प्रेमचंद पूर्व MCQ Quiz - Objective Question with Answer for प्रेमचंद पूर्व - Download Free PDF
Last updated on Jun 18, 2025
Latest प्रेमचंद पूर्व MCQ Objective Questions
प्रेमचंद पूर्व Question 1:
'तमस' उपन्यास के रचयिता हैं :
Answer (Detailed Solution Below)
प्रेमचंद पूर्व Question 1 Detailed Solution
'तमस' उपन्यास के रचयिता हैं : - 'भीष्म साहनी'
- तमस भीष्म साहनी का सबसे प्रसिद्ध उपन्यास है।
- इसका प्रकाशन 1973 में हुआ था। वे इस उपन्यास से साहित्य जगत में बहुत लोकप्रिय हुए थे।
- तमस को 1975 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था।
Key Points
- भीष्म साहनी का अन्य उपन्यास:-
- झरोखे (1967)
- कड़ियाँ (1970)
- बसन्ती (1980)
- मय्यादास की माङी (1988)
- नीलू नीलिमा नीलोफर (2000)
Additional Informationराजेन्द्र यादव का उपन्यास:-
- सारा आकाश (1959)
- उखड़े हुए लोग (1956)
- कुलटा (1958)
- शह और मात (1959)
- अनदेखे अनजान पुल (1963)
- एक इंच मुस्कान (1963)
- मन्त्रविद्धा (1967)
- एक था शैलेन्द्र (2007)
जैनेन्द्र का उपन्यास:-
- परख (1929)
- सुनीता (1935)
- त्यागपत्र (1937)
- कल्याणी (1939)
- विवर्त (1953)
- सुखदा (1953)
- व्यतीत (1953)
- जयवर्धन (1956)
प्रेमचंद का उपन्यास:-
- सेवासदन (1918)
- प्रेमाश्रम (1922)
- रंगभूमि (1925)
- निर्मला (1925)
- गबन (1928)
- कर्मभूमि (1932)
- गोदान (1936)
प्रेमचंद पूर्व Question 2:
"लिखते तो वह लोग हैं, जिनके अन्दर कुछ दर्द है, अनुराग है, लगन है, जिन्होंने धन और भोग-विलास को जीवन का लक्ष्य बना लिया, वह क्या लिखेंगे?" गोदान उपन्यास में यह कथन किसका है?
Answer (Detailed Solution Below)
प्रेमचंद पूर्व Question 2 Detailed Solution
"लिखते तो वह लोग हैं, जिनके अन्दर कुछ दर्द है, अनुराग है, लगन है, जिन्होंने धन और भोग-विलास को जीवन का लक्ष्य बना लिया, वह क्या लिखेंगे?" - गोदान उपन्यास में यह कथन है- संपादक पंडित ओंकारनाथ
गोदान-
- रचनाकार-प्रेमचंद
- प्रकाशन वर्ष-1936 ई.
- विधा- उपन्यास
- मुख्य पात्र-
- होरी
- राय साहब
- मेहता
- मालती
- गोविंदी आदि।
- विषय-
- भारतीय किसान जीवन की महागाथा का वर्णन है।
Important Pointsप्रेमचंद-
- जन्म-1880-1936 ई.
- प्रेमचंद हिन्दी और उर्दू के सर्वाधिक लोकप्रिय उपन्यासकार, कहानीकार एवं विचारक थे।
- उन्होंने हिन्दी समाचार पत्र जागरण तथा साहित्यिक पत्रिका हंस का संपादन और प्रकाशन किया।
- प्रमुख रचनाएँ-
- सेवासदन- (1918)
- प्रेमाश्रम (1922)
- रंगभूमि (1925)
- निर्मला (1925)
- कायाकल्प (1926)
- प्रतिज्ञा (1927)
- गबन (1928)
- कर्मभूमि (1932)
- गोदान (1936) आदि।
प्रेमचंद पूर्व Question 3:
‘देवरानी-जेठानी की कहानी’ के आधार पर कौन-से कथन सत्य हैं?
