द्विगु MCQ Quiz - Objective Question with Answer for द्विगु - Download Free PDF

Last updated on Jun 12, 2025

Latest द्विगु MCQ Objective Questions

द्विगु Question 1:

'तिरंगा' शब्द में कौन-सा समास है? 

  1. द्विगु समास
  2. कर्मधारय समास
  3. बहुव्रीहि समास
  4. अव्ययीभाव समास
  5. उपर्युक्त में से कोई नहीं

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : द्विगु समास

द्विगु Question 1 Detailed Solution

'तिरंगा' शब्द में समास है- द्विगु समास

Key Points

  • 'तिरंगा' शब्द का समास विग्रह 'तीन रंगों का समाहार या तीन रंगों का समूह' होगा। 'तिरंगा' शब्द में द्विगु समास है।
  • जिसका पहला पद संख्यावाचक विशेषण होता है तथा समस्तपद किसी समूह या फिर किसी समाहार का बोध करता है तो वह द्विगु समास कहलाता है।
  • उदाहरण -
    • नवग्रह = नौ ग्रहों का समूह
    • दोपहर = दो पहरों का समाहार

Important Points 
 
समास के भेद-

  1. तत्पुरुष समास
  2. कर्मधारय समास 
  3. द्विगु समास 
  4. द्वन्द्व समास 
  5. बहुव्रीहि समास 
  6. अव्ययीभाव समास​

Additional Information

समास परिभाषा उदाहरण
कर्मधारय

जिस समास के दोनों शब्दों के बीच विशेषण-विशेष्य अथवा उपमान-उपमेय का सम्बन्ध हो, उसे कर्मधारय समास कहलाता है। पहचान: विग्रह करने पर दोनों पद के मध्य में ‘रुपी’ , 'है जो', 'के समान' आदि आते हैं।

 

चरणकमल = कमल के समान चरण

नीलगगन = नीला है जो गगन

विद्याधन = विद्या रूपी धन

बहुव्रीहि जिस समास में प्रथम पद एवं द्वितीय पद दोनों की प्रधानता न हो बल्कि कोई तीसरा पद की प्रधानता हो, उसे बहुव्रीहि समास कहते हैं।

पीताम्बर = पीला है अंबर (वस्त्र) जिसका - अर्थात श्रीकृष्ण

लंबोदर = लंबा है उदर (पेट) जिसका - अर्थात गणेशजी

अव्ययीभाव जिस समास में प्रथम पद अव्यय होता है और जिसका अर्थ प्रधान होता है उसे व्ययीभाव समास कहते हैं। अव्ययीभाव समास के पहले पद में अनु, आ, प्रति, यथा, भर, हर आदि आते है।

यथासंभव = संभव के अनुसार

प्रतिदिन = हर दिन

द्विगु Question 2:

‘त्रिभुवन’ शब्द में कौन-सा समास है?

  1. अव्ययीभाव समास
  2. बहुव्रीहि समास
  3. द्विगु समास
  4. कर्मधारय समास

Answer (Detailed Solution Below)

Option 3 : द्विगु समास

द्विगु Question 2 Detailed Solution

‘त्रिभुवन’ शब्द में समास है- द्विगु समास

Key Points

  • ‘त्रिभुवन’ शब्द का समास विग्रह 'तीन भुवनों का समाहार' होगा। ​‘त्रिभुवन’ शब्द में द्विगु समास है।
  • जिसका पहला पद संख्यावाचक विशेषण होता है तथा समस्तपद किसी समूह या फिर किसी समाहार का बोध करता है तो वह द्विगु समास कहलाता है।
  • उदाहरण -
    • नवग्रह = नौ ग्रहों का समूह
    • दोपहर = दो पहरों का समाहार

Important Points
  
समास के भेद-

  1. तत्पुरुष समास
  2. कर्मधारय समास 
  3. द्विगु समास 
  4. द्वन्द्व समास 
  5. बहुव्रीहि समास 
  6. अव्ययीभाव समास​

Additional Information 

समास परिभाषा उदाहरण
अव्ययीभाव जिस समास में प्रथम पद अव्यय होता है और जिसका अर्थ प्रधान होता है उसे व्ययीभाव समास कहते हैं। अव्ययीभाव समास के पहले पद में अनु, आ, प्रति, यथा, भर, हर आदि आते है।

यथासंभव = संभव के अनुसार

प्रतिदिन = हर दिन

बहुव्रीहि जिस समास में प्रथम पद एवं द्वितीय पद दोनों की प्रधानता न हो बल्कि कोई तीसरा पद की प्रधानता हो, उसे बहुव्रीहि समास कहते हैं।

पीताम्बर = पीला है अंबर (वस्त्र) जिसका - अर्थात श्रीकृष्ण

लंबोदर = लंबा है उदर (पेट) जिसका - अर्थात गणेशजी

कर्मधारय

जिस समास के दोनों शब्दों के बीच विशेषण-विशेष्य अथवा उपमान-उपमेय का सम्बन्ध हो, उसे कर्मधारय समास कहलाता है। पहचान: विग्रह करने पर दोनों पद के मध्य में ‘रुपी’ , 'है जो', 'के समान' आदि आते हैं।

 

चरणकमल = कमल के समान चरण

नीलगगन = नीला है जो गगन

विद्याधन = विद्या रूपी धन

द्विगु Question 3:

'तिरंगा' शब्द में कौन-सा समास है? 

