वाक्य वृत्ति MCQ Quiz - Objective Question with Answer for वाक्य वृत्ति - Download Free PDF
Last updated on Mar 9, 2025
Latest वाक्य वृत्ति MCQ Objective Questions
वाक्य वृत्ति Question 1:
निम्न विकल्पों में से उस विकल्प का चयन करें जो दिए गए वाक्य के लिए वृत्ति के भेद का सही विकल्प है।
यदि बारिश होती तो पानी की कमी न होती।
Answer (Detailed Solution Below)
वाक्य वृत्ति Question 1 Detailed Solution
'यदि बारिश होती तो पानी की कमी न होती।' वृत्ति के भेद का सही विकल्प है - संकेतार्थ अन्य सभी विकल्प असंगत है।
Key Points
- वाक्य- यदि बारिश होती तो पानी की कमी न होती।
- (जहाँ एक कार्य का होना दूसरे कार्य के होने पर निर्भर करता है वहां संकेतार्थ क्रिया होती है। )
Important Points
वृत्ति | परिभाषा | उदाहरण |
संकेतार्थ | जहाँ एक कार्य का होना दूसरे कार्य के होने पर निर्भर करता है वहां संकेतार्थ क्रिया होती है। यहाँ ‘अगर', ‘तो’ से संकेतार्थ भाव स्पष्ट है। | अगर तुम हारमोनियम बजाओ, तो मैं गाना गाऊँ। |
Additional Information
वृत्ति:-
हिंदी में वृत्ति के पांच भेद हैं :-
|
वृत्ति | परिभाषा | उदाहरण |
विध्यर्थ | विधि सम्बन्धी तात्पर्य अथवा क्रिया करने की देने का भाव। यहाँ ‘समय बताइए’ पूछने वाले की इच्छा का बोधक है अत: 'बताइए' क्रिया रूप से विध्यर्थ का बोध होता है। | तुम वहाँ जाओ। |
निश्चयार्थ | जिस क्रिया रूप से कार्य के होने का निश्चित रूप से पता चलता है, उसे निश्चयार्थ कहते हैं। यहाँ ‘चमक रहे हैं।' क्रिया से निश्चयार्थ प्रकट होता है। | आकाश में तारे चमक रहे हैं। |
संभावनार्थ | क्रिया के जिस रूप से संभावना का बोध होता है उसे संभावनार्थ कहते हैं। | आज शाम को शायद पानी बरसे। |
संदेहार्थ | जिस क्रिया से क्रिया के होने में संदेह का भाव हो उसे संदेहार्थ कहते हैं। | ट्रेन छूट गई होगी। |
वाक्य वृत्ति Question 2:
निम्नलिखित प्रश्न में, चार विकल्पों में से, उस विकल्प का चयन करें जो दिए गए वाक्य के लिए वृत्ति के भेद का सबसे अच्छा विकल्प है।
अगर माताजी आ जाए तो मैं भी चलता I
Answer (Detailed Solution Below)
वाक्य वृत्ति Question 2 Detailed Solution
'अगर माताजी आ जाए तो मैं भी चलता I' वाक्य के लिए वृत्ति के भेद का सबसे अच्छा विकल्प है - संकेतार्थ अन्य सभी विकल्प असंगत है।
Key Points
- वाक्य- अगर माताजी आ जाए तो मैं भी चलता I
- जहाँ पर एक कार्य का होना दूसरे कार्य के होने पर निर्भर करता है वहां संकेतार्थ क्रिया होती है।
- यहाँ ‘अगर‘, ‘तो’ से संकेतार्थ भाव स्पष्ट है I
Important Pointsवृत्ति:-
- क्रिया के जिस रूप से वक्ता की वृत्ति अथवा मन:स्थिति का बोध होता है उसे वृत्ति या क्रियार्थ कहते हैं।
हिंदी में वृत्ति के पांच भेद हैं :-
- विध्यर्थ
- निश्चयार्थ
- संभावनार्थ
- संदेहार्थ
- संकेतार्थ
Additional Information
वृत्ति | परिभाषा | उदाहरण |
संकेतार्थ | जहाँ एक कार्य का होना दूसरे कार्य के होने पर निर्भर करता है वहां संकेतार्थ क्रिया होती है। यहाँ ‘अगर‘, ‘तो’ से संकेतार्थ भाव स्पष्ट है। | अगर बस आ जायेगी तो मैं ठीक समय पर पहुँच जाउंगा। |
विध्यर्थ | विधि सम्बन्धी तात्पर्य अथवा क्रिया करने की देने का भाव। यहाँ ‘समय बताइए’ पूछने वाले की इच्छा का बोधक है अत: 'बताइए' क्रिया रूप से विध्यर्थ का बोध होता है। | ज़रा समय बताइए। |
