रिपोर्ताज MCQ Quiz in मल्याळम - Objective Question with Answer for रिपोर्ताज - സൗജന്യ PDF ഡൗൺലോഡ് ചെയ്യുക
Last updated on Apr 13, 2025
Latest रिपोर्ताज MCQ Objective Questions
Top रिपोर्ताज MCQ Objective Questions
रिपोर्ताज Question 1:
निम्नांकित में से कौन सा कथन सही नहीं है?
Answer (Detailed Solution Below)
रिपोर्ताज Question 1 Detailed Solution
सही उत्तर 'रिपोर्ताज में कथा तत्व नहीं होना चाहिए' हैं।
- दिए गए विकल्पों में से 'रिपोर्ताज में कथा तत्व नहीं होना चाहिए' कथन सही नहीं हैं।
- रिपोर्ताज गद्य-लेखन की एक विधा है।
- रिपोर्ताज फ्रांसीसी भाषा का शब्द है।
- रिपोर्ट अंग्रेजी भाषा का शब्द है।
- रिपोर्ट किसी घटना के यथातथ्य वर्णन को कहते हैं।
- रिपोर्ट के कलात्मक तथा साहित्यिक रूप को रिपोर्ताज कहते हैं।
Key Points
अन्य विकल्पों का विश्लेषण:
- आँखों देखी और कानों सुनी घटनाओं पर भी रिपोर्ताज लिखा जा सकता है। कल्पना के आधार पर रिपोर्ताज नहीं लिखा जा सकता है।
- रिपोर्ताज लेखक को पत्रकार तथा कलाकार दोनों की भूमिका निभानी पडती है।
- रिपोर्ताज लेखक के लिये यह भी आवश्यक है कि वह जनसाधारण के जीवन की सच्ची और सही जानकारी (तथ्य) रखे।
Additional Information
- हिन्दी में रिपोर्ताज का आरम्भ प्रसादोत्तर युग/छायावादोत्तर युग में हुआ था।
- भारतेंदु ने स्वयं जनवरी, 1877 की 'हरिश्चंद्र चंद्रिका' में दिल्ली दरबार का वर्णन किया है, जिसमें रिपोर्ताज की झलक देखी जा सकती है।
- रिपोर्ताज लेखन का प्रथम सायास प्रयास शिवदान सिंह चौहान द्वारा लिखित 'लक्ष्मीपुरा' को मान जा सकता है।
रिपोर्ताज Question 2:
रिपोर्ताज - किस भाषा का शब्द है?
Answer (Detailed Solution Below)
रिपोर्ताज Question 2 Detailed Solution
- रिपोर्ताज गद्य-लेखन की एक विधा है।
- रिपोर्ताज फ्रांसीसी भाषा का शब्द है।
- हिन्दी में रिपोर्ताज का आरम्भ प्रसादोत्तर युग/छायावादोत्तर युग में हुआ था।
Key Points
- रिपोतार्ज फ्रांसीसी शब्द है , गद्य विधा के रूप में इसका आविर्भाव द्वितीय विश्वयुद्ध के आसपास हुआ ।
- हिंदी में रिपोर्ताज का जनक शिवदान सिंह चौहान को माना जाता है ।
- रिपोर्ताज के विकास में हंस पत्रिका का सर्वाधिक योगदान है ।
Important Points
रिपोतार्ज |
लेखक |
रचना वर्ष |
लक्ष्मीपुरा |
शिवदान सिंह चौहान |
1938 |
तूफानों के बीच |
रांगेय राघव |
1946 |
यह लड़ेंगे हजार साल |
शिवसागर मिश्र |
1966 |
युद्ध यात्रा |
डॉ धर्मवीर भारती |
1972 |
नेपाली क्रांति कथा |
फणीश्वर नाथ रेणु |
1978 |
श्रुत अश्रुत पूर्व |
फणीश्वर नाथ रेणु |
1984 |
जुलूस रुका है |
विवेकी राय |
