संस्मरण MCQ Quiz in मराठी - Objective Question with Answer for संस्मरण - मोफत PDF डाउनलोड करा
Last updated on Apr 10, 2025
Latest संस्मरण MCQ Objective Questions
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संस्मरण Question 1:
इनमें से कौन सा संस्मरणात्मक ग्रंथ कृष्णा सोबती द्वारा रचित है ?
Answer (Detailed Solution Below)
संस्मरण Question 1 Detailed Solution
हम हशमत कृष्णा सोबती द्वारा रचित संस्मरण है।Key Points
कृष्णा सोबती
- हमहशमत (भाग-2), हमहशमत (भाग-3)
कृष्णा सोबती के अन्य संस्मरण
- शब्दों के आलोक में, सोबती एक सोहबत।
हिन्दी के प्रथम संस्मरणकार पद्मसिंह शर्मा हैं।
इनकी प्रमुख रचना 'पद्म पराग' है।
रचना वर्ष :- सन् 1929
Additional Information
संस्मरण |
लेखक |
अन्य संस्मरण |
दीवानखाना (1984) |
पद्मा सचदेवा |
मितवाघर (1995), अमराई (2000) |
यादें और बातें (1998) |
बिन्दु अग्रवाल |
भारतभूषण अग्रवाल : कुछ यादें कुछ चर्चाएँ (1989) |
स्मृतियों का छंद (1995) |
रामदरश मिश्र |
अपने अपने रास्ते (2001) |
संस्मरण Question 2:
सूची I का सूची II से मिलान कीजिए
सूची - I (रचना) |
सूची - II (रचनाकार) |
||
A. |
मंटो मेरा दुश्मन |
I. |
शिवरानी देवी |
B. |
ये और वे |
II. |
रामवृक्ष बेनीपुरी |
C. |
जंजीरें और दीवारें |
III. |
उपेन्द्रनाथ अश्क |
D. |
प्रेमचंद : घर में |
IV. |
जैनेन्द्रकुमार |
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर का चयन कीजिए:
Answer (Detailed Solution Below)
संस्मरण Question 2 Detailed Solution
सूची I का सूची II से सही मिलान है-
सूची - I (रचना) |
सूची - II (रचनाकार) |
||
A. |
मंटो मेरा दुश्मन |
III. |
उपेन्द्रनाथ अश्क |
B. |
ये और वे |
IV. |
जैनेन्द्र कुमार |
C. |
जंजीरें और दीवारें |
II. |
रामवृक्ष बेनीपुरी |
D. |
प्रेमचंद : घर में |
I. |
शिवरानी देवी |
संस्मरण Question 3:
'मेरे बचपन के दिन' अनुसार, वर्ष 1917 में आनंद भवन क्या बन गया था?
Answer (Detailed Solution Below)
संस्मरण Question 3 Detailed Solution
सही उत्तर है - स्वतन्त्रता संघर्ष का केंद्र
- 1917 में गाँधी जी आनंद भवन में आए थे।
- उन दिनों आनंद भवन स्वतंत्रता संग्राम का केंद्र बना हुआ था।
Key Points
- मेरे बचपन के दिन में महादेवी जी ने अपने बचपन के उन दिनों को स्मृति के सहारे लिखा है
- जब वे विद्यालय में पढ़ रही थीं।
- इस अंश में लड़कियों के प्रति सामाजिक रवैये, विद्यालय की सहपाठिनों, छात्रावास के जीवन और स्वतंत्रता आंदोलन के प्रसंगों का बहुत ही सजीव वर्णन है।
Additional Informationकवयित्री परिचय -: महादेवी वर्मा
- जन्म -26 मार्च 1907
- जन्मस्थान - फ़र्रुख़ाबाद, उत्तरप्रदेश
- मृत्यु -11 सितम्बर 1987 (उम्र 80)
- रचनाएँ - काव्य-संग्रह - नीरजा ,निहार ,रश्मि ,यामा,दीपशिखा,सांध्यगीत
- रेखाचित्र अतीत के चलचित्र स्मृति की रेखाएं
- व्यवसाय -उपन्यासकार, कवयित्री, लघुकथा लेखिका
- महादेवी वर्मा को उनकी कृति "यामा" पर ज्ञानपीठ पुरस्कार प्रदान किया गया।
- महादेवी वर्मा का सर्वाधिक प्रिय प्रतीक "दीपक और बादल" रहे है।
- उल्लेखनीय सम्मान -1956: पद्म भूषण ,1982: ज्ञानपीठ पुरस्कार 1988: पद्म विभूषण
Important Points
- महादेवी वर्मा को उनकी कृति "यामा" पर ज्ञानपीठ पुरस्कार प्रदान किया गया।
- महादेवी वर्मा का सर्वाधिक प्रिय प्रतीक "दीपक और बादल" रहे है।
संस्मरण Question 4:
'मेरे बचपन के दिन' अनुसार, वर्ष 1917 में आनंद भवन क्या बन गया था?