(A) उपन्यास में तत्कालीन समाज की कुरीतियों जैसे बाल विवाह, विवाह में फिजूलखर्ची, और आभूषणप्रियता पर चोट की गई है।
(B) छोटेलाल की पत्नी आनंदी अनपढ़ है, जबकि दौलतराम की पत्नी ज्ञानो पढ़ी-लिखी और विवेकशील है।
(C) पं. गौरीदत्त शर्मा ने उपन्यास की भूमिका में स्पष्ट किया कि यह स्त्री-शिक्षा के लिए लिखा गया है।
(D) उपन्यास में सर्वसुख का छोटा बेटा छोटेलाल रेलवे विभाग में नौकरी करता है और 60 रुपये मासिक वेतन पाता है।
(E) उपन्यास का अंत छोटेलाल और दौलतराम के बीच सौहार्दपूर्ण समझौते के साथ होता है, जहाँ दोनों बराबर संपत्ति बाँट लेते हैं।
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर का चयन कीजिए:
Answer (Detailed Solution Below)
प्रेमचंद पूर्व Question 3 Detailed Solution
सही उत्तर है- केवल (A), (C), (D)
विश्लेषण:
- (A) सही: उपन्यास में बाल विवाह, विवाह में फिजूलखर्ची, आभूषणप्रियता, और अन्य सामाजिक कुरीतियों जैसे झाड़-फूँक और धार्मिक अंधविश्वास पर चोट की गई है, जैसा कि विषयवस्तु और कथासार में उल्लेखित है।
- (B) गलत: आनंदी (छोटेलाल की पत्नी) पढ़ी-लिखी और विवेकशील है, जबकि ज्ञानो (दौलतराम की पत्नी) अनपढ़ और झगड़ालू है, जो उपन्यास का केंद्रीय थीम है।
- (C) सही: पं. गौरीदत्त शर्मा ने उपन्यास की भूमिका में स्पष्ट किया कि यह स्त्री-शिक्षा के लिए लिखा गया है, और इसका उद्देश्य पढ़ी-लिखी और अनपढ़ स्त्रियों के गुण-दोष को रेखांकित करना है।
- (D) सही: छोटेलाल, सर्वसुख का छोटा बेटा, रेलवे विभाग में नौकरी करता है और 60 रुपये मासिक वेतन पाता है, जैसा कि कथानक में उल्लेखित है।
- (E) गलत: उपन्यास का अंत सौहार्दपूर्ण समझौते के साथ नहीं होता। यह परिवार के बँटवारे के साथ समाप्त होता है, जहाँ दौलतराम दुकान और मकान का आधा हिस्सा ले लेता है, और ज्ञानो खिड़कियों, दरवाजों, और चौखट तक ले जाती है, जो तनाव को दर्शाता है।
प्रेमचंद पूर्व Question 4:
इनमें से 'देहाती दुनिया' उपन्यास के लेखक कौन है?
Answer (Detailed Solution Below)
प्रेमचंद पूर्व Question 4 Detailed Solution
'देहाती दुनिया' उपन्यास के लेखक कौन है- शिवपूजन सहाय
Key Pointsदेहाती दुनिया-
- प्रकाशन वर्ष- 1926 ई.
- मुख्य-
- यह आंचलिक उपन्यास हैं।
- देहाती दुनिया गाँव के भोले-भाले लोगों पर पुलिसिया जुल्मो-सितम की कहानी है।
- जो गाँव की फटेहाली और विकृतियों यथा जादू-टोना, अन्धविश्वास आदि का चित्रण करती हैं।
- इस उपन्यास मे गाँव की संस्कृति एवं सभ्यता की झाँकी देखने को मिलती हैं।
Important Pointsशिवपूजन सहाय-
- जन्म- 1893-1963 ई.
- प्रमुख उपन्यास-
- तूती-मैन
- विभूति (1935)
- वे दिन वे लोग (1965)
- बिम्ब प्रतिबिम्ब (1967)
- मेरा जीवन (1985)
- स्मृतिशेष (1994)
- हिन्दी भाषा और साहित्य (1996) आदि
Additional Informationमहादेवी वर्मा -
- जन्म-1907-1987 ई.
- छायावाद की प्रसिद्ध कवियित्री है।
- 'यामा' काव्य कृति के लिए ज्ञानपीठ पुरस्कार प्राप्त है।
- उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान का भारत भारती पुरस्कार भी इन्हें मिला है।
- कविता संग्रह -
- निहार (1930 ई.)
- रश्मि (1932 ई.)
- सांध्यगीत (1936 ई.)
- दीपशिखा (1942 ई.)