निश्चयार्थ | जिस क्रिया रूप से कार्य के होने का निश्चित रूप से पता चलता है, उसे निश्चयार्थ कहते हैं। यहाँ ‘खेल रहा है' क्रिया से निश्चयार्थ प्रकट होता है। | सुरेश क्रिकेट खेल रहा है। |
संभावनार्थ | क्रिया के जिस रूप से संभावना का बोध होता है उसे संभावनार्थ कहते हैं। | संभव है आज वर्षा हो। |
संदेहार्थ | जिस क्रिया से क्रिया के होने में संदेह का भाव हो उसे संदेहार्थ कहते हैं। | वह गाँव से चल पड़ा होगा। |
वाक्य वृत्ति Question 3:
निम्नलिखित प्रश्न में, चार विकल्पों में से, उस विकल्प का चयन करें जो दिए गए वाक्य के लिए वृत्ति के भेद का सबसे अच्छा विकल्प है।
उसकी परीक्षा समाप्त हो गई होगी।
Answer (Detailed Solution Below)
वाक्य वृत्ति Question 3 Detailed Solution
'उसकी परीक्षा समाप्त हो गई होगी।' वाक्य के लिए वृत्ति के भेद का सबसे अच्छा विकल्प है - संदेहार्थ अन्य सभी विकल्प असंगत है।
Key Points
- वाक्य- उसकी परीक्षा समाप्त हो गई होगी।
- (जहाँ पर क्रिया के होने के साथ कुछ संदेह बना रहता है, वहाँ संदेहार्थ क्रिया होती है।)
Important Points वृत्ति:-
- क्रिया के जिस रूप से वक्ता की वृत्ति अथवा मन:स्थिति का बोध होता है उसे वृत्ति या क्रियार्थ कहते हैं।
हिंदी में वृत्ति के पांच भेद हैं :-
- विध्यर्थ
- निश्चयार्थ
- संभावनार्थ
- संदेहार्थ
- संकेतार्थ
Additional Information
वृत्ति | परिभाषा | उदाहरण |
संदेहार्थ | जिस क्रिया से क्रिया के होने में संदेह का भाव हो उसे संदेहार्थ कहते हैं। | ट्रेन छूट गई होगी। |
विध्यर्थ | विधि सम्बन्धी तात्पर्य अथवा क्रिया करने की देने का भाव। यहाँ ‘समय बताइए’ पूछने वाले की इच्छा का बोधक है अत: 'बताइए' क्रिया रूप से विध्यर्थ का बोध होता है। | तुम वहाँ जाओ। |
निश्चयार्थ | जिस क्रिया रूप से कार्य के होने का निश्चित रूप से पता चलता है, उसे निश्चयार्थ कहते हैं। यहाँ ‘चमक रहे हैं।' क्रिया से निश्चयार्थ प्रकट होता है। | आकाश में तारे चमक रहे हैं। |
संभावनार्थ | क्रिया के जिस रूप से संभावना का बोध होता है उसे संभावनार्थ कहते हैं। | आज शाम को शायद पानी बरसे। |
संकेतार्थ | जहाँ एक कार्य का होना दूसरे कार्य के होने पर निर्भर करता है वहां संकेतार्थ क्रिया होती है। यहाँ ‘अगर', ‘तो’ से संकेतार्थ भाव स्पष्ट है। | अगर तुम हारमोनियम बजाओ, तो मैं गाना गाऊँ। |
वाक्य वृत्ति Question 4:
निम्नलिखित प्रश्न में, चार विकल्पों में से, उस विकल्प का चयन करें जो दिए गए वाक्य के लिए वृत्ति के भेद का सबसे अच्छा विकल्प है।
संभव है आज मेहमान घर आए।
Answer (Detailed Solution Below)
वाक्य वृत्ति Question 4 Detailed Solution
सही उत्तर है - सम्भावनार्थ।
Key Points
- दिए गए वाक्य में संभावना का बोध हो रहा है, अतः यहाँ संभावनार्थ होगा ।
- क्रिया के जिस रुप से किसी कार्य के होने की संभावना प्रकट हो, वहाँ ‘संभावनार्थक’ होता है।
Important Points
- सन्देहार्थ - क्रिया के जिस रुप से कार्य के होने में संदेह हो।
- जैसे -वह मुझे याद करता होगा।
- निश्चयार्थक - क्रिया के जिस रुप से कार्य के होने या न होने का अर्थ निश्चित रुप से प्रकट हो,
- वहाँ ‘निश्चयार्थक’ होता है ।
- जैसे - विवेक विद्यालय जाता है ।