  1. द्विगु समास
  2. कर्मधारय समास
  3. बहुव्रीहि समास
  4. अव्ययीभाव समास

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : द्विगु समास

द्विगु Question 3 Detailed Solution

'तिरंगा' शब्द में समास है- द्विगु समास

Key Points

  • 'तिरंगा' शब्द का समास विग्रह 'तीन रंगों का समाहार या तीन रंगों का समूह' होगा। 'तिरंगा' शब्द में द्विगु समास है।
  • जिसका पहला पद संख्यावाचक विशेषण होता है तथा समस्तपद किसी समूह या फिर किसी समाहार का बोध करता है तो वह द्विगु समास कहलाता है।
  • उदाहरण -
    • नवग्रह = नौ ग्रहों का समूह
    • दोपहर = दो पहरों का समाहार

Important Points 
 
समास के भेद-

  1. तत्पुरुष समास
  2. कर्मधारय समास 
  3. द्विगु समास 
  4. द्वन्द्व समास 
  5. बहुव्रीहि समास 
  6. अव्ययीभाव समास​

Additional Information

समास परिभाषा उदाहरण
कर्मधारय

जिस समास के दोनों शब्दों के बीच विशेषण-विशेष्य अथवा उपमान-उपमेय का सम्बन्ध हो, उसे कर्मधारय समास कहलाता है। पहचान: विग्रह करने पर दोनों पद के मध्य में ‘रुपी’ , 'है जो', 'के समान' आदि आते हैं।

 

चरणकमल = कमल के समान चरण

नीलगगन = नीला है जो गगन

विद्याधन = विद्या रूपी धन

बहुव्रीहि जिस समास में प्रथम पद एवं द्वितीय पद दोनों की प्रधानता न हो बल्कि कोई तीसरा पद की प्रधानता हो, उसे बहुव्रीहि समास कहते हैं।

पीताम्बर = पीला है अंबर (वस्त्र) जिसका - अर्थात श्रीकृष्ण

लंबोदर = लंबा है उदर (पेट) जिसका - अर्थात गणेशजी

अव्ययीभाव जिस समास में प्रथम पद अव्यय होता है और जिसका अर्थ प्रधान होता है उसे व्ययीभाव समास कहते हैं। अव्ययीभाव समास के पहले पद में अनु, आ, प्रति, यथा, भर, हर आदि आते है।

यथासंभव = संभव के अनुसार

प्रतिदिन = हर दिन

द्विगु Question 4:

‘पञ्चप्रमाण’ में समास हैं - 

  1. द्विगु
  2. द्वन्‍द्व
  3. कर्मधारय
  4. अव्ययी
  5. उपर्युक्त में से कोई नहीं

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : द्विगु

द्विगु Question 4 Detailed Solution

‘पञ्चप्रमाण’ में 'समाहार द्विगु' समास है। अन्य विकल्प गलत हैं । अतः सही उत्तर विकल्प 1 समाहार द्विगु है।

Key Points

●       'पञ्चप्रमाणका समास विग्रह- 'पांच प्रमाण'

●       'पञ्चसंख्यावाचक विशेषण है, जो द्विगु समास की विशेषता है।

  • अन्य
    • 'इक्यासी'  शब्‍द में द्वंद समास  है। 
    • 'इक्यासी' का समास विग्रह होगा 'अस्सी और एक '। 
    • इसमें इतरेतर द्वंद समास है l
    • अतः इसमें  'द्वंद समास' है।

द्विगु समास

जिस समास में पूर्वपद (पहला पद) संख्यावाचक विशेषण हो।

दो पहरों का समूह = दोपहर, तीनों लोकों का समाहार = त्रिलोक।

Additional Information

समास - समास उस प्रक्रिया को कहते हैं, जिसमें दो शब्द मिलाकर उनके बीच के संबंधसूचक आदि का लोप करके नया शब्द बनाया जाता है। समास से तात्पर्य 'संक्षिप्तीकरण' से है। समास के माध्यम से कम शब्दों में अधिक अर्थ प्रकट किया जाता है। जैसे - राजा का पुत्र – राजपुत्र, समास के छःप्रकार हैं -

समास का नाम

परिभाषा 

उदाहरण 

तत्पुरुष समास

जिस समास में उत्तरपद प्रधान हो तथा समास करने के उपरांत विभक्ति (कारक चिन्ह) का लोप हो।

