अन्य कहानीकार या तथ्य MCQ Quiz in मल्याळम - Objective Question with Answer for अन्य कहानीकार या तथ्य - സൗജന്യ PDF ഡൗൺലോഡ് ചെയ്യുക
Last updated on Mar 30, 2025
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अन्य कहानीकार या तथ्य Question 1:
'टिपटिपवा' कहानी किसकी लोककथा पर आधारित है?
Answer (Detailed Solution Below)
अन्य कहानीकार या तथ्य Question 1 Detailed Solution
'टिपटिपवा' कहानी लोककथा पर आधारित है- उत्तरप्रदेश
- 'टिपटिपवा कहानी' उत्तर प्रदेश की लोककथा पर आधारित है जो कि गिरिजा रानी अस्थाना जी द्वारा लिखी गयी है।
Key Pointsटिपटिपवा कहानी-
- रचनाकार- गिरिजा रानी अस्थाना
- विधा- लोककथा
- मुख्य पात्र- बूढी औरत और उसका पोता आदि।
- विषय-
- कहानी में एक बुढ़िया का वर्णन है, जो अपने पोते को रोज रात को सोते समय कहानी सुनाती हैं।
Important Pointsगिरिजा रानी अस्थाना-
- अन्य रचनाएँ-
- एक दोस्त सांप
- लौट के चूहा घर को आया
Additional Informationलोककथा:-
- लोककथा या लोकवार्ता (folklore) किसी मानव-समूह की उस साझी अभिव्यक्ति को कहते हैं
- जो कथाओं, कहावतों, चुटकुलों आदि अनेक रूपों में अभिव्यक्त होता है।
- इसके अलावा लोकवार्ता में उस मानव-समूह के लोककलाएँ, लोकवास्तु, लोकगीत, लोक-उत्सव आदि सब कुछ आ जाते हैं।
अन्य कहानीकार या तथ्य Question 2:
'दोस्त की मदद' रचना का विषय क्या है?
Answer (Detailed Solution Below)
अन्य कहानीकार या तथ्य Question 2 Detailed Solution
'दोस्त की मदद' रचना का विषय 'लोमड़ी ने तेंदुए से कछुए की जान बचाकर अपने दोस्त की मदद की। '
- 'दोस्त की मदद' कहानी के लेखक ए. के. रामानुजन जी है।
Key Pointsदोस्त की मदद-
- रचनाकार- ए. के. रामानुजन
- विधा- कहानी
- मुख्य पात्र- लोमड़ी, तेंदुए, कछुए।
- विषय-
- लोमड़ी ने तेंदुए से कछुए की जान बचाकर अपने दोस्त की मदद की।
Important Pointsए. के. रामानुजन-
- जन्म- 1929-1993 ई.
- भारत के साहित्यकार थे।
- उनका कविता “एस्ट्रोनॉमर स्वतंत्र विचार प्रसंग और उनका व्यक्तित्व जो कि यूरो-अमेरिकी संस्कृति का गुण है।
- कविता-
- दी स्ट्राइडर्स,
- सेलेक्टेड पोएम्स,
- दी कलेक्टेड पोएम्स (अंग्रेजी),
- होक्कूलल्ली हुविल्ला,
- कुंतोबिल्ले, मट्दु
अन्य कहानीकार या तथ्य Question 3:
निम्न में से देश-विभाजन पर आधारित कहानी नहीं है:
Answer (Detailed Solution Below)
अन्य कहानीकार या तथ्य Question 3 Detailed Solution
दादी-माँ देश-विभाजन पर आधारित कहानी नहीं है।