Answer (Detailed Solution Below)
संस्मरण Question 4 Detailed Solution
सही उत्तर है - स्वतन्त्रता संघर्ष का केंद्र
- 1917 में गाँधी जी आनंद भवन में आए थे।
- उन दिनों आनंद भवन स्वतंत्रता संग्राम का केंद्र बना हुआ था।
Key Points
- मेरे बचपन के दिन में महादेवी जी ने अपने बचपन के उन दिनों को स्मृति के सहारे लिखा है
- जब वे विद्यालय में पढ़ रही थीं।
- इस अंश में लड़कियों के प्रति सामाजिक रवैये, विद्यालय की सहपाठिनों, छात्रावास के जीवन और स्वतंत्रता आंदोलन के प्रसंगों का बहुत ही सजीव वर्णन है।
Additional Informationकवयित्री परिचय -: महादेवी वर्मा
- जन्म -26 मार्च 1907
- जन्मस्थान - फ़र्रुख़ाबाद, उत्तरप्रदेश
- मृत्यु -11 सितम्बर 1987 (उम्र 80)
- रचनाएँ - काव्य-संग्रह - नीरजा ,निहार ,रश्मि ,यामा,दीपशिखा,सांध्यगीत
- रेखाचित्र अतीत के चलचित्र स्मृति की रेखाएं
- व्यवसाय -उपन्यासकार, कवयित्री, लघुकथा लेखिका
- महादेवी वर्मा को उनकी कृति "यामा" पर ज्ञानपीठ पुरस्कार प्रदान किया गया।
- महादेवी वर्मा का सर्वाधिक प्रिय प्रतीक "दीपक और बादल" रहे है।
- उल्लेखनीय सम्मान -1956: पद्म भूषण ,1982: ज्ञानपीठ पुरस्कार 1988: पद्म विभूषण
Important Points
- महादेवी वर्मा को उनकी कृति "यामा" पर ज्ञानपीठ पुरस्कार प्रदान किया गया।
- महादेवी वर्मा का सर्वाधिक प्रिय प्रतीक "दीपक और बादल" रहे है।
संस्मरण Question 5:
निम्नांकित में से कौनसी रचना विद्यानिवास मिश्र द्वारा रचित नहीं है?
Answer (Detailed Solution Below)
संस्मरण Question 5 Detailed Solution
सही उत्तर 'अतीत के चलचित्र' है।
Key Points
- अतीत के चलचित्र महादेवी वर्मा की रेखाचित्र है।
- महादेवी वर्मा ( 1907 - 1987 ) की अन्य प्रमुख रचनाएँः-
- नीहार (1930 ) , रश्मि (1932 ) , नीरजा ( 1934 ) , संध्यागीत ( 1936 ) आदि।
Additional Information
- विद्यानिवास मिश्र ( 1926 - 2005 ) की प्रमुख रचनाएँः-
रचनाकार | रचना |
विद्यानिवास मिश्र | छितवन की छाँह , हल्दी धूप , कदम की फूली डाल , आँगन का पंछी बंजार मन , मैंन सिला पहुंचाई , मेरे राम का मुकुट भींग रहा है आदि। |
- विद्यानिवास मिश्र आलोचक एवं ललित निबंधकार है।
संस्मरण Question 6:
महादेवी वर्मा की किस कृति में जीव-जन्तुओ और पशु पक्षियो से सम्बन्धित संस्करण हैं?
