Question
Download Solution PDFविशेष शिक्षा के मूलभूत सिद्धान्त क्या होते है?
Answer (Detailed Solution Below)
Detailed Solution
Download Solution PDFविशेष शिक्षा दिव्यांग या विशेष आवश्यकता वाले बच्चों की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए डिज़ाइन की गई है।
- इसका उद्देश्य इन बच्चों को शैक्षणिक और सामाजिक रूप से सफल होने में मदद करने के लिए अनुकूलित निर्देश और सहायता प्रदान करना है।
Key Points
विशेष शिक्षा के मूल सिद्धांतों में निम्नलिखित सभी शामिल हैं:
- क्रियात्मक कौशलों का प्रशिक्षण: इसमें व्यावहारिक और जीवन कौशल सिखाना शामिल है जो बच्चे की स्वतंत्रता और दिन-प्रतिदिन के जीवन के लिए आवश्यक हैं।
- व्यक्तिगत अनुदेशन पर बल: यह सिद्धांत मानता है कि प्रत्येक बच्चे की अनूठी ज़रूरतें, ताकत और चुनौतियाँ होती हैं, और इसलिए, शिक्षण विधियों और सामग्रियों को व्यक्ति के अनुसार तैयार किया जाना चाहिए।
- बालकों की संवेदनाओं को जाग्रत करने पर बल: विशेष शिक्षा में अक्सर विभिन्न प्रकार की सीखने की ज़रूरतों वाले बच्चों को उत्तेजित करने और जोड़ने के लिए संवेदी गतिविधियाँ शामिल होती हैं, जिससे उनकी संवेदी जागरूकता और संज्ञानात्मक विकास में सुधार होता है।
इसलिए, सही उत्तर 'उपरोक्त सभी' है।
Last updated on Mar 4, 2025
->MP Mahila Supervisor Answer Key is out on the official website. Candidates are invited to raise objections till 20th April 2025.
-> Earlier, MP Mahila Supervisor Hall Ticket for the written examination was released.
-> Total number of 660 vacancies have been announced for the MP Female Supervisor post.
-> Candidates had applied online from 9/01/2025 to 23/01/2025.
->The salary of the appointed candidates will be in the pay-scale of Rs. 5,200-20,200 with grade pay of Rs. 2400 per month.