Question
Download Solution PDFएम मृदा नमूने की पारगम्यता ___________ यदि नमूने में संरोहित वायु (entrapped air) मौजूद है।
Answer (Detailed Solution Below)
Detailed Solution
Download Solution PDFअवधारणाएं:
हाइड्रोलिक चालकता, जिसे पारगम्यता भी कहा जाता है, को परिभाषित किया जाता है कि मृदा रिक्तियों के अंदर कितना पानी बह सकता है।
पारगम्यता को प्रभावित करने वाले कारक:
1. यह मृदा के द्रव्यमान में छिद्रों के आकार पर निर्भर करता है जैसे कि छिद्र के आकार को बढ़ाने पर घर्षण हानियाँ कम होंगी और इसलिए मृदा के अंदर पानी आसानी से बह सकता है। तो मोटे रेत का रिक्ति आकार अधिक होता है और इसलिए महीन रेत की पारगम्यता अधिक होती है।
2. विशिष्ट सतह क्षेत्र: विशिष्ट सतह क्षेत्र जितना अधिक होगा, घर्षण उतना ही अधिक होगा जिससे पानी आसानी से नहीं बहेगा और इसलिए, कम पारगम्यता होगी।
3. रिक्ति अनुपात: रिक्ति अनुपात जितना अधिक होगा, पारगम्यता उतनी ही अधिक होगी।
4. तरल गुण: यह मृदा के अंदर बहने वाले तरल पदार्थ की गतिशील श्यानता से विपरित रूप से संबंधित है और तरल पदार्थ के इकाई भार से सीधे संबंधित है।
6. संतृप्ति की डिग्री : यह मृदा की संतृप्ति की डिग्री से सीधे संबंधित है यानी संतृप्ति जितनी अधिक होगी, पारगम्यता उतनी ही अधिक होगी।
7. संरोहित गैसें: यह संरोहित गैसों के व्युत्क्रमानुपाती होती है अर्थात अधिक मात्रा में संरोहित गैसें इसकी पारगम्यता को कम कर देती हैं।
8. अधिशोषित जल: अधिशोषित जल की उपस्थिति जितनी अधिक होगी, पारगम्यता उतनी ही कम होगी क्योंकि तरल के प्रवाह के लिए कम क्षेत्र उपलब्ध है।
9. बाह्य अशुद्धियाँ: अशुद्धियाँ जितनी अधिक होंगी, पारगम्यता उतनी ही कम होगी क्योंकि बाह्य पदार्थ मृदा के अंदर पानी के प्रवाह में रुकावट पैदा करते हैं।
Last updated on Mar 26, 2025
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