1977 |
रिपोर्ताज Question 3:
हिंदी साहित्य का पहला 'रिपोर्ताज' माना जाता हैः
Answer (Detailed Solution Below)
रिपोर्ताज Question 3 Detailed Solution
- हिंदी साहित्य का पहला रिपोर्ताज लक्ष्मीपुरा को माना जाता है ।
- रिपोर्ट के कलात्मक और साहित्यिक रूप को ही रिपोर्ताज कहते हैं ।
Key Points
- रिपोर्ताज फ्रांसीसी शब्द है जो अंग्रेज़ी के रिपोर्ट का समानार्थी है ।
- श्रुत अश्रुत पूर्व - रेणु
- नेपाली क्रांति कथा - रेणु
- प्लाट का मोर्चा - शमशेर बहादुर सिंह
- हिंदी में रिपोर्ताज की शुरुआत शिवदान सिंह चौहान की कृति 'लक्ष्मीपुरा' से होती है , यह रिपोर्ताज रूपाभ के दिसम्बर , 1938 के अंक में प्रकाशित हुआ था ।
रिपोर्ताज Question 4:
'पहाड़ों में प्रेममय संगीत' रिपोर्ताज के लेखक हैं?
Answer (Detailed Solution Below)
रिपोर्ताज Question 4 Detailed Solution
- 'पहाड़ों में प्रेममय संगीत' रिपोर्ताज के लेखक हैं - उपेन्द्रनाथ अश्क।
- हिंदी में रिपोर्ताज का जनक शिवदान सिंह चौहान को माना जाता है।
- यह एक फ्रांसीसी शब्द है।
- निर्मल वर्मा - प्राग : एक स्वप्न।
- रेणु - ऋणजल धनजल, नेपाली क्रांति कथा, एकलव्य के नोट्स।
- शिवदान सिंह चौहान - लक्ष्मीपुरा, मौत के खिलाफ ज़िन्दगी की लड़ाई।
रिपोर्ताज Question 5:
'काले मेघा पानी दे' पाठ के आधार पर गगरी फूटी कौन पियासा?
Answer (Detailed Solution Below)
रिपोर्ताज Question 5 Detailed Solution
'काले मेघा पानी दे' पाठ के आधार पर गगरी फूटी बैल पियासा।
पाठ का अंश-
- "काले मेघा पानी दे
गगरी फूटी बैल पियासा
पानी दे, गुड़धानी दे
काले मेघा पानी दे।"
Key Pointsकाले मेघा पानी दे-
- रचनाकार-धर्मवीर भारती
- विधा-संस्मरण
- विषय-
- विज्ञान और विश्वास के सुंदर द्वन्द्व का चित्रण किया गया है।
Important Pointsधर्मवीर भारती-
- जन्म-1926-1997 ई.
- इलाहाबाद, उत्तर प्रदेश में इनका जन्म हुआ था।
- आधुनिक हिन्दी साहित्य के प्रमुख लेखक, कवि, नाटककार और सामाजिक विचारक थे।
- वे साप्ताहिक पत्रिका 'धर्मयुग' के प्रधान संपादक भी रहे।
- डॉ. धर्मवीर भारती को 1972 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया।
- दूसरा सप्तक के प्रमुख कवि है।
- काव्य रचनाएँ-
- ठंडा लोहा (1952 ई.)
- कनुप्रिया (1959 ई.)
- सात गीत वर्ष (1959 ई.)
- देशान्तर (1960 ई.) आदि।
- गीतिनाट्य-
- अंधायुग (1954 ई.)
- कहानी संग्रह-
- मुर्दों का गाँव (1946 ई.)
- स्वर्ग और पृथ्वी (1949 ई.)
- चाँद और टूटे हुए लोग (1955 ई.) आदि।
- उपन्यास-
- गुनाहों का देवता(1949 ई.)
- सूरज का सातवाँ घोडा (1952 ई.) आदि।
- निबंध संग्रह-
- ठेले पर हिमालय (1958 ई.)