Key Points अन्य कहानियाँ और उनके रचनाकार-
रचना | प्रकाशन वर्ष | रचनाकार | विधा |
लेटरबॉक्स | सच्चिदानंद हीरानंदवात्स्यायन 'अज्ञेय' | कहानी | |
बदला | सच्चिदानंद हीरानंदवात्स्यायन 'अज्ञेय' | कहानी | |
शरणदाता | 1947ई. | सच्चिदानंद हीरानंदवात्स्यायन 'अज्ञेय' | कहानी |
दादी-माँ | शिवप्रसाद सिंह | कहानी |
अन्य कहानीकार या तथ्य Question 4:
'सूरदास की झोंपड़ी' रचना की भाषा है -
Answer (Detailed Solution Below)
अन्य कहानीकार या तथ्य Question 4 Detailed Solution
'सूरदास की झोंपड़ी' रचना की भाषा है -देशज शब्द प्रधान
सूरदास की झोंपड़ी-
- रचनाकार-प्रेमचंद
- विधा-कहानी
- विषय-
- यह पाठ प्रेमचंद के उपन्यास रंगभूमि का एक अंश है।
- यह कहानी एक अंधे भिखारी सूरदास तथा उसके बेटे 'मिठुआ' को केंद्र में रखकर लिखी गई है।
- उसी गांव में जगधर और भैरौ भी रहते हैं जो इस कथा के खलनायक और उप खलनायक के पात्रों रूप में जाने जाते हैं।
Key Pointsरंगभूमि-
- रचनाकार-प्रेमचंद
- विधा-उपन्यास
- प्रकाशन वर्ष-1925 ई.
- विषय-
- नव-विकसित पूंजीवाद और भारतीय परम्परा के द्वन्द को व्यापक फलक पर चित्रित किया गया है।
Important Pointsप्रेमचंद-
- जन्म-1880-1936 ई.
- कहानी संग्रह-
- सप्त सरोज(1917 ई.)
- नवनिधि(1917 ई.)
- प्रेम पूर्णिमा(1918 ई.)
- प्रेम तीर्थ(1928 ई.) आदि।
- प्रमुख कहानियाँ-
- बड़े घर की बेटी(1910 ई.)
- नमक का दारोगा(1913 ई.)
- सौत(1915 ई.)
- पंच परमेश्वर(1916 ई.)
- बूढ़ी काकी(1921 ई.)
- कफन(1936 ई.)आदि।
Additional Information'सूरदास की झोपड़ी' कहानी का सार-
- यह कहानी एक अंधे गरीब सूरदास व उसके बेटे मिठुआ की है।
- गरीब होने के बावजूद सूरदास बहुत निश्चित व संतुष्ट रहता है।
- यही बात इसके गाँव के भैरों और जगधर को रास नहीं आती है।
- सूरदास ने अपनी तीन इच्छाओं को पूर्ण करने के लिए एक पोटली में पैसे जमा कर रखे है।
- सूरदास की तीन इच्छाएं थी-
- पितरो का पिंडदान
- अपने बेटे मिठुआ का विवाह
- गाँव के लिए एक कुँआ बनवाना।
- भैरों अपनी पत्नी सुभागी को रोज मारता है एक दिन उसकी मार से बचने के लिए वह सूरदास की झोपड़ी में आश्रय लेती है।
- इस बात से भैरों को अत्यंत गुस्सा आता है और बदले की आग में वह सूरदास की झोपड़ी में आग लगा देता है और उसके पैसे भी चुरा लेता है।
- भैरों को लगता है ऐसा करने से वह सूरदास को दुखी कर देगा परंतु होता इसके विपरीत है।
- सूरदास दुखी होने के जगह नव-निर्माण करता है।
अन्य कहानीकार या तथ्य Question 5:
अभिशप्त कहानी का मुख्य विषय क्या है?