धर्म का ग्रन्थ = धर्मग्रन्थ, तुलसीदास द्वारा कृत = तुलसीदासकृत।

बहुव्रीहि समास

जिस समास में दोनों पद प्रधान नहीं होते हैं और दोनों पद मिलकर किसी अन्य विशेष अर्थ की ओर संकेत कर रहे होते हैं। 

जो महान वीर है = महावीर अर्थात हनुमान, तीन आँखों वाला = त्रिलोचन अर्थात शिव।

कर्मधारय समास

जिस समास के दोनों शब्दों के बीच विशेषण-विशेष्य अथवा उपमान-उपमेय का सम्बन्ध हो,

पहचान: विग्रह करने पर दोनों पद के मध्य में 'है जो', 'के समान' आदि आते हैं।

कमल के समान  नयन = कमलनयन, महान है जो देव = महादेव।

द्विगु समास

जिस समास में पूर्वपद (पहला पद) संख्यावाचक विशेषण हो।

दो पहरों का समूह = दोपहर, तीनों लोकों का समाहार = त्रिलोक।

अव्यययीभाव समास 

जिस समास में पहला पद प्रधान हो और समस्त शब्द अव्यय का काम करे। 

प्रति + दिन = प्रतिदिन, एक + एक = एकाएक

द्वंद्व समास 

द्वन्द्व समास में समस्तपद के दोनों पद प्रधान हों या दोनों पद सामान हों एवं दोंनों पदों को मिलाते समय "और, अथवा, या, एवं" आदि योजक लुप्त हो जाएँ, वह समास द्वंद्व समास कहलाता है।

माता- पिता = माता और पिता, हाँ- न = हाँ या न 

द्विगु Question 5:

निम्नलिखित प्रश्न में, चार विकल्पों में से, उस विकल्प का चयन करें जो दिए गए शब्द के लिए सही द्विगु समास के विग्रह का विकल्प हो।

त्र्यम्बकेश्वर 

  1. तीन का ईश्वर
  2. तीन लोकों का ईश्वर
  3. त्रिकोण वाला ईश्वर
  4. तीन लोकों के लोग
  5. उपर्युक्त में से कोई नहीं

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : तीन लोकों का ईश्वर

द्विगु Question 5 Detailed Solution

त्र्यम्बकेश्वर का अर्थ 'तीन लोकों का ईश्वर' है जो द्विगु समास का उदाहरण है।Key Points

  • द्विगु समास - जिसका पहला पद संख्यावाची हो। 
  • उदाहरण - चौराहा - चार राहों का समूह।

Additional Informationअन्य उदाहरण -

शताब्दी  सौ सालो का समूह 
दोपहर  दो पहरों का समाहार 
पंचतंत्र  पांच तंत्रों का समाहार 

Top द्विगु MCQ Objective Questions

'चौमासा' शब्द में कौन-सा समास है?

  1. अव्ययीभाव समास
  2. कर्मधारय समास
  3. बहुब्रीहि समास
  4. द्विगु समास

Answer (Detailed Solution Below)

Option 4 : द्विगु समास

द्विगु Question 6 Detailed Solution

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दिए गए विकल्पों में से ‘चौमासा’ में ‘द्विगु समास’ होगा। अन्य विकल्प अनुचित उत्तर हैं। अत: विकल्प 4 द्विगु समास इसका उचित उत्तर है।

Key Points

स्पष्टीकरण:

‘चौमासा’ अर्थात चार मासों का समाहार। इसमें पहला पद संख्यावाचक विशेषण है और चौमासा का समस्त पद चार मासों के समाहार का बोध करा रहा है, इसलिए यहाँ ‘द्विगु समास’ है।

द्विगु समास  

जिसका पहला पद संख्यावाचक विशेषण और समस्तपद किसी समूह का बोध करता है।

दोपहर- दो पहरों का समाहार


Additional Information

अन्य विकल्प:

द्वंद्व समास

जिस समास में दोनों पद प्रधान हों तथा विग्रह करने पर उनके बीच ‘तथा’, ‘या’, ‘अथवा’, ‘एवं’, ‘और’ का प्रयोग होता है ।

पाप-पुण्य- पाप और पुण्य

तत्पुरुष समास

जिस समास में प्रथम पद गौण और उत्तर पद की प्रधानता होती है और समास करते वक्त बीच की विभक्ति का लोप हो जाता है।

विद्यालय-विद्या का आलय

राजदूत- राजा का दूत

कर्मधारय समास

पहला पद विशेषण और दूसरा पद विशेष्य होता है अथवा इसके पूर्वपद और उत्तर पद में उपमान और उपमेय का संबंध होता है।

नीलांबर- नील + अंबर

समास

परिभाषा

उदाहरण

बहुव्रीहि समास

जिस समास के दोनों शब्दों के बीच विशेषण-विशेष्य अथवा उपमान-उपमेय का सम्बन्ध हो।

जैसे – कमल के समान नयन = कमलनयन, महान है जो देव = महादेव।

विशेष (बहुव्रीहि समास)