- कहनी-अनकहनी (1970 ई.)
- पश्यंती (1969 ई.)
- साहित्य विचार और स्मृति (2003 ई.) आदि।
रिपोर्ताज Question 6:
'जहाँ पहिया है' नामक रचना है:
Answer (Detailed Solution Below)
रिपोर्ताज Question 6 Detailed Solution
सही उत्तर है - रिपोर्ताज
- जहाँ पहिया है” पाठ के लेखक “पालगम्मी साईनाथ जी” हैं।
Key Points रिपोर्ताज
- रिपोर्ट के कलात्मक तथा साहित्यिक रूप को रिपोर्ताज कहते हैं।
- हिंदी में रिपोर्ताज के जनक शिवदान सिंह चौहान हैं।
- इनके रिपोर्ताज 'लक्ष्मीपुरा' को हिंदी का पहला रिपोर्ताज माना जाता है।
Additional Information रेखाचित्र विधा
- रेखाचित्र गद्य साहित्य के आधुनिक विधा है।
- इस विधा में लेखक रेखा चित्र के माध्यम से शब्दों को ढांचा तैयार करता है।
- लेखक किसी सत्य घटना की वस्तु का या व्यक्ति का चित्रात्मक भाषा में वर्णन करता है।
- इसमें शब्द चित्रों का प्रयोग आवश्यक है।
कहानी विधा
- कहानी गद्य साहित्य की वह सबसे अधिक रोचक एवं लोकप्रिय विधा है, जो जीवन के किसी विशेष पक्ष का मार्मिक, भावनात्मक और कलात्मक वर्णन करती है।
यात्रावृत्तान्त विधा
- यात्रावृत्तान्त किसी स्थान में बाहर से आये व्यक्ति या व्यक्तियों के अनुभवों के बारे में लिखे वृतान्त को कहते हैं।
- हिन्दी का पहला यात्रा-वृत्त “सरयू पार की यात्रा” है, जिसका का रचनाकाल 1871 ई. है
- और इसके रचनाकार या लेखक “भारतेन्दु हरिश्चन्द्र” हैं।
रिपोर्ताज Question 7:
किस पाषाण ह्रदय वाले जनरल ने मैना की अंतिम इच्छा पूरी ना होने दी?
Answer (Detailed Solution Below)
रिपोर्ताज Question 7 Detailed Solution
सही उत्तर है - जनरल अउटरम
- जनरल अउटरम ने पाषाण ह्रदय वाले जनरल ने मैना की अंतिम इच्छा पूरी ना होने दी
Key Points
- आउटरम अंग्रेज़ी सेना का प्रधान सेनापति था।
- नाना साहब की पुत्री देवी मैना को भस्म कर दिया गया
- विधा - रिपोर्ताज
- लेखिका - चपला देवी
Additional Information
चपला देवी
- चपला देवी द्विवेदी युग की लेखिका चपला देवी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व के बारे में जानकारी उपलब्ध नहीं हो पाई ।
- स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान पुरुष - लेखकों . के साथ - साथ अनेक महिलाओं ने भी अपने - अपने लेखन से आज़ादी के आंदोलन को गति दी । उनमें से एक लेखिका चपला देवी भी रही हैं ।
- कई बार अनेक रचनाकार इतिहास में दर्ज होने से रह जाते हैं , चपला देवी भी उन्हीं में से एक हैं ।
Important Points
- लॉर्ड डलहौजी भारत में ब्रिटिश राज का गवर्नर जनरल था
- झांसी की रानी के विद्रोह को खत्म करने के लिए कैप्टन ह्यूरोज को जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
रिपोर्ताज Question 8:
'देश की मिट्टी बुलाती है' किस गद्य विधा की कृति है ?