- प्रथम आयाम (1974 ई.)
- अग्निरेखा (1990 ई.)
- रेखाचित्र -
- अतीत के चलचित्र (1941 ई.)
- स्मृति की रेखाएं (1943 ई.)
- मेरा परिवार
- संस्मरण -
- पथ के साथी (1956 ई.)
- निबंध-
- शृंखला की कड़ियाँ(1942 ई.)
- विवेचनात्मक गद्य (1942 ई.)
- साहित्यकार की आस्था तथा अन्य निबंध (1962 ई.)
- संकल्पिता (1969 ई.)
- कहानी -
- बिन्दा
- गिल्लू
फणीश्वरनाथ रेणु-
- जन्म-1921-1977 ई.
- आंचलिक रचनाकार है।
- कहानी संग्रह-
- आदिम रात्रि की महक (1967 ई.)
- ठुमरी (1959 ई.)
- अगिनखोर (1973 ई.)
- एक श्रावणी दोपहरी की धूप (1984 ई.)
- अच्छे आदमी (1986 ई.) आदि।
- उपन्यास-
- मैला आंचल (1954 ई.)
- परती परिकथा (1957 ई.)
- जूलूस (1965 ई.)
- दीर्घतपा (1964 ई.)
- कितने चौराहे (1966 ई.)
- पल्टू बाबू रोड (1979 ई.) आदि।
प्रेमचंद-
- जन्म- 1880-1936 ई.
- अन्य नाम- नवाब राय,धनपत राय।
- अन्य उपन्यास-
- देवस्थान रहस्य(1905 ई.)
- वरदान(1921 ई.)
- प्रेमाश्रम(1922 ई.)
- कर्मभूमि(1932 ई.) आदि।
प्रेमचंद पूर्व Question 5:
सूची-I को सूची-II से सुमेलित कीजिए :
सूची-I उपन्यास |
सूची-II उपन्यासकार |
||
A. |
श्यामास्वप्न |
I. |
जैनेन्द्र |
B. |
मुर्दों का टीला |
II. |
जगमोहन सिंह |
C. |
सोना और खून |
III. |
रांगेय राघव |
D. |
परख |
IV. |
चतुरसेन शास्त्री |
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर चुनिए :
Answer (Detailed Solution Below)
प्रेमचंद पूर्व Question 5 Detailed Solution
सही उत्तर है- A - II, B - III, C - IV, D - I
Key Pointsसूची-I का सूची-II से सही सुमेलन है-
उपन्यास |
उपन्यासकार |
||
A. |
श्यामास्वप्न |
II. |
जगमोहन सिंह |
B. |
मुर्दों का टीला |
III. |
रांगेय राघव |
C. |
सोना और खून |
IV. |
चतुरसेन शास्त्री |
D. |
परख |
I. |
जैनेन्द्र |
Top प्रेमचंद पूर्व MCQ Objective Questions
निम्नलिखित में से किस उपन्यास में बाल, वय: सन्धि और किशोर मन के मनोवैज्ञानिक अंकन का प्रयास किया गया है ?
Answer (Detailed Solution Below)
प्रेमचंद पूर्व Question 6 Detailed Solution
Download Solution PDF1) शेखर: एक जीवनी उपन्यास में बाल, वय: सन्धि और किशोर मन के मनोवैज्ञानिक अंकन का प्रयास किया गया है।
- Additional Information
उपन्यास |
उपन्यासकार |
प्रकाशन वर्ष |
शेखर: एक जीवनी |
सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन 'अज्ञेय' |
भाग-1 : 1941 भाग-2 : 1944 |
त्यागपत्र |
जैनेन्द्र कुमार |
1937 |
पर्दे की रानी |
इलाचंद्र जोशी |
1942 |
जयवर्धन |
जैनेन्द्र कुमार |
1956 |
Hint
- उपन्यास का नायक शेखर स्वयं अज्ञेय है।
- अज्ञेय इसे अपने युग और समाज का प्रतिबिम्ब मानते हैं।
निम्न में से कौन सा प्रेमचंद का उपन्यास नहीं है?
