते हैं। | मैंने पत्र लिख दिया। |
पूर्वकालिक | जब कर्ता एक कार्य को समाप्त करके तुरंत दूसरे काम में लग जाता है तब जो क्रिया पहले ही समाप्त हो जाती है, उसे पूर्वकालिक क्रिया कहते हैं। | श्याम ने खेल कर स्कूल गया। |
प्रेरणार्थक | जिन शब्द के माध्यम से पता चलता है कि करता स्वयं कार्य न करके किसी अन्य को कार्य करने को प्रेरित कर रहा तो उसे प्रेरणार्थक क्रिया कहते है। | मैंने नौकर से काम करवाया। |
क्रिया Question 3:
अकर्मक क्रिया में इनमें से किस पर प्रभाव पड़ता है?
Answer (Detailed Solution Below)
क्रिया Question 3 Detailed Solution
अकर्मक क्रिया में कर्ता पर प्रभाव पड़ता है।
Key Points
- जिस क्रिया में कार्य का फल कर्ता पर ही पड़े, उसे अकर्मक क्रिया कहते हैं। अकर्मक क्रिया में कर्म नहीं पाया जाता है।
- जैसे - पूजा नाचती है। राघव सोता है।
Important Points क्रिया के भेद -
- कर्म के आधार पर क्रिया के दो भेद होते हैं।
- सकर्मक क्रिया
- अकर्मक क्रिया
Additional Information
क्रिया | परिभाषा | उदाहरण |
सकर्मक |
जिन क्रियाओं के कार्य का फल कर्ता को छोड़कर कर्म पर पड़ता है उन्हे सकर्मक क्रिया कहते है।सकर्मक क्रिया कर्म के बिना अपना भाव पूर्ण रूप से प्रकट नहीं कर पाती। |
राम पुस्तक पढ़ता है। |
कर्ता |
वाक्य के उस भाग को कर्ता कहते हैं जिससे क्रिया करने वाले का पता चले। कर्ता, वाक्य के दो मुख्य भागों में से एक है। दूसरा भाग 'विधेय' (प्रेडिकेट) कहलाता है। |
बच्चा हँसता है। |
कर्म | जब आप कोई कार्य अथवा गति सकाम भाव से यानि कर्म फल की इच्छा, से करते हैं, तो उसे कर्म कहते हैं। | वह किताब पढ़ती है । |
क्रिया Question 4:
भाववाच्य में किस प्रकार की क्रिया का प्रयोग किया जाता है?
Answer (Detailed Solution Below)
क्रिया Question 4 Detailed Solution
भाववाच्य में अकर्मक क्रिया का प्रयोग किया जाता है।
Key Points
- जिस क्रिया में कार्य का फल कर्ता पर ही पड़े, उसे अकर्मक क्रिया कहते हैं। अकर्मक क्रिया में कर्म नहीं पाया जाता है।
- जैसे - राम हंसता है। पानी बरस रहा है।
Hint
- ध्यान रखने योग्य कुछ बातें हैं –
- भाववाच्य का प्रयोग विवशता, असमर्थता व्यक्त करने के लिए होता है।
- भाववाच्य में प्रायः अकर्मक क्रिया होता है।
- भाववाच्य में क्रिया सदैव अन्य पुरुष, पुल्लिंग और एकवचन में होती है।
Important Points
क्रिया के भेद -
- कर्म के आधार पर क्रिया के दो भेद होते हैं।
- सकर्मक क्रिया
- अकर्मक क्रिया।
- संरचना के आधार पर क्रिया के चार भेद होते हैं।
- संयुक्त क्रिया
- नामधातु क्रिया
- प्रेरणार्थक क्रिया
- पूर्वकालिक क्रिया
Additional Information
क्रिया | परिभाषा | उदाहरण |
संयुक्त | जब दो या दो से ज़्यादा भिन्नार्थक क्रियाएं मिलकर एक पूर्ण क्रिया बनाती हैं, तो उसे संयुक्त क्रिया कहते हैं। | रामा गीता पढ़ने लगी। |
सकर्मक | जिन क्रियाओं के कार्य का फल कर्ता को छोड़कर कर्म पर पड़ता है उन्हे सकर्मक क्रिया कहते है।सकर्मक क्रिया कर्म के बिना अपना भाव पूर्ण रूप से प्रकट नहीं कर पाती। | मोहन ने सेब खाया। |
द्विकर्मक | जिस सकर्मक क्रिया का अर्थ स्पष्ट करने के लिए वाक्य में दो कर्म प्रयुक्त होते हैं, उसे द्विकर्मक क्रिया कहते हैं। | राधा ने श्याम को पुस्तक दी। |
क्रिया Question 5:
'राम आम खाता है।' इस वाक्य में क्रिया का कौन-सा प्रकार है?