- संकेतार्थ - जिस क्रिया रुप में एक काम का होना दूसरे कार्य पर निर्भर हो, उसे ‘संकेतार्थ’ कहते है
- यहाँ कार्य –कारण एक –दूसरे की ओर संकेत करते है ।
- जैसे - वह आता तो उसे भी वरदान मिल जाता ।
Additional Information
- वृत्ति को ‘क्रियार्थ’ भी कहते है, क्रियार्थ का अर्थ है – क्रिया का अर्थ या प्रयोजन ।
- वृत्ति वक्ता की वह मनःस्थिति है, जो वाक्य में क्रिया रूपों द्वारा व्यक्त होती है।
- जो कार्य या व्यापार लौकिक जगत में घटित न हुई हो, वरन जो वक्ता के मस्तिष्क में इच्छा,
- संभावना, अनुमान आदि के रूप में निहित हो, उसका संबंध वृत्ति से होता है।
वाक्य वृत्ति Question 5:
निम्नलिखित प्रश्न में, चार विकल्पों में से, उस विकल्प का चयन करें जो दिए गए वाक्य के लिए वृत्ति के भेद का सबसे अच्छा विकल्प हो।
यदि तुम पढ़ते तो पास हो जाते।
Answer (Detailed Solution Below)
वाक्य वृत्ति Question 5 Detailed Solution
यदि तुम पढ़ते तो पास हो जाते वाक्य के लिए वृत्ति के भेद का सबसे अच्छा विकल्प संकेतार्थ होगा।
- जहाँ क्रिया द्वारा संकेत होता है वहां संकेतार्थ वृत्ति भेद होता है।
Key Pointsअन्य विकल्पों का विश्लेषण -
वृत्ति | परिभाषा | उदाहरण |
संदेहार्थ या सम्भावनार्थ या विध्यर्थ | जहाँ कार्य मे संदेह होता है | शायद वह आज आये |
Additional Informationवृत्ति - आदत, स्वभाव और व्यवहार तीनों जब मिलते हैं तो वृत्ति कहलाते हैं।
- वृत्ति को ‘क्रियार्थ’ भी कहते है, क्रियार्थ का अर्थ है – क्रिया का अर्थ या प्रयोजन।
- वृत्ति के प्रकार -
- आज्ञार्थक, संभावनार्थक, निश्चयार्थक, सामर्थ्यसूचक, संभावनार्थ, संकेतार्थ, सन्देहार्थ, बाध्यता सूचक, अनुज्ञात्मक, भविष्यत।
Top वाक्य वृत्ति MCQ Objective Questions
दिए गए वाक्य में वृत्ति के रूप की पहचान कीजिए।
संभवतः कल बाढ़ आ सकती है।
Answer (Detailed Solution Below)
वाक्य वृत्ति Question 6 Detailed Solution
Download Solution PDFदिए गए विकल्पों के अनुसार संभवतः कल बाढ़ आ सकती है। वाक्य में संभावार्थक वृति का प्रयोग हुआ है l अन्य विकल्प असंगत है l
Key Points
वृत्ति |
परिभाषा |
उदाहरण |
सभावनार्थ वृत्ति |
क्रिया के जिस रूप के द्वारा अनुमान या सम्भावना का बोध होता है , उसे सभावनार्थ वृत्ति कहते है l |
शायद आज वर्षा हो l |
अन्य विकल्प :
वृत्ति |
परिभाषा |
उदाहरण |
संकेतार्थ वृत्ति |
जब किसी वाक्य में दो क्रियाएं इस प्रकार संयुक्त होती है कि एक क्रिया दूसरी क्रिया के लिए कारण बनकर प्रस्तुत होती है , उसे संकेतार्थ वृत्ति कहते है l |
वर्षा होगी तो फसल होगी l |
आज्ञार्थ वृत्ति |
क्रिया के जिस रूप के द्वारा आज्ञा, आदेश , अनुरोध आदि मनः स्थितियों का बोध होता है ,उसे आज्ञार्थ वृत्ति कहते है l |
मोहन !यहाँ आओ l |
निश्चयार्थ वृत्ति |
क्रिया के जिस रूप के द्वारा कार्य होने की निश्चितता का बोध होता है ,उसे निश्चयार्थ वृत्ति कहते है l |
वह चित्र बना रहा है l |
दिए गए वाक्य में वृत्ति के रूप की पहचान कीजिए |
वह कभी भी आ जा सकती है |
Answer (Detailed Solution Below)
वाक्य वृत्ति Question 7 Detailed Solution
Download Solution PDFदिए गए विकल्पों में से ‘वह कभी भी आ जा सकती है |’ वाक्य में क्रिया की 'संभावनार्थक वृत्ति' का प्रयोग हुआ है।
Key Points
- वह कभी भी आ जा सकती है | वाक्य में कार्य होने में संदेह या संशय है.