Answer (Detailed Solution Below)
अन्य कहानीकार या तथ्य Question 5 Detailed Solution
सही उत्तर है - कर्म
- अभिशप्त के लेखक हैं - यशपाल
Additional Information
- अभिशप्त कहानी का मुख्य विषय कर्म है।
- कहानी हमें सिखाती है कि हमारे कर्मों के परिणाम हमारे जीवन में होते हैं।
- रामचंद्र को अपने कर्मों का फल भोगना पड़ता है, और वह अपनी पत्नी सीता को खो देता है।
- कहानी यह भी सिखाती है कि हम अपने कर्मों को बदल सकते हैं।
- रामचंद्र ने अपने कर्मों के परिणामों को स्वीकार किया, और उन्होंने अपने जीवन के अंत तक सीता को याद किया।
अन्य कहानीकार या तथ्य Question 6:
निम्न में से देश-विभाजन पर आधारित कहानी नहीं है:
Answer (Detailed Solution Below)
अन्य कहानीकार या तथ्य Question 6 Detailed Solution
सही उत्तर उपर्युक्त में से कोई नहीं है।
दी गई सभी कहानियां देश - विभाजन पर आधारित कहानियां हैं।
Key Pointsकहानियाँ और उनके रचनाकार-
रचना | प्रकाशन वर्ष | रचनाकार | विधा |
लेटरबॉक्स | सच्चिदानंद हीरानंदवात्स्यायन 'अज्ञेय' | कहानी | |
बदला | सच्चिदानंद हीरानंदवात्स्यायन 'अज्ञेय' | कहानी | |
शरणदाता | 1947ई. | सच्चिदानंद हीरानंदवात्स्यायन 'अज्ञेय' | कहानी |
अन्य कहानीकार या तथ्य Question 7:
'एक दिन की बादशाहत' कहानी किस भाषा से अनूदित है?
Answer (Detailed Solution Below)
अन्य कहानीकार या तथ्य Question 7 Detailed Solution
'एक दिन की बादशाहत' कहानी भाषा से अनूदित है- उर्दू
- 'एक दिन की बादशाहत' कहानी के लेखक 'जीलनी बानो' तथा इसका उर्दू से अनुवाद 'लक्ष्मीचन्द्र गुप्त' ने किया है।
उर्दू-
- भाषा विज्ञान के आधार पर हिन्दी और उर्दू एक ही भाषा है। नस्तालीक़ लिपि में लिखी गई हिन्दी भाषा को उर्दू कहा जाता है ।
- उर्दू का स्वतन्त्र व्याकरण नहीं है। उर्दू भाषा हिन्द आर्य भाषा है। उर्दू भाषा हिन्दुस्तानी भाषा की एक मानकीकृत रूप मानी जाती है।
Key Pointsएक दिन की बादशाहत-
- रचनाकार- जीलनी बानो
- विधा- कहानी
- मुख्य पात्र- आरिफ़, सलीम
- विषय-
- इस पाठ में एक दिन के लिए बच्चे बड़े बनते हैं और बड़े बच्चे बनते है।
Important Pointsजीलनी बानो-
- जन्म- 1936 ई.
- यह उर्दू साहित्य की एक हिन्दुसतानी लेखक हैं।
- अन्य कहानी-
- एक नज़र इधर भी
- मोम की मरयम
- ऐ दिल ऐ दिल
- एक दोस्त की ज़रूरत है
- अपने मरने का दुख
Additional Informationफारसी-
- फ़ार्सी एक भाषा है जो ईरान, ताजिकिस्तान, अफ़्ग़ानिस्तान और उज़्बेकिस्तान में बोली जाती है।
- यह ईरान, अफ़ग़ानिस्तान, ताजिकिस्तान की राजभाषा है।
- भाषाई परिवार के लिहाज़ से यह हिन्द यूरोपीय परिवार की हिन्द ईरानी (इंडो ईरानियन) शाखा की ईरानी उपशाखा का सदस्य है।
तमिल-
- तमिल एक मानव प्रजातीय मूल है, जिनका मुख्य निवास भारत के तमिलनाडु तथा उत्तरी श्री लंका में है।