Answer (Detailed Solution Below)
प्रेमचंद पूर्व Question 7 Detailed Solution
Download Solution PDF- देहाती दुनिया प्रेमचंद का उपन्यास नहीं है ।
- देहाती दुनिया (1926 ई.) उपन्यास शिवपूजन सहाय द्वारा लिखित उपन्यास हैं, इसे आंचलिक उपन्यास माना जाता है ।
- प्रेमचंद ने लिखा है - "मैं उपन्यास को मानव चरित्र का चित्र मात्र मानता हूँ, मानव चरित्र पर प्रकाश डालना और उसके रहस्यों को खोलना ही उपन्यास का मूल तत्व है ।"
- प्रेमचंद को उपन्यास का सम्राट माना जाता है ।
- गबन - 1931 ई., दिखावे और प्रदर्शन की प्रवृत्ति का चित्रण ।
- निर्मला - 1927 ई., दहेज एवं अनमेल विवाह की समस्या की प्रस्तुति ।
- सेवासदन - 1918 ई., इसमें वेश्यावृत्ति की समस्या पर गंभीर विचार ।
- प्रेमचंद के अन्य उपन्यास - प्रेमा, वरदान, रंगभूमि, कायाकल्प, प्रेमाश्रम, देवस्थान रहस्य, कर्मभूमि, गोदान ।
Key Points
Additional Information
आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी उच्च कोटि के समीक्षक थे, साथ ही उन्होंने एक उत्तम उपन्यास भी लिखा उसका नाम क्या था?
Answer (Detailed Solution Below)
प्रेमचंद पूर्व Question 8 Detailed Solution
Download Solution PDFआचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी उच्च कोटि के समीक्षक थे, साथ ही उन्होंने एक उत्तम उपन्यास भी लिखा उसका नाम: बाणभट्ट की आत्मकथा
Key Points
पात्र परिचय
- बाणभट्ट – प्रधान पात्र तथा बाणभट्ट की आत्मकथा उपन्यास का नायक ।
- जो कि संस्कृत का कवि है।
- उसका चरित्र साहसी, विवेकशील, भावुक और संघर्षशील।
- भट्टिनी – प्रमुख नारी पात्र।
- देवपुत्र तुवरमिलिन्द की रूपवती कन्या है। जिसका अपहरण हो जाता है।
- यह बाणभट्ट से प्रेम करती है।
- निपुणिका – एक अस्पृश्य जाती की कन्या है।
- जिसका विवाह कान्दविक वैश्य के साथ होता है। यह विवाह के एक वर्ष बाद ही विधवा हो गयी थी।
- यह एक कुशल अभिनेत्री भी है, जो बाणभट्ट से प्रेम करती है।
Important Points
- पद्म भूषण,(1957)
- साहित्य आकादमी पुरस्कार,(1973)आलोक पर्व(निबंध)
Additional Information
- निबंध संग्रह :
- अशोक के फूल (1948)
- कल्पलता (1951)
- विचार और वितर्क (1954)
- विचार प्रवाह (1959)
- कुटज (1964)
- साहित्य सहचर (1965)
- आलोक पर्व (1972
- उपन्यास :
- बाणभट्ट की आत्मकथा (1946)
- चारु चंद्रलेख(1962)
- पुनर्नवा(1973)
- अनामदास का पोथा(1976)
Mistake Points
- कल्पना का आनन्द --> साहित्य शास्त्र --> रामचन्द्र शुक्ल
- परीक्षा गुरु -->उपन्यास --> लाला श्रीनिवास
- इन्दुलेखा --> इंदुमती किशोरी लाल गोस्वामी जी की रचना है
निम्नलिखित में से कौन-सा उपन्यास डॉ. रांगेय राघव द्वारा नहीं लिखा गया है?
