शब्द विचार MCQ Quiz - Objective Question with Answer for शब्द विचार - Download Free PDF
Last updated on Mar 22, 2025
Latest शब्द विचार MCQ Objective Questions
शब्द विचार Question 1:
Comprehension:
परमार्थ की इच्छा अच्छी भावना है।
Answer (Detailed Solution Below)
शब्द विचार Question 1 Detailed Solution
'कामना' सही उत्तर है।Key Points
- कामना का अर्थ - इच्छा है।
- कामिनी का अर्थ-सुन्दर स्त्री
- कांता का अर्थ-चमक
- रमणी का अर्थ - सुन्दर स्त्री
- अतः स्पष्ट है परमार्थ की इच्छा अच्छी भावना है।वाक्य में इच्छा का अर्थ कामना है।
Important Points
- वह व्यक्ति जिसका ज्ञान शून्य हो -अज्ञ
- वह जो आक्रमण करने वाला हो -अभियोगी
- जिसका आज ही विवाह हुआ हो -सद्यः परिणित
शब्द विचार Question 2:
Comprehension:
'वह आंख से कुबड़ा है।'
Answer (Detailed Solution Below)
शब्द विचार Question 2 Detailed Solution
'वह आंख से कुबड़ा है।' इस वाक्य में रेखांकित शब्द के अर्थ स्थान पर उचित शब्द होगा- दृष्टिहीन अन्य सभी विकल्प असंगत है।Key Points
- अशुद्ध वाक्य - वह आंख से कुबड़ा है।
- दिए गये वाक्य में 'शब्द-अर्थ प्रयोग' की त्रुटि है।
- यहाँ 'कुबड़ा' सार्थक शब्द नही है और इससे सही अर्थ प्रकट नही हो रहा।
- अत: सार्थक शब्द 'दृष्टिहीन' होना चाहिए।
- शुद्ध वाक्य - 'वह आंख से दृष्टिहीन है।
- 'कुबड़ा' का अर्थ- जिसकी पीठ टेढ़ी हो गई हो।
- 'दृष्टिहीन' का अर्थ- जिसे दिखाई न पड़े, जो न देख सके।
Important Pointsशब्द-अर्थ प्रयोग की अशुद्धि:-
अशुद्ध वाक्य | शुद्ध वाक्य |
उसकी भाषा देवनागरी है। | उसकी लिपि देवनागरी है। |
कोहिनूर एक अमूल्य हीरा है। | कोहिनूर एक बहुमूल्य हीरा है। |
स्कूल में व्याकरण की विद्या दी जाती है। | स्कूल में व्याकरण की शिक्षा दी जाती है। |
सुमन को अपने रुप पर गौरव है। | सुमन को अपने रुप पर गर्व है। |
समालोचक साहित्य का अंवेषण करते हैं। | समालोचक साहित्य का अनुशीलन करते हैं। |
Additional Information
शब्द | अर्थ |
गूंगा | जो बोल न सके, मूक। |
वाचाल | बहुत अधिक बोलने वाला, बकवादी, बातूनी। |
बहरा | जिसे कानों से सुनाई न देता हो |
शब्द विचार Question 3:
Comprehension:
यह अशोक कितना हरा भरा है।
Answer (Detailed Solution Below)
शब्द विचार Question 3 Detailed Solution
दिए गए विकल्पों में ‘अशोक’ का उचित अनेकार्थक शब्द 'एक वृक्ष' है। अन्य विकल्प इसके अनुचित उत्तर हैं।Key Points
- ‘शोकरहित, एक वृक्ष, मगधराज’ आदि ‘अशोक’ के ही अनेकार्थक शब्द है।
- स्वामी, राजा, ईश्वर अनेकार्थक शब्द है।
- 'उत्तर’, ‘एक दिशा का नाम, जवाब’ अनेकार्थक शब्द है।
Additional Information
शब्द |
परिभाषा |
उदाहरण |
अनेकार्थी शब्द |
जिन शब्दों के एक से अधिक अर्थ होते हैं, उन्हें 'अनेकार्थी शब्द' कहते है। |
काक- कौआ, लँगड़ा आदमी, अतिधृष्ट। |
शब्द |
अनेकार्थक शब्द |