Answer (Detailed Solution Below)
क्रिया Question 5 Detailed Solution
'राम आम खाता है।' इस वाक्य में क्रिया है- सकर्मक क्रिया
Key Points
- वाक्य - राम आम खाता है।
- (वाक्य में 'खाता है।' क्रिया का प्रभाव 'राम' (कर्ता) पर न पड़कर 'आम' पर पड़ रहा है।
- यहाँ पर 'आम' कर्म हैं, अत: यह सकर्मक क्रिया के उदाहरण है।)
Important Points क्रिया के भेद -
- कर्म के आधार पर क्रिया के दो भेद होते हैं।
- सकर्मक क्रिया
- अकर्मक क्रिया
क्रिया | परिभाषा | उदाहरण |
सकर्मक |
जिन क्रियाओं के कार्य का फल कर्ता को छोड़कर कर्म पर पड़ता है उन्हे सकर्मक क्रिया कहते है।सकर्मक क्रिया कर्म के बिना अपना भाव पूर्ण रूप से प्रकट नहीं कर पाती। |
मोहन ने पानी पिया। |
अकर्मक | जिस क्रिया में कार्य का फल कर्ता पर ही पड़े, उसे अकर्मक क्रिया कहते हैं।अकर्मक क्रिया में कर्म नहीं पाया जाता है। | राहुल खेलता हैं। |
Additional Information पूर्वकालिक क्रिया-
- जब कर्ता एक कार्य को समाप्त करके तुरंत दूसरे काम में लग जाता है,
- तब जो क्रिया पहले ही समाप्त हो जाती है, उसे पूर्वकालिक क्रिया कहते हैं।
- क्रिया भेद का पूर्वकालिक रूप बनाने के लिए मूल धातु के साथ 'कर' या 'करके' जोड़ दिया जाता है।
- उदाहरण -
- राधा ने स्नान करके भोजन किया।
- पुजारी ने नहाकर पूजा की।
अनेकार्थक शब्द-
- जिन शब्दों के एक से अधिक अर्थ होते हैं, उन्हें 'अनेकार्थी शब्द' कहते है।
- उदाहरण -
- अर्क- इंद्र, सूर्य, रस, अकबन।
काक- कौआ, लंगड़ा आदमी, अतिधृष्ट।
- अर्क- इंद्र, सूर्य, रस, अकबन।
Top क्रिया MCQ Objective Questions
निम्नलिखित प्रश्न में, वाक्य के संरचना के आधार पर क्रिया का भेद बताइये:-
रवि दीवार रंगने लगा है।
Answer (Detailed Solution Below)
क्रिया Question 6 Detailed Solution
Download Solution PDFरवि दीवार रंगने लगा है। वाक्य में संयुक्त क्रिया है। अतः सही उत्तर संयुक्त क्रिया होगा।
दीवार को रंगना एवं ले लेना को जोड़कर रंगने लगना शब्द का उपयोग किया गया है, जो कि एक संयुक्त क्रिया के अंतर्गत आते हैं।
Key Points
क्रिया |
||
जिस शब्द के द्वारा किसी कार्य के करने या होने का बोध होता है उसे क्रिया कहते है। |
||
संरचना या प्रयोग के आधार पर क्रिया के भेद इस प्रकार हैं- (1) संयुक्त क्रिया |
||
क्रिया |
परिभाषा |
उदाहरण |
संयुक्त क्रिया |
जो क्रिया दो या दो से अधिक धातुओं के मेल से बनती है, उसे संयुक्त क्रिया कहते हैं। |
जैसे :- बच्चा विद्यालय से लौट आया |
पूर्वकालिक क्रिया |
जिस वाक्य में मुख्य क्रिया से पहले यदि कोई क्रिया हो जाए, तो वह पूर्वकालिक क्रिया कहलाती हैं। |
जैसे :- पुजारी ने नहाकर पूजा की |
नामधातु क्रिया |
संज्ञा अथवा विशेषण के साथ क्रिया जोड़ने से जो संयुक्त क्रिया बनती है, उसे 'नामधातु क्रिया' कहते हैं। |
जैसे :- टेरों ने जमीन हथिया ली। हमें गरीबों को अपनाना चाहिए। |
कृदंत क्रिया |
कृत प्रत्ययों को जोडकर जो क्रिया बनाई जाती है उसे कृदंत क्रिया कहते हैं |
जैसे :- चलता , भागता , दौड़ता , हँसता आदि। |
समझ-बूझकर काम करना चाहिए।
विकल्पों में से चुनकर बताइए कि उक्त वाक्य में रेखांकित पद किस प्रकार की क्रिया है?
