अवलोकन
टेस्ट सीरीज़
एडिटोरियल |
संपादकीय विदेश मंत्रालय में आवश्यक सुधार 13 जनवरी, 2025 को द हिंदू में प्रकाशित |
यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा के लिए विषय |
विदेश मंत्रालय (MEA), भारतीय विदेश सेवा (IFS) , भारत की विदेश नीति |
यूपीएससी मुख्य परीक्षा के लिए विषय |
संदर्भ: देश के बढ़ते वैश्विक कद और महत्वाकांक्षाओं के अनुरूप भारत के विदेश मंत्रालय के आधुनिकीकरण की आवश्यकता प्रस्तुत की गई है।
भारत के विदेश मंत्रालय में स्टाफिंग की चुनौतियाँ निम्नलिखित हैं:
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विदेश मंत्रालय के संगठन को निम्नलिखित संरचनात्मक कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है:
विदेश मंत्रालय में निम्नलिखित सुधार प्रस्तावित हैं:
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भारत की बढ़ती वैश्विक प्रतिष्ठा के लिए आधुनिक और कुशल कूटनीतिक तंत्र की आवश्यकता है। भारत के विदेश मंत्रालय के सामने आने वाली चुनौतियों की आलोचनात्मक जांच करें और भारत की विदेश नीति के उद्देश्यों को पूरा करने में इसकी प्रभावशीलता बढ़ाने के लिए व्यापक सुधारों का सुझाव दें। (150 शब्द, 10 अंक)
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