आभीर |
अहीर, एक राग आदि। |
अगज |
पहाड़ से उत्पन्न, हाथी से भिन्न आदि। |
इंगित |
अभिप्राय, संकेत, हिलना-डुलना आदि। |
शब्द विचार Question 4:
Comprehension:
अपने इरादे पर अटल रहना चाहिए।
Answer (Detailed Solution Below)
शब्द विचार Question 4 Detailed Solution
यहाँ दिए गये वाक्य के अनुसार ‘अटल’ का अर्थ ‘अविचल, स्थिर, अडिग’ है। अतः इस आधार पर सही विकल्प अडिग है।
Key Points
अन्य विकल्प
शब्द |
पर्यायवाची |
गणिका |
वेश्या, तवायफ़ा |
विशम्भर |
विष्णु, लक्ष्मीपति |
विप्र |
महीसुर, ब्राह्मण |
Additional Information
पर्यायवाची शब्द-
शब्द | पर्यायवाची |
अनुपम | अपूर्व, अतुल, अनोखा, अनूठा |
ईप्सा | इच्छा, ख्वाहिश, कामना, अभिलाषा |
उग्र | प्रचण्ड, उत्कट, तेज, महादेव |
उदाहरण | मिसाल, नजीर, दृष्टान्त, नमूना |
ऐक्य | एकत्व, एका, एकता, मेल |
असत्य | कृत्रिम, कृतक खोटा, असत |
ओस | नीहार, तुषार, तुहिन, निशाजल |
एकांत | निर्जन, सूना, शांत, शून्य |
अकुँर | अँखुआ, आँख, कोंपल, कलिका |
कमल | उत्पल, अम्भोज, वनज, कंज |
खर | गर्दभ, खोता, रासभ, वैशाखनंदन |
गीला | अशुष्क, सिक्त, तर, नम |
चूहा | मूसा, मूषक, मुसटा, उंदुर |
कुबेर |
कित्ररेश, यक्षराज, धनद, धनाधि |
शब्द विचार Question 5:
Comprehension:
रस का अक्षय पात्र सदा सा है।
Answer (Detailed Solution Below)
शब्द विचार Question 5 Detailed Solution
"रस का अक्षय पात्र सदा सा है।"- रेखांकित शब्द का अर्थ है- अविनाशी
अक्षय-
- अर्थ-
- अविनाशी (कभी नष्ट न होने वाला)
- विलोम-
- क्षय, क्षयशील, नश्वर
Additional Information
"रस का अक्षय पात्र सदा का,
छोटा मेरा खेत चौकोना।-
- रचनाकार-उमाशंकर जोशी
- विधा-काव्य
- यह 'छोटा मेरा खेत' कविता की पंक्तियाँ हैं।
- भाव-
- कवि कहता है कि उसका कविता रूपी खेत छोटा-सा है, उसमें रस कभी समाप्त नहीं होता।
Key Points
उमाशंकर जोशी-
- जन्म-1911-1988 ई.
- इनका जन्म गुजरात में हुआ।
- बीसवीं सदी की गुजराती कविता को नई भंगिमा प्रदान की।
- इनका उपनाम 'वासुकी' है।
- प्रमुख काव्य रचनाएं-
- विश्वशांति (6 खंडों में)
- गंगोत्री
- निशीथ
- गुलेपोलांड
- प्राचीना
- आतिथ्य और वसंत वर्ष
- महाप्रस्थान आदि।
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शब्द रचना विधि के आधार पर चार विधियाँ हैं:
Answer (Detailed Solution Below)
शब्द विचार Question 6 Detailed Solution
Download Solution PDFKey Points
शब्द |
परिभाषा |
उदाहरण |
उपसर्ग |
ऐसे शब्दांश जो किसी शब्द के पूर्व जुड़कर उसके अर्थ में परिवर्तन कर देते हैं। |
प्रति + क्षण = प्रतिक्षण सम् + गम = संगम |
प्रत्यय |
शब्द के उपरांत जिस शब्द का प्रयोग किया जाता है वह प्रत्यय है। |
जैसे - ता, औना, अन, अत श्रो + ता = श्रोता |
संधि |
दो शब्दों के मेल से जो विकार (परिवर्तन) होता है उसे संधि कहते हैं। |
