आधुनिक काल गद्य MCQ Quiz in मराठी - Objective Question with Answer for आधुनिक काल गद्य - मोफत PDF डाउनलोड करा
Last updated on Mar 10, 2025
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आधुनिक काल गद्य Question 1:
रामवृक्ष बेनीपुरी की रचनाएँ है -
Answer (Detailed Solution Below)
आधुनिक काल गद्य Question 1 Detailed Solution
उपर्युक्त दोनों रचनाएं रामवृक्ष बेनीपुरी की है। अतः उपर्युक्त विकल्पों में से विकल्प (3) सही है।
Key Points
- रामवृक्ष बेनीपुरी (23 दिसंबर, 1889 - 7 सितंबर, 1968)
- वे हिन्दी साहित्य के "शुक्लोत्तर युग" के प्रसिद्ध साहित्यकार थे।
- उनके सम्मान में बिहार सरकार द्वारा वार्षिक अखिल भारतीय रामवृक्ष बेनीपुरी पुरस्कार दिया जाता है।
आधुनिक काल गद्य Question 2:
इनमें से कौैन-सा व्यक्ति ललित निबंधकार नहीं है ?
Answer (Detailed Solution Below)
आधुनिक काल गद्य Question 2 Detailed Solution
रामचन्द्र शुक्ल ललित निबंधकार नहीं है।
रामचन्द्र शुक्ल
- वह निबंधकार अवश्य थे परंतु वह ललित निबंधकार नहीं थे।
- शुक्ल जी हिन्दी साहित्य के मूर्धन्य आलोचक, श्रेष्ठ निबंधकार, निष्पक्ष इतिहासकार, महान शैली-कार एवं युग-प्रवर्तक आचार्य थे।
अन्य विकल्प गलत है।
Important Pointsललित निबन्धकार व उनके महत्त्वपूर्ण निबंधों के नाम -
हजारीप्रसाद द्विवेदी | विद्यानिवास मिश्र | कुबेरनाथ राय |
अशोक के फूल(1948) कल्पलता(1951) विचार और वितर्क(1957) कुटज(1964) आलोक पर्व(1972) |
छितवन की छाहँ(1953) हल्दी दूब(1955) तुम चन्दन हम मेरे राम का मुकुट भीग रहा है(1974) |
नीलकंठी (1969) रस आखेटक (1970) विषाद योग (1973) निषाद |
Additional Informationललित निबन्ध
- ललित निबन्धों में निबन्धकार अपने भावमात्मक व्यक्तित्व को इस रूप में प्रस्तुत करना चाहता है कि वह सरस्,अनुभूति-जन्य,आत्मीय और रोचक लगे।
- इसमें बल सरस शैली पर दिया जाता है।
- इसकी भाषा मे शुष्कता नही बल्कि कल्पनाशीलता,सहजता व सरसता होती हैं।
- प्रमुख ललित निबन्धकार -हजारीप्रसाद द्विवेदी,विद्यानिवास मिश्र,कुबेरनाथ राय, विवेकी राय आदि।
आचार्य रामचंद्र शुक्ल
- जन्म - 4 अक्टूबर, 1884 ई.
- निधन - 2 फरवरी, 1941 ई.