Answer (Detailed Solution Below)
क्रिया Question 7 Detailed Solution
Download Solution PDFउक्त वाक्य में रेखांकित पद समझ-बूझकर "पुनरुक्त क्रिया" है। अन्य विकल्प असंगत हैं।
Key Points
- वाक्य- समझ-बूझकर काम करना चाहिए।
- इस वाक्य में रेखांकित शब्द-समूह में पुनरुक्त क्रिया है।
- पुनरुक्त क्रिया- संयुक्त क्रिया का वह रूप जिसमें समान अर्थ वाली या समान ध्वनि वाली क्रियाओं का संयोग होता हो उसे पुनरुक्त क्रिया कहते हैं।
- जैसे- जाते-जाते वो ये भी ले गया।
अन्य विकल्प-
क्रिया | परिभाषा | उदाहरण |
संयुक्त क्रिया | ऐसी क्रिया जो किन्ही दो क्रियाओं के मिलने से बनती है वह सयुंक्त क्रिया कहलाती है। | वह खा चुका। |
प्रेरणार्थक क्रिया | जिस क्रिया से ज्ञान हो कि कर्ता स्वयं कार्य को न करके किसी अन्य को कार्य करने की प्रेरणा देता है वह प्रेरणार्थक क्रिया कहलाती है। |
मालिक नौकर से कार साफ करवाता है। |
नाम बोधक क्रिया | उपयुक्त क्रिया का निर्माण किसी वाक्य में संज्ञा और सर्वनाम के जुड़ने से होता है। | लाठी + मारना = लाठी मारना |
इनमें से किस वाक्य में ‘द्विकर्मक’ क्रिया का उपयोग हुआ है?
Answer (Detailed Solution Below)
क्रिया Question 8 Detailed Solution
Download Solution PDF‘द्विकर्मक’ क्रिया का उपयोग हुआ है - संगीता ने राधा को पुस्तक दी।
Key Points
- 'द्विकर्मक' क्रिया वे होती हैं जिनमें दो कर्म होते हैं - एक प्रत्यक्ष कर्म और दूसरा अप्रत्यक्ष कर्म।
- इस वाक्य में, 'संगीता' (कर्ता) ने 'पुस्तक' (प्रत्यक्ष कर्म) को 'राधा' (अप्रत्यक्ष कर्म) को दिया।
Additional Informationअन्य विकल्पों के क्रियाएँ हैं:
- रमेश और मयंक दिल्ली जाएँगे - सकर्मक क्रिया: क्योंकि इस वाक्य में 'दिल्ली' (कर्म) है और 'जाना' (क्रिया) है।
- अनुराग ने आम और केले खरीदे - सकर्मक क्रिया: क्योंकि इस वाक्य में 'आम' और 'केले' (कर्म) हैं और 'खरीदना' (क्रिया) है।
- विनीता कल से बीमार है - अकर्मक क्रिया: क्योंकि इस वाक्य में कोई कर्म नहीं है, और 'होना' (क्रिया) है।
निम्नलिखित में से अव्यय से बना विशेषण शब्द नहीं है -
Answer (Detailed Solution Below)
क्रिया Question 9 Detailed Solution
Download Solution PDFअव्यय से बना विशेषण शब्द "कैसा" नहीं है। अन्य विकल्प असंगत हैं।
Key Points
- अगला, बाहरी और पिछला सभी शब्द अव्यय से बने हुए विशेषण है।
- कैसा शब्द अव्यय से बना हुआ विशेषण नहीं है।
Important Points