Answer (Detailed Solution Below)
प्रेमचंद पूर्व Question 9 Detailed Solution
Download Solution PDFउपरोक्त दिए गये उपन्यास में से डॉ. रांगेय राघव द्वारा नहीं लिखा गया है- भाग्यवती
- प्रकाशन वर्ष- 1887
- पण्डित श्रद्धाराम शर्मा द्वारा रचित हिन्दी उपन्यास है।
Key Points
- डॉ. रांगेय राघव द्वारा लिखा गया है-
- बंदूक और बीन
- देवकी का बेटा (1953)
- पक्षी और आकाश
पूरा नाम | डॉ. रांगेय राघव |
जन्म | 17 जनवरी, 1923 |
जन्म भूमि | आगरा, उत्तर प्रदेश |
मृत्यु | 12 सितंबर, 1962 |
कर्म-क्षेत्र | उपन्यासकार, कहानीकार, कवि, नाटककार |
भाषा | हिन्दी, अंग्रेज़ी, ब्रज और संस्कृत |
- घरौंदा (1946)
- अँधेरे के जूनून (1953)
- मुर्दों का टीला (1948)
- राह के दीपक (1947)
- पांचाली (1955)
- जब आवेगी काली घटा (1958)
Additional Information पण्डित श्रद्धाराम शर्मा की प्रमुख रचनाएं:-
- ओम जय जगदीश की आरती (1870)
- सत्यधर्म मुक्तावली
- शातोपदेश
- सत्यामृत प्रवाह
'भाग्यवती' उपन्यास के लेखक कौन थे?
Answer (Detailed Solution Below)
प्रेमचंद पूर्व Question 10 Detailed Solution
Download Solution PDF- 'भाग्यवती' उपन्यास के लेखक:- श्रद्धा राम फिल्लोरी
- प्रसिद्ध आरती ॐ जय जगदीश हरे, स्वामी जय जगदीश हरे के लेखक -- श्रद्धा राम फिल्लोरी
- श्रद्धाराम फिल्लोरी का भाग्यवती परीक्षा गुरु से पहले प्रकाशित हो चुके था ,
- परन्तु उपन्यास की दृष्टि से परीक्षा गुरु को सबसे उत्तम प्रथम उपन्यास की श्रेणी में माना गया।
- परीक्षा गुरु हिन्दी का प्रथम उपन्यास था, जिसकी रचना भारतेन्दु युग के प्रसिद्ध नाटककार लाला श्रीनिवास दास ने 25 नवम्बर, 1882 को की थी।
- उपन्यास 41 छोटे-छोटे प्रकरणों में विभक्त है।
- पूरा उपन्यास नीतिपरक और उपदेशात्मक है।
- उसमें जगह-जगह इंग्लैंड और यूनान के इतिहास से दृष्टांत दिए गए हैं।
- श्रद्धाराम फिल्लौरी - भाग्यवती पण्डित श्रद्धाराम फिल्लौरी द्वारा रचित हिन्दी उपन्यास है। इसकी रचना सन् 1887 हुई थी। ये लोकप्रिय आरती ओम जय जगदीश हरे के रचयिता हैं।
- जगमोहन सिंह- हिन्दी के भारतेन्दुयुगीन कवि, आलोचक और उपन्यासकार थे। इन्होंने श्यामा स्वप्न, श्यामा सरोजनी, प्रेम-संपत्तिलता, मेघदूत, ऋतुसंहार, कुमार संभव, प्रेम हजारा, सज्जनाष्टक, प्रलय, ज्ञानप्रदीपका सहित कई कृतियां लिखीं।
- बालकृष्ण भट्ट रचनाएँ - नूतन ब्रह्मचारी , सौ अजान और एक सुजान, रहस्यकथा. मौलिक नाटक : दमयन्ती स्वयंवर, बाल-विवाह, चन्द्रसेन, रेल का विकट खेल, आदि।
Confusion Points
Additional Information
Important Points
निम्न में कौन सा सही सुमेलित नहीं है
Answer (Detailed Solution Below)
प्रेमचंद पूर्व Question 11 Detailed Solution
Download Solution PDF- "बाणभट्ट की आत्मकथा - राहुल सांकृत्यायन....." यह युग्म संगत नही है।
- बाणभट्ट की आत्मकथा प्रसिद्ध उपन्यास: हजारी प्रसाद द्विवेदी
- हजारी प्रसाद द्विवेदी के प्रसिद्ध उपन्यास
- बाणभट्ट की आत्मकथा आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी रचित एक ऐतिहासिक हिन्दी उपन्यास है।
- इसमें तीन प्रमुख पात्र हैं- बाणभट्ट, भट्टिनी तथा निपुणिका।
- इस पुस्तक का प्रथम प्रकाशन वर्ष 1946 में राजकमल प्रकाशन ने किया था।
- राहुल सांकृत्यायन (9अप्रैल 1893 - 14अप्रैल 1963)
- इन्हें महापंडित की उपाधि दी जाती है।
- राहुल सांकृत्यायन की स्मृति में भारतीय डाकतार विभाग की ओर से 1993 में उनकी जन्मशती के अवसर पर 100 पैसे मूल्य का एक डाक टिकट जारी किया गया।