कृति -
- निबंध - चिन्तामणि, विचार वीथी
- आलोचना - सूरदास, रसमीमांसा, त्रिवेणी
- इतिहास - हिन्दी साहित्य का इतिहास
- अनुवाद - मेगस्थनीज का भारतवर्षीय विवरण, आदर्श जीवन, कल्याण का आनंद, विश्व प्रबंध, बुद्धचरित
- सम्पादन - जायसी ग्रन्थावली, तुलसी ग्रन्थावली, भ्रमरगीत सार, हिन्दीशब्द सागर, काशी नागरी प्रचारिणी पत्रिका, आनन्द का दम्बिनी
आधुनिक काल गद्य Question 3:
रामचंद्र शुक्ल की कृति है
Answer (Detailed Solution Below)
आधुनिक काल गद्य Question 3 Detailed Solution
सही उत्तर है - "चिंतामणि"
- चिंतामणि(भाग-1) सन् 1939 में प्रकाशित आचार्य रामचंद्र शुक्ल द्वारा रचित हिन्दी का निबंधात्मक(समालोचना) ग्रंथ है।
- चिन्तामणि के प्रमुख निबन्ध हैं - भाव या मनोविकार, उत्साह, श्रद्धा और भक्ति, करुणा, लज्जा और ग्लानि, घृणा, ईर्ष्या, भय, क्रोध, कविता क्या है, काव्य में लोक मंगल की साधनावस्था।
- इस पुस्तक के चार भाग हैं।
- पुस्तक का दूसरा भाग सन् 1945 ई. में विश्वनाथ प्रसाद मिश्र के संपादन में प्रकाशित हुआ था।
- चिंतामणि का तीसरा भाग नामवर सिंह के संपादन में सन् 1983 में प्रकाशित हुआ था।
- चौथा भाग सन् 2002 में कुसुम चतुर्वेदी एवं ओमप्रकाश सिंह के संपादन में प्रकाशित हुआ जिसमें 47 निबंध हैं।
Key Pointsअन्य विकल्पों का विश्लेषण -
रचना | रचनाकार | प्रकाशन वर्ष |
हिन्दी साहित्य : उद्भव और विकास | आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी | 1952 |
हिंदी साहित्य का आलोचनात्मक इतिहास | डॉ रामकुमार वर्मा | 1938 |
पद्मावत | मलिक मोहम्मद जायसी | 1540(लेखन वर्ष) |
Additional Informationआचार्य रामचंद्र शुक्ल -
- आचार्य रामचन्द्र शुक्ल हिन्दी आलोचक, कहानीकार, निबन्धकार, साहित्येतिहासकार, कोशकार, अनुवादक, कथाकार और कवि थे।
- उनके द्वारा लिखी गई सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण पुस्तक है हिन्दी साहित्य का इतिहास, जिसके द्वारा आज भी काल निर्धारण एवं पाठ्यक्रम निर्माण में सहायता ली जाती है।
- हिन्दी में पाठ आधारित वैज्ञानिक आलोचना का सूत्रपात भी उन्हीं के द्वारा हुआ।
आधुनिक काल गद्य Question 4:
इनमें से कौन-सा उपन्यास प्रेमचन्द्र का नहीं है?
Answer (Detailed Solution Below)
आधुनिक काल गद्य Question 4 Detailed Solution
- 'शेखर एक जीवनी' उपन्यास प्रेमचन्द्र का नहीं है,अन्य विकल्प असंगत है। अत: विकल्प 4 'शेखर एक जीवनी' सही उत्तर होगा।
Key Points
- ‘शेखर एक जीवनी’ महज एक उपन्यास नहीं है और न ही कथानायक शेखर की जीवनी का लेखा-जोखा, वरन् स्नेह और वेदना का जीवन-दर्शन भी है, जिसे लेखक ने अपने जीवनानुभवों के विस्तृत दायरे के सूत्र में पिरोया है।
- सच्चिदानन्द हीरानन्द वात्स्यायन ‘अज्ञेय’ की यह अमर कृति हिन्दी साहित्य में मील का पत्थर है।
- प्रमुख चरित्र शेखर एक आदर्शवादी सिद्धान्तप्रिय युवक है, जिसे पराधीनता स्वीकार नहीं, जो अपने तर्को से समाज को बदलना चाहता है, जो बहस की हद तक तर्क करता है।
- जेल में अपने मन को खूब खंगालता है, शारदा के प्रति आकर्षण और शशि के प्रति अगाध स्नेह को जीवन का अर्थ और उद्देश्य समझता है।
- कहीं वह पलायनवादी हो जाता है तो कहीं यथार्थवादी के रूप में नियति को चुपचाप स्वीकार कर लेता है।
Additional Information
- ‘शेखर: एक जीवनी’ उपन्यास अज्ञेय की बहुचर्चित मनोवैज्ञानिक उपन्यास है।
- शेखर- मुख्य पात्र, जो कि उपन्यास का केंद्रबिंदु है। इसका स्वभाव विद्रोही है। बंधन से घृणा करता है और बन्धन मुक्त रहना चाहता है।
- सरस्वती – शेखर की बहन। जो कि शेखर की प्रेरक एवं गुरु भी है।
- शारदा – मद्रासी परिवार की लड़की है, स्वभाव चंचल तथा स्पष्ठवादिता। शेखर इसकी ओर आकर्षित होता है।
- शशि – शेखर की मौसेरी बहन। इसके प्रति भी शेखर आकर्षित होता है। संघर्ष का सामना करने वाली नारी है। अतिरिक्त पात्र – शेखर की माँ, माणिका तथा शांति
- प्रेमचंद धनपत राय श्रीवास्तव नाम से जाने जाते हैं
- वो हिन्दी और उर्दू के सर्वाधिक लोकप्रिय उपन्यासकार, कहानीकार एवं विचारक थे।
- उन्होंने सेवासदन, प्रेमाश्रम, रंगभूमि, निर्मला, गबन, कर्मभूमि, गोदान आदि लगभग डेढ़ दर्जन उपन्यास
तथा कफन, पूस की रात, पंच परमेश्वर, बड़े घर की बेटी, बूढ़ी काकी, दो बैलों की कथा आदि तीन सौ से अधिक कहानियाँ लिखीं।
आधुनिक काल गद्य Question 5:
'मानस का हंस' उपन्यास अमृतलाल नागर के अनुसार रामनवमी के दिन कहाँ पर पूरा हुआ था?