क्रिया विशेषण - वह शब्द जो हमें क्रियाओं की विशेषता का बोध कराते हैं वे शब्द क्रिया विशेषण कहलाते हैं। जैसे - वह धीरे - धीरे बोलता है। क्रिया विशेषण के भेद - |
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क्रिया-विशेषण |
परिभाषा |
उदाहरण |
कालवाचक |
ऐसे शब्द जो क्रिया के होने के समय के बारे में बताते हैं, कालवाचक क्रियाविशेषण कहलाते हैं। |
राघव कल मेरे घर आया था। |
रीतिवाचक |
ऐसे क्रियाविशेषण शब्द जो किसी क्रिया के होने की विधि या तरीके का बोध कराते हैं, वे शब्द रीतिवाचक क्रिया विशेषण कहलाते हैं। |
सरला ध्यान से पढ़ती है।, अनिता फटाफट खाती है। |
स्थानवाचक |
ऐसे अविकारी शब्द जो क्रियाओं के होने के स्थान का बोध कराते हैं स्थानवाचक क्रियाविशेषण कहलाते हैं। |
तुम बाहर जाकर बैठो।, मैं अंदर पढता हूँ। |
परिमाणवाचक |
ऐसे क्रियाविशेषण शब्द जिनसे क्रिया के परिमाण, संख्या या मात्रा का पता चले, वे शब्द परिमाणवाचक क्रियाविशेषण कहलाते हैं। |
तुम थोड़ा कम खाओ।,वह बहुत ज्यादा दौड़ता है। |
प्रकार | परिभाषा |
अव्यय | ऐसे शब्द जिसमें लिंग, वचन, पुरुष, कारक आदि के कारण कोई विकार उत्पन्न नहीं होता वह शब्द अव्यय कहलाते हैं। |
पेड़ बढ़ता गया।
इस वाक्य में प्रयुक्त संयुक्त क्रिया का नाम बताइए।
Answer (Detailed Solution Below)
क्रिया Question 10 Detailed Solution
Download Solution PDFसही उत्तर "नित्यताबोधक संयुक्त क्रिया" है। अन्य विकल्प असंगत हैं।
Key Points
- पेड़ बढ़ता गया। इस वाक्य में नित्यताबोधक संयुक्त क्रिया का प्रयोग किया गया है।
क्रिया | परिभाषा | उदहारण |
नित्यताबोधक संयुक्त क्रिया | वर्तमानकालिक कृदंत के आगे आना, जाना या रहना क्रिया जोड़ने से जिस क्रिया का निर्माण होता है उसे नित्यताबोधक क्रिया कहते हैं। नित्यताबोधक क्रिया में कृदंत के लिंग और वचन विशेष्य के अनुसार बदलते हैं। | पेड़ बढ़ता गया। |
Important Pointsअन्य विकल्प-
क्रिया | परिभाषा | उदाहरण |
अवकाशबोधक संयुक्त क्रिया | जिस संयुक्त क्रिया में किसी कार्य को ठीक ढंग से पूरा करने के लिए अवकाश का बोध हो ,उसे अवकाशबोधक संयुक्त क्रिया कहते हैं। | भाई मुश्किल से सो पाया। |
अनुमतिबोधक संयुक्त क्रिया | जिस संयुक्त क्रिया में कार्य करने की अनुमति दिए जाने का बोध हो ,उसे अनुमतिबोधक संयुक्त क्रिया कहते हैं। | मुझे 'मंदिर' जाने दो। |
समाप्तिबोधक संयुक्त क्रिया | जिस संयुक्त क्रिया से मुख्य क्रिया की पूर्णता ,व्यापार की समाप्ति का बोध हो, उसे समाप्तिबोधक संयुक्त क्रिया कहते हैं। | रमेश खा चुका है। |
नामधातु क्रिया का प्रयोग किस वाक्य में है ?