- उन्हें 1958 में "साहित्य अकादमी पुरस्कार", तथा1963 में भारत सरकार के "पद्मभूषण अलंकरण" से विभूषित किया गया।
- लंका
- जापान
- इरान
- किन्नर देश की ओर
- चीन में क्या देखा
- मेरी लद्दाख यात्रा
- मेरी तिब्बत यात्रा
- तिब्बत में सवा वर्ष
- रूस में पच्चीस मास
- विश्व की रूपरेखा
Key Points
उपन्यास |
समय |
(a) अनामदास का पोथा |
औपनिषदिक् काल |
(b) पुनर्नवा |
चौथी शताब्दी |
(c) बाणभट्ट की आत्मकथा |
छठी-सातवीं शताब्दी |
(d) चार चंद्रलेख |
बारहवीं-तेरहवीं शताब्दी |
Additional Information
Additional Information
राहुल सांकृत्यायन जी की यात्रा साहित्य निम्नलिखित हैं:-
'मनुष्य के मन से सुन्दर और कुछ नहीं होता। ईश्वर यदि हैं तो मनुष्य के मन में ही समाए हैं।"
'मानस का हंस' उपन्यास में यह संवाद किसका है?
Answer (Detailed Solution Below)
प्रेमचंद पूर्व Question 12 Detailed Solution
Download Solution PDF"मनुष्य के मन में सुंदर और कुछ नहीं होता! ईश्वर यदि है तो मनुष्य के मन में ही समाए हैं" 'मानस का हंस' उपन्यास में यह संवाद मोहिनी का है।
Key Points
- मानस का हंस –
- यह अमृत राय द्वारा लिखित उपन्यास है।
- जो 1972 में प्रकाशित हुआ।
- यह तुलसीदास की जीवनी और व्यक्तित्व पर आधारित है।
- इसमें तुलसीदास जी का जो स्वरूप चित्रित किया गया वह एक सहज मानव का रूप है।
Important Points
- अमृतराय के उपन्यास –
- महाकाल 1947
- सेठ बाके लाल 1955
- बूंद और समुद्र 1956
- शतरंज के मोहरे 1959
- सुहाग के नूपुर 1960
- अमृत और नूपुर 1966
- सात घूंघट वाला मुखड़ा 1968
- एकदा नैमिशराय 1972
- नाचो बहुत गोपाल 1978
- खंजन नयन 1981
- बिखरे तिनके 1982
- अग्निगर्भा 1983
- करवट 1985
- पीडीया 1999
- मानस का हंस के पात्र-
- मैना कहारिन, बतासो,रतना,श्यामो की बुआ, *बाबा - तुलसीदास, राजा -रजिया नाम से पुकारे जाने वाला पात्र, बाबा से आयु में एक दिन छोटे,संत बेनीमाधव (सूकरखेत निवासी शिष्य)- पचास-पचपन वर्षीय, रामू द्विवेदी (काशी से आए हुए शिष्य) -बाबा के शिष्य, इकतीस वर्षीय, बकरीदी कक्का- बाबा से आयु में चार दिन बड़े,पण्डित गणपति उपाध्याय -बाबा के पुराने शिष्य, अड़सठ-उनहत्तर वर्षीय, बूढ़ा रमज़ानी - बकरीदी दर्ज़ी का छोटा बेटा, इकसठ-बासठ वर्षीय, शिवदीन दुबे, नन्हकू, मनकू - गाँव के लोग।हुलसिया-पंडाइन की मुँहबोली ननद, पंडाइन,पण्डित आत्माराम, भैरोसिंह
Additional Information
- तुलसी –
- मानस का हंस उपन्यास के प्रमुख पात्र तथा ये रामचरितमानस के रचयिता गोस्वामी तुलसीदास है जिनकी जीवनी अमृतराय ने लिखी है।
- गंगाराम –
- पंडित गंगाराम तुलसीदास की पत्नी रत्नावली के पिता थे।
- नरहरी दास –
- तुलसीदास नरहरी दास के शिष्य थे
प्रथम प्रकाशन वर्ष के अनुसार इन उपन्यासों को पहले से बाद के क्रम में व्यवस्थित कीजिए:
A. भूले बिसरे चित्र
B. निरूपमा
C. अपने-अपने अजनबी
D. कंकाल
E. मुर्दाघर
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर का चयन कीजिए:
Answer (Detailed Solution Below)
प्रेमचंद पूर्व Question 13 Detailed Solution
Download Solution PDFप्रथम प्रकाशन वर्ष के अनुसार उपन्यासों का पहले से बाद में व्यवस्थित क्रम - D, B, A, C, E
कंकाल, निरुपमा, भूले बिसरे चित्र, अपने-अपने अजनबी, मुर्दाघर
Key Points
कंकाल –
- रचनाकार - जयशंकर प्रसाद
- रचनाकाल - 1929 ई.