Answer (Detailed Solution Below)
रिपोर्ताज Question 8 Detailed Solution
'देश की मिट्टी बुलाती है' रिपोर्ताज गद्य विधा की कृति है।
Key Points
रिपोर्ताज गद्य-लेखन की एक विधा है।
रिपोर्ताज फ्रांसीसी भाषा का शब्द है।रिपोर्ट अंग्रेजी भाषा का शब्द है। रिपोर्ट किसी घटना के यथातथ्य वर्णन को कहते हैं। रिपोर्ट सामान्य रूप से समाचारपत्र के लिये लिखी जाती है और उसमें साहित्यिकता नहीं होती है। रिपोर्ट के कलात्मक तथा साहित्यिक रूप को रिपोर्ताज कहते हैं।
Additional Information
रिपोर्ताज Question 9:
तूफानों के बीच' रिपोर्ताज में लेखक रांगेय राघव ने किस विषय-वस्तु को चुना?
Answer (Detailed Solution Below)
रिपोर्ताज Question 9 Detailed Solution
तूफानों के बीच' रिपोर्ताज में लेखक रांगेय राघव ने 'बंगाल के अकाल के विषय को' विषय-वस्तु को चुना।
Key Points रिपोतार्ज-
- रिपोर्ट किसी घटना के यथातथ्य वर्णन को कहते हैं।
- रिपोर्ट सामान्य रूप से समाचारपत्र के लिये लिखी जाती है और उसमें साहित्यिकता नहीं होती है।
- रिपोर्ट के कलात्मक तथा साहित्यिक रूप को रिपोर्ताज कहते हैं।
- वास्तव में रेखाचित्र की शैली में प्रभावोत्पादक ढंग से लिखे जाने में ही रिपोर्ताज की सार्थकता है।
Additional Information तूफानों के बीच-
- रांगेय राघव का लिखा रिपोर्ताज तूफानों के बीच हिन्दी साहित्य की एक अमूल्य कृति है।
- जिसको उन्होंने चार भागों में लिखा है- बाँध भाँगे दाओ, एक रात, मरेंगे साथ जिएंगे साथ एवं अदम्य जीवन।
- यह रिपोर्ताज सन् 1942-44 के अन्तराल में बंगाल में पड़ने वाले भीषण अकाल की भयावहता का साक्षी है, जिसे पढ़कर वहाँ की विषम परिस्थितियों से उत्पन्न लेखक के अन्तर्मन की व्याकुलता प्रकट होती है।
रांगेय राघव-(1923-1962)
- रांगेय राघव हिंदी के बहुमुखी प्रतिभावाले रचनाकारों में से हैं।
- इन्होने उपन्यासकार, कहानीकार, निबंधकार, आलोचक, नाटककार, कवि, इतिहासवेत्ता तथा रिपोर्ताज लेखक के रूप में स्वंय को स्थापित किया।
प्रमुख रचनाएँ-
- घरौदा 1946
- विषाद मठ
- मुरदों का टीला
- सीधा साधा रास्ता आदि।
रिपोर्ताज Question 10:
हिंदी साहित्य का पहला 'रिपोर्ताज' माना जाता हैः
Answer (Detailed Solution Below)
रिपोर्ताज Question 10 Detailed Solution
- हिंदी साहित्य का पहला रिपोर्ताज लक्ष्मीपुरा को माना जाता है ।
- रिपोर्ट के कलात्मक और साहित्यिक रूप को ही रिपोर्ताज कहते हैं ।
Key Points
- रिपोर्ताज फ्रांसीसी शब्द है जो अंग्रेज़ी के रिपोर्ट का समानार्थी है ।
- श्रुत अश्रुत पूर्व - रेणु
- नेपाली क्रांति कथा - रेणु
- प्लाट का मोर्चा - शमशेर बहादुर सिंह
- हिंदी में रिपोर्ताज की शुरुआत शिवदान सिंह चौहान की कृति 'लक्ष्मीपुरा' से होती है , यह रिपोर्ताज रूपाभ के दिसम्बर , 1938 के अंक में प्रकाशित हुआ था ।