नञ् समास MCQ Quiz - Objective Question with Answer for नञ् समास - Download Free PDF

Last updated on Mar 17, 2025

Latest नञ् समास MCQ Objective Questions

नञ् समास Question 1:

“अनायास” में कौन-सा समास है?

  1. नञ
  2. द्वंद्व
  3. द्विगु
  4. अव्‍ययीभाव

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : नञ

नञ् समास Question 1 Detailed Solution

“अनायास” में समास है - 'नञ'

  • अनायास का समास विग्रह = न आयास
    • अनायास - बिना प्रयत्न के, सरलता से। 
  • जिस समास में पहला पद निषेधात्मक हो, उसे नञ तत्पुरुष समास कहते हैं। इसमे नहीं का बोध होता है।
  • उदाहरण -
    • अनाचार = न आचार
    • अनभिज्ञ =  देखा हुआ
    • अनुचित =  उचित

Key Points

द्विगु:-

  • वह समास जिसका पहला पद संख्यावाचक विशेषण होता है तथा समस्तपद किसी समूह या फिर किसी समाहार का बोध करता है तो वह द्विगु समास कहलाता है। 

उदाहरण -

  • त्रिराहा = तीन रास्तों का समाहार
  • नवरत्न = नौ रत्नों का समूह

अव्‍ययीभाव:-

  • जहाँ प्रथम पद या पूर्व पद प्रधान हो तथा समस्त पद क्रिया विशेषण अव्यय हो, उसे अव्ययीभाव समास कहते हैं। 
  • अव्ययीभाव समास के पहले पद में अनु, आ, प्रति, यथा, भर, हर आदि आते है।

उदाहरण -

  • आजन्म = जन्म से लेकर
  • यथामति = मति के अनुसार
  • प्रतिदिन = दिन-दिन

द्वंद्व:-

  • जिस समास में समस्तपद के दोनों पद प्रधान हों या दोनों पद सामान हों एवं
  • दोंनों पदों को मिलाते समय ‘और’, ‘अथवा’, ‘या’, ‘एवं’ आदि योजक लुप्त हो जाएँ, वह समास द्वंद्व समास कहलाता है। 

उदाहरण -

  • खरा-खोटा = खरा या खोटा
    राधा-कृष्ण = राधा और कृष्ण
    राजा-प्रजा = राजा एवं प्रजा

नञ् समास Question 2:

'असंभव' में निम्न में से कौन सा समास है?

  1. द्विगु समास
  2. नञ् तत्पुरूष समास
  3. द्वंद्व समास
  4. अव्ययीभाव समास

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : नञ् तत्पुरूष समास

नञ् समास Question 2 Detailed Solution

'असंभव' में 'नञ् तत्पुरूष समास' है।

  • जो सम्भव न हो अर्थात असम्भव
  • यह सामान्यत: संस्कृत का समास होता है।

Hint

  • जब पूर्व पद में नकारात्मक भाव व्यक्त हो।
  • उस भाव को व्यक्त करने के लिए 'न' अथवा 'अ' जोड़ा जाता है तो वहाँ नञ तत्पुरूष समास होता है।

Key Points

नञ् (न) का सुबन्त के साथ समास 'नञ् समास' कहलाता है। यदि उत्तर पद का अर्थ प्रधान हो तो 'नञ् तत्पुरुष' और यदि अन्य पद की प्रधानता हो तो 'नञ् बहुव्रीहि समास' होता है।

  • जैसे— अमोधः = न मोघः - नञ् तत्पुरुष,
  • अपुत्रः = न पुत्रः यस्य सः - नञ् बहुव्रीहि।

Additional Information

समास - समास उस प्रक्रिया को कहते हैं, जिसमें दो शब्द मिलाकर उनके बीच के संबंधसूचक आदि का लोप करके नया शब्द बनाया जाता है। समास से तात्पर्य 'संक्षिप्तीकरण' से है। समास के माध्यम से कम शब्दों में अधिक अर्थ प्रकट किया जाता है। जैसे - राजा का पुत्र – राजपुत्र, समास के छःप्रकार हैं -