- अत: यह क्रिया की संभावनार्थक वृत्ति है.
Additional Information
शब्द |
परिभाषा |
उदाहरण |
क्रिया |
जिन शब्दों में किसी कार्य का करना या होना था, किसी घटना में घटित होने का संज्ञान होता है, उसे क्रिया कहते हैं। क्रिया के दो भेद माने गए हैं - अकर्मक और सकर्मक। |
मोर नाचता है = अकर्मक अनुराग ने फल खाए= सकर्मक |
अकर्मक क्रिया - जिस क्रिया का फल कर्म पर नहीं करता पर पड़ता है उसे अकर्मक क्रिया कहते हैं। |
||
सकर्मक क्रिया - जिस क्रिया का फल कर्म पर पड़ता है तथा जिसके प्रयोग में कर्म की अनिवार्यता बनी रहती है, उसे सकर्मक क्रिया कहते हैं। |
निम्न विकल्पों में से उस विकल्प का चयन करें जो दिए गए वाक्य के लिए वृत्ति के भेद का सबसे अच्छा विकल्प है।
वह गाँव से चल पड़ा होगा।
Answer (Detailed Solution Below)
वाक्य वृत्ति Question 8 Detailed Solution
Download Solution PDFदिए गए विकल्पों के अनुसार 'वह गाँव से चल पड़ा होगा।' वाक्य में सन्देहार्थ वृति का प्रयोग हुआ है l अन्य विकल्प असंगत है l
Key Points
वृत्ति |
परिभाषा |
उदाहरण |
सन्देहार्थ वृत्ति |
क्रिया के जिस रुप से कार्य के होने में संदेह हो। |
वह मुझे याद करता होगा। |
Additional Information
अन्य विकल्प :
वृत्ति |
परिभाषा |
उदाहरण |
संकेतार्थ वृत्ति |
जब किसी वाक्य में दो क्रियाएं इस प्रकार संयुक्त होती है कि एक क्रिया दूसरी क्रिया के लिए कारण बनकर प्रस्तुत होती है , उसे संकेतार्थ वृत्ति कहते है l |
वर्षा होगी तो फसल होगी l |
विध्यर्थ वृत्ति |
विधि सम्बन्धी तात्पर्य अथवा क्रिया करने की देने का भाव। यहाँ ‘समय बताइए’ पूछने वाले की इच्छा का बोधक है अत: बताइए क्रिया रूप से विध्यर्थ का बोध होता है। |
ज़रा समय ‘बताइए। |
सम्भावनार्थं वृत्ति |
क्रिया के जिस रूप के द्वारा अनुमान या सम्भावना का बोध होता है , उसे संभावनार्थ वृत्ति कहते हैl |
शायद आज वर्षा हो। |
निम्नलिखित में से कौन सा निश्चियार्थक वृत्ति का उदाहरण है?
