Question
Download Solution PDFनीचे दो कथन दिए गए हैं:
कथन I : वैश्विक तापन (ग्लोबल वार्मिंग) से ग्रीनहाउस गैस, मीथेन का अधिक उत्सर्जन हो सकता है।
कथन II : वर्तमान में विश्व के सुदूर उत्तरी क्षेत्रों की स्थायी तुषार भूमि में मीथेन भारी मात्रा में जमी हुई है।
उपर्युक्त कथनों के आलोक में निम्नांकित विकल्पों में से सही उत्तर चुनिए:
Answer (Detailed Solution Below)
Detailed Solution
Download Solution PDFकथन I: ग्लोबल वार्मिंग से ग्रीनहाउस गैस, मीथेन की वृद्धि हो सकती है।
- मीथेन (CH4) एक हाइड्रोकार्बन है जो प्राकृतिक गैस का प्राथमिक घटक है।
- मीथेन भी एक ग्रीनहाउस गैस (जीएचजी) है, इसलिए वातावरण में इसकी मौजूदगी पृथ्वी के तापमान और जलवायु प्रणाली को प्रभावित करती है।
- मीथेन विभिन्न प्रकार के मानवजनित (मानव-प्रभावित) और प्राकृतिक स्रोतों से उत्सर्जित होता है।
- जमीनी स्तर के ओजोन,और ग्रीनहाउस गैस के निर्माण में मीथेन प्राथमिक योगदानकर्ता और एक खतरनाक वायु प्रदूषक है।
- 20 साल की अवधि में, यह कार्बन डाइऑक्साइड की तुलना में 80 गुना अधिक गर्म करने में सक्षम मे साबित हुआ है।
इसलिए कथन I सही है।
कथन II: वर्तमान में दुनिया के सुदूर उत्तरी क्षेत्रों में पर्माफ्रॉस्ट में बड़ी मात्रा में मीथेन जमी हुई है।
आर्कटिक क्षेत्रों में पर्माफ्रॉस्ट रूप में जमी मीथेन:
- आर्कटिक में ढलान तलछट में बड़ी मात्रा में जमी हुई मीथेन और अन्य गैसें होती हैं - जिन्हें हाइड्रेट के रूप में जाना जाता है।
- आर्कटिक क्षेत्र मे पी जाने वाली ग्रीनहाउस गैस मीथेन के अनेक प्राकृतिक स्रोतों में से एक है।
- मौजूदा भंडारण से मीथेन का निहस्तार और सड़ते हुए बायोमास में मेथनोजेनेसिस दोनों के कारण ग्लोबल वार्मिंग मे इसकी निहस्तार को तेज करता है।
- आर्कटिक मीथेन निहस्तार आर्कटिक के पर्माफ्रॉस्ट क्षेत्रों में समुद्र और मिट्टी से मीथेन का निहस्तार है।
- जबकि यह एक लंबी अवधि की प्राकृतिक प्रक्रिया है, ग्लोबल वार्मिंग से मीथेन निहस्तार को बढ़ा दिया गया है।
- इसका परिणाम एक सकारात्मक प्रतिक्रिया चक्र में होता है, क्योंकि मीथेन स्वयं एक शक्तिशाली ग्रीनहाउस गैस है।
इसलिए कथन II सही है।
अतः कथन I और कथन II दोनों सही हैं।
Last updated on Jun 12, 2025
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