- अन्य - तत्कालीन समाज का यथार्थ नग्न चित्रण
निरुपमा –
- रचनाकार - सूर्यकांत त्रिपाठी निराला
- रचनाकाल - 1935 ई.
- अन्य - इस उपन्यास में सामंती रूढ़ियों को तोड़कर समाज के सम्मुख एक आदर्श रखते हैं।
भूले बिसरे चित्र –
- रचनाकार - भगवती चरण वर्मा
- रचनाकाल - 1959 ई.
- अन्य - तीन पीढियो के जीवन मूल्य में परिवर्तन की कथा।
अपने-अपने अजनबी –
- रचनाकार - सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन अज्ञेय।
- रचनाकाल - 1961 ई.
- अन्य - व्यक्ति के मृत्यु से साक्षात्कार के प्रशन को उठाए गए।
मुर्दाघर –
- रचनाकार - जगदंबा प्रसाद दीक्षित
- रचनाकाल - 2000 ई.
Important Points
जयशंकर प्रसाद के उपन्यास –
- कंकाल (1929 ई.)
- तितली (1934 ई.)
- इरावती (1936 ई.)
सूर्यकांत त्रिपाठी निराला के उपन्यास –
- अप्सरा
- अलका
- प्रभावती
- निरुपमा
भगवती चरण वर्मा के उपन्यास –
- पतन (1927 ई.)
- चित्रलेखा (1934 ई.)
- तीन वर्ष (1936 ई.)
- टेढ़े मेढ़े रास्ते (1946 ई.)
- आखरी दाव (1950 ई.)
- अपने खिलौने (1957 ई.)
- वह फिर नहीं आई (1960 ई.)
- सामर्थ्य और सीमा (1962 ई.)
- सच्ची सीधी बात (1968 ई.)
- सबहि नचावत राम गोसाई (1970 ई.)
- प्रशन और मरीचिका (1973 ई.)
अज्ञेय के उपन्यास –
- शेखर एक जीवनी (1940 ई.)
- नदी के दीप (1951 ई.)
जगदंबा प्रसाद दीक्षित के उपन्यास –
- इतिवृत्त
- अकाल
- कटा हुआ आसमान
Additional Information
जयशंकर प्रसाद –
- जन्म - 1889 ई. उत्तर प्रदेश
- उपनाम - झारखंडी, खंडेराव कलाधर
- इन्होंने (1909 ई.)इंदु पत्रिका का संपादन किया।
सूर्यकांत त्रिपाठी निराला-
- जन्म - 1896 ई. मेदनीपुर पश्चिमी बंगाल
- इन्होंने मतवाला, समन्वय और सुधा पत्रिकाओं का संपादन किया।
भगवती चरण वर्मा –
- जन्म - 1903 ई.
- उन्होंने 'नवजीवन' पत्रिका का संपादन किया।
- 'भूले बिसरे चित्र' पर साहित्य अकादमी पुरस्कार मिला।
- पदम भूषण तथा राज्यसभा की मानद सदस्यता प्राप्त हुई।
अज्ञेय –
- जन्म - 1911 ई. कुशीनगर उत्तर प्रदेश में।
- इन्होंने इलाहाबाद से 'प्रतीक' पत्रिका का संपादन किया।
- इन्होंने सैनिक और विशाल भारत नामक पत्रिका का संपादन किया।
- 'आंगन के पार द्वार' पर (1964 ई.)में साहित्य अकादमी पुरस्कार मिला।
- 'कितनी नावों में कितनी बार' (1978 ई.) में ज्ञानपीठ पुरस्कार मिला।
जगदंबा प्रसाद दीक्षित –
- जन्म - 1913 ई.उन्नाव, उत्तर प्रदेश
- (1972 ई.) 'पीपुल्स पावर' अंग्रेजी पत्रिका का संपादन प्रकाशन किया।
निम्न में से कौन सा सही सुमेलित नहीं है?