समास का नाम

परिभाषा 

उदाहरण 

तत्पुरुष समास

जिस समास में उत्तरपद प्रधान हो तथा समास करने के उपरांत विभक्ति (कारक चिन्ह) का लोप हो।

धर्म का ग्रन्थ = धर्मग्रन्थ, तुलसीदास द्वारा कृत = तुलसीदासकृत।

बहुव्रीहि समास

जिस समास में दोनों पद प्रधान नहीं होते हैं और दोनों पद मिलकर किसी अन्य विशेष अर्थ की ओर संकेत कर रहे होते हैं। 

जो महान वीर है = महावीर अर्थात हनुमान, तीन आँखों वाला = त्रिलोचन अर्थात शिव।

कर्मधारय समास

जिस समास के दोनों शब्दों के बीच विशेषण-विशेष्य अथवा उपमान-उपमेय का सम्बन्ध हो,

पहचान: विग्रह करने पर दोनों पद के मध्य में 'है जो', 'के समान' आदि आते हैं।

कमल के समान नयन = कमलनयन, महान है जो देव = महादेव।

द्विगु समास

जिस समास में पूर्वपद (पहला पद) संख्यावाचक विशेषण हो।

दो पहरों का समूह = दोपहर, तीनों लोकों का समाहार = त्रिलोक।

अव्यययीभाव समास

जिस समास में पहला पद प्रधान हो और समस्त शब्द अव्यय का काम करे। 

प्रति + दिन = प्रतिदिन, एक + एक = एकाएक

द्वंद्व समास 

द्वन्द्व समास में समस्तपद के दोनों पद प्रधान हों या दोनों पद सामान हों एवं दोंनों पदों को मिलाते समय "और, अथवा, या, एवं" आदि योजक लुप्त हो जाएँ, वह समास द्वंद्व समास कहलाता है।

माता- पिता = माता और पिता, हाँ- न = हाँ या न 

नञ् समास Question 3:

किस शब्द में नञ् तत्पुरुष समास है?

  1. अनभिज्ञ
  2. अनुकूल
  3. गंगाजल
  4. धर्माधर्म

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : अनभिज्ञ

नञ् समास Question 3 Detailed Solution

सही उत्तर 'अनभिज्ञ' है।
समास विग्रह - न अभिज्ञ 

  • जिस समास में पहला पद निषेधात्मक हो उसे नञ् तत्पुरुष समास कहते हैं। .
  • इस समास का पहला पद 'नञ्' (अर्थात नकारात्मक) होता है। समास में यह नञ् 'अन, अ,' रूप में पाया जाता है। कभी-कभी यह 'न' रूप में भी पाया जाता है।

Key Pointsअन्य विकल्पों का विश्लेषण:

  • अनुकूल - अव्ययीभाव समास - समास विग्रह - मन के अनुसार 
  • गंगाजल - तत्पुरुष समास - समास विग्रह - गंगा का जल 
  • धर्माधर्म - द्वंद्व समास - समास विग्रह - धर्म और अधर्म 

नञ् समास Question 4:

'अनादि' शब्द का समास विग्रह है-

  1. जिसका आदि है वह
  2. नहीं है आदि जिसका वह
  3. जो आदि है वह
  4. इनमें से कोई नहीं

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : नहीं है आदि जिसका वह

नञ् समास Question 4 Detailed Solution

दिए गए विकल्पों में सही उत्तर विकल्प 2 ‘नहीं है आदि जिसका वह’ होगा। अन्य विकल्प त्रुटिपूर्ण हैं। 