- तमिल समुदाय से जुड़ी चीजों को भी तमिल कहते हैं जैसे, तमिल तथा तमिलनाडु के वासियों को भी तमिल कहा जाता है।
- तामिल, द्रविड़ जाति की ही एक शाखा है।
तेलुगू-
- तेलुगु भाषा भारत के आंध्र प्रदेश और तेलंगाना राज्यों की मुख्यभाषा और राजभाषा है। ये द्रविड़ भाषा-परिवार के अन्तर्गत आती है।
- विश्वभर में सबसे ज़्यादा वक्ताओं वाली द्रविड़ भाषा का दर्जा तेलुगु को मिलता है और यह भारत की उन चुनिंदा भाषाओं में शामिल है
- जिन्हें एक से ज़्यादा राज्यों में राजभाषा का दर्जा प्राप्त है।
अन्य कहानीकार या तथ्य Question 8:
बदरीनाथ शर्मा लिखित कहानी है —
Answer (Detailed Solution Below)
अन्य कहानीकार या तथ्य Question 8 Detailed Solution
सही उत्तर हार की जीत है।
Key Points
- बदरीनाथ शर्मा द्वारा लिखित कहानी हार की जीत है।
- बदरीनाथ शर्मा जी की पहली प्रकाशित हिन्दी कथा उनकी सबसे प्रसिद्ध कहानी हार की जीत है।
- सुदर्शन इनका उपनाम है।
- जो कि 1920 में हिन्दी साहित्यिक पत्रिका सरस्वती में प्रकाशित हुई थी।
- बदरीनाथ शर्मा 1945 में महात्मा गांधी द्वारा प्रस्तावित अखिल भारतीय हिन्दुस्तानी प्रचार सभा वर्धा की साहित्य परिषद् के सम्मानित सदस्यों में थे।
- उनकी रचनाओं में हार की जीत, सच का सौदा, अठन्नी का चोर, साईकिल की सवारी, तीर्थ-यात्रा, पत्थरों का सौदागर, पृथ्वी-वल्लभ आदि के नाम उल्लेखनीय हैं।
Additional Information
कविता |
लेखक |
जीवन परिचय |
मत बाँटो इन्सान को |
विनय महाजन |
विनय महाजन एक प्रसिद्ध कवि हैं और साथ ही राजीव गांधी फाउंडेशन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) और राजीव गांधी समकालीन अध्ययन संस्थान के निदेशक हैं। |
अन्य कहानीकार या तथ्य Question 9:
निम्नलिखित कहानीकारों को उनकी कहानियों के साथ सुमेलित कीजिए :
सूची I |
सूची II |
||
(a) |
शिवप्रसाद सिंह |
(i) |
एक टोकरी भर मिट्टी |
(b) |
अज्ञेय |
(ii) |
पाजेब |
(c) |
जैनेन्द्र |
(iii) |
पुलिस की सीटी |
(d) |
माधवराव सप्रे |
(iv) |
दादी माँ |
Answer (Detailed Solution Below)
(a) - (iv), (b) - (iii), (c) - (ii), (d) - (i)
अन्य कहानीकार या तथ्य Question 9 Detailed Solution
सही उत्तर (1) (a) - (iv), (b) - (iii), (c) - (ii), (d) - (i) है।
सूची I |
सूची II |
शिवप्रसाद सिंह |
दादी माँ |
अज्ञेय |
पुलिस की सीटी |
जैनेन्द्र |
पाजेब |
माधवराव सप्रे |
एक टोकरी भर मिट्टी |
मार्कण्डेय |
हँसा जाई अकेला |
Key Points मार्कण्डेय
- जन्म-1930।
- 'नया साहित्य प्रकाशन' की स्थापना 1956ई.में की ।
- 'हँसा जाई अकेला' कहानी मार्कण्डेय की है।
- उपन्यास-अग्निबीज,सेमल के फूल।
- कहानी-संग्रह-पानफूल(1954),पत्थर और परछाइयाँ(1956),हँसा जाई अकेला(1957),महुए का पेड़(1957),भूदान(1958),माही(1962),बीच के लोग(1975)।