विद्या + अर्थी = विद्यार्थी महा + ईश = महेश |
समास | समास उस प्रक्रिया को कहते हैं, जिसमें दो शब्द मिलाकर उनके बीच के संबंधसूचक आदि का लोप करके नया शब्द बनाया जाता है। समास से तात्पर्य 'संक्षिप्तीकरण' से है। समास के माध्यम से कम शब्दों में अधिक अर्थ प्रकट किया जाता है। | जैसे - राजा का पुत्र – राजपुत्र |
रचना के आधार पर शब्दों के तीन भेद माने गए हैं -
शब्द |
परिभाषा |
उदाहरण |
रूढ़ शब्द |
जो शब्द हमेशा किसी विशेष अर्थ को प्रकट करते हो तथा जिनके खण्डों का कोई अर्थ न निकले, उन्हें 'रूढ़' कहते है। इन शब्दों का निर्माण अन्य शब्दों के मेल या संयोग से नहीं होता। |
'नाक' शब्द में 'ना' और 'क' का कोई अर्थ नहीं निकल रहा है। |
यौगिक शब्द |
जो शब्द अन्य शब्दों के योग से बने हो तथा जिनके प्रत्येक खण्ड का कोई अर्थ हो, उन्हें यौगिक शब्द कहते है। यह मेल प्रत्यय, उपसर्ग तथा अन्य रूढ़ शब्दों का होता है। |
डाकघर, पीला - पन, देशवासी आदि। |
योगरूढ़ शब्द |
जो शब्द अन्य शब्दों के योग से बनते हो, परन्तु एक विशेष अर्थ के लिए प्रसिद्ध होते है, उन्हें योगरूढ़ शब्द कहते है। इन शब्दों के सांकेतिक अर्थ होते हैं। |
पंकज, जलज, लम्बोदर आदि। |
तत्सम शब्द | जो शब्द संस्कृत से सीधे हिन्दी में उसी प्रकार स्वीकार लिए गये।उन्हें तत्सम शब्द कहा जाता है। जैसे: सूर्य,दिवस आदि। |
तद्भव शब्द | जो शब्द संस्कृत के ही है।परन्तु काल के बीतने पर उनमे थोड़ा परिवर्तन हुआ है।उन्हें हम तद्भव शब्द कहते है।जैसे: सूरज,दिन आदि। |
देशज शब्द | जो शब्द क्षेत्रीय भाषाओ के प्रभाव से हिन्दी में प्रयुक्त होने लगे।उन्हें हम देशज शब्द कहते है।जैसे: धडाम,लोटा आदि। |
विदेशी शब्द | जो शब्द विदेशी भाषाओ के प्रभाव से हिन्दी में बोले जाने लगे।उन्हें हम विदेशी शब्द कहते है।जैसे:टिकट,रेल,अकादमी आदि। |
- जिन शब्दों का रूप-परिवर्तन होता रहता है वे विकारी शब्द कहलाते हैं। जैसे-कुत्ता, कुत्ते, कुत्तों, मैं मुझे,हमें अच्छा, अच्छे खाता है, खाती है, खाते हैं। इनमें संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण और क्रिया विकारी शब्द हैं।
- जिन शब्दों के रूप में कभी कोई परिवर्तन नहीं होता है वे अविकारी शब्द कहलाते हैं। जैसे - अव्यय आदि।
दिए गए वाक्य में रेखांकित भाग किस प्रकार का क्रिया विशेषण है ज्ञात कीजिए।
दादी कल उपहार लाएँगी।
Answer (Detailed Solution Below)
शब्द विचार Question 7 Detailed Solution
Download Solution PDFइसका सही उत्तर विकल्प 4 ‘कालवाचक विशेषण’ होगा। अन्य विकल्प सही उत्तर नहीं हैं।
Key Points
- वे क्रियाविशेषण शब्द जो हमें क्रिया के होने वाले समय का बोध कराते हैं, वह शब्द कालवाचक क्रियाविशेषण कहलाते हैं। जैसे
- ”आज बरसात होगी। - ऊपर दिए गए उदाहरण में कल शब्द जो है वह दादी के उपहार लाने की क्रिया के होने के समय के बारे में बोध करा रहा है।
Additional Information
