निबन्ध MCQ Quiz in తెలుగు - Objective Question with Answer for निबन्ध - ముఫ్త్ [PDF] డౌన్లోడ్ కరెన్
Last updated on Mar 13, 2025
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निबन्ध Question 1:
विद्यानिवास मिश्र द्वारा रचित निबंध नहीं हैं।
(A) अस्मिता के लिए
(B) किस किस को नमन करूं
(C) अंगद की नियति
(D) कुछ चन्दन की कुछ कपूर की
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर चुनिए :
Answer (Detailed Solution Below)
निबन्ध Question 1 Detailed Solution
विकल्प 2 (B) और (D) सही है।
"अस्मिता के लिए" तथा "अंगद की नियति" ही विद्यानिवास मिश्र के निबंध है बाकी अन्य नहीं।
"किस किसको नमन करूं" शिव प्रसाद सिंह का निबंध संग्रह है।
"कुछ चंदन की कुछ कपूर की" विष्णु कांत शास्त्री का निबंध संग्रह है।
शविप्रसाद के निबंध संग्रह
शिखरों के सेतु, कस्तूरी मृग, चतुर्दिक।
विष्णुकांत शास्त्री की रचनाएं:-
'कवि निराला की वेदना तथा अन्य निबंध', 'तुलसी के हिय हेरि', 'अनंत पथ के यात्री : धर्मवीर भारती', 'अनुचिन्तन', 'कुछ चंदन की कुछ कपूर की', 'आधुनिक हिन्दी साहित्य के कुछ विशिष्ट पक्ष', 'भक्ति और शरणागति' आदि उनकी प्रमुख आलोचनात्मक कृतियां हैं।
विद्यानिवास मिश्र
विद्यानिवास मिश्र का प्रथम निबन्ध संग्रह है छितवन की छांह है।
विद्यानिवास मिश्र भ्रमरानंद उपनाम से श्रीनारायण चतुर्वेदी को पत्र लिखते थे।
निबंध संग्रह:-
छितवन की छांह (1953), हल्दी दूध (1955), कदम के फूली डाल (1956), तुम चंदन हम पानी (1957), आंगन का पंछी और बंजारा मन (1963), मैंने स्टील पहुंचाई (1966), वसंत आ गया पर कोई उत्कंठा नहीं (1972), मेरे राम का मुकुट भीग रहा है (1974), परंपरा बंधन नहीं (1976), कटीले तारों के आर पार (1976), कौन तू फुलवा बीन निहारी (1980), निज मुख मुकुल (1981), भ्रमरानंद के पत्र (1981), कमाल के झरोखे से (1981), अस्मिता के लिए (1981)
निबन्ध Question 2:
प्रगतिशील साहित्य की समस्याएँ' निबंध संग्रह के लेखक कौन हैं?
Answer (Detailed Solution Below)
निबन्ध Question 2 Detailed Solution
'प्रगतिशील साहित्य की समस्याएँ' निबंध संग्रह के लेखक रामविलास शर्मा हैं।
Key Pointsरामविलास शर्मा की अन्य रचनाएँ:-
- चार दिन (उपन्यास) - 1936
- 'तार सप्तक' में संकलित कविताएँ - 1943
- महाराजा कठपुतली सिंह (प्रहसन) - 1946
- पाप के पुजारी (नाटक) - 1936
Important Points सियाराम शरण गुप्त की निबन्ध संग्रह:-
- झूठ-सच
रामदरश मिश्र की निबन्ध संग्रह:-
- कितने बजे है
- बबूल और कैक्टस
- घर-परिवेश
- छोटे छोटे सुख
जगदीश चतुर्वेदी की रचनाएँ:-
- सूर्यपुत्र
- पूर्वराग
- इतिहासहंता
- नए मसीहा का जन्म
- अंधेरे का आदमी
- अंतराल के दो छोर
Additional Information
पूरा नाम | रामविलास शर्मा |
जन्म | 10 अक्टूबर, 1912 |
जन्म भूमि | उन्नाव ज़िला, उत्तर प्रदेश |
मृत्यु | 30 मई, 2000 |
कर्म-क्षेत्र | आलोचक, निबंधकार, विचारक |
पुरस्कार-उपाधि | व्यास सम्मान (1991), शलाका सम्मान |
निबन्ध Question 3:
इनमें से कौनसी रचना रामवृक्ष बेनीपुरी द्वारा रचित नहीं है?