पहचान: विग्रह करने पर दोनों पद के मध्य में 'है जो', 'के समान' आदि आते हैं।

अव्ययीभाव समास

जिस समास में पहला पद (पूर्वपद) अव्यय तथा प्रधान हो'।

जैसे – जन्म से लेकर = आजन्म, मति के अनुसार = यथामति।

विशेष (अव्ययीभाव समास)

विशेष : जिन शब्दों पर लिंग, कारक, काल आदि शब्दों से भी कोई प्रभाव न हो जो अपरिवर्तित रहें वे शब्द अव्यय कहलाते हैं।

अव्ययीभाव समास की पहचान के लक्षण:- अव्ययीभाव समास को पहचानने के लिए निम्नलिखित विधियाँ अपनायी जा सकती हैं।

(i) यदि समस्तपद के आरंभ में भर, निर्, प्रति, यथा, बे, आ, ब, उप, यावत्, अधि, अनु आदि उपसर्ग/अव्यय हों। जैसे- यथाशक्ति, प्रत्येक, उपकूल, निर्विवाद अनुरूप, आजीवन आदि।

(ii) यदि समस्तपद वाक्य में क्रियाविशेषण का काम करे। जैसे- उसने भरपेट (क्रियाविशेषण) खाया (क्रिया)।

"नवरात्र" में कौन सा समास है?

  1. बहुब्रीहि समास
  2. द्वन्द्व समास
  3. कर्मधारय समास
  4. द्विगु समास

Answer (Detailed Solution Below)

Option 4 : द्विगु समास

द्विगु Question 7 Detailed Solution

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सही उत्तर 'द्विगु समास' है। 

Key Points
  • "नवरात्र" शब्द 'द्विगु समास' का उदाहरण है। 
  • नवरात्र शब्द का समास विग्रह है - नव रातों का समाहार। 
  • जिस समास में पूर्वपद संख्यावाचक हो, द्विगु समास कहलाता है।

अन्य विकल्प: 

  • बहुब्रीहि समास - जिस समास में दोनों पदों के माध्यम से एक विशेष (तीसरे) अर्थ का बोध होता है, बहुव्रीहि समास कहलाता है। उदाहरण - नीलकण्ठ = नीला कण्ठ है जिनका अर्थात् शिवजी।
  • द्वन्द्व समास - जिस समास में पूर्वपद और उत्तरपद दोनों ही प्रधान हों अर्थात् अर्थ की दृष्टि से दोनों का स्वतन्त्र अस्तित्व हो और उनके मध्य संयोजक शब्द का लोप हो तो द्वन्द्व समास कहलाता है। जैसे - माता-पिता = माता और पिता
  • कर्मधारय समास - जिस समास में पूर्वपद विशेषण और उत्तरपद विशेष्य हो, कर्मधारय समास कहलाता है। इसमें भी उत्तरपद प्रधान होता है। जैसे - कालीमिर्च = काली है जो मिर्च। 

Additional Information

  • दो या दो से अधिक शब्दों का परस्पर सम्बन्ध बताने वाले शब्दों अथवा कारक चिह्नों का लोप होने पर उन दो अथवा दो से अधिक शब्दों के मेल से बने एक स्वतन्त्र शब्द को समास कहते हैं।
  • उदाहरण ‘दया का सागर’ का सामासिक शब्द बनता है ‘दयासागर’।

'अष्टाध्यायी' शब्द में कौन-सा समास है ? 

  1. द्वन्द्व
  2. तत्पुरुष
  3. कर्मधारय
  4. द्विगु 

Answer (Detailed Solution Below)

Option 4 : द्विगु 

द्विगु Question 8 Detailed Solution

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'अष्टाध्यायी' शब्द में द्विगु समास है।

Key Points

अष्टाध्यायी

  • समास विग्रह :- आठ अध्यायों का समाहार
  • समास :- द्विगु समास
  • इसका पहला पद संख्यावाची विशेषण होने से द्विगु समास है।
Important Points

द्विगु समास-

  • जिस शब्द का प्रथम पद (पहला शब्द) गिनती, गणना अथवा व्यक्ति, वस्तु, पदार्थ या अन्य किसी की संख्या या समूह का बोध करवाता है, तो ऐसे शब्द को द्विगु समास कहा जाता है।

जैसे:

  • दोपहर : दो पहरों का समाहार
  • शताब्दी : सौ सालों का समूह
  • पंचतंत्र : पांच तंत्रों का समाहार
  • सप्ताह : सात दिनों का समूह  
Additional Information

कर्मधारय समास-

  • इस समास का उत्तरपद प्रधान होता है एवं विगृह करते समय दोनों पदों के बीच में ‘के सामान’, ‘है जो’, ‘रुपी’ में से किसी एक शब्द का प्रयोग होता है।

