Question
Download Solution PDFआपकी कक्षा में एक ऐसा विद्यार्थी है जिसकी श्रवण क्षमता पूरी तरह से विकसित नहीं हुई है। इस विद्यार्थी के लिए आप:
Answer (Detailed Solution Below)
Detailed Solution
Download Solution PDFश्रवण क्षमता पूरी तरह से विकसित नहीं होने का अर्थ है, बच्चे को सुनने में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। सुनने में असक्षम बच्चों में भाव ग्रहण के लिए सांकेतिक माध्यम उचित होता है। श्रवण अक्षम बच्चों में सांकेतिक माध्यम से विचारों को ग्रहण करने की क्षमता अच्छी होती है।
संकेत भाषा- श्रवण हृास से ग्रसित बालकों में संप्रेषण स्थापित करने का मुख्य साधन सांकेतिक प्रणाली या संकेत भाषा है।
- असके अन्तर्गत ऊँगली-वर्तनी तथा शाब्दिक कूटों के माध्यम से संप्रेषण स्थापित किया जाता है।
अतः कक्षा में एक ऐसा विद्यार्थी है जिसकी श्रवण क्षमता पूरी तरह से विकसित नहीं हुई है। इस विद्यार्थी के लिए हम संकेत भाषा का प्रचुर मात्रा में प्रयोग करेंगे।
Hint
- कक्षा में हमेशा अपने पास ही बैठाने से समावेसी कक्षा के उद्देश्य की पूर्ती नहीं होती है।
- संकेत भाषा का प्रयोग कर अध्यापक अपने विचारों को उचित हाव-भाव के साथ श्रवण अक्षम बच्चे तक सफलता से पहुँचा सकता है।
- बोलते समय विद्यार्थी को अपने होंठों की गति का अवलोकन करने के लिए कहने पर जानकारी केवल ओष्ठ पठन तक ही सीमीत रह जाती है।
- बच्चा केवल ओष्ठ पठन के दौरान भावों को सहजता से ग्रहण नहीं कर पाता है।
- पूर्ण जानकारी के लिए वाणी पठन आवश्यक है, जिसका क्षेत्र अत्यधिक व्यापक है।
Last updated on Apr 30, 2025
-> The CTET 2025 Notification (July) is expected to be released anytime soon.
-> The CTET Exam Date 2025 will also be released along with the notification.
-> CTET Registration Link will be available on ctet.nic.in.
-> CTET is a national-level exam conducted by the CBSE to determine the eligibility of prospective teachers.
-> Candidates can appear for CTET Paper I for teaching posts of classes 1-5, while they can appear for CTET Paper 2 for teaching posts of classes 6-8.
-> Prepare for the exam with CTET Previous Year Papers and CTET Test Series for Papers I &II.