Answer (Detailed Solution Below)
क्रिया Question 11 Detailed Solution
Download Solution PDF"उसने मेरी पूरी संपत्ति हथिया ली।" इस वाक्य में नामधातु क्रिया का प्रयोग हुआ है।
Key Points
- नामधातु क्रिया युक्त वाक्य- उसने मेरी पूरी संपत्ति हथिया ली।
- उपर्युक्त वाक्य में हाथ (संज्ञा) है, हथिया (नामधातु) है, हथियाना (क्रिया) है।
- अतः वाक्य नामधातु क्रिया का उदाहरण है।
क्रिया | परिभाषा | उदाहरण |
नामधातु क्रिया | क्रिया का वह रूप जिसमें क्रिया का निर्माण संज्ञा, सर्वनाम अथवा विशेषण में प्रत्यय जोड़ने से होता हो उसे नामधातु क्रिया कहते हैं। | उसने मेरी पूरी संपत्ति हथिया ली। |
Important Pointsअन्य विकल्प-
वाक्य | प्रकार |
मैंने नौकर से पूरे घर की सफाई करवाई। | प्रेरणार्थक क्रिया |
वह खाना खाकर सो गया। | पूर्वकालिक क्रिया |
सुरेश ने एक महल बनवाया। | प्रेरणार्थक क्रिया |
जिस क्रिया से सूचित होने वाला व्यापार कर्त्ता करे और उसका फल कर्त्ता पर ही पड़े उसे _____ क्रिया कहते हैं ।
Answer (Detailed Solution Below)
क्रिया Question 12 Detailed Solution
Download Solution PDFसही उत्तर "अकर्मक क्रिया" है। अन्य विकल्प असंगत हैं।
Key Points
- जिस क्रिया से सूचित होने वाला व्यापार कर्त्ता करे और उसका फल कर्त्ता पर ही पड़े उसे अकर्मक क्रिया क्रिया कहते हैं।
- उदाहरण- राम सोता है।
- इस वाक्य में सोने का फल राम पर ही पड़ रहा है। इसलिए सोना अकर्मक क्रिया है।
Additional Information
क्रिया | परिभाषा | उदाहरण |
सकर्मक | वाक्य में जिस क्रिया के प्रयोग में कर्म की अपेक्षा रहती है, उसे सकर्मक क्रिया कहते हैं। | शीला ने सेब खाया। |
व्युत्पन्न | जो क्रियाएँ मूल क्रियाओं से उत्पन्न होती है वह व्युत्पन्न क्रिया कहलाती है। | काट- काटना। |
सम्मिश्र | संज्ञा, विशेषण अथवा क्रिया विशेषण के साथ जब करना, होना, देना जैसे क्रिया पद जुड़े होते हैं। तो उसे सम्मिश्र धातु कहते हैं। | स्मरण- स्मरण करना। |
माँ ने पिताजी से सामान मंगवाया। यहाँ क्रिया का कौन-सा रुप है।
Answer (Detailed Solution Below)
क्रिया Question 13 Detailed Solution
Download Solution PDF'माँ ने पिताजी से सामान मंगवाया' में प्रेरणार्थक क्रिया है। अन्य सभी विकल्प असंगत है। अत: इसका सही उत्तर विकल्प 4 प्रेरणार्थक क्रिया है।
Key Points
- मंगवाया = प्रेरणार्थक क्रिया
- जिस क्रिया से इस बात का ज्ञान हो कि कर्ता स्वयं कार्य न कर किसी अन्य को उसे करने के लिए प्रेरित करता है, उसे प्रेरणार्थक क्रिया कहते हैं । जैसे-बोलना- बोलवाना, पढ़ना- पढ़वाना, खाना- खिलवाना, इत्यादि। मूल द्वि-अक्षरी धातुओं में 'आना' तथा 'वाना' जोड़ने से प्रेरणार्थक क्रियाएँ बनती हैं ।
- 'माँ ने पिताजी से सामान मंगवाया' वाक्य में 'माँ/पिताजी' संज्ञा है और 'मंगवाना' क्रिया शब्द है।
Additional Information
शब्द |
परिभाषा |
उदाहरण |
क्रिया |
जिन शब्दों में किसी कार्य का करना या होना था, किसी घटना में घटित होने का संज्ञान होता है, उसे क्रिया कहते हैं। क्रिया के दो भेद माने गए हैं - अकर्मक और सकर्मक। |
मोर नाचता है = अकर्मक अनुराग ने फल खाए= सकर्मक |
अकर्मक क्रिया - जिस क्रिया का फल कर्म पर नहीं करता पर पड़ता है उसे अकर्मक क्रिया कहते हैं। |
||
सकर्मक क्रिया - जिस क्रिया का फल कर्म पर पड़ता है तथा जिसके प्रयोग में कर्म की अनिवार्यता बनी रहती है, उसे सकर्मक क्रिया कहते हैं। |
सकर्मक क्रिया में इनमें से किस पर प्रभाव पड़ता है?