उदाहरण

  • चरणकमल = कमल के समान चरण
  • नीलगगन =नीला है जो गगन
  • चन्द्रमुख = चन्द्र जैसा मु
  • अधपका = आधा है जो पका

तत्पुरुष समास-

  • वह समास, जिसका उत्तरपद या अंतिम पद प्रधान हो। अर्थात् प्रथम पद गौण हो और उत्तरपद की प्रधानता हो। 
  • राजकुमार जिसका विग्रह है - राजा का कुमार इस विग्रह पद में ‘राजा’ पहला पद और ‘कुमार’ (पुत्र) उत्तर पद है।

द्वन्द्व समास-

  • जिस समास में पूर्वपद और उत्तरपद दोनों ही प्रधान हों अर्थात् अर्थ की दृष्टि से दोनों का स्वतन्त्र अस्तित्व हो और उनके मध्य संयोजक शब्द का लोप हो तो द्वन्द्व समास कहलाता है।

उदाहरण

  • माता-पिता = माता और पिता
  • राम-कृष्ण = राम और कृष्ण
  • भाई-बहन = भाई और बहन

‘चौराहा’ में कौन-सा समास है?

  1. तत्पुरुष
  2. बहुव्रीहि
  3. द्विगु
  4. कर्मधारय

Answer (Detailed Solution Below)

Option 3 : द्विगु

द्विगु Question 9 Detailed Solution

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'चौराहा' का समास विग्रह 'चार राहों का समूह' है। ‘चौराहा’ में 'द्विगु' समास है क्योंकि इसमें पहला पद संख्यावाचक है। अतः सही विकल्प 'द्विगु' है।

स्पष्टीकरण 

जिस समास में पूर्वपद (पहला पद) संख्यावाचक विशेषण हो वह द्विगु समास होता है। जैसे दो पहरों का समूह = दोपहर, तीनों लोकों का समाहार = त्रिलोक।

 

अन्य विकल्प

समास - समास से तात्पर्य 'संक्षिप्तीकरण' से है। जब दो या दो से अधिक शब्दों के योग से जो छोटा शब्द बने उसे समास कहते हैं। समास के माध्यम से कम शब्दों में अधिक अर्थ प्रकट किया जाता है। जैसे - राजा का पुत्र – राजपुत्र, समास के छःप्रकार हैं -

समास का नाम

परिभाषा 

उदाहरण 

तत्पुरुष समास

जिस समास में उत्तरपद प्रधान हो तथा समास करने के उपरांत विभक्ति (कारक चिन्ह) का लोप हो।

  1. धर्म का ग्रन्थ = धर्मग्रन्थ
  2. तुलसीदास द्वारा कृत = तुलसीदासकृत

अव्ययीभाव समास

जिस समास में पहला पद (पूर्वपद) अव्यय तथा प्रधान हो'।

  1. जन्म से लेकर = आजन्म
  2. मति के अनुसार = यथामति।

कर्मधारय समास

जिस समास के दोनों शब्दों के बीच विशेषण-विशेष्य अथवा उपमान-उपमेय का सम्बन्ध हो,

पहचान: विग्रह करने पर दोनों पद के मध्य में 'है जो', 'के समान' आदि आते हैं।

  1. कमल के समान नयन = कमलनयन
  2. महान है जो देव = महादेव

द्विगु समास

जिस समास में पूर्वपद (पहला पद) संख्यावाचक विशेषण हो।

  1. दो पहरों का समूह = दोपहर
  2. तीनों लोकों का समाहार = त्रिलोक।

द्वंद्व समास

जिस समास में दोनों पद प्रधान हो तथा विग्रह करने पर उनके बीच ‘तथा’, ‘या’, ‘अथवा’, ‘एवं’ या ‘और’ का प्रयोग होता हो ।

  1. अन्न और जल = अन्न-जल
  2. अपना और पराया = अपना-पराया।

बहुव्रीहि समास

जिस समास में दोनों पद प्रधान नहीं होते हैं और दोनों पद मिलकर किसी अन्य विशेष अर्थ की ओर संकेत कर रहे होते हैं।

  1. जो महान वीर है = महावीर अर्थात हनुमान
  2. तीन आँखों वाला = त्रिलोचन अर्थात शिव

द्विगु समास और बहुव्रीहि समास में अंतर - द्विगु समास का पहला पद संख्यावाचक विशेषण होता है और दूसरा पद विशेष्य होता है जबकि बहुव्रीहि समास में समस्त पद ही विशेषण का कार्य करता है। जैसे दोपहर- दो पहरों का समूह (द्विगु समास), चतुर्भुज- चार है भुजाएँ जिसकी अर्थात विष्णु (बहुव्रीहि समास)।

निम्नलिखित प्रश्न में, चार विकल्पों में से, दिए गए शब्द के सही समास विग्रह वाला विकल्प पहचानिये।
सप्तसिंधु 