Key Points

  • दिए गए विकल्पों में से 'अनादि' शब्द का समास विग्रह है - नहीं है आदि जिसका वह। 
  • अन्य तारीके से इसका समास विग्रह है 'न आदि। 
  • यह नञ् तत्पुरुष समास उदाहरण है।
  • जब पूर्व पद में नकारात्मक भाव व्यक्त हो।
  • उस भाव को व्यक्त करने के लिए 'न' अथवा 'अ' जोड़ा जाता है तो वहाँ नञ तत्पुरूष समास होता है।

Additional Information

  • दो या दो से अधिक शब्दों का परस्पर सम्बन्ध बताने वाले शब्दों अथवा कारक चिह्नों का लोप होने पर उन दो अथवा दो से अधिक शब्दों के मेल से बने एक स्वतन्त्र शब्द को समास कहते हैं।

 

नञ् समास Question 5:

निम्नलिखित में से कौन सा शब्द नञ् समास का उदाहरण है?

  1. अयोग्य
  2. भरपेट
  3. सत्यासत्य
  4. बेरहम

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : अयोग्य

नञ् समास Question 5 Detailed Solution

'​​अयोग्य' शब्द में ​नञ् समास है, अन्य विकल्प असंगत है। अत: विकल्प 1 '​अयोग्य​​'  सही उत्तर होगा। 

Key Points

शब्द

समास

समास विग्रह

​अयोग्य

नञ् समास

न योग्य

 

 

 

अन्य विकल्प -

शब्द

समास

समास विग्रह

भरपेट

अव्ययीभाव समास  

पेट भर के

बेरहम

प्रादिबहुव्रीहि

नहीं है रहम जिसमें

सत्यासत्य

वैकल्पिक द्वन्द्व

सत्य या असत्य

 

 


 

 

Additional Information


 

परिभाषा

उदाहरण

अव्ययीभाव समास

अव्ययीभाव का लक्षण है- जिसमे पूर्वपद की प्रधानता हो और सामासिक या समास पद अव्यय हो जाय, उसे अव्ययीभाव समास कहते है।

जैसे- प्रतिदिन = दिन-दिन

Top नञ् समास MCQ Objective Questions

निम्नांकित में से किस शब्द में नञ समास है?

  1. जलद
  2. पादप
  3. अनन्त
  4. यथेष्ट

Answer (Detailed Solution Below)

Option 3 : अनन्त

नञ् समास Question 6 Detailed Solution

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  • सही उत्तर - अनंत में नञ समास हैI

Key Points

  • नञ समास - जहाँ पहला पद निषेधात्मक हो, वहां नञ समास होता हैI 
  • अनंत = जिसका कोई अंत ना हो = न अंत 
  • अन्य उदहारण - अनिष्ट, अभाव आदि 

Important Points

  • यह समास तत्पुरुष समास का एक भाग हैI 
  • समास के भेद - 6

Additional Information

अव्ययीभाव

जिसका पूर्वपद प्रधान हो और वह अव्यय होI

जैसे - यथामति, यथासाम्राज्य।

तत्पुरुष

जहाँ उत्तरपद प्रधान हो और पूर्वपद गौड़ होI

जैसे - गंगाजल, तुलसीकृत।

द्विगु

जिस समास का पूर्वपद संख्यावाचक विशेषण हो उसे द्विगु समास कहते हैं। इससे समूह अथवा समाहार का बोध होता हैI 

जैसे - चौमासा - चार महीनों का समूह।

द्वन्द

जिस समास के दोनों पद प्रधान होते हैं तथा विग्रह करने पर ‘और’, अथवा, ‘या’, एवं योजक चिन्ह लगते हैंI

जैसे - माता-पिता = माता और पिता, भाई-बहन = भाई और बहन।

बहुव्रीहि

जिस समास के दोनों पद अप्रधान हों और समस्तपद के अर्थ के अतिरिक्त कोई सांकेतिक अर्थ प्रधान हो उसे बहुव्रीहि समास कहते हैंI

जैसे - दशानन = दश हैं मुख जिसके अर्थात रावण। 

कर्मधारय

जिस समास का उत्तरपद प्रधान हो और पूर्वपद व उत्तरपद में विशेषण-विशेष्य अथवा उपमान-उपमेय का संबंध होI

