डायरी MCQ Quiz - Objective Question with Answer for डायरी - Download Free PDF
Last updated on Jul 1, 2025
Latest डायरी MCQ Objective Questions
डायरी Question 1:
रमेशचन्द्र शाह की डायरी 'अकेला मेला' के आरंभिक अंश किस पत्रिका में प्रकाशित हुए ?
Answer (Detailed Solution Below)
डायरी Question 1 Detailed Solution
रमेशचन्द्र शाह की डायरी 'अकेला मेला' के आरंभिक अंश नवनीत पत्रिका में प्रकाशित हुए।
Key Pointsभूमिका से-
- क्या यह एक निरा संयोग ही था या उससे कुछ अधिक, कि आज से कोई चौथाई सदी पहले एक लोकप्रिय - और साहित्यिक हलकों में लगभग उपेक्षणीय-पत्रिका 'नवनीत' के संपादक ने मुझसे संस्मरण या डायरी सरीखे अनौपचारिक गद्य की माँग की और जब मैंने बहुत ही संकोच और हिचकिचाहट के साथ, महज़ उनके निरंतर आग्रह की रक्षा की ख़ातिर यहाँ इस पुस्तक में संकलित सामग्री के आरंभिक अंश उन्हें दिए तो वे न केवल ऐसे अनेकानेक पाठकों को रुचे, जो सामान्य पाठकों की श्रेणी में आएँगे, बल्कि एक ऐसे खासुलखास पाठक का भी ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर सके जिनके या जिन जैसों के लिए ही 'द आइडियल क्रिटिक इज द आइडियल रीडर' जैसे सुभाषित गढ़े जाते रहे हैं।
Important Pointsअकेला मेला-
- रचनाकार- रमेशचंद्र शाह
- विधा- डायरी
- प्रकाशