Question
Download Solution PDFवोल्टेज नियामक के लिए उपयोग किया जाने वाला उपकरण कौन सा है?
Answer (Detailed Solution Below)
Detailed Solution
Download Solution PDFवोल्टेज नियामक के लिए उपयोग किया जाने वाला उपकरण जेनर डायोड है।
वोल्टेज नियामक:
इसका उपयोग वोल्टेज स्तर को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है। यह निश्चित आउटपुट वाला वोल्टेज उत्पन्न करता है जो भार स्थिति या इनपुट वोल्टेज में कोई भी परिवर्तन होने पर निरंतर रहता है।
ज़ेनर डायोड:
- यह PN जंक्शन (सिलिकॉन PN जंक्शन) डायोड है और इसमें निर्दिष्ट विपरीत वोल्टेज निम्न है जो इस पर लागू किसी भी विपरीत वोल्टेज का लाभ उठाता है
- एक सामान्य डायोड (स्कॉटकी डायोड, वैरेक्टर डायोड, टनल डायोड) के विपरीत जो विपरीत अभिनीत होने पर इसके माध्यम से प्रवाहित होने वाली किसी भी धारा के प्रवाह को अवरुद्ध करता है
- I-V विशेषता वक्र से विभंग क्षेत्र में डायोड पर उपरोक्त वोल्टेज लगभग स्थिर होता है
- विभंग क्षेत्र में इसका उपयोग वोल्टेज नियामक अनुप्रयोगों के रूप में किया जा सकता है
स्कॉटकी डायोड:
- स्कॉटकी डायोड एक अर्धचालक है जो धातु के साथ एक अर्धचालक के जंक्शन से निर्मित होता है। इसमें निम्न अग्र वोल्टेज पात और निकट-शून्य विपरीत पुनःप्राप्ति वोल्टेज होता है अतः इसका प्रयोग बहुत ही तेज स्विचन परिपथ में किया जाता है।
- लोह-अर्धचालक जंक्शन के कारण स्कॉटकी अवरोध डायोड को निम्न ध्वनि प्रवर्धक के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।
टनल डायोड:
- टनल डायोड एक अत्यधिक अपमिश्रित अर्धचालक डायोड है।
- टनल डायोड ऋणात्मक प्रतिरोध को दर्शाता है जब वोल्टेज का मान धारा के प्रवाह को कम करके बढ़ता है। टनल डायोड टनल प्रभाव के आधार पर काम करता है।
इसे निम्न प्रतीक द्वारा दर्शाया गया है-
वैरेक्टर डायोड:
- वैरेक्टर डायोड परिवर्तनीय संधारित्र डायोड को संदर्भित करता है, जिसका अर्थ है कि डायोड की धारिता इसके पश्च अभिनत होने पर लागू वोल्टेज के साथ रैखिक रूप से भिन्न होती है।
- वैरेक्टर डायोड का उपयोग आमतौर पर इलेक्ट्रॉनिक ट्यूनिंग के लिए किया जाता है।
इसे परिवर्तनीय संधारित्र में हटाए गए डायोड के एक चिन्ह द्वारा दर्शाया जाता है जैसा नीचे दिया गया है:
Last updated on May 28, 2025
-> ISRO Technician recruitment notification 2025 has been released.
-> Candidates can apply for the ISRO recruitment 2025 for Technicians from June 2.
-> A total of 64 vacancies are announced for the recruitment of Technician.
-> The selection of the candidates is based on their performance in the Written Exam and Skill Test.
-> Candidates who want a successful selection must refer to the ISRO Technician Previous Year Papers to increase their chances of selection for the Technician post.