Answer (Detailed Solution Below)
निबन्ध Question 3 Detailed Solution
सही उत्तर 'दीनों पर प्रेम' है।
Key Points
- दीनों पर प्रेम निबंध विधा है।
- जिसके लेखक वियोगी हरि है।
- इस निबंध में समाजिक समस्याओ पर व्यंग किया गया है।
- वियोगी हरि की अन्य प्रमुख रचनाएँः-
- साहित्य विहार , वीर सतसई , विश्वधर्म आदि।
Additional Information
रचनाकार | रचना |
रामवृक्ष बेनीपुरी |
निबंधः- नींव की ईट , गेहूँ और गुलाब ,जंजीर और दीवारे , चिंता के फूल , कैदी की पत्नी आदि। नाटकः- अम्बपाली , शकुन्तला , नेत्रदान , गाँव के देवता। |
निबन्ध Question 4:
इनमें से कौन-सा युग्म सुमेलित नहीं हैं :
Answer (Detailed Solution Below)
निबन्ध Question 4 Detailed Solution
सुमेलित युग्म नही है-वाद विवाद संवाद - राम विलास शर्मा
वाद विवाद संवाद-
- रचनाकार-नामवर सिंह
- विधा-आलोचना
- प्रकाशन वर्ष-1989 ई.
Key Pointsरामविलास शर्मा-
- जन्म-1912-2000 ई.
- निबंध-
- प्रगति और परंपरा(1949 ई.)
- साहित्य और संस्कृति(1949 ई.)
- भाषा, साहित्य और संस्कृति(1954 ई.)
- प्रगतिशील साहित्य की समस्याएं(1954 ई.)
- आस्था और सौन्दर्य(1961 ई.) आदि।
Additional Information
रचना | रचनाकार | प्रकाशन वर्ष |
आलोक पर्व | हजारीप्रसाद द्विवेदी | 1972 ई. |
त्रिशंकु | अज्ञेय | 1945 ई. |
संस्कृति के चार अध्याय | दिनकर | 1956 ई. |
Important Pointsहजारीप्रसाद द्विवेदी-
- जन्म-1907-1979 ई.
- निबन्ध-
- अशोक के फूल(1948 ई.)
- कल्पलता(1951 ई.)
- विचार और वितर्क(1957 ई.)
- कुटज(1964 ई.) आदि।
अज्ञेय-
- जन्म-1911-1987 ई.
- निबन्ध-
- सब रंग और कुछ राग(1956 ई.)
- आत्मनेपद(1960 ई.)
- अद्यतन(1977 ई.)
- छाया का जंगल(1984 ई.) आदि।
रामधारी सिंह दिनकर-
- जन्म-1908-1974 ई.
- निबन्ध-
- मिट्टी की ओर(1946 ई.)
- अर्द्धनारीश्वर(1952 ई.)
- रेती के फूल(1954 ई.)
- वेणुवन(1958 ई.)
- वट पीपल(1961 ई.) आदि।
नामवर सिंह-
- जन्म-1926-2019 ई.
- आलोचनात्मक ग्रंथ-
- छायावाद(1955 ई.)
- इतिहास और आलोचना(1957 ई.)
- कहानी:नई कहानी(1965 ई.)
- दूसरी परंपरा की खोज(1982 ई.) आदि।
निबन्ध Question 5:
हजारी प्रसाद द्विवेदी जी का प्रथम निबंध संग्रह कौन-सा है?
Answer (Detailed Solution Below)
निबन्ध Question 5 Detailed Solution
उपर्युक्त विकल्पों में से विकल्प 3 अशोक के फूल सही हैं|
Key Points
- अशोक के फूल निबंध संग्रह सन् 1948 ई. में लिखा गया|
- द्विवेदी जी ललित निबंधकार हैं|
- इसमें अशोक के फूल की गरिमा व उसके पतन के इतिहास के साथ मानव जाति के विकास व पतन की कथा हैं|
- इसके माध्यम से प्रकृति की परिवर्तनशीलता पर विचार किया गया हैं|
Additional Information
- अन्य निबंध संग्रह :
- कल्पलता(1951)
- विचार और वितर्क(1957)
- कुटज(1964)
- साहित्य सहचर(1965)
- आलोक पर्व(1972) आदि
निबन्ध Question 6:
निम्नलिखित में से कौन सा सही सुमेलित नहीं है?
Answer (Detailed Solution Below)
निबन्ध Question 6 Detailed Solution
दिए गये विकल्पो में से विकल्प 2 सही सुमेलित नही है, क्योंकि अशोक का फूल निबंध विद्यानिवास मिश्र द्वारा रचित नही है।
- अशोक के फूल' हजारीप्रसाद द्विवेदी का लिखा हुआ एक निबंध संग्रह है।
- 'हिन्दी साहित्य:बीसवीं शताब्दी' - 1942 में इसका प्रकाशन हुआ।
- नंददुलारे वाजपेयी शुक्लोत्तर युग के प्रख्यात समालोचक थे।
- हिंदी साहित्य: बींसवीं शताब्दी,जयशंकर प्रसाद,प्रेमचन्द:साहित्यिक विवेचन,आधुनिक साहित्य,नया साहित्य:नये प्रश्न आदि नन्ददुलारे वाजपेयी की प्रमुख आलोचनात्मक पुस्तकें हैं।
- मिट्टी की ओर संस्मरण रामधारी सिंह दिनकर जी ने सन 1946 में प्रकाशित किया था।
Additional Information
महादेवी वर्मा हिन्दी साहित्य में छायावादी युग के चार प्रमुख स्तम्भों में से एक मानी जाती हैं।
- आधुनिक हिन्दी की सबसे सशक्त कवयित्रियों में से एक होने के कारण उन्हें आधुनिक मीरा के नाम से भी जाना जाता है।
- इनका गद्य साहित्य निम्नलिखित है-
- रेखाचित्र: अतीत के चलचित्र और स्मृति की रेखाएं
- संस्मरण: पथ के साथी और मेरा परिवार और संस्मरण
- चुने हुए भाषणों का संकलन: संभाषण
- निबंध: शृंखला की कड़ियाँ, विवेचनात्मक गद्य, साहित्यकार की आस्था तथा अन्य निबंध, संकल्पिता
- ललित निबंध: क्षणदा
- संस्मरण, रेखाचित्र और निबंधों का संग्रह: हिमालय
निबन्ध Question 7:
हजारी प्रसाद द्विवेदी का निबन्ध कौनसा है?
Answer (Detailed Solution Below)
निबन्ध Question 7 Detailed Solution
"कुटज", "हजारी प्रसाद द्विवेदी" का निबंध है। अतः उपर्युक्त विकल्पों में से विकल्प (3) कुटज सही है तथा अन्य विकल्प असंगत हैं।
Key Points
- 'कुटज' ललित निबंध है।
-
कुटज का रचना वर्ष 1964 ईसवी है।
- इसका केंद्र कुटज नाम का वृक्ष है जो पुष्पों से भरा हुआ होता है।
- हजारी प्रसाद द्विवेदी के इस निबंध को उनकी आत्माभिव्यक्ति के रूप में अधिक जाना जाता है।
- कुटज के माध्यम से द्विवेदीजी बहुत से महत्वपूर्ण बिंदुओं की व्यंजना करते चलते हैं।
- हजारीप्रसाद द्विवेदी (19 अगस्त 1907 - 19 मई 1979) हिन्दी निबन्धकार, आलोचक और उपन्यासकार थे।
- 1957 में राष्ट्रपति द्वारा 'पद्मभूषण' की उपाधि से सम्मानित किये गये।
- 1973 में 'आलोक पर्व' निबन्ध संग्रह के लिए उन्हें 'साहित्य अकादमी पुरस्कार' से सम्मानित किया गया।
- इनके निबंध संग्रह निम्नलिखित हैं:-
- अशोक के फूल (1948)
- कल्पलता (1951)
- विचार और वितर्क (1954)
- विचार-प्रवाह (1959)
- कुटज (1964)
- विश के दन्त
- कल्पतरु
- गतिशील चिंतन
- साहित्य सहचर
निबन्ध Question 8:
'कविता क्या है' निबंध चिंतामणि के किस भाग में संकलित है ?