Answer (Detailed Solution Below)
वाक्य वृत्ति Question 9 Detailed Solution
Download Solution PDFदिए गए विकल्पों के अनुसार विकल्प 3 सही विकल्प है l अन्य विकल्प असंगत है l
Key Points
वृत्ति |
परिभाषा |
उदाहरण |
निश्चयार्थ वृत्ति
|
क्रिया के जिस रूप के द्वारा कार्य होने की निश्चितता का बोध होता है ,उसे निश्चयार्थ वृत्ति कहते है l
|
वह चित्र बना रहा है l |
Additional Information
अन्य विकल्प :
वृत्ति |
उदाहरण |
संकेतार्थ वृत्ति |
यदि तुम समय पर पढ़ते तो पास हो जाते | |
आज्ञार्थ वृत्ति |
मेरे आने तक कपड़े धो देना | |
सभावनार्थ वृत्ति |
वह खाना बना सकता है | |
Important Points
वृत्ति |
परिभाषा |
उदाहरण |
संकेतार्थ वृत्ति |
जब किसी वाक्य में दो क्रियाएं इस प्रकार संयुक्त होती है कि एक क्रिया दूसरी क्रिया के लिए कारण बनकर प्रस्तुत होती है , उसे संकेतार्थ वृत्ति कहते है l |
वर्षा होगी तो फसल होगी l |
आज्ञार्थ वृत्ति |
क्रिया के जिस रूप के द्वारा आज्ञा, आदेश , अनुरोध आदि मनः स्थितियों का बोध होता है ,उसे आज्ञार्थ वृत्ति कहते है l |
मोहन !यहाँ आओ l |
सभावनार्थ वृत्ति |
क्रिया के जिस रूप के द्वारा अनुमान या सम्भावना का बोध होता है , उसे सभावनार्थ वृत्ति कहते है l |
शायद आज वर्षा हो l |
वाक्य वृत्ति Question 10:
दिए गए वाक्य की वृत्ति ज्ञात कीजिए।
आज स्कूल समय पर आना ही होगा।
Answer (Detailed Solution Below)
वाक्य वृत्ति Question 10 Detailed Solution
दिए गए विकल्पों में सही उत्तर विकल्प 4 'बाध्यता सूचक वृत्ति' है। अन्य विकल्प इसके अनुचित उत्तर हैं।
बाध्यतासूचक - इसमें किसी क्रिया के घटित होने में बाध्यता का बोध होता है। जैसे - यह काम तो करना ही है।
Key Points
क्रिया की वृत्ति- क्रिया किसी न किसी अर्थ, भाव, दशा, संकेत या अभिप्राय को प्रकट करती है और जब क्रिया का रूप के कहने का अर्थ या प्रयोजन का संकेत देता है तो इसे क्रिया की वृत्ति कहा जाता है। |
||
आज्ञार्थक |
इस क्रिया में आदेश या निवेदन दोनों ही आते हैं। |
आप यहाँ बैठें। |
इच्छार्थक |
इसमें इच्छा या अपेक्षा का भाव प्रमुख होता है। |
मैं मीठा खाना चाहता हूँ। |
संदेहार्थक |
जहां क्रिया के होने में अनिश्चय की स्थिति बनी रहे। |
कल बारिश हो सकती है। |
संकेतार्थक |
इस क्रिया में कार्य के साथ करण को जोड़ा जाता है। |
दवा खाओगे तो ठीक हो जाओगे। |
निश्चयार्थक |
जिसमें क्रिया में निश्चित रूप से कुछ कहा गया हो। |
सुबह पाँच बजे उठ जाऊंगा। |
प्रश्नार्थक |
जिसमें क्रिया किसी प्रश्न के साथ आती हो। |
आप क्या खाएंगे? |
निषेधार्थक |
जिसमें क्रिया किसी चीज को मना करती नज़र आये। |
कोई ऐसा नहीं करता। |
वाक्य वृत्ति Question 11:
दिए गए वाक्य में वृत्ति के रूप की पहचान कीजिए।
संभवतः कल बाढ़ आ सकती है।
Answer (Detailed Solution Below)
वाक्य वृत्ति Question 11 Detailed Solution
दिए गए विकल्पों के अनुसार संभवतः कल बाढ़ आ सकती है। वाक्य में संभावार्थक वृति का प्रयोग हुआ है l अन्य विकल्प असंगत है l
Key Points
वृत्ति |
परिभाषा |
उदाहरण |
सभावनार्थ वृत्ति |