Answer (Detailed Solution Below)
आधुनिक काल गद्य Question 5 Detailed Solution
- लेखक - अमृतलाल नागर
- प्रकाशन वर्ष - 1972 ई.
- मुख्य पात्र - तुलसीदास, हुलसी, बाबा नरहरी दास, पार्वती, मोहिनी, रत्नावली, शेष सनातन, टोडर, जयराम साह, गंगाराम, कैलाश, मेघा भगत, गंगेश्वर, तारापति, रामकली, रामू द्विवेदी, संत बेनी माधव दास, वैदेही वल्लभ, रवि दत्त, बटेश्वर दत्त, मैंना कहारिन।
- मुख्य- इसमें लेखक ने रामबोला से तुलसी तक की यात्रा को प्रस्तुत किया है।
- महाकवि का जीवन तमाम द्वंदो एवं अंतरविरोधों के बीच उभरकर सामने आया है।
- यह उपन्यास कुल 31 अंकों में विभाजित है।
- कथा का आरंभ मुगलों द्वारा की जा रही लूटपाट से होता है।
- महाकाल (1947 ई.)
- सेठ बांकेमल (1955 ई.)
- बूंद और समुद्र (1956 ई.)
- शतरंज के मोहरे (1959 ई.)
- सुहाग के नूपुर (1960 ई.)
- अमृत और विष (1966 ई.)
- नाचो बहुत गोपाल (1978 ई.)
- खंजन नयन (1981 ई.)
- बिखरे तीनके (1982 ई.)
- अग्निगर्भा (1983 ई.)
- करवट (1985 ई.)
- पीढियाँ (1990 ई.)
आधुनिक काल गद्य Question 6:
अंधायुग के रचनाकार हैं -
Answer (Detailed Solution Below)
आधुनिक काल गद्य Question 6 Detailed Solution
उपर्युक्त प्रश्न का सही उत्तर धर्मवीर भारती है
Key Points
- अंधा युग, धर्मवीर भारती द्वारा रचित हिंदी काव्य नाटक है।
- इस गीतिनाट्य का प्रकाशन सन् 1955 ई. में हुआ था। इसका कथानक महाभारत युद्ध के अंतिम दिन पर आधारित है।
- इसमें युद्ध और उसके बाद की समस्याओं और मानवीय महत्वाकांक्षा को प्रस्तुत किया गया है।
Additional Information
- धर्मवीर भारती (24 दिसंबर, 1926- 4 सितंबर, 1997) आधुनिक हिन्दी साहित्य के प्रमुख लेखक, कवि, नाटककार और सामाजिक विचारक थे।
- वे एक समय की प्रख्यात साप्ताहिक पत्रिका धर्मयुग के प्रधान संपादक भी थे।
- डॉ धर्मवीर भारती को 1972में पद्मश्री से सम्मानित किया गया।
- उनका उपन्यास गुनाहों का देवता सदाबहार रचना मानी जाती है।
- सूरज का सातवां घोड़ा को कहानी कहने का अनुपम प्रयोग माना जाता है.
आधुनिक काल गद्य Question 7:
'हिमाद्रि तुंग शृंग' गीत किस नाटक से लिया गया है?
Answer (Detailed Solution Below)
आधुनिक काल गद्य Question 7 Detailed Solution
यह गीत चंद्रगुप्त नाटक में लिखा गया है।
Key Points
- चंद्रगुप्त जयशंकर प्रसाद का नाटक है। इसकी रचना 1931 में हुई।
जयशंकर प्रसाद-(1889-1937)
- हिन्दी के कवि, नाटककार, कहानीकार, उपन्यासकार तथा निबन्ध-लेखक थे।
- वे हिन्दी के छायावादी युग के चार प्रमुख स्तंभों में से एक हैं।
प्रमुख रचनाएँ-
- प्रेमपथिक 1909
- झरना 1918
- आँसूं 1924
- करुणालय 1913
- चित्राधार 1918
- महाराणा का महत्त्व 1914 आदि।
Additional Information
रचना | प्रकाशन वर्ष | रचनाकार | विधा |
स्कंदगुप्त |
1928 ई. |
जयशंकर प्रसाद | नाटक |
आधे-अधूरे |
1969 ई. |
मोहन राकेश | नाटक |
ध्रुवस्वामिनी | 1933 ई. | जयशंकर प्रसाद | नाटक |
आधुनिक काल गद्य Question 8:
श्रीलाल शुक्ल को किस उपन्यास के लिए कई सारे पुरस्कार प्राप्त हुए?
