Question
Download Solution PDFकोऽपि कक्षायां प्राय: तेषां लेखानां समाचारविज्ञापनानाम् वा उपयोगं करोति येषु अन्तर्राष्ट्रियस्तरे भाविजीवनसंवर्धनार्थं बहुविधभाषाज्ञानस्य महत्वं प्रतिपादितम्। एतादृशी सामग्री छात्राणां केन रूपेण साहाय्यं करोति ?
Answer (Detailed Solution Below)
Detailed Solution
Download Solution PDFप्रश्न का अनुवाद-कोई अध्यापक प्रायः कक्षा में उसके लेखों अथवा समाचार विज्ञापनों का उपयोग करता है,जो उनके अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के भावी जीवन के संवर्धन के लिए बहुविध भाषा ज्ञान का महत्व प्रतिपादित करते हैं। इस प्रकार की सामग्री छात्रों को किस रूप में सहायता करती है ?
स्पष्टीकरण-जब कोई अध्यापक प्रायः किसी कक्षा में अपने लेखों अथवा समाचार विज्ञापनों का उपयोग करता है जो छात्रों के अंतरराष्ट्रीय स्तर के भावी जीवन के संवर्धन के लिए बहुविध भाषा ज्ञान का महत्व प्रतिपादित करते हैं। इस प्रकार की सामग्री छात्रों को विश्व समुदाय में द्विभाषिकता का क्या महत्व है ये जानने में सहायता करती है।
Key Points
समाचार विज्ञापन- समाचार विज्ञापन से तात्पर्य किसी नई वस्तु अथवा सूचनाओं के प्रति समाचार पढने वाले को जागरूक करना जिससे वे उसका उपयोग कर सके ।ये मुद्रित रूप में होती है।यह समाचार विज्ञापन कहलाते हैं।
- ये सूचनाएं पढ़ने वाले को आकर्षित करने के लिए दी जाती है।
- समाचार पत्रों के माध्यम से घटनाओं समाचारों, विचारों को जानने का अवसर प्राप्त होता हैं।ये समाचार पत्र व विज्ञापन अनेक भाषाओं में प्रकाशित किए जाते हैं।हर क्षेत्र विशेष की अपनी भाषा होती है चाहे राष्ट्रीय हो अथवा अन्तर्राष्ट्रीय |वहाँ का समाचार उसी भाषाने प्रकाशित होता है।अत: इस प्रकार छात्र राष्ट्रीय अथवा अंतरराष्ट्रीय स्तर की भाषाओं के समाचार पत्र विज्ञापनों को पढकर द्विभाषिकता का महत्व समझ सकते हैं तथा अनेक भाषाएँ सीख सकते है।
- समाचार पत्र के विज्ञापनों का दूसरा पहलू वाणिज्यिक होता है जो अनेक प्रकार के व्यवसायों से सम्बंधित जानकारी प्रदान करते हैं।इस प्रकार छात्र दूसरे देशों में व्यवसाय भी कर सकते हैं वे दूसरे देशों के भाषा सीखकर वहाँ के उद्योगों को करके अपने भावी जीवन को उज्जवल बना सकते हैं।
- अतः स्पष्ट है कि समाचार पत्र विज्ञापन छात्रों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर के भावी जीवन के संवर्धन के लिए द्विभाषिकता का महत्व समझाते है।
Additional Information
- अनेन छात्रा∶ द्विभाषि-समुदायानां लक्षणानि अवगन्तुं समर्था∶ भवन्ति-अनेन छात्रों के द्विभाषी समुदाय के लक्षणों को जानने में समर्थ होते हैं।
- समाचार पत्र विज्ञापनों का प्रयोग देश विदेश से सम्बन्धित जानकारी प्राप्त करने के लिए किया जाता है।अत:ये केवल किन्हीं छात्रों के द्विभाषी समुदाय के लक्षणों को प्रतिपादित नहीं करते।अतः विकल्प उचित नहीं है।
- छात्रा∶ जनानां स्थानान्तरणस्य कारणानि बोद्धुं समर्था: भवन्ति-छात्र लोगों के स्थानांतरण के कारणों को जानने में समर्थ होते हैं।
- भाषा ज्ञान के संबंध में समाचार-पत्र विज्ञापनों का प्रयोग लोगों के स्थानांतरण संबंधी कारणों का पता लगाने में सहायता नहीं करते क्योंकि सभी लोगों के स्थानान्तरण के कारण अलग- होते है। अतः विकल्प उचित नहीं है।
- ते कुत्र उषित्वा कार्यं करष्यिन्ति इति अवगच्छन्ति-वे सब कहाँ रहकर कार्य करेगे ये जानते है।
- छात्रों के व्यवसाय चयन में समाचार पत्रों का महत्व होता है लेकिन उसके लिए पहले उन्हें द्विभाषी होने पडेगा तब ही वे अन्यत्र रहकर कोई व्यवसाय कर सकते हैं। अतः विकल्प उचित नहीं है।
Last updated on Apr 30, 2025
-> The CTET 2025 Notification (July) is expected to be released anytime soon.
-> The CTET Exam Date 2025 will also be released along with the notification.
-> CTET Registration Link will be available on ctet.nic.in.
-> CTET is a national-level exam conducted by the CBSE to determine the eligibility of prospective teachers.
-> Candidates can appear for CTET Paper I for teaching posts of classes 1-5, while they can appear for CTET Paper 2 for teaching posts of classes 6-8.
-> Prepare for the exam with CTET Previous Year Papers and CTET Test Series for Papers I &II.