  1. सात सिन्धों का समूह
  2. सात सिन्धुओ का समूह
  3. सात सिन्धुओं का समूह
  4. सात नदियों का समूह

Answer (Detailed Solution Below)

Option 3 : सात सिन्धुओं का समूह

द्विगु Question 10 Detailed Solution

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सप्तसिंधु शब्द का सही समास विग्रह सात सिन्धुओं का समूह होता है। अन्य विकल्प असंगत है।

Mistake Points

  • विकल्प 2 गलत वर्तनी के साथ दिया है- सात सिन्धुओ का समूह, इस विकल्प में सिन्धुओ पर अं की मात्रा नहीं दी है,
  • जबकि विकल्प 3 में सिन्धुओं में अं की मात्र लगी है  

Key Points

समास

परिभाषा

उदाहरण

द्विगु समास

जिस समास में पूर्वपद (पहला पद) संख्यावाचक विशेषण हो।

जैसे – दो पहरों का समूह = दोपहर, तीनों लोकों का समाहार = त्रिलोक।

Important Points

समास

परिभाषा

उदाहरण

कर्मधारय समास

जिस समास के दोनों शब्दों के बीच विशेषण-विशेष्य अथवा उपमान-उपमेय का सम्बन्ध हो।

कमल के समान नयन = कमलनयन, चन्द्र जैसे मुख = चंद्रमुख आदि।

द्वंद्व समास

जिस समास में दोनों पद प्रधान हो तथा विग्रह करने पर उनके बीच ‘तथा’, ‘या’, ‘अथवा’, ‘एवं’ या ‘और’ का प्रयोग होता हो।

जैसे – अन्न और जल = अन्न-जल, अपना और पराया = अपना-पराया।

बहुब्रीहि समास

जिस समास में दोनों पद प्रधान नहीं होते हैं और दोनों पद मिलकर किसी अन्य विशेष अर्थ की ओर संकेत कर रहे होते हैं।

जैसे – जो महान वीर है = महावीर अर्थात हनुमान, तीन आँखों वाला = त्रिलोचन अर्थात शिव।
 

तत्पुरुष समास

जिस समास में उत्तरपद प्रधान हो तथा समास करने के उपरांत विभक्ति (कारक चिन्ह) का लोप हो।

जैसे – धर्म का ग्रन्थ = धर्मग्रन्थ, तुलसीदास द्वारा कृत = तुलसीदासकृत।

अव्ययीभाव समास

जिस समास में पहला पद (पूर्वपद) अव्यय तथा प्रधान हो।

जैसे – जन्म से लेकर = आजन्म, मति के अनुसार = यथामति।
 

Additional Information

द्विगु तथा बहुव्रीहि समास में अंतर :

अंतर

उदाहरण

द्विगु समास का पहला पद संख्यावाचक विशेषण होता है और दूसरा पद विशेष्य होता है जबकि बहुव्रीहि समास में समस्त पद ही विशेषण का कार्य करता है।

जैसे – दोपहर- दो पहरों का समूह (द्विगु समास), चतुर्भुज- चार है भुजाएँ जिसकी अर्थात विष्णु (बहुव्रीहि समास)।

जब प्रथम शब्द संख्यावाची और द्वितीय शब्द संज्ञा हो, तो कौन-सा समास होता है ?

  1. द्विगु
  2. कर्मधारय
  3. तत्‍पुरूष
  4. बहुब्रीहि

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : द्विगु

द्विगु Question 11 Detailed Solution

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जब प्रथम शब्द संख्यावाची और द्वितीय शब्द संज्ञा हो तो वहां द्विगु समास होता है। अतः उपर्युक्त विकल्पों में से विकल्प द्विगु सही है तथा अन्य विकल्प असंगत हैं।

