धातुरूप MCQ Quiz in हिन्दी - Objective Question with Answer for धातुरूप - मुफ्त [PDF] डाउनलोड करें
Last updated on Mar 24, 2025
Latest धातुरूप MCQ Objective Questions
Top धातुरूप MCQ Objective Questions
धातुरूप Question 1:
लभ् धातु, लोट् लकार, उत्तम पुरुष का एकवचन रूप है
Answer (Detailed Solution Below)
धातुरूप Question 1 Detailed Solution
लभ् धातु, लोट् लकार के विविध पुरुषों और वचनों के रूप निम्नलिखित प्रकार से चलता है-
लभ् धातु, लोट् लकार |
|||
पुरुष |
एकवचन |
द्विवचन |
बहुवचन |
प्रथमपुरुष |
लभताम् |
लभेताम् |
लभन्ताम् |
मध्यमपुरुष |
लभस्व |
लभेथाम् |
लभध्वम् |
उत्तमपुरुष |
लभै |
लभावहै |
लभामहै |
अतः लभ् धातु, लोट् लकार, उत्तम पुरुष का एकवचन रूप ‘लभै’ है।
धातुरूप Question 2:
सेव् आत्मनेपदी धातु से लृट् लकार उत्तमपुरुष एकवचन में रूप बनता है -
Answer (Detailed Solution Below)
धातुरूप Question 2 Detailed Solution
‘सेव्' आत्मनेपदी धातु से लृट् लकार के विविध पुरुषों और वचनों का रूप निम्लिखित प्रकार से चलता है-
‘सेव्' आत्मनेपदी धातु, लृट् लकार |
|||
पुरुष |
एकवचन |
द्विवचन |
बहुवचन |
प्रथमपुरुष |
सेविष्यते |
सेविष्येते |
सेविष्यन्ते |
मध्यमपुरुष |
सेविष्यसे |
सेविष्येथे |
सेविष्यध्वे |
उत्तमपुरुष |
सेविष्ये |
सेविष्यावहे |
सेविष्यामहे |
अतः स्पष्ट है कि ‘सेव्' आत्मनेपदी धातु से लृट् लकार उत्तमपुरुष एकवचन में 'सेविष्ये' रूप बनता है।
धातुरूप Question 3:
'सर्वे सुखिनः सन्तु' इस वाक्य में कौनसा लकार है?
Answer (Detailed Solution Below)
धातुरूप Question 3 Detailed Solution
'सर्वे सुखिनः सन्तु' इस वाक्य का अर्थ होता है 'सभी सुखी होवें'।
क्रियापद 'सन्तु' का अर्थ होवे' , आज्ञार्थी अर्थ सूचित करता है।
‘अस्' धातु से लोट् लकार प्रथमपुरुष बहूवचन में रूप होता है - सन्तु।
‘अस्' धातु से लोट् लकार | |||
पुरुष |
एकवचन |
द्विवचन |
बहुवचन |
प्रथम पुरुष |
अस्तु |
स्ताम् |
सन्तु |
मध्यम पुरुष |
एधि/स्ताम् |
स्तम् |
स्त |
उत्तम पुरुष |
असानि |
असाव |
असाम |
अतः स्पष्ट है की ‘'सर्वे सुखिनः सन्तु'’ इस वाक्य मे लोट् लकार का प्रयोग होता है।
धातुरूप Question 4:
'कुरु' पदे लकारं वर्तते -
Answer (Detailed Solution Below)
धातुरूप Question 4 Detailed Solution
प्रश्न का हिन्दी अनुवाद - 'कुरु' पद में लकार होता है -
स्पष्टिकरण - ‘कुरु’ यह पद '√कृ' धातु का लोट्लकार मध्यम-पुरुष एकवचन का रूप है।
कृ धातु, लोट्लकार | |||
पुरूष |
एकवचन |
द्विवचन |
बहुवचन |
प्रथमपुरूष |
करोतु |
कुरुताम् |
कुर्वन्तु |
मध्यमपुरूष |
कुरु |
कुरुतम् |
कुरुत |
उत्तमपुरूष |
करवाणि |
करवाव |
करवाम |
धातुरूप Question 5:
'लुट्' लकार का प्रयोग होता है
Answer (Detailed Solution Below)
धातुरूप Question 5 Detailed Solution
संस्कृत भाषा में 'लकार' होते जिनको धातु से जोड़के 'काल' का बोध दिया जाता है। इन्हे कालार्थी प्रत्यय भी कहते है।
लकार के दस प्रकार है।-
लकार |
काल-अर्थ |
लट् |
वर्तमान काल |
लिट् |
अनद्यतन परोक्ष भूतकाल |
लुट् |
अनद्यतन भविष्यत् काल |
लृट् |
सामान्य भविष्यत् काल |
लेट् |
अकालबाधित, सिर्फ़ देवोकेलिए |
लोट् |
आज्ञार्थी |
लङ् |
अनद्यतन भूतकाल |
लिङ् |
विध्यर्थी |
लुङ् |
सामान्य भूतकाल |
लृङ् |
हेतु हेतुमद भूतकाल |
धातुरूप Question 6:
'पा' धातोः लृट् लकारस्य प्रथमपुरुष बहुवचने रूपम् अस्ति
Answer (Detailed Solution Below)