Answer (Detailed Solution Below)
निबन्ध Question 8 Detailed Solution
'कविता क्या है' निबंध चिंतामणि के भाग 1 में संकलित है|
Key Points
- कविता क्या है? निबन्ध आचार्य रामचंद्र शुक्ल के निबन्ध संग्रह चिंतामणि(भाग-1) में संकलित है।
- सरस्वती पत्रिका में 1909ई. में सर्वप्रथम प्रकाशित हुआ।
Important Points
- चिंतामणि(भाग-1) में संकलित अन्य निबन्ध-भाव या मनोविकार,उत्साह,श्रद्धा-भक्ति,करुणा,लज्जा और ग्लानि,लोभ और प्रीति,ईर्ष्या, क्रोध,तुलसी का भक्तिमार्ग, काव्य में लोकमंगल की साधनावस्था आदि।
Additional Information
- चिंतामणि(भाग-1) सर्वप्रथम 'विचार-वीथी' नाम से प्रकाशित हुआ था।
- अन्य भाग व संपादक-
- चिंतामणि(भाग-1)-रामचन्द्र शुक्ल(1939)
- चिंतामणि(भाग-2)-विश्वनाथ प्रसाद मिश्र(1945)
- चिंतामणि(भाग-3)-नामवर सिंह(1983)
- चिंतामणि(भाग-4)-कुसुम चतुर्वेदी और ओमप्रकाश सिंह(2004)
निबन्ध Question 9:
“रघुवीर सहाय” की रचना है-
Answer (Detailed Solution Below)
निबन्ध Question 9 Detailed Solution
"दिल्ली मेरा प्रदेश", "रघुवीर सहाय" की रचना है। अतः उपर्युक्त विकल्पों में से विकल्प (1) दिल्ली मेरा प्रदेश सही है तथा अन्य विकल्प असंगत है।
Key Points
- रघुवीर सहाय (9 दिसम्बर 1929- 30 दिसम्बर 1990)
- विधा :- निबंध
- कविता संग्रह 'लोग भूल गए हैं ' के लिए 1984 में "साहित्य अकादमी पुरस्कार" से सम्मानित।
Additional Information
- रघुवीर सहाय की प्रमुख कृतियाँ निम्नलिखित हैं:-
- दूसरा सप्तक
- सीढ़ियों पर धूप में
- आत्महत्या के विरुद्ध
- हँसो हँसो जल्दी हँसो (कविता संग्रह)
- रास्ता इधर से है (कहानी संग्रह)
- रघुवीर सहाय के हिन्दी भाषांतर निम्नलिखित हैं:-
- बारह हंगरी कहानियाँ
- विवेकानंद (रोमां रोला)
- जेको'
- राख़ और हीरे( पोलिश उपन्यास ,ले० येर्ज़ी आन्द्र्ज़ेएव्स्की)
- वरनम वन (मैकबेथ, शेक्सपियर )
निबन्ध Question 10:
इनमें से कौनसा निबंध हजारी प्रसाद द्विवेदी द्वारा रचित नहीं है?
Answer (Detailed Solution Below)
निबन्ध Question 10 Detailed Solution
जड़ की बात निबंध हजारी प्रसाद द्विवेदी द्वारा रचित नहीं है।
जड़ की बात-
- रचनाकार-जैनेद्र
- विधा-निबन्ध
- प्रकाशन वर्ष-1945 ई.
Key Pointsजैनेंद्र-
- जन्म-1905-1988 ई.
- मुख्य निबन्ध-
- प्रस्तुत प्रश्न (1936 ई.),पूर्वोदय (1951 ई.),समय और हम(1964 ई.),परिप्रेक्ष(1977 ई.),साहित्य और संस्कृति(1979 ई.) आदि।
Important Pointsहजारी प्रसाद द्विवेदी-
- जन्म-1907 -1979 ई.
- यह ललित निबन्धकार थे
- मुख्य निबन्ध-
- अशोक के फूल (1948 ई.), कल्पलता(1951 ई.), विचार और वितर्क (1957 ई.), कुटज (1964 ई.), आलोक पर्व (1972 ई.) आदि।
Additional Informationअशोक के फुल-
- विषय-
- अशोक के फूल के माध्यम से प्राचीन प्रतीकों का प्रयोग किया गया है।
- अलग-अलग संदर्भों में अशोक के फूल को दर्शाया गया है।
कुटज-
- विषय-
- कुटज ललित निबंध है।
- इसका केंद्र कुटज नाम का वृक्ष है जो पुष्पों से भरा हुआ होता है।
- हजारी प्रसाद द्विवेदी के इस निबंध को उनकी आत्माभिव्यक्ति के रूप में अधिक जाना जाता है।
- कुटज के माध्यम से द्विवेदीजी बहुत से महत्वपूर्ण बिंदुओं की व्यंजना करते चलते हैं।
शिरीष के फूल-
- विषय-
- यह निबंध 'कल्पलता' से उद्धृत है।
- इसमें लेखक ने आँधी,लू और गरमी की प्रचंडता में भी बच्चे की तरह अविचल होकर कोमल फूलों का सौंदर्य बिखेर रहे शिरीष के माध्यम से मनुष्य का जीवन और कलह के बीच धैर्यपूर्वक, लोगों के लिए चिंता,कर्तव्यशील बने रहने को महान मानव की मूल्य के रूप में स्थापित किया है।