Answer (Detailed Solution Below)
क्रिया Question 14 Detailed Solution
Download Solution PDFसकर्मक क्रिया का कर्म पर प्रभाव पड़ता है।
- जिस क्रिया का प्रभाव कर्म पर पड़ता है उसे ही सकर्मक क्रिया कहते हैं।
- उदाहरण - सचिन फुटबॉल मैच खेलता है।
Key Pointsसकर्मक क्रिया और अकर्मक क्रिया में अंतर -
सकर्मक क्रिया | अकर्मक क्रिया |
जब कर्ता द्वारा किए गए कार्य से कोई दूसरी चीज प्रभावित तो सकर्मक क्रिया होगा। | जब कर्ता द्वारा किए गए कार्य से किसी और चीज पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता तो वह अकर्मक क्रिया होगा। |
कर्ता, क्रिया और कर्म तीनों की उपस्थिती होती है। | कर्ता और क्रिया तो होते हैं, लेकिन कर्म नहीं होता। |
उदाहरण - राम अखबार पढ़ता है। |
उदाहरण - मोर नाचता है। |
‘अंजुमन हँस रही थी।’ इस वाक्य का सकर्मक क्रिया में रूपांतरण होगा -
Answer (Detailed Solution Below)
क्रिया Question 15 Detailed Solution
Download Solution PDF‘अंजुमन हँस रही थी।’ इस वाक्य का सकर्मक क्रिया में रूपांतरण होगा - अंजुमन हँस कर चली गई। अन्य सभी विकल्प असंगत है।
Key Points
- अकर्मक क्रिया- अंजुमन हँस रही थी।
- वाक्य का सकर्मक क्रिया में रूपांतरण होगा - अंजुमन हँस कर चली गई।
वाक्य | क्रिया |
अंजुमन हँसती है। | अकर्मक क्रिया |
नैना अंजुमन को हँसा रही है। | द्विकर्मक क्रिया |
अंजुमन से हँसा नहीं जाता। | भाववाच्य |
Important Points
क्रिया | परिभाषा | उदाहरण |
सकर्मक | सकर्मक का अर्थ होता है, कर्म के साथ या कर्म सहित। जिस क्रिया का प्रभाव कर्ता पर न पड़कर कर्म पर पड़ता है उसे सकर्मक क्रिया कहते हैं। | नीता खाना खा रही है। |
Additional Information
शब्द | परिभाषा | उदाहरण |
अकर्मक क्रिया | जिन क्रियाओं को कर्म की जरूरत नहीं पड़ती और क्रियाओं का फल कर्ता पर ही पड़ता है, उन्हें अकर्मक क्रिया कहते हैं। | नीता खा रही है। |
भाववाच्य | क्रिया के जिस रूप में न तो कर्ता की प्रधानता हो न कर्म की, बल्कि क्रिया का भाव ही प्रधान हो, वहाँ भाववाच्य होता है। |
मुझसे उठा नहीं जाता। |
द्विकर्मक क्रिया | जिस सकर्मक क्रिया का अर्थ स्पष्ट करने के लिए वाक्य में दो कर्म प्रयुक्त होते हैं, उसे द्विकर्मक क्रिया कहते हैं। | सोहन ने गुरूजी को प्रणाम किया। |