विशेषण जो शब्द संज्ञा या सर्वनाम शब्दों की विशेषता बताते हैं। उन्हें विशेषण कहा जाता है। विशेषण के मुख्यतः आठ भेद हैं – |
||
विशेषण |
परिभाषा |
उदाहरण |
गुणवाचक विशेषण |
वे शब्द जो संज्ञा या सर्वनाम के गुण, धर्म, स्वाभाव आदि का बोध कराये। |
बलशाली, पुराण, नया, तीक्ष्ण, कमजोर, मोटा, दुर्बल, पठारी आदि। |
संख्यावाचक विशेषण |
ऐसे शब्द जो संज्ञा या सर्वनाम की संख्या का बोध कराते हैं। |
दो, तीनों, चार गुना, प्रत्येक आदि। |
परिमाणवाचक विशेषण |
ऐसे शब्द जो संज्ञा या सर्वनाम की मात्रा का बोध कराते हैं। |
चार किलो, एक मीटर, दो लीटर, थोड़ा, बहुत आदि। |
सार्वनामिक विशेषण |
वे सर्वनाम शब्द जो संज्ञा से पहले आयें और विशेषण की तरह उस संज्ञा शब्द की विशेषता बताएं। |
यह लड़की वही है जिसने मेरा पेन लिया था। |
व्यक्तिवाचक विशेषण |
ऐसे शब्द जो संज्ञा के भेद व्यक्तिवाचक संज्ञा से बने होते हैं एवं विशेषण शब्दों की रचना करते हैं। |
मुझे भारतीय खाना बहुत पसंद है। |
प्रश्नवाचक विशेषण |
ऐसे शब्द जिनका संज्ञा या सर्वनाम में जानने के लिए प्रयोग होता है। |
यह व्यक्ति कौन है? |
तुलनाबोधक विशेषण |
जब वस्तुओं के गुण - दोष की तुलना आपस में की जाये। |
वह राधा से भी ज्यादा सुरीला गाती है। |
सम्बन्धवाचक विशेषण |
विशेषण शब्दों का प्रयोग करके किसी एक वस्तु या व्यक्ति का सम्बन्ध दूसरी वस्तु या व्यक्ति के साथ दर्शाया जाये। |
घर की बाहरी दीवार ख़राब हो रही है। |
Answer (Detailed Solution Below)
शब्द विचार Question 8 Detailed Solution
Download Solution PDFउपरोक्त विकल्पों में से सही उत्तर विकल्प 4 'महत्तम' है। अन्य विकल्प अनुचित उत्तर हैं।
Key Points
तुलनाबोधक विशेषण की तीन अवस्थाएं होती हैं :
- मूलावस्था
- उत्तरावस्था
- उत्तमावस्था
उदाहरण -
Additional Information
विशेषण की परिभाषा - विशेषण वे शब्द होते हैं जो संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता बताते हैं। ये शब्द वाक्य में संज्ञा के साथ लगकर संज्ञा की विशेषता बताते हैं। |
|
तुलना बोधक विशेषण |
जिन शब्दों से दो वस्तुओं की परस्पर तुलना की जाती है वे शब्द तुलनाबोधक विशेषण कहलाते हैं। |
दिए गए वाक्य में रेखांकित भाग किस प्रकार का पुरूष है ज्ञात कीजिए।
मोहन बहुत खाना खाता है।
Answer (Detailed Solution Below)
शब्द विचार Question 9 Detailed Solution
Download Solution PDFदिए गए विकल्पों में से विकल्प 4 अन्य सही उत्तर है । अन्य विकल्प असंगत है। मोहन बहुत खाना खाता है।, में अन्य पुरूष होगा।
Key Points
- जिस सर्वनाम शब्दों के प्रयोग से वक्ता और श्रोता का संबंध ना होकर किसी अन्य का संबोधन प्रतीत हो। वे वाक्य अन्य पुरूष के अंतर्गत आते हैं।
अन्य पुरूष |
जिस सर्वनाम शब्दों के प्रयोग से वक्ता और श्रोता का संबंध ना होकर किसी अन्य का संबोधन प्रतीत हो। वह शब्द अन्य पुरुष कहलाता है जैसे – वह,यह,उन, उनको,उनसे,इन्हें, उन्हे,उसके,इसने आदि। |
