Question
Download Solution PDFमनोसामाजिक सिद्धांत निम्नलिखित में से किस पर बल देता है?
Answer (Detailed Solution Below)
Detailed Solution
Download Solution PDFएरिक एरिकसन का मनोसामाजिक विकास का सिद्धांत मनोविज्ञान में व्यक्तित्व के सबसे प्रसिद्ध सिद्धांतों में से एक है।
- एरिकसन के सिद्धांत में पूरे जीवनकाल में सामाजिक अनुभव के प्रभाव का वर्णन किया गया है।
- उन्होंने महसूस किया कि विकास का पाठ्यक्रम शरीर (आनुवंशिक जैविक प्रोग्रामिंग), मन (मनोवैज्ञानिक) और सांस्कृतिक (लोकाचार) प्रभावों की पारस्परिक क्रिया से निर्धारित होता है।
- मनोसामाजिक सिद्धांत मूल रूप से यह दावा करता है कि लोग आठ मनोसामाजिक संकट चरणों का अनुभव करते हैं 'जो प्रत्येक व्यक्ति के विकास और व्यक्तित्व को प्रभावित करते हैं।
- प्रत्येक संकट चरण एक संबंधित जीवन स्तर और इसकी अंतर्निहित चुनौतियों से संबंधित है।
- एरिकसन ने पहले सूचीबद्ध धनात्मक ’स्वभाव के लिए समस्वरित’ शब्द का इस्तेमाल किया (उदाहरण के लिए भरोसा) और दूसरी सूचीबद्ध ’नकारात्मक’ स्वभाव के लिए निदान ’(उदाहरण, अविस्वाश)
Important Points
उद्योग बनाम हीन अवस्था (विलंबता 6-12 वर्ष)
- इस स्तर पर, यदि बच्चे को माता-पिता और शिक्षकों द्वारा प्रोत्साहित और प्रशंसा की जाती है, तो वह अपने कौशल में सक्षमता और विश्वास की भावना विकसित करता है।
- हीनता की भावनाएं विकसित होने की संभावना है और इससे बच्चा अल्प-सफल बन सकता है।
Key Points
एरिकसन के विकास के आठ चरण-
चरण | आयु | मूल संघर्ष | महत्वपूर्ण घटना |
1.मुखीय संवेदी | 0-18 माह | विश्वास बनाम अविश्वास | भोजन |
2. पेशीय गुदा | 18 माह.-3 वर्ष | स्वायत्तता बनाम शौचालय प्रशिक्षण | शर्म करो / संदेह करो |
3. गतिशील | 3-6वर्ष | पहल बनाम अपराधबोध | स्वतंत्रता |
4. विलंब | 6-12वर्ष | उद्योग बनाम हीनता | स्कूल का काम |
5.किशोरावस्था | 12-18 वर्ष | पहचान बनाम भूमिका भ्रम | समूह साथी संबंध |
6.युवा वयस्कता | 19-40 वर्ष | अंतरंगता बनाम अलगाव | प्रेम संबंध |
7.मध्य वयस्कता | 40-65 वर्ष | उदारता बनाम ठहराव | अभिभावक की भूमिका |
8. परिपक्वता | 65-मृत्यु | अहंकार अखंडता बनाम निराशा | जीवन के रूप में परावर्तन और स्वीकृति |
इस प्रकार उपर्युक्त बिंदुओं से, यह स्पष्ट है कि एरिक एरिकसन के मनोामजिक विकास का सिद्धांत उद्योग बनाम हीन अवस्था पर जोर देता है।
Additional Information
- उद्दीपन व प्रतिक्रिया और क्रियाप्रसूत (सक्रिय) अनुबंधन सीखने से संबंधित सिद्धांत हैं।
- लिंगीय व प्रसुप्ति चरण फ्रायड द्वारा प्रस्तावित विकास के मनोवैज्ञानिक चरणों से संबंधित चरण हैं।
Last updated on Apr 30, 2025
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