Key Points
  • द्विगु समास :-
    • जिस समस्त-पद का पूर्वपद संख्यावाचक विशेषण हो, वह द्विगु समास कहलाता है। 
    • इसमें समूह या समाहार का ज्ञान होता है; अर्थात जिस शब्द का प्रथम पद (पहला शब्द) गिनती, गणना अथवा व्यक्ति, वस्तु, पदार्थ या अन्य किसी की संख्या या समूह का बोध करवाता है, तो ऐसे शब्द को द्विगु समास कहा जाता है।
      • जैसे:
      • दोपहर : दो पहरों का समाहार
      • शताब्दी : सौ सालों का समूह
      • पंचतंत्र : पांच तंत्रों का समाहार
      • सप्ताह : सात दिनों का समूह
Additional Information
  • कर्मधारय समास की परिभाषा
    • वह समास जिसका पहला पद विशेषण एवं दूसरा पद विशेष्य होता है अथवा पूर्वपद एवं उत्तरपद में उपमान – उपमेय का सम्बन्ध माना जाता है कर्मधारय समास कहलाता है।
    • इस समास का उत्तरपद प्रधान होता है एवं विगृह करते समय दोनों पदों के बीच में ‘के सामान’, ‘है जो’, ‘रुपी’ में से किसी एक शब्द का प्रयोग होता है।
    • कर्मधारय समास के उदाहरण
      • चरणकमल = कमल के समान चरण
      • नीलगगन =नीला है जो गगन
      • चन्द्रमुख = चन्द्र जैसा मु
      • अधपका – आधा है जो पका
  • तत्पुरुष समास :-
    • वह समास, जिसका उत्तरपद या अंतिम पद प्रधान हो। अर्थात् प्रथम पद गौण हो और उत्तरपद की प्रधानता हो। 
    • जैसे–राजकुमार सख्त बीमार था। इस वाक्य में समस्तपद ‘राजकुमार’ जिसका विग्रह है–राजा का कुमार इस विग्रह पद में ‘राजा’ पहला पद और ‘कुमार’ (पुत्र) उत्तर पद है।
  • बहुव्रीहि समास :-
    • इसमें दोनों पद किसी अन्य अर्थ को व्यक्त करते हैं और वे किसी अन्य संज्ञा के विशेषण की भांति कार्य करते हैं। 
    • दूसरे शब्दों में- बहुव्रीहि समास ऐसा समास होता है जिसके समस्त्पदों में से कोई भी पद प्रधान नहीं होता एवं दोनों पद मिलकर किसी तीसरे पद की और संकेत करते हैं वह समास बहुव्रीहि समास कहलाता है।
    • जैसे:-
      • नीलकण्ठ - नीला है कण्ठ जिसका अर्थात् 'शिव'।
      • लम्बोदर - लम्बा है उदर जिसका अर्थात् 'गणेश'।
      • दशानन - दस हैं आनन जिसके अर्थात् 'रावण'।
      • महावीर - महान् वीर है जो अर्थात् 'हनुमान'।

निम्नांकित में द्विगु समास है:

  1. शताब्दी
  2. नकटा
  3. अष्टभुजा
  4. चतुर्भुज

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : शताब्दी

द्विगु Question 12 Detailed Solution

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शताब्दी में द्विगु समास है।

शताब्दी - सौ (अब्दों) वर्षो का समाहार (द्विगु समास) 

Confusion Pointsअष्टभुजा और चतुर्भुज द्विगु और बहुव्रीहि समास के उदाहरण हैं -

  • अष्टभुजा - आठ भुजाएँ हैं जिसकी वह अर्थात दुर्गा (बहुव्रीहि समास)
  • अष्टभुजा - आठ भुजाओं का समाहार (द्विगु समास)
  • चतुर्भुज - चार भुजाएँ हैं जिसकी अर्थात विष्णु (बहुव्रीहि समास)
  • चतुर्भुज - चार भुजाओं का समूह (द्विगु समास)

जब कोई ऐसा उदाहरण जो द्विगु समास व बहुव्रीहि समास दोनों का हो तब बहुव्रीहि समास को पहले माना जाता है। इसलिए ये दोनों उदाहरण पहले बहुव्रीहि समास के माने जाएंगे।

वहीं शताब्दी में केवल द्विगु समास है।

Key Pointsअन्य विकल्प -

  • नकटा - नाक है कटी जिसकी अर्थात शूर्पनका अर्थात रावण की बहन (बहुव्रीहि)

Important Pointsद्विगु समास के कुछ उदाहरण -

  • षण्मुखी = षट् मुखों का समूह
  • दुसुती = दो सुतो का समूह
  • पंच सिंधु = पाचं सिन्धुओं का समूह
  • त्रिवेणी = तीन वेणियों (धाराओं) का संगम स्थल
  • शतांश = सौवा अंश
  • पट् रस = छः रस
  • चवन्नी = चार आनों का समाहार
  • एकांकी = एक अंक का नाटक

Additional Informationद्विगु समास

  • इस समास में पहला पद संख्यावाचक विशेषण होता है और दूसरा पद उसका विशेष्य होता है। 
  • द्विगु समास का समास-विग्रह करते समय दोनों पदों को लिख कर अन्त में ‘का समूह या का समाहार’ लिखते हैं।

'अष्टाध्यायी’ शब्द कौन से समास का उदाहरण है?

  1. द्विगु
  2. तत्पुरुष
  3. द्वंद्व
  4. अव्ययीभाव

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : द्विगु

द्विगु Question 13 Detailed Solution

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  • दिए गए विकल्पों में द्विगु समास’ उचित विकल्प है, अन्य विकल्प अनुचित हैं। इसलिए इसका सही उत्तर विकल्प 1 द्विगु समास होगा।


Key Points

स्पष्टीकरण:

‘अष्टाध्यायी’ अर्थात ‘आठ अध्यायों का समाहार।’ इसका पहला पद संख्यावाचक है और समस्त पद एक समूह को बता रहा है। इसलिए यहां ‘द्विगु समास’ है। अन्य विकल्प अनुचित उत्तर हैं।