जैसे - चंद्रमुख - चन्द्र जैसा मुख।

'अनादि' शब्द का समास विग्रह है-

  1. जिसका आदि है वह
  2. नहीं है आदि जिसका वह
  3. जो आदि है वह
  4. इनमें से कोई नहीं

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : नहीं है आदि जिसका वह

नञ् समास Question 7 Detailed Solution

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दिए गए विकल्पों में सही उत्तर विकल्प 2 ‘नहीं है आदि जिसका वह’ होगा। अन्य विकल्प त्रुटिपूर्ण हैं। 

Key Points

  • दिए गए विकल्पों में से 'अनादि' शब्द का समास विग्रह है - नहीं है आदि जिसका वह। 
  • अन्य तारीके से इसका समास विग्रह है 'न आदि। 
  • यह नञ् तत्पुरुष समास उदाहरण है।
  • जब पूर्व पद में नकारात्मक भाव व्यक्त हो।
  • उस भाव को व्यक्त करने के लिए 'न' अथवा 'अ' जोड़ा जाता है तो वहाँ नञ तत्पुरूष समास होता है।

Additional Information

  • दो या दो से अधिक शब्दों का परस्पर सम्बन्ध बताने वाले शब्दों अथवा कारक चिह्नों का लोप होने पर उन दो अथवा दो से अधिक शब्दों के मेल से बने एक स्वतन्त्र शब्द को समास कहते हैं।

 

“अनायास” में कौन-सा समास है?

  1. नञ
  2. द्वंद्व
  3. द्विगु
  4. अव्‍ययीभाव

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : नञ

नञ् समास Question 8 Detailed Solution

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“अनायास” में समास है - 'नञ'

  • अनायास का समास विग्रह = न आयास
    • अनायास - बिना प्रयत्न के, सरलता से। 
  • जिस समास में पहला पद निषेधात्मक हो, उसे नञ तत्पुरुष समास कहते हैं। इसमे नहीं का बोध होता है।
  • उदाहरण -
    • अनाचार = न आचार
    • अनभिज्ञ =  देखा हुआ
    • अनुचित =  उचित

Key Points

द्विगु:-

  • वह समास जिसका पहला पद संख्यावाचक विशेषण होता है तथा समस्तपद किसी समूह या फिर किसी समाहार का बोध करता है तो वह द्विगु समास कहलाता है। 

उदाहरण -

  • त्रिराहा = तीन रास्तों का समाहार
  • नवरत्न = नौ रत्नों का समूह

अव्‍ययीभाव:-

  • जहाँ प्रथम पद या पूर्व पद प्रधान हो तथा समस्त पद क्रिया विशेषण अव्यय हो, उसे अव्ययीभाव समास कहते हैं। 
  • अव्ययीभाव समास के पहले पद में अनु, आ, प्रति, यथा, भर, हर आदि आते है।

उदाहरण -

  • आजन्म = जन्म से लेकर
  • यथामति = मति के अनुसार
  • प्रतिदिन = दिन-दिन

द्वंद्व:-

  • जिस समास में समस्तपद के दोनों पद प्रधान हों या दोनों पद सामान हों एवं
  • दोंनों पदों को मिलाते समय ‘और’, ‘अथवा’, ‘या’, ‘एवं’ आदि योजक लुप्त हो जाएँ, वह समास द्वंद्व समास कहलाता है। 

उदाहरण -

  • खरा-खोटा = खरा या खोटा
    राधा-कृष्ण = राधा और कृष्ण
    राजा-प्रजा = राजा एवं प्रजा

'असंभव' में निम्न में से कौन सा समास है?

