प्रश्न MCQ Quiz - Objective Question with Answer for प्रश्न - Download Free PDF
Last updated on Apr 10, 2025
Latest प्रश्न MCQ Objective Questions
प्रश्न Question 1:
"मैं होऊँ किसके हित चंचल?" पंक्ति में कौन-सा अलंकार है?
Answer (Detailed Solution Below)
Option 3 : प्रश्न अलंकार
प्रश्न Question 1 Detailed Solution
"मैं होऊँ किसके हित चंचल?" पंक्ति में प्रश्न अलंकार अलंकार है।
Key Pointsदिन जल्दी जल्दी ढलता
- रचियता- हरिवंश राय बच्चन
- विधा - कविता
- संदर्भित पंक्ति - मैं होऊँ किसके हित चंचला
- भावार्थ -
- प्रस्तुत पंक्ति में कवि ने एकाकी जीवन की कुण्ठा का यथार्थवादी वर्णन किया है।
- कवि कहता है कि इस जग में वह अकेला ही है।
- जीवन पथ पर बढ़ते बढ़ते वह सोचने लगता है कि उसका कोई ऐसा अपना प्रिय नहीं है जो उससे मिलने की आस में प्रतीक्षारत हो।
- इसलिए, मैं किसका चेहरा स्मरण कर, किसके हितार्थ अपने गन्तव्य की ओर व्यग्रता के साथ बढ़ूँ।
- सष्टिकरण- यदि पद में प्रश्न किया जाय तो उसमें प्रश्न अलंकार होता है।
Additional Information हरिवंश राय बच्चन
- जन्म - 27 नवम्बर 1907 ई.
- मृत्यु- 18 जनवरी 2003 ई.
- रचनाएँ -
- तेरा हार (1929)
- मधुशाला (1935)
- मधुबाला (1936)
- मधुकलश (1937)
- आत्म परिचय (1937)
- निशा निमंत्रण (1938)
- एकांत संगीत (1939)
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प्रश्न Question 2:
"मैं होऊँ किसके हित चंचल?" पंक्ति में कौन-सा अलंकार है?
Answer (Detailed Solution Below)
Option 3 : प्रश्न अलंकार
प्रश्न Question 2 Detailed Solution
"मैं होऊँ किसके हित चंचल?" पंक्ति में प्रश्न अलंकार अलंकार है।
Key Pointsदिन जल्दी जल्दी ढलता
- रचियता- हरिवंश राय बच्चन
- विधा - कविता
- संदर्भित पंक्ति - मैं होऊँ किसके हित चंचला
- भावार्थ -
- प्रस्तुत पंक्ति में कवि ने एकाकी जीवन की कुण्ठा का यथार्थवादी वर्णन किया है।
- कवि कहता है कि इस जग में वह अकेला ही है।
- जीवन पथ पर बढ़ते बढ़ते वह सोचने लगता है कि उसका कोई ऐसा अपना प्रिय नहीं है जो उससे मिलने की आस में प्रतीक्षारत हो।
- इसलिए, मैं किसका चेहरा स्मरण कर, किसके हितार्थ अपने गन्तव्य की ओर व्यग्रता के साथ बढ़ूँ।
- सष्टिकरण- यदि पद में प्रश्न किया जाय तो उसमें प्रश्न अलंकार होता है।
Additional Information हरिवंश राय बच्चन
- जन्म - 27 नवम्बर 1907 ई.
- मृत्यु- 18 जनवरी 2003 ई.
- रचनाएँ -
- तेरा हार (1929)
- मधुशाला (1935)
- मधुबाला (1936)
- मधुकलश (1937)
- आत्म परिचय (1937)
- निशा निमंत्रण (1938)
- एकांत संगीत (1939)