Additional Information
लेखक |
जन्म |
रचना |
महत्वपूर्ण बिंदु |
शिवप्रसाद सिंह |
1928ई. |
आर पार की माला(1955), कर्मनाशा की हार(1958), इन्हें भी इंतजार है(1961),मुर्दासराय(1966), अँधेरा हँसता है(1975),भेड़िया(1977),दादी माँ,नन्हों |
नामवर सिंह ने 'दादी माँ' को हिंदी की पहली कहानी माना। 1990 में 'नीला चाँद' उपन्यास के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार। |
यशपाल |
1903ई. |
पिंजरे की उड़ान 1939,ज्ञानदान(1943),अभिशिप्त(1943),तर्क का तूफ़ान(1944),भस्मावृत चिंगारी (1946), वो दुनिया(1948), फूलो का कुर्ता(1949),धर्मयुद्ध(1950), उत्तराधिकारी(1951), चित्र का शीर्षक(1951), तुमने क्यों कहा था मै सुंदर हूँ(1954),उत्तमी की माँ(1955),भूख के तीन दिन(1968),मक्रील |
'पिंजड़े की उड़ान'(1939) में 1934से 1938ई.के मध्य जेल में लिखीगई कहानियाँ। 'मेरी तेरी उसकी बात' उपन्यास पर 1976 ई.में साहित्य अकादमी पुरस्कार। |
जैनेन्द्र |
1905ई. |
फाँसी (1929), वातायन'(1930), नीलम देश की राजकन्या(1933), एक रात(1934), दो चिड़ियाँ(1935), पाजेब (1942), जयसंधि (1949) तथा जैनेंद्र की कहानियाँ (सात भाग) |
'खेल'प्रथम कहानी 1928ई. में 'विशाल भारत' में प्रकाशित। इन्हें 'मुक्तिबोध' उपन्यास के लिए 1966ई. में साहित्य अकादमी पुरस्कार। |
माधवराव सप्रे |
1871ई. |
एक टोकरी भर मिट्टी(1901) |
देवी प्रसाद वर्मा ने पहली कहानी माना। |
अन्य कहानीकार या तथ्य Question 10:
निम्नांकित में से कौन-सा गीत 'तीसरी कसम' कहानी में नहीं है-
Answer (Detailed Solution Below)
अन्य कहानीकार या तथ्य Question 10 Detailed Solution
'तीसरी कसम' कहानी में गीत नहीं है- 'नान्हीं-नान्हीं दँतवा, पातर ठोरवा छटकै जैसन बिजलिया ______l
Key Pointsतीसरी कसम-
- रचनाकार- फणीश्वरनाथ रेणु
- विधा- कहानी
- प्रकाशन वर्ष- 1956 ई.
- इसका दूसरा नाम 'मारे गए गुलफाम' है।
- यह ठुमरी कहानी संग्रह में संकलित है।
- विषय-
- यह हीरामन और हीराबाई के बैलगाड़ी सफर के माध्यम से लोक संस्कृति उसमें निहित रस और मर्यादित निश्चल प्रेम को व्यक्त करने वाली कहानी है।
- मुख्य पात्र-
- गाड़ीवान हीरामन और कंपनी की औरत हीराबाई।
- गौण पात्र-
- पलटदास
- लाल मोहर
- लाल मोहर का नौकर लहसनवाँ
- धुन्नीराम आदि।
- हीरामन की 3 कसमें-
- चोरबाजरी का माल नही लादेगा।
- बाँस नहीं ढोयेगा।
- कम्पनी की औरत नहीं बैठाएगा।
Important Pointsफणीश्वरनाथ रेणु-
- जन्म- 1921-1977 ई.
- कहानी संग्रह-
- ठुमरी(1959 ई.)
- एक आदिम रात्रि की महक(1967 ई.)
- अग्निखोर(1973 ई.)
- एक श्रावणी दोपहर की धूप(1984 ई.)
- अच्छे आदमी(1986 ई.) आदि।
- प्रमुख कहानियाँ-
- मारे गये गुलफाम (तीसरी कसम)
- पंचलाइट
- तबे एकला चलो रे
- ठेस
- संवदिया आदि।