  1. द्विगु समास
  2. नञ् तत्पुरूष समास
  3. द्वंद्व समास
  4. अव्ययीभाव समास

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : नञ् तत्पुरूष समास

नञ् समास Question 9 Detailed Solution

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'असंभव' में 'नञ् तत्पुरूष समास' है।

  • जो सम्भव न हो अर्थात असम्भव
  • यह सामान्यत: संस्कृत का समास होता है।

Hint

  • जब पूर्व पद में नकारात्मक भाव व्यक्त हो।
  • उस भाव को व्यक्त करने के लिए 'न' अथवा 'अ' जोड़ा जाता है तो वहाँ नञ तत्पुरूष समास होता है।

Key Points

नञ् (न) का सुबन्त के साथ समास 'नञ् समास' कहलाता है। यदि उत्तर पद का अर्थ प्रधान हो तो 'नञ् तत्पुरुष' और यदि अन्य पद की प्रधानता हो तो 'नञ् बहुव्रीहि समास' होता है।

  • जैसे— अमोधः = न मोघः - नञ् तत्पुरुष,
  • अपुत्रः = न पुत्रः यस्य सः - नञ् बहुव्रीहि।

Additional Information

समास - समास उस प्रक्रिया को कहते हैं, जिसमें दो शब्द मिलाकर उनके बीच के संबंधसूचक आदि का लोप करके नया शब्द बनाया जाता है। समास से तात्पर्य 'संक्षिप्तीकरण' से है। समास के माध्यम से कम शब्दों में अधिक अर्थ प्रकट किया जाता है। जैसे - राजा का पुत्र – राजपुत्र, समास के छःप्रकार हैं -

समास का नाम

परिभाषा 

उदाहरण 

तत्पुरुष समास

जिस समास में उत्तरपद प्रधान हो तथा समास करने के उपरांत विभक्ति (कारक चिन्ह) का लोप हो।

धर्म का ग्रन्थ = धर्मग्रन्थ, तुलसीदास द्वारा कृत = तुलसीदासकृत।

बहुव्रीहि समास

जिस समास में दोनों पद प्रधान नहीं होते हैं और दोनों पद मिलकर किसी अन्य विशेष अर्थ की ओर संकेत कर रहे होते हैं। 

जो महान वीर है = महावीर अर्थात हनुमान, तीन आँखों वाला = त्रिलोचन अर्थात शिव।

कर्मधारय समास

जिस समास के दोनों शब्दों के बीच विशेषण-विशेष्य अथवा उपमान-उपमेय का सम्बन्ध हो,

पहचान: विग्रह करने पर दोनों पद के मध्य में 'है जो', 'के समान' आदि आते हैं।

कमल के समान नयन = कमलनयन, महान है जो देव = महादेव।

द्विगु समास

जिस समास में पूर्वपद (पहला पद) संख्यावाचक विशेषण हो।

दो पहरों का समूह = दोपहर, तीनों लोकों का समाहार = त्रिलोक।

अव्यययीभाव समास

जिस समास में पहला पद प्रधान हो और समस्त शब्द अव्यय का काम करे। 

प्रति + दिन = प्रतिदिन, एक + एक = एकाएक

द्वंद्व समास 

द्वन्द्व समास में समस्तपद के दोनों पद प्रधान हों या दोनों पद सामान हों एवं दोंनों पदों को मिलाते समय "और, अथवा, या, एवं" आदि योजक लुप्त हो जाएँ, वह समास द्वंद्व समास कहलाता है।

माता- पिता = माता और पिता, हाँ- न = हाँ या न 

नञ् समास Question 10:

निम्नांकित में से किस शब्द में नञ समास है?

