प्रागैतिहासिक काल को लिखित प्रणालियों के आविष्कार से पहले का युग माना जाता है, जिसकी शुरुआत पहले पत्थर के औजारों के इस्तेमाल से होती है। दूसरी ओर, इतिहास एक व्यापक शब्द है जो अतीत की घटनाओं और इन घटनाओं की स्मृति, खोज, संग्रह और संगठन को शामिल करता है।
यहाँ इतिहास और प्रागैतिहासिक काल के बीच अंतर की विस्तृत जानकारी दी गई है, जो यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के उम्मीदवारों के लिए मददगार साबित होगी। इससे उन्हें मूल बातों की बेहतर समझ और उनकी तुलनाओं को अच्छी तरह समझने में मदद मिलेगी।
यह लेख आईएएस परीक्षा की तैयारी करने वालों के लिए एक बहुमूल्य है।
इतिहास लिखित अभिलेखों, कलाकृतियों और अन्य स्रोतों के विश्लेषण और व्याख्या के माध्यम से अतीत की घटनाओं, लोगों, समाजों और सभ्यताओं का अध्ययन है। यह मानव समाज, संस्कृति और समय के साथ हुए परिवर्तनों के विकास के बारे में जानकारी प्रदान करता है।
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प्रागैतिहासिक काल से तात्पर्य उस समय से है जब लिखित अभिलेखों का निर्माण और दस्तावेजीकरण नहीं किया गया था। इसमें मानव अस्तित्व, समाज और संस्कृतियों का अध्ययन शामिल है। यह पुरातात्विक साक्ष्य, जीवाश्म और अन्य गैर-लिखित स्रोतों पर आधारित है।
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इतिहास और प्रागैतिहासिक काल के बीच मुख्य अंतर इस प्रकार हैं:
इतिहास |
प्रागैतिहासिक काल |
इतिहास प्रागैतिहासिक काल के बाद की समय अवधि का अध्ययन है। |
प्रागैतिहासिक काल इतिहास से पहले की समय अवधि का अध्ययन है। |
इतिहास की शुरुआत लेखन प्रणाली की शुरुआत और लिखित अभिलेखों के रखरखाव से होती है। |
प्रागैतिहासिक काल लेखन के आविष्कार और लिखित अभिलेखों के रख-रखाव से पहले के अतीत का अध्ययन है। यह पत्थर के औजारों के इस्तेमाल और लेखन के आविष्कार के बीच के समय का अध्ययन करता है। |
अतीत की घटनाओं के लिखित अभिलेख इतिहास के लिए जानकारी के स्रोत का काम करते हैं। |
प्रागैतिहासिक काल के अध्ययन में जानकारी कलाकृतियों, शैल नक्काशी आदि से प्राप्त की जाती है। |
इतिहासकार इतिहास पर शोध करते हैं। वे पत्तों, सूखे जानवरों की खाल और कागज़ों पर लिखी दुर्लभ पांडुलिपियों जैसे स्रोतों का उपयोग करते हैं। |
प्रागैतिहासिक काल पर शोध पुरातत्वविदों और मानवविज्ञानियों द्वारा किया जाता है। वे उत्खनन, भूविज्ञान, आणविक आनुवंशिकी, जीवाश्म विज्ञान आदि जैसे उपकरणों का उपयोग करते हैं, इस प्रकार सामाजिक और प्राकृतिक विज्ञानों की एक विस्तृत श्रृंखला का उपयोग करते हैं। |
इतिहास के अध्ययन को विभिन्न क्षेत्रों में वर्गीकृत किया जा सकता है जैसे प्राचीन इतिहास, समकालीन इतिहास, आधुनिक इतिहास, राजनीतिक इतिहास, सैन्य इतिहास, सांस्कृतिक इतिहास, आर्थिक इतिहास, पर्यावरणीय इतिहास, भौगोलिक इतिहास, जन इतिहास, बौद्धिक इतिहास आदि। |
प्रागैतिहासिक काल तीन अलग-अलग समय अवधियों का अध्ययन करता है - पाषाण युग, कांस्य युग और लौह युग। |
इतिहास और प्रागैतिहासिक काल के बीच ये प्राथमिक अंतर हैं। ऊपर दी गई तालिका यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के उम्मीदवारों को परीक्षा में किसी भी संबंधित प्रश्न का उत्तर आसानी से देने में मदद करेगी।
हमें उम्मीद है कि इस लेख को पढ़ने के बाद इस विषय से संबंधित आपकी सभी शंकाएँ दूर हो गई होंगी। टेस्टबुक ऐप के साथ अपनी यूपीएससी की तैयारी में सफलता पाएँ! प्रतियोगी परीक्षाओं के सामान्य पैटर्न की व्यापक समझ के लिए, कृपया पाठ्यक्रम पृष्ठ पर जाएँ।
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