क्रिया के जिस रूप के द्वारा अनुमान या सम्भावना का बोध होता है , उसे सभावनार्थ वृत्ति कहते है l |
शायद आज वर्षा हो l |
अन्य विकल्प :
वृत्ति |
परिभाषा |
उदाहरण |
संकेतार्थ वृत्ति |
जब किसी वाक्य में दो क्रियाएं इस प्रकार संयुक्त होती है कि एक क्रिया दूसरी क्रिया के लिए कारण बनकर प्रस्तुत होती है , उसे संकेतार्थ वृत्ति कहते है l |
वर्षा होगी तो फसल होगी l |
आज्ञार्थ वृत्ति |
क्रिया के जिस रूप के द्वारा आज्ञा, आदेश , अनुरोध आदि मनः स्थितियों का बोध होता है ,उसे आज्ञार्थ वृत्ति कहते है l |
मोहन !यहाँ आओ l |
निश्चयार्थ वृत्ति |
क्रिया के जिस रूप के द्वारा कार्य होने की निश्चितता का बोध होता है ,उसे निश्चयार्थ वृत्ति कहते है l |
वह चित्र बना रहा है l |
वाक्य वृत्ति Question 12:
दिए गए वाक्य में वृत्ति के रूप की पहचान कीजिए |
वह कभी भी आ जा सकती है |
Answer (Detailed Solution Below)
वाक्य वृत्ति Question 12 Detailed Solution
दिए गए विकल्पों में से ‘वह कभी भी आ जा सकती है |’ वाक्य में क्रिया की 'संभावनार्थक वृत्ति' का प्रयोग हुआ है।
Key Points
- वह कभी भी आ जा सकती है | वाक्य में कार्य होने में संदेह या संशय है.
- अत: यह क्रिया की संभावनार्थक वृत्ति है.
Additional Information
शब्द |
परिभाषा |
उदाहरण |
क्रिया |
जिन शब्दों में किसी कार्य का करना या होना था, किसी घटना में घटित होने का संज्ञान होता है, उसे क्रिया कहते हैं। क्रिया के दो भेद माने गए हैं - अकर्मक और सकर्मक। |
मोर नाचता है = अकर्मक अनुराग ने फल खाए= सकर्मक |
अकर्मक क्रिया - जिस क्रिया का फल कर्म पर नहीं करता पर पड़ता है उसे अकर्मक क्रिया कहते हैं। |
||
सकर्मक क्रिया - जिस क्रिया का फल कर्म पर पड़ता है तथा जिसके प्रयोग में कर्म की अनिवार्यता बनी रहती है, उसे सकर्मक क्रिया कहते हैं। |
वाक्य वृत्ति Question 13:
दिए गए वाक्य की वृत्ति ज्ञात कीजिए।
तुम्हें कार बिल्कुल नहीं मिलेगी।
Answer (Detailed Solution Below)
वाक्य वृत्ति Question 13 Detailed Solution
सही उत्तर 'निश्चयार्थक' हैं।
- दिए गया वाक्य "तुम्हें कार बिल्कुल नहीं मिलेगी।" 'निश्चयार्थक वृत्ति' का उदाहरण है।
- क्रिया के जिस रुप से कार्य के होने या न होने का अर्थ निश्चित रुप से प्रकट हो, वहाँ ‘निश्चयार्थक’ होता है ।
- “क्रिया के उन रूपों को वृत्ति कहते हैं कि जो कार्य घटित होने की रीति को बताते हैं (अर्थात् कोई कार्य मात्र घटित होता है यह उसे करने का आदेश दिया जाता है अथवा यह किसी विशेष अवस्था पर निर्भर होता है)”
Key Points
वृत्ति |
परिभाषा |
उदाहरण |
निश्चयार्थ वृत्ति |
क्रिया के जिस रूप के द्वारा कार्य होने की निश्चितता का बोध होता है ,उसे निश्चयार्थ वृत्ति कहते है l |
वह चित्र बना रहा है l |
संकेतार्थ वृत्ति |
जब किसी वाक्य में दो क्रियाएं इस प्रकार संयुक्त होती है कि एक क्रिया दूसरी क्रिया के लिए कारण बनकर प्रस्तुत होती है , उसे संकेतार्थ वृत्ति कहते है l |
वर्षा होगी तो फसल होगी l |
आज्ञार्थ वृत्ति |
क्रिया के जिस रूप के द्वारा आज्ञा, आदेश , अनुरोध आदि मनः स्थितियों का बोध होता है ,उसे आज्ञार्थ वृत्ति कहते है l |
मोहन ! यहाँ आओ l |