Answer (Detailed Solution Below)
आधुनिक काल गद्य Question 8 Detailed Solution
श्रीलाल शुक्ल को राग दरबारी उपन्यास के लिए कई सारे पुरस्कार प्राप्त हुए।
- 'राग दरबारी' (1968) विख्यात हिन्दी साहित्यकार श्रीलाल शुक्ल की प्रसिद्ध व्यंग्य रचना है,
- जिसके लिये उन्हें सन् 1969 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
- यह ऐसा उपन्यास है जो गाँव की कथा के माध्यम से आधुनिक भारतीय जीवन की मूल्यहीनता को सहजता और निर्ममता से अनावृत करता है।
- शुरू से अन्त तक इतने निस्संग और सोद्देश्य व्यंग्य के साथ लिखा गया हिंदी का शायद यह पहला वृहत् उपन्यास है।
Key Pointsश्रीलाल शुक्ल का अन्य उपन्यास:-
- सूनी घाट का सूरज (1957)
- अज्ञातवास (1962)
- आदमी का ज़हर (1972)
- सीमाएँ टूटती हैं (1973)
- ‘मकान' (1976)
- ‘पहला पड़ाव’(1987)
- ‘विश्रामपुर का संत' (1998)
- बब्बरसिंह और उसके साथी (1999)
- राग विराग (2001)
आधुनिक काल गद्य Question 9:
'घुमक्कड़ शास्त्र' की रचना किसने की है ?
Answer (Detailed Solution Below)
आधुनिक काल गद्य Question 9 Detailed Solution
हिन्दी में 'घुमक्कड़-शास्त्र' के रचनाकार राहुल सांकृत्यायन हैं।
Important Points
- राहुल सांकृत्यायन ज्ञानार्जन के लिए जीवन-भर भ्रमण करते रहे।
- 'मेरी जीवन यात्रा(आत्मकथा)','वोल्गा से गंगा' और 'कनैला की कथा' उनकी सर्वोत्तम कृति हैं।
- राहुल जी लगभग 35 भाषाओं में लिख-पढ़ सकते थे।
Additional Information
- राहुल सांकृत्यायन का जन्म उत्तरप्रदेश के आजमगढ़ जिले के पंदहा(ननिहाल) गांव में हुआ था।
- उनका पैैतृक गांव कनैला था, जिसके नाम पर उन्होंने किताब भी लिखी।
- बचपन में उनका नाम केदारनाथ पांडेय था।
- बौद्ध धर्म पर गहन शोध करने और दीक्षा लेने के बाद उन्होंने अपना नाम राहुल सांकृत्यायन रख लिया।
आधुनिक काल गद्य Question 10:
'सुनीता' किसका प्रसिद्ध उपन्यास है?
Answer (Detailed Solution Below)
आधुनिक काल गद्य Question 10 Detailed Solution
दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर विकल्प 1 'जैनेन्द्र’ है। अन्य विकल्प इसके गलत उत्तर हैं।
Key Points
- 'सुनीता' जैनेन्द्र का प्रसिद्ध उपन्यास है।
- इसका प्रकाशन 1935 में हुआ था।
- यह जैनेन्द्र का दूसरा प्रकाशित उपन्यास था।
- जैनेन्द्र के उपन्यास - 'परख', 'सुनीता', 'त्यागपत्र', 'कल्याणी', 'विवर्त', 'सुखदा', 'व्यतीत' तथा 'जयवर्धन' आदि।
Additional Information
रचनाकार |
रचनाएँ |
अज्ञेय |
शेखर एक जीवनी, नदी के द्वीप, अपने अपने अजनबी |
प्रेमचंद |
सोजे वतन, निर्मला, कायाकल्प, रंगभूमि, कर्मभूमि, गबन, गोदान |
यशपाल |
देशद्रोही, झूठा सच, दिव्या, दादा कामरेड |