Answer (Detailed Solution Below)
प्रेमचंद पूर्व Question 14 Detailed Solution
Download Solution PDFनिम्न में से ऋणजल धनजल - प्रभाकर माचवे सही सुमेलित नहीं है।
ऋणजल धनजल फणीश्वरनाथ रेणु द्वारा लिखित एक उपन्यास है।
Key Points
फणीश्वर नाथ 'रेणु'
- फणीश्वर नाथ 'रेणु' (1921-1977) एक हिन्दी भाषा के साहित्यकार थे।
- 'रेणु' के पहले उपन्यास मैला आंचल को बहुत ख्याति मिली थी
- जिसके लिए 'रेणु' को पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
उपन्यास
- मैला आंचल 1954
- परती परिकथा 1957
- जूलूस
- दीर्घतपा 1964
- कितने चौराहे 1966
- कलंक मुक्ति 1972
- पलटू बाबू रोड 1979
Additional Information
लेखक | रचनाएँ |
धर्मवीर भारती (1926-1997) | ठंडा लोहा(1952)-काव्य सात गीत वर्ष(1959)-काव्य कनुप्रिया(1959)-काव्य सपना अभी भी(1993)-काव्य |
रांगेय राघव (1923 - 1962) | पंच परमेश्वर-कहानी अवसाद का छल-कहानी गूंगे, प्रवासी-कहानी घिसटता कम्बल-कहानी |
विवेकी राय (1924- 2016) | मनबोध मास्टर की डायरी-ललित निबंध गंवाई गंध गुलाब(1980ई०)-ललित निबंध फिर बैतलवा डाल पर-ललित निबंध आस्था और चिंतन(1991ई०)-ललित निबंध |
प्रभाकर माचवे (1917 - 1991) | स्वप्न भंग-कविता संग्रह अनुक्षण-कविता संग्रह तेल की पकौडियां -कविता संग्रह विश्वकर्मा -कविता संग्रह |
‘मानस का हंस’ उपन्यास के पात्र नहीं हैं।
Answer (Detailed Solution Below)
प्रेमचंद पूर्व Question 15 Detailed Solution
Download Solution PDF'मानस का हंस' उपन्यास के पात्र नहीं हैं-(C)वीरपाल सिंह-जाह्नवी।
Key Points
- मानस का हंस(1972ई.) उपन्यास अमृतलाल नागर द्वारा कृत है।
- विषय-तुलसीदास के जीवन पर आधारित उपन्यास है। लेखक ने रामबोला से तुलसी तक की यात्रा को जिस तरह प्रस्तुत किया है उससे तत्कालीन समाज एवं संस्कृति तथा उनके बीच एक महाकवि का जीवन तमाम द्वंदों एवं अंतर्विरोधों के बीच उभरकर सामने आता है।
- प्रमुख पात्र-तुलसीदास,पार्वती,नरहरि बाबा,मोहिनी,रत्नावली,शेष सनातन,टोडर,जयराम,गंगाराम,सन्त बेनी माधव,गंगेश्वर आदि।
Additional Information
- अमृतलाल नागर(1916-1960ई.) सामाजिक यथार्थवादी उपन्यासकारों में प्रमुख हैं।
- इनके अन्य उपन्यास हैं-महाकाल(1947ई.),बूँद और समुन्द्र(1956ई.),शतरंज के मोहरे(1959ई.),सुहाग के नूपुर(1960ई.),अमृत और विष(1966ई.),एकदा नैमिषारण्ये(1972ई.),खंजन नयन(1981ई.) आदि।
Important Points
- अन्य उपन्यासों के पात्र-
उपन्यास | पात्र |
बूँद और समुन्द्र | ताई,नवकन्या,रामजी बाबा,महिपाल आदि। |
शतरंज के मोहरे | नवाब गाजीउद्दीन हैदर,नसीरुद्दीन हैदर आदि। |
सुहाग के नूपुर | कन्नगी,माधवी,कोवलन,महाराज आदि। |
अमृत और विष | अरविंद शंकर,माया आदि। |