सभावनार्थ वृत्ति |
क्रिया के जिस रूप के द्वारा अनुमान या सम्भावना का बोध होता है , उसे सभावनार्थ वृत्ति कहते है l |
शायद आज वर्षा हो l |
वाक्य वृत्ति Question 14:
दिए गए वाक्य की वृत्ति ज्ञात कीजिए।
'मैं अपने घर जाना चाहता हूँ'।
Answer (Detailed Solution Below)
वाक्य वृत्ति Question 14 Detailed Solution
इसका सही उत्तर विकल्प 3 है। अन्य विकल्प सही उत्तर नहीं है।
Key Points
- 'मैं अपने घर जाना चाहता हूँ'- वाक्य में क्रिया की इच्छार्थक वृत्ति है।
- इसमें इच्छा या अपेक्षा का भाव प्रमुख होता है, वहाँ इच्छार्थक वृत्ति होती है।
अन्य विकल्प:
आज्ञार्थक |
इस क्रिया में आदेश या निवेदन दोनों ही आते हैं। |
आप यहाँ बैठें। |
संदेहार्थक |
जहां क्रिया के होने में अनिश्चय की स्थिति बनी रहे। |
कल बारिश हो सकती है। |
संकेतार्थक |
इस क्रिया में कार्य के साथ करण को जोड़ा जाता है। |
दवा खाओगे तो ठीक हो जाओगे। |
Additional Information
क्रिया की वृत्ति- क्रिया किसी न किसी अर्थ, भाव, दशा, संकेत या अभिप्राय को प्रकट करती है और जब क्रिया का रूप के कहने का अर्थ या प्रयोजन का संकेत देता है तो इसे क्रिया की वृत्ति कहा जाता है। |
||
आज्ञार्थक |
इस क्रिया में आदेश या निवेदन दोनों ही आते हैं। |
आप यहाँ बैठें। |
इच्छार्थक |
इसमें इच्छा या अपेक्षा का भाव प्रमुख होता है। |
मैं मीठा खाना चाहता हूँ। |
संदेहार्थक |
जहां क्रिया के होने में अनिश्चय की स्थिति बनी रहे। |
कल बारिश हो सकती है। |
संकेतार्थक |
इस क्रिया में कार्य के साथ करण को जोड़ा जाता है। |
दवा खाओगे तो ठीक हो जाओगे। |
निश्चयार्थक |
जिसमें क्रिया में निश्चित रूप से कुछ कहा गया हो। |
सुबह पाँच बजे उठ जाऊंगा। |
प्रश्नार्थक |
जिसमें क्रिया किसी प्रश्न के साथ आती हो। |
आप क्या खाएंगे? |
निषेधार्थक |
जिसमें क्रिया किसी चीज को मना करती नज़र आये। |
कोई ऐसा नहीं करता। |
वाक्य वृत्ति Question 15:
निम्नलिखित प्रश्न में, चार विकल्पों में से, उस विकल्प का चयन करें जो दिए गए वाक्य के लिये वृत्ति के भेद का सबसे अच्छा विकल्प है।
संभव है आज की खिचड़ी अच्छी बने।
Answer (Detailed Solution Below)
वाक्य वृत्ति Question 15 Detailed Solution
दिए गए विकल्पों में से 'संभव है आज की खिचड़ी अच्छी बने।' यह सम्भावनार्थ वृत्ति का उदाहरण है।
क्रिया का वह रूप जिससे कार्य के संभव होने का बोध हो वहाँ सम्भावनार्थ वृत्ति होती है
अन्य विकल्प इसके अनुचित उत्तर हैं।
Key Points
अन्य विकल्प:
-
संकेतार्थ - जिस क्रिया रुप में एक काम का होना दूसरे कार्य पर निर्भर हो, उसे ‘संकेतार्थ’ कहते है । यहाँ कार्य-कारण एक-दूसरे की ओर संकेत करते है।
-
संदेहार्थ - क्रिया के जिस रुप से कार्य के होने में संदेह हो, वहाँ संदेहार्थ वृत्ति होती है।
- निश्चयार्थ से तात्पर्य है 'वह कथन जिसका होना निश्चय है, जिसके न होने की कोई सम्भावना ही नहीं हैI
Additional Information
-
वृत्ति को ‘क्रियार्थ’ भी कहते है, क्रियार्थ का अर्थ है – क्रिया का अर्थ या प्रयोजन।
-
इसका अर्थ यह है कि ‘क्रिया रुप’ कहने वाले अथवा करने वाले के किस प्रयोजन या वृत्ति की और संकेत करता है ।