Answer (Detailed Solution Below)
संस्मरण Question 6 Detailed Solution
महादेवी वर्मा के मेरा परिवार में जीव जंतु और पशु पक्षियों से संबंधित संस्मरण है।
- विधा :- संस्मरण-संग्रह
- वर्ष :- 1972
- इसमें उन्होंने अपने पालतू पशुओं के संस्मरण लिखे हैं।
- प्रस्तुत पुस्तक में महादेवी वर्मा जी ने 7 संस्मरण लिखे हैं।
अतीत के चलचित्र (1941)
- विधा :- रेखाचित्र
- लेखिका :- महादेवी वर्मा
- इसमें लेखिका हमारा परिचय रामा, भाभी, बिन्दा, सबिया, बिट्टो, बालिका माँ, घीसा, अभागी स्त्री, अलोपी, बबलू तथा अलोपा इन ग्यारह चरित्रों से करवाती हैं।
पथ के साथी (1946)
- विधा :- संस्मरण संग्रह
- इसमे उन्होंने अपने समकालीन रचनाकारों का चित्रण किया है।
- पथ के साथी' में निम्नलिखित 11 संस्मरणों का संग्रह किया गया है-
- दद्दा (मैथिली शरण गुप्त), निराला भाई, स्मरण प्रेमचंद, प्रसाद, सुमित्रानंदन पंत
- सुभद्रा (कुमारी चौहान), प्रणाम (रवींद्रनाथ ठाकुर), पुण्य स्मरण (महात्मा गांधी)
- राजेन्द्रबाबू (बाबू राजेन्द्र प्रसाद), जवाहर भाई (जवाहरलाल नेहरू), संत राजर्षि (पुरुषोत्तमदास टंडन)
स्मृति की रेखाएँ (1943)
- विधा :- रेखाचित्र
- इसमें निरन्तर जिज्ञासाशील महादेवी ने अपनी स्मृति के आधार पर अमिट रेखाओं द्वारा अत्यन्त सहृदयता-पूर्वक जीवन के विविध रूपों को चित्रित कर पात्रों को अमर कर दिया गया।
- महादेवी ने अपने अधिकांश रेखाचित्रों में निम्नवर्गीय पात्रों की विशेषताओं, दुर्बलताओं और समस्याओं का चित्रण किया है।
महादेवीवर्मा के कविता संग्रह:-
- नीहार (1930), रश्मि (1932), नीरजा (1934), सांध्यगीत (1936), दीपशिखा (1942)
- सप्तपर्णा (अनूदित-1949), प्रथम आयाम (1974), अग्निरेखा (1990)
संस्मरण Question 7:
“अमिट रेखाये” के संस्मरण रेखा चित्रकार हैं
Answer (Detailed Solution Below)
संस्मरण Question 7 Detailed Solution
“अमिट रेखाये” के संस्मरण रेखा चित्रकार सत्यवती मल्लिका हैं, अन्य विकल्प असंगत है, अत: विकल्प 2 'सत्यवती मल्लिका' सही उत्तर होगा।
Key Points
- सत्यवती मलिक का जन्म १ जनवरी १९०६ को श्रीनगर में हुआ था।
- वे महादेवी वर्मा और सुभद्राकुमारी चौहान की समकालीन रहीं।
Additional Information
विष्णु प्रभाकर |
'अर्द्धनारीश्वर', 'आवारा मसीहा', 'क्षमादान' तथा 'पंखहीन' (आत्मकथा) आदि। |
देवेन्द्र सत्यार्थी |
रथ के पहिए, कठपुतली, दूध गाछ, ब्रह्मपुत्र, कथा कहो, उर्वशी, क्या गोरी क्या साँवली |
शिवपूजन सहाय |
देहाती दुनियाँ, मतवाला माधुरी, गंगा, जागरण, हिमालय, |
संस्मरण Question 8:
संस्मरण की पुस्तकें हैं:
A. नंगा तलाई का गाँव
B. ऋण जल धन जल
C. आछे दिन पाछे गए
D. वे लड़ेंगे हजार साल
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर का चयन कीजिए:
Answer (Detailed Solution Below)
संस्मरण Question 8 Detailed Solution
संस्मरण की पुस्तकें हैं:-
- नंगा तलाई का गांव
- आछे दिन पाछे गए
Key Pointsसंस्मरण-
- स्मृति के आधार पर किसी विषय पर अथवा किसी व्यक्ति पर लिखित आलेख संस्मरण कहलाता है।
- यात्रा साहित्य भी इसके अन्तर्गत आता है।
- संस्मरण को साहित्यिक निबन्ध की एक प्रवृत्ति भी माना जा सकता है।
- ऐसी रचनाओं को 'संस्मरणात्मक निबंध' कहा जा सकता है।
Additional Informationरचनाएँ और उनके रचनाकार-
रचना | प्रकाशन वर्ष | विधा | रचनाकार |
नंगा तलाई का गांव | 2012ई. | संस्मरण | विश्वनाथ त्रिपाठी |
ऋण जल धन जल | 1975ई. | रिपोतार्ज | फणीश्वरनाथ रेणु |
आछे दिन पाछे गए | 2004ई. | संस्मरण | काशीनाथ सिंह |
वे लड़ेंगे हजार साल | 1966ई. | रिपोतार्ज | शिवसागर मिश्र |
संस्मरण Question 9:
महादेवी वर्मा के 'पथ के साथी' में किनके संस्मरण शामिल हैं?