समास

परिभाषा

उदाहरण

  द्विगु समास

जिस समास में पूर्वपद (पहला पद) संख्यावाचक विशेषण हो।

चार राहों का समूह = चौराहा


Additional Information

समास

परिभाषा

उदाहरण

अव्ययीभाव समास

जिसका पहला पद अव्यय होता है और उसका अर्थ प्रधान होता है। (उसमें कोई परिवर्तन नहीं किया जा सकता)

जन्म से लेकर = आजन्म

मति के अनुसार = यथामति

बहुव्रीहि 
समास

जिस समास में दोनों पद प्रधान नहीं होते हैं और दोनों पद मिलकर किसी अन्य विशेष अर्थ की ओर संकेत कर रहे होते हैं।

जो महान वीर है = महावीर अर्थात हनुमान

तत्पुरुष समास

जिस समास में प्रथम पद गौण और उत्तर पद की प्रधानता होती है और समास करते वक्त बीच की विभक्ति का लोप हो जाता है। 

यश को प्राप्त = यशप्राप्त

मन से माना हुआ = मनमाना

'त्रिभुवन' शब्द में समास होगा-

  1. द्वन्द्व समास
  2. अव्ययीभाव समास
  3. द्विगु समास
  4. इनमें से कोई नहीं

Answer (Detailed Solution Below)

Option 3 : द्विगु समास

द्विगु Question 14 Detailed Solution

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दिए गए विकल्पों में सही उत्तर विकल्प 3 'द्विगु समास होगा। अन्य विकल्प त्रुटिपूर्ण हैं। 

Key Points

  • दिए गए विकल्पों में से 'त्रिभुवन' शब्द में द्विगु समास है। 
  • इसका समास विग्रह है - तीन भुवनों का समाहार। 
  • वह समास जिसका पहला पद संख्यावाचक विशेषण होता है तथा समस्तपद किसी समूह या फिर किसी समाहार का बोध करता है तो वह द्विगु समास कहलाता है।

अन्य विकल्प: 

समास

परिभाषा

उदाहरण

द्वंद्व समास

जिस समास में दोनों पद प्रधान हों तथा विग्रह करने पर उनके बीच ‘तथा’, ‘या’, ‘अथवा’, ‘एवं’, ‘और’ का प्रयोग होता है ।

माता और पिता  = माता-पिता

अव्ययी भाव समास

जिसका पहला पद अव्यय होता है और उसका अर्थ प्रधान होता है। (उसमें कोई परिवर्तन नहीं किया जा सकता)

जन्म से लेकर = आजन्म

Additional Information

  • दो या दो से अधिक शब्दों का परस्पर सम्बन्ध बताने वाले शब्दों अथवा कारक चिह्नों का लोप होने पर उन दो अथवा दो से अधिक शब्दों के मेल से बने एक स्वतन्त्र शब्द को समास कहते हैं।

'शतांश' शब्द में निम्न में से कौन सा समास है?

  1. कर्मधारय समास
  2. तत्पुरुष समास
  3. बहुव्रीहि समास
  4. द्विगु समास

Answer (Detailed Solution Below)

Option 4 : द्विगु समास

द्विगु Question 15 Detailed Solution

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दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर विकल्प 4 ‘द्विगु समास’ है। अन्य विकल्प इसके गलत उत्तर हैं। 

Key Points

  • शतांश शब्द का समास विग्रह 'शत अंश अर्थात सौवाँ अंश' होगा। 
  • यह द्विगु समास का उदाहरण है। 
  • जिस समास का पहला पद संख्यावाची विशेषण होता है तथा समस्तपद किसी समूह या फिर किसी समाहार का बोध करता है तो वह द्विगु समास कहलाता है।

अन्य विकल्प: 

समास

परिभाषा

उदाहरण

कर्मधारय समास

पहला पद विशेषण और दूसरा पद विशेष्य होता है अथवा इसके पूर्वपद और उत्तर पद में उपमान और उपमेय का संबंध होता है।

नव है जो युवक  = नवयुवक

तत्पुरुष समास

जिस समास में प्रथम पद गौण और उत्तर पद की प्रधानता होती है और समास करते वक्त बीच की विभक्ति का लोप हो जाता है। 

यश को प्राप्त = यशप्राप्त

बहुव्रीहि समास

जिस समास में दोनों पद प्रधान नहीं होते हैं और दोनों पद मिलकर किसी अन्य विशेष अर्थ की ओर संकेत कर रहे होते हैं।

जो महान वीर है = महावीर अर्थात हनुमान

Additional Information

  • समास संक्षेप करने की एक प्रक्रिया है।
  • दो या दो से अधिक शब्दों का परस्पर सम्बन्ध बताने वाले शब्दों अथवा कारक चिह्नों का लोप होने पर उन दो अथवा दो से अधिक शब्दों के मेल से बने एक स्वतन्त्र शब्द को समास कहते हैं।
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