अन्य विकल्प-
संज्ञा |
परिभाषा |
उदाहरण |
मध्यम पुरूष |
श्रोता ‘ संवाद ‘ करते समय जिन सर्वनाम शब्दों का प्रयोग करता है उन्हें मध्यम पुरुष कहते हैं – |
जैसे – तू , तुम , तुमको , तुझे , आप , आपको , आपके आदि। |
उत्तम पुरूष |
वक्ता जिन शब्दों का प्रयोग अपने स्वयं के लिए करता है , उन्हें उत्तम पुरुष कहते हैं। |
जैसे – मैं , हम , मुझे , मैंने , हमें , मेरा , मुझको , आदि। |
प्रथम पुरूष |
मैं और तुम को छोड़कर जितनी भी नामपद संज्ञा है , वह सभी प्रथम पुरुष में आती है । |
जैसे- वह, वे दोनों, वे सब। आदि। |
Additional Information
सर्वनाम |
वह शब्द जो संज्ञा के बदले में आए उसे सर्वनाम कहते हैं। जैसे – ‘ मैं ‘, ‘ तुम ‘, ‘ हम ‘, ‘ वह ‘, ‘ आप ‘, ‘ उसका ‘ , ‘ उसकी, ‘ वह ‘ आदि। |
छत्तीसगढ़ी 'माड़ी' शब्द का अर्थ है:
Answer (Detailed Solution Below)
शब्द विचार Question 10 Detailed Solution
Download Solution PDFदिए गए विकल्पों में से सही उत्तर विकल्प 4 'घुटना’ है। अन्य विकल्प इसके गलत उत्तर हैं।
Key Points
- छत्तीसगढ़ी 'माड़ी' शब्द का अर्थ है - घुटना।
- घुटना - जांघ और तंग के बीच का जोड़ घुटना होता है।
- अन्य विकल्प गलत हैं।
Additional Information
- दो या दो से अधिक वर्णो से बने ऐसे समूह को 'शब्द' कहते है जिसका कोई न कोई अर्थ निकलता हो।
- वर्णों या ध्वनियों के सार्थक वर्ण-समुदाय को 'शब्द' कहते है।
- किसी शब्द से जिस भाव की प्रतीति होती है, वही उस शब्द का अर्थ है।
- किसी शब्द को बोलते ही श्रोता के दिमाग में एक भाव या चित्र उभर आता है, यह भाव या चित्र ही उस शब्द का अर्थ है।
'मेरी आँखों में दर्द है'। इस वाक्य में 'दर्द' का पद परिचय दीजिए।
Answer (Detailed Solution Below)
शब्द विचार Question 11 Detailed Solution
Download Solution PDFदिए गए विकल्पों में से सही उत्तर विकल्प 2 'भाववाचक संज्ञा, पुल्लिंग, एकवचन, कर्ताकारक, 'है' क्रिया का कर्ता हैं' है। अन्य विकल्प इसके अनुचित उत्तर हैं।
Key Points
- दिए गए वाक्य में 'दर्द' शब्द 'भाववाचक संज्ञा, पुल्लिंग, एकवचन, कर्ताकारक, 'है' क्रिया का कर्ता हैं' होगा।
- दर्द का अर्थ पीड़ा या कष्ट होता है।
- अन्य विकल्प इसके अनुचित उत्तर हैं।
Additional Information
- शब्द - वर्णों के सार्थक मेल को शब्द कहते हैं।
- शब्द भाषा की स्वतंत्र इकाई होते हैं जिनका अर्थ होता है।
- पद - जब कोई शब्द व्याकरण के नियमों के अनुसार प्रयुक्त हो जाता है तब उसे पद कहते हैं।
- पद-परिचय- वाक्य में प्रयुक्त पदों का विस्तृत व्याकरणिक परिचय देना ही पद-परिचय कहलाता है।
शब्द विचार Question 12:
च, छ, ज, झ उदाहरण है
Answer (Detailed Solution Below)
शब्द विचार Question 12 Detailed Solution
दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर विकल्प 2 'स्पर्शी-संघर्षी व्यंजन के' है। अन्य विकल्प इसके अनुचित उत्तर हैं।
Key Points
- 'च, छ, ज, झ' उदाहरण है 'स्पर्शी-संघर्षी व्यंजन के'।
- जिन व्यंजनों के उच्चारण में स्पर्श का समय अपेक्षाकृत अधिक होता है और उच्चारण के बाद वाला भाग संघर्षी हो जाता है, वे स्पर्श संघर्षी कहलाते हैं।
- अन्य विकल्प इसके अनुचित उत्तर हैं।
अन्य विकल्प:
- स्पर्शी व्यंजन - क, ख, ग, घ, ट, ठ, थ, ड, ढ, त, थ, द, ध, प, फ, ब, भ।
- संघर्षी व्यंजन - श, ष, स, ह।
- अंतस्थ व्यंजन - य, र, ल, व।
Additional Information
- वर्ण वह सबसे छोटी ध्वनि जिसके टुकड़े या खंड नहीं किया जाता है, उसे वर्ण कहते हैं।
- अर्थात् भाषा की सबसे छोटी इकाई ध्वनि है ध्वनि को वर्ण कहते हैं।
- हिंदी वर्णमाला में 11 स्वर और 33 व्यंजन अर्थात् 44 वर्ण होते हैं और 3 संयुक्ताक्षर होते हैं।
शब्द विचार Question 13:
'ज़ोरावर' शब्द का अर्थ है:
Answer (Detailed Solution Below)
शब्द विचार Question 13 Detailed Solution
दिए गए विकल्पों में सही उत्तर विकल्प 2 ‘बलवान’ है। अन्य विकल्प इसके अनुचित उत्तर हैं।
Key Points
- दिए गए विकल्पों में से 'ज़ोरावर' शब्द का उचित अर्थ 'बलवान' होगा।
- बलवान के पर्यायवाची शब्द हैं - शक्तिशाली, बलशाली, ताकतवर, पुष्ट, मजबूत, दृढ़।
अन्य विकल्प:
- बल पूर्वक - जोराजोरी
- अत्यधिक उत्साह - जोश-खरोश
- अभिवादन - जोहर
Additional Information
- वर्णों या ध्वनियों के सार्थक वर्ण-समुदाय को 'शब्द' कहते है।
- किसी शब्द से जिस भाव की प्रतीति होती है, वही उस शब्द का अर्थ है।
- किसी शब्द को बोलते ही श्रोता के दिमाग में एक भाव या चित्र उभर आता है, यह भाव या चित्र ही उस शब्द का अर्थ है।
शब्द विचार Question 14:
'कुपुत्र' कौन सा शब्द है?
Answer (Detailed Solution Below)
शब्द विचार Question 14 Detailed Solution
दिए गए विकल्पों में सही उत्तर विकल्प 2 ‘यौगिक शब्द’ होगा। अन्य विकल्प इसके अनुचित उत्तर हैं।
Key Points
- ऐसे शब्द जो किन्हीं दो सार्थक शब्दों के मेल से बनते हों, वे यौगिक शब्द कहलाते हैं।
- इन शब्दों के खंड भी सार्थक होते हैं।
- 'कुपुत्र अर्थात कु + पुत्र = कुपुत्र', इसमें 'कु' उपसर्ग है जिसका अर्थ बुरा होता है, जो संज्ञा के पूर्व लगकर अनेक अर्थ देता है।
Additional Information
- रूढ शब्द - ऐसे शब्द जो किसी विशेष अर्थ को प्रकट करते हैं लेकिन अगर उनके टुकड़े कर दिए जाएँ तो निरर्थक हो जाते हैं। ऐसे शब्दों को रूढ़ शब्द कहते हैं। जैसे- हल, कल आदि।
- योगरूढ़ शब्द - ऐसे शब्द जो किन्हीं डो शब्द के योग से बने हों एवं बनने पर किसी विशेष अर्थ का बोध कराते हैं, वे शब्द योगरूढ़ शब्द कहलाते हैं। जैसे: दशानन - दस मुख वाला अर्थात रावण
- संकर शब्द - वे शब्द जो दो भाषाओं के शब्दों को मिलाकर बना लिए गए हो उन्हें संकर शब्द कहते है। संकर शब्द विषेष शब्द होते है। जैसे - वर्षगांठ (संस्कृत + हिन्दी)।