  1. जलद
  2. पादप
  3. अनन्त
  4. यथेष्ट

Answer (Detailed Solution Below)

Option 3 : अनन्त

नञ् समास Question 10 Detailed Solution

  • सही उत्तर - अनंत में नञ समास हैI

Key Points

  • नञ समास - जहाँ पहला पद निषेधात्मक हो, वहां नञ समास होता हैI 
  • अनंत = जिसका कोई अंत ना हो = न अंत 
  • अन्य उदहारण - अनिष्ट, अभाव आदि 

Important Points

  • यह समास तत्पुरुष समास का एक भाग हैI 
  • समास के भेद - 6

Additional Information

अव्ययीभाव

जिसका पूर्वपद प्रधान हो और वह अव्यय होI

जैसे - यथामति, यथासाम्राज्य।

तत्पुरुष

जहाँ उत्तरपद प्रधान हो और पूर्वपद गौड़ होI

जैसे - गंगाजल, तुलसीकृत।

द्विगु

जिस समास का पूर्वपद संख्यावाचक विशेषण हो उसे द्विगु समास कहते हैं। इससे समूह अथवा समाहार का बोध होता हैI 

जैसे - चौमासा - चार महीनों का समूह।

द्वन्द

जिस समास के दोनों पद प्रधान होते हैं तथा विग्रह करने पर ‘और’, अथवा, ‘या’, एवं योजक चिन्ह लगते हैंI

जैसे - माता-पिता = माता और पिता, भाई-बहन = भाई और बहन।

बहुव्रीहि

जिस समास के दोनों पद अप्रधान हों और समस्तपद के अर्थ के अतिरिक्त कोई सांकेतिक अर्थ प्रधान हो उसे बहुव्रीहि समास कहते हैंI

जैसे - दशानन = दश हैं मुख जिसके अर्थात रावण। 

कर्मधारय

जिस समास का उत्तरपद प्रधान हो और पूर्वपद व उत्तरपद में विशेषण-विशेष्य अथवा उपमान-उपमेय का संबंध होI

जैसे - चंद्रमुख - चन्द्र जैसा मुख।

नञ् समास Question 11:

'अनादि' शब्द का समास विग्रह है-

  1. जिसका आदि है वह
  2. नहीं है आदि जिसका वह
  3. जो आदि है वह
  4. इनमें से कोई नहीं

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : नहीं है आदि जिसका वह

नञ् समास Question 11 Detailed Solution

दिए गए विकल्पों में सही उत्तर विकल्प 2 ‘नहीं है आदि जिसका वह’ होगा। अन्य विकल्प त्रुटिपूर्ण हैं। 

Key Points

  • दिए गए विकल्पों में से 'अनादि' शब्द का समास विग्रह है - नहीं है आदि जिसका वह। 
  • अन्य तारीके से इसका समास विग्रह है 'न आदि। 
  • यह नञ् तत्पुरुष समास उदाहरण है।
  • जब पूर्व पद में नकारात्मक भाव व्यक्त हो।
  • उस भाव को व्यक्त करने के लिए 'न' अथवा 'अ' जोड़ा जाता है तो वहाँ नञ तत्पुरूष समास होता है।

Additional Information

  • दो या दो से अधिक शब्दों का परस्पर सम्बन्ध बताने वाले शब्दों अथवा कारक चिह्नों का लोप होने पर उन दो अथवा दो से अधिक शब्दों के मेल से बने एक स्वतन्त्र शब्द को समास कहते हैं।

 

नञ् समास Question 12:

“अनायास” में कौन-सा समास है?

  1. नञ
  2. द्वंद्व
  3. द्विगु
  4. अव्‍ययीभाव

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : नञ

नञ् समास Question 12 Detailed Solution

“अनायास” में समास है - 'नञ'

  • अनायास का समास विग्रह = न आयास
    • अनायास - बिना प्रयत्न के, सरलता से। 
  • जिस समास में पहला पद निषेधात्मक हो, उसे नञ तत्पुरुष समास कहते हैं। इसमे नहीं का बोध होता है।
  • उदाहरण -
    • अनाचार = न आचार
    • अनभिज्ञ =  देखा हुआ
    • अनुचित =  उचित

Key Points

द्विगु:-

  • वह समास जिसका पहला पद संख्यावाचक विशेषण होता है तथा समस्तपद किसी समूह या फिर किसी समाहार का बोध करता है तो वह द्विगु समास कहलाता है। 

