Question
Download Solution PDFरोहित सात माह का शिशु है। उसने ऐसी ध्वनियाँ बोलना शुरू कर दिया है जिसमें व्यंजन व स्वर दोनों हैं। वह निम्नलिखित में से किसमें संप्रेषण कर रहा है?
Answer (Detailed Solution Below)
Detailed Solution
Download Solution PDFभाषाई योग्यता एक कौशल है, जिसे अर्जित किया जाता है। अर्जन की प्रक्रिया बालक के जन्म से ही प्रारंभ हो जाती है। >भाषा अर्जन में अभ्यास की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। भाषा अर्जन द्वारा बालक अपनी प्रथम भाषा को सीखता है जो उसकी मातृभाषा होती है।
Key Points
जीवन के पहले कुछ वर्षों के भीतर मनुष्य भाषा अर्जन के निम्नलिखित चरणों से गुजरता है:
- कूइंग (कुंजन करना): लगभग एक महीने की उम्र में बच्चे रोने के अलावा कूकना भी शुरू कर देते हैं। यह अवस्था जन्म के 4-5 महीने बाद तक चलती है। कूइंग एक स्वर जैसी ध्वनि है, विशेष रूप से 'मू...' जैसी, जिसे जब बच्चे संतुष्ट और प्रसन्न होते हैं तो निकालते हैं।
- बबलाना (बेबीलिंग): छह से दस महीने के बीच, शिशु बड़बड़ाना शुरू कर देता हैवो ऐसी ध्वनियाँ बोलना शुरू कर दिया है जिसमें व्यंजन व स्वर दोनों हैं। वह 'मा', 'दा', 'की' और 'ने' जैसे अक्षरों को बार-बार दोहराते है ताकि हम "दादा...", "किकिकिकिकि...", "मम्मा..." जैसी आवाजें सुन सकें।
- एक-शब्द का उच्चारण: कभी-कभी दस से बारह महीने के बीच, अक्सर पहले जन्मदिन के आसपास, शिशु पहला शब्द बोलत है। यह शब्द वयस्कों द्वारा उपयोग किए जाने वाले शब्दों से मेल नहीं खा सकता है। उदाहरण के लिए उनके पहले शब्द में आमतौर पर एक शब्दांश - मा या दा होता है। धीरे-धीरे वे एक या एक से अधिक शब्दों तक पहुच जाते हैं।
- टेलीग्राफ़िक वाचन: भाषा विज्ञान और मनोविज्ञान के अनुसार टेलीग्राफिक भाषण, बच्चों में भाषा अधिग्रहण के दो-शब्द के संक्षिप्त और कुशल भाषण की अवस्था है। जिन शब्दों का वे उच्चारण नहीं कर सकते, उनके बदले में वे दूसरे शब्द काम में ले आते हैं। पानी के लिए मम्मा कहते हैं, चिड़िया को चू चू और कुत्ते को तू तू कहते हैं।
- दो शब्दों के उच्चारण: धीरे -धीरे, 1.5 से 2.5 वर्ष की आयु के बीच, बच्चे दो शब्दों के उच्चारण बनाने के लिए एकल शब्दों को जोड़ना शुरू कर देते हैं। इस प्रकार वाक्य रचना की समझ शुरू होती है। जैसे- टाटा, दादा, मामा आदि
- बुनियादी वयस्क वाक्य संरचना (लगभग 4 वर्ष की आयु तक), निरंतर शब्दावली अधिग्रहण के साथ शब्दावली तेजी से विकसित होती है। यह लगभग 2 वर्ष की आयु में 300 शब्दों तक और तीन वर्ष की आयु में लगभग 1000 शब्दों तक तिगुनी से अधिक हो जाती है। लगभग अविश्वसनीय, 4 साल की उम्र तक, बच्चे वयस्क वाक्य रचना और भाषा संरचना का आधार हासिल कर लेते हैं।
अतः निष्कर्ष निकलता है कि रोहित बबलाना चरण में संप्रेषण कर रहा है ।
Last updated on Apr 30, 2025
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