धातुरूप Question 6 Detailed Solution
प्रश्न का हिन्दी अनुवाद - 'पा ' धातु से लृट् लकार प्रथमपुरुष बहुवचन में रूप होता है -
स्पष्टीकरण - 'पा' धातु से लृट् लकार प्रथमपुरुष बहुवचन में रूप पास्यन्ति होता है।
'पा' धातु से लृट् लकार | |||
पुरुष |
एकवचन |
द्विवचन |
बहुवचन |
प्रथमपुरुष |
पास्यति |
पास्यतः |
पास्यन्ति |
मध्यमपुरुष |
पास्यसि |
पास्यथः |
पास्यथ |
उत्तमपुरुष |
पास्यामि |
पास्यावः |
पास्यामः |
अतः स्पष्ट है कि 'पा' धातु से लृट् लकार प्रथमपुरुष बहुवचन में रूप होता है - पास्यन्ति।
धातुरूप Question 7:
'सह्' धातोः लट् लकारस्य उत्तमपुरुषैकवचने रूपं भवति-
Answer (Detailed Solution Below)
धातुरूप Question 7 Detailed Solution
प्रश्न का हिन्दी अनुवाद - 'सह्' धातु, लट् लकार के उत्तमपुरुष एकवचन में रूप होता है -
स्पष्टीकरण - 'सह्' आत्मेनपद धातु है। सह् धातु का लट् लकार के उत्तमपुरुष एकवचन में सहे रूप बनता है।
Additional Information
'सह्' धातु, लट् लकार के विविध पुरुषों और वचनों के रूप निम्नलिखित प्रकार से चलता है-
'सह्' धातु का लट् लकार में प्रयोग |
|||
पुरुष |
एकवचन |
द्विवचन |
बहुवचन |
प्रथमपुरुष |
सहते |
सहेते |
सहन्ते |
मध्यमपुरुष |
सहसे |
सहेथे |
सहध्वे |
उत्तमपुरुष |
सहे |
सहावहे |
सहामहे |
अतः 'सह्' धातु लट् लकार, उत्तमपुरुष, एकवचन का रूप ‘सहे’ है।
धातुरूप Question 8:
'नश्' धातु लट्लकार प्रथमपुरुष-एकवचनं रूपमस्ति-
Answer (Detailed Solution Below)
धातुरूप Question 8 Detailed Solution
स्पष्टीकरण -
- धातुरूप का प्रयोग क्रियाओं के लिए किया जाता है। जैसे (गम् - जाना)
- नश् (नाश होना) धातु का लट्लकार, प्रथम पुरुष एकवचन में नश्यते रूप बनता है। नश्यते रूप आत्मने पद लट्लकार में बनता है।
अतः यहाँ नश्यते सही उत्तर है।
Hint
अन्य विकल्प -
ये तीनों ही रूप नश् धातु के है, जो भिन्न-भिन्न लकारों में बनते हैं।
- नश्येते - प्रथम पुरुष-द्विवचन, लट्लकार (आत्मने पद)
- अनश्यत् - प्रथम पुरुष-एकवचन, लङ्लकार (परस्मै पद)
- नश्येत - प्रथम पुरुष-एकवचन, विधिलिङ्लकार (आत्मने पद)
नश् धातु (नाश होना) धातुरूप का आत्मनेपद (लट्लकार) में प्रयोग निम्नलिखित है-
धातुरूप Question 9:
‘पठ्’ धातु लोट् लकार, मध्यम पुरूष, एकवचन रूप है
Answer (Detailed Solution Below)
धातुरूप Question 9 Detailed Solution
स्पष्टीकरण: ‘पठ्’ धातु से ‘लोट् लकार’ के विविध वचनों और पुरूषों में प्राप्त रूप इस प्रकार है-
पुरूष |
एकवचन |
द्विवचन |
बहुवचन |
प्रथमपुरूष |
पठतु |
पठताम् |
पठन्तु |
मध्यमपुरूष |
पठ |
पठतम् |
पठत |
उत्तमपुरूष |
पठानि |
पठाव |
पठाम |
अतः स्पष्ट है कि ‘लोट् लकार, मध्यम पुरूष, एकवचन’ में ‘पठ’ रूप बनता है।
धातुरूप Question 10:
‘राम: रावणं ममार।’ में कौन-सा लकार है?
Answer (Detailed Solution Below)
धातुरूप Question 10 Detailed Solution
‘राम: रावणं ममार।’ में लिट् लकार है। लिट् लकार (अनद्यतन परोक्ष भूतकाल) जो अपने साथ न घटित होकर किसी इतिहास का विषय हो। 'रामः रावणं ममार' अर्थात् राम ने रावण को मारा।
Additional Information
लकार |
परिभाषा |
उदाहरण |
लङ् लकार |
लङ् लकार ( अनद्यतन भूत काल ) आज का दिन छोड़ कर किसी अन्य दिन जो हुआ हो ।
|
भवान् तस्मिन् दिने भोजनमपचत्। |
लृट लकार |
लृट् लकार ( सामान्य भविष्य काल ) जो आने वाले किसी भी समय में होने वाला हो ।
|
रामः इदं कार्यं करिष्यति। |
लट् लकार |
वर्तमान काल |
श्यामः खेलति |