उदाहरण -

  • त्रिराहा = तीन रास्तों का समाहार
  • नवरत्न = नौ रत्नों का समूह

अव्‍ययीभाव:-

  • जहाँ प्रथम पद या पूर्व पद प्रधान हो तथा समस्त पद क्रिया विशेषण अव्यय हो, उसे अव्ययीभाव समास कहते हैं। 
  • अव्ययीभाव समास के पहले पद में अनु, आ, प्रति, यथा, भर, हर आदि आते है।

उदाहरण -

  • आजन्म = जन्म से लेकर
  • यथामति = मति के अनुसार
  • प्रतिदिन = दिन-दिन

द्वंद्व:-

  • जिस समास में समस्तपद के दोनों पद प्रधान हों या दोनों पद सामान हों एवं
  • दोंनों पदों को मिलाते समय ‘और’, ‘अथवा’, ‘या’, ‘एवं’ आदि योजक लुप्त हो जाएँ, वह समास द्वंद्व समास कहलाता है। 

उदाहरण -

  • खरा-खोटा = खरा या खोटा
    राधा-कृष्ण = राधा और कृष्ण
    राजा-प्रजा = राजा एवं प्रजा

नञ् समास Question 13:

'असंभव' में निम्न में से कौन सा समास है?

  1. द्विगु समास
  2. नञ् तत्पुरूष समास
  3. द्वंद्व समास
  4. अव्ययीभाव समास

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : नञ् तत्पुरूष समास

नञ् समास Question 13 Detailed Solution

'असंभव' में 'नञ् तत्पुरूष समास' है।

  • जो सम्भव न हो अर्थात असम्भव
  • यह सामान्यत: संस्कृत का समास होता है।

Hint

  • जब पूर्व पद में नकारात्मक भाव व्यक्त हो।
  • उस भाव को व्यक्त करने के लिए 'न' अथवा 'अ' जोड़ा जाता है तो वहाँ नञ तत्पुरूष समास होता है।

Key Points

नञ् (न) का सुबन्त के साथ समास 'नञ् समास' कहलाता है। यदि उत्तर पद का अर्थ प्रधान हो तो 'नञ् तत्पुरुष' और यदि अन्य पद की प्रधानता हो तो 'नञ् बहुव्रीहि समास' होता है।

  • जैसे— अमोधः = न मोघः - नञ् तत्पुरुष,
  • अपुत्रः = न पुत्रः यस्य सः - नञ् बहुव्रीहि।

Additional Information

समास - समास उस प्रक्रिया को कहते हैं, जिसमें दो शब्द मिलाकर उनके बीच के संबंधसूचक आदि का लोप करके नया शब्द बनाया जाता है। समास से तात्पर्य 'संक्षिप्तीकरण' से है। समास के माध्यम से कम शब्दों में अधिक अर्थ प्रकट किया जाता है। जैसे - राजा का पुत्र – राजपुत्र, समास के छःप्रकार हैं -

समास का नाम

परिभाषा 

उदाहरण 

तत्पुरुष समास

जिस समास में उत्तरपद प्रधान हो तथा समास करने के उपरांत विभक्ति (कारक चिन्ह) का लोप हो।

धर्म का ग्रन्थ = धर्मग्रन्थ, तुलसीदास द्वारा कृत = तुलसीदासकृत।

बहुव्रीहि समास

जिस समास में दोनों पद प्रधान नहीं होते हैं और दोनों पद मिलकर किसी अन्य विशेष अर्थ की ओर संकेत कर रहे होते हैं। 