Answer (Detailed Solution Below)
संस्मरण Question 9 Detailed Solution
महादेवी वर्मा के 'पथ के साथी' में संस्मरण शामिल हैं- सुभद्रा कुमारी चौहान, प्रसाद, पंत, निराला
Key Pointsमहादेवी वर्मा-
- जन्म-1907-1987 ई.
- हिन्दी साहित्य में छायावादी युग के चार प्रमुख स्तम्भों में से एक मानी जाती हैं।
- इन्हें 'आधुनिक मीरा' के नाम से भी जाना जाता है।
- कवि निराला ने उन्हें “हिन्दी के विशाल मन्दिर की सरस्वती” भी कहा है।
- काव्य रचनाएं-
- नीहार(1930 ई.)
- रश्मि(1932 ई.)
- नीरजा(1934 ई.)
- सांध्यगीत(1936 ई.)
- दीपशिखा(1942 ई.) आदि।
Important Pointsपथ के साथी-
- रचनाकार-महादेवी वर्मा
- विधा-संस्मरण
- प्रकाशन वर्ष-1956 ई.
- मुख्य-
- इसमें महादेवी वर्मा ने समकालीन रचनाकारों का चित्रण किया है।
- आत्मीयतापूर्ण ढंग से उन्होंने इन साहित्यकारों का जीवन-दर्शन प्रस्तुत किया है।
- इसमें 11 संस्मरणों का संग्रह हैं-
- दद्दा (मैथिली शरण गुप्त)
- निराला भाई
- स्मरण प्रेमचंद
- प्रसाद
- सुमित्रानंदन पंत
- सुभद्रा (कुमारी चौहान)
- प्रणाम (रवींद्रनाथ ठाकुर)
- पुण्य स्मरण (महात्मा गांधी)
- राजेन्द्रबाबू (बाबू राजेन्द्र प्रसाद)
- जवाहर भाई (जवाहरलाल नेहरू)
- संत राजर्षि (पुरुषोत्तमदास टंडन)
संस्मरण Question 10:
“पथ के साथी” किसकी रचना है-
Answer (Detailed Solution Below)
संस्मरण Question 10 Detailed Solution
"पथ के साथी", "महादेवी वर्मा" की रचना है। अतः उपर्युक्त विकल्पों में से विकल्प (4) महादेवी वर्मा सही है तथा अन्य विकल्प असंगत हैं।
Key Points
- महादेवी वर्मा (26 मार्च 1907 — 11 सितंबर 1987)
- उन्हें "आधुनिक मीरा" के नाम से भी जाना जाता है।
- कवि निराला ने उन्हें “हिन्दी के विशाल मन्दिर की सरस्वती” भी कहा है।
- 27 अप्रैल 1982 को "ज्ञानपीठ पुरस्कार" से सम्मानित किया गया।
- विधा :- संस्मरण
रेखा चित्र |
रचना वर्ष |
संस्मरण |
रचना वर्ष |
निबंध |
रचना वर्ष |
अतीत के चलचित्र |
1941 |
पथ के साथी |
1956 |
शृंखला की कड़ियाँ |
1942 |
स्मृति की रेखाएं |
1943 |
मेरा परिवार |
1972 |
विवेचनात्मक गद्य |
1942 |
संस्मरण |
1983 |
साहित्यकार की आस्था तथा अन्य निबंध |
1962 |
||
संकल्पिता |
1969 |