शब्द विचार Question 15:
शब्द रचना विधि के आधार पर चार विधियाँ हैं:
Answer (Detailed Solution Below)
शब्द विचार Question 15 Detailed Solution
Key Points
शब्द |
परिभाषा |
उदाहरण |
उपसर्ग |
ऐसे शब्दांश जो किसी शब्द के पूर्व जुड़कर उसके अर्थ में परिवर्तन कर देते हैं। |
प्रति + क्षण = प्रतिक्षण सम् + गम = संगम |
प्रत्यय |
शब्द के उपरांत जिस शब्द का प्रयोग किया जाता है वह प्रत्यय है। |
जैसे - ता, औना, अन, अत श्रो + ता = श्रोता |
संधि |
दो शब्दों के मेल से जो विकार (परिवर्तन) होता है उसे संधि कहते हैं। |
विद्या + अर्थी = विद्यार्थी महा + ईश = महेश |
समास | समास उस प्रक्रिया को कहते हैं, जिसमें दो शब्द मिलाकर उनके बीच के संबंधसूचक आदि का लोप करके नया शब्द बनाया जाता है। समास से तात्पर्य 'संक्षिप्तीकरण' से है। समास के माध्यम से कम शब्दों में अधिक अर्थ प्रकट किया जाता है। | जैसे - राजा का पुत्र – राजपुत्र |
रचना के आधार पर शब्दों के तीन भेद माने गए हैं -
शब्द |
परिभाषा |
उदाहरण |
रूढ़ शब्द |
जो शब्द हमेशा किसी विशेष अर्थ को प्रकट करते हो तथा जिनके खण्डों का कोई अर्थ न निकले, उन्हें 'रूढ़' कहते है। इन शब्दों का निर्माण अन्य शब्दों के मेल या संयोग से नहीं होता। |
'नाक' शब्द में 'ना' और 'क' का कोई अर्थ नहीं निकल रहा है। |
यौगिक शब्द |
जो शब्द अन्य शब्दों के योग से बने हो तथा जिनके प्रत्येक खण्ड का कोई अर्थ हो, उन्हें यौगिक शब्द कहते है। यह मेल प्रत्यय, उपसर्ग तथा अन्य रूढ़ शब्दों का होता है। |
डाकघर, पीला - पन, देशवासी आदि। |
योगरूढ़ शब्द |
जो शब्द अन्य शब्दों के योग से बनते हो, परन्तु एक विशेष अर्थ के लिए प्रसिद्ध होते है, उन्हें योगरूढ़ शब्द कहते है। इन शब्दों के सांकेतिक अर्थ होते हैं। |
पंकज, जलज, लम्बोदर आदि। |
तत्सम शब्द | जो शब्द संस्कृत से सीधे हिन्दी में उसी प्रकार स्वीकार लिए गये।उन्हें तत्सम शब्द कहा जाता है। जैसे: सूर्य,दिवस आदि। |
तद्भव शब्द | जो शब्द संस्कृत के ही है।परन्तु काल के बीतने पर उनमे थोड़ा परिवर्तन हुआ है।उन्हें हम तद्भव शब्द कहते है।जैसे: सूरज,दिन आदि। |
देशज शब्द | जो शब्द क्षेत्रीय भाषाओ के प्रभाव से हिन्दी में प्रयुक्त होने लगे।उन्हें हम देशज शब्द कहते है।जैसे: धडाम,लोटा आदि। |
विदेशी शब्द | जो शब्द विदेशी भाषाओ के प्रभाव से हिन्दी में बोले जाने लगे।उन्हें हम विदेशी शब्द कहते है।जैसे:टिकट,रेल,अकादमी आदि। |
- जिन शब्दों का रूप-परिवर्तन होता रहता है वे विकारी शब्द कहलाते हैं। जैसे-कुत्ता, कुत्ते, कुत्तों, मैं मुझे,हमें अच्छा, अच्छे खाता है, खाती है, खाते हैं। इनमें संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण और क्रिया विकारी शब्द हैं।
- जिन शब्दों के रूप में कभी कोई परिवर्तन नहीं होता है वे अविकारी शब्द कहलाते हैं। जैसे - अव्यय आदि।