जो महान वीर है = महावीर अर्थात हनुमान, तीन आँखों वाला = त्रिलोचन अर्थात शिव।

कर्मधारय समास

जिस समास के दोनों शब्दों के बीच विशेषण-विशेष्य अथवा उपमान-उपमेय का सम्बन्ध हो,

पहचान: विग्रह करने पर दोनों पद के मध्य में 'है जो', 'के समान' आदि आते हैं।

कमल के समान नयन = कमलनयन, महान है जो देव = महादेव।

द्विगु समास

जिस समास में पूर्वपद (पहला पद) संख्यावाचक विशेषण हो।

दो पहरों का समूह = दोपहर, तीनों लोकों का समाहार = त्रिलोक।

अव्यययीभाव समास

जिस समास में पहला पद प्रधान हो और समस्त शब्द अव्यय का काम करे। 

प्रति + दिन = प्रतिदिन, एक + एक = एकाएक

द्वंद्व समास 

द्वन्द्व समास में समस्तपद के दोनों पद प्रधान हों या दोनों पद सामान हों एवं दोंनों पदों को मिलाते समय "और, अथवा, या, एवं" आदि योजक लुप्त हो जाएँ, वह समास द्वंद्व समास कहलाता है।

माता- पिता = माता और पिता, हाँ- न = हाँ या न 

नञ् समास Question 14:

निम्नलिखित में से कौन सा शब्द नञ् समास का उदाहरण है?

  1. अयोग्य
  2. भरपेट
  3. सत्यासत्य
  4. बेरहम

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : अयोग्य

नञ् समास Question 14 Detailed Solution

'​​अयोग्य' शब्द में ​नञ् समास है, अन्य विकल्प असंगत है। अत: विकल्प 1 '​अयोग्य​​'  सही उत्तर होगा। 

Key Points

शब्द

समास

समास विग्रह

​अयोग्य

नञ् समास

न योग्य

 

 

 

अन्य विकल्प -

शब्द

समास

समास विग्रह

भरपेट

अव्ययीभाव समास  

पेट भर के

बेरहम

प्रादिबहुव्रीहि

नहीं है रहम जिसमें

सत्यासत्य

वैकल्पिक द्वन्द्व

सत्य या असत्य

 

 


 

 

Additional Information


 

परिभाषा

उदाहरण

अव्ययीभाव समास

अव्ययीभाव का लक्षण है- जिसमे पूर्वपद की प्रधानता हो और सामासिक या समास पद अव्यय हो जाय, उसे अव्ययीभाव समास कहते है।

जैसे- प्रतिदिन = दिन-दिन

नञ् समास Question 15:

‘अनंत’ में कौन सा समास है-

  1. तत्पुरुष
  2. कर्मधारय
  3. बहुव्रीहि
  4. द्विगु

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : तत्पुरुष

नञ् समास Question 15 Detailed Solution

‘अनंत’ में तत्पुरुष समास है। 
न अंत - समास विग्रह - नञ् तत्पुरुष समास
यहाँ बहुब्रीहि समास नही होगा, क्योंकि अन्यपद की प्रधानता का प्रसंग नही बन रहा है
Key Points 

अन्य विकल्प:-

समास का नाम

परिभाषा 

उदाहरण 

द्विगु समास

जिस समस्त पद का पहला पद (पूर्वपद) संख्यावाचक विशेषण हो वह द्विगु  समास कहलाता है। द्विगु समास दो प्रकार के होते हैं  1 समाहार द्विगु तथा 2 उपपद प्रधान द्विगु समास। 

 

नवरात्रि  – नवरात्रियों का समूह

सप्तऋषि – सात ऋषियों का समूह

कर्मधारय समास

जिस समास के दोनों शब्दों के बीच विशेषण-विशेष्य अथवा उपमान-उपमेय का सम्बन्ध हो,

पहचान: विग्रह करने पर दोनों पद के मध्य में 'है जो', 'के समान' आदि आते हैं।

कमल के समान नयन कमलनयन, महान है जो देव महादेव।

द्वंद्व समास

जिस समास में दोनों पद प्रधान हों तथा विग्रह करने पर उनके बीच ‘तथा’, ‘या’, ‘अथवा’, ‘एवं’, ‘और’ का प्रयोग होता है। 

देव और असुर= देवासुर 

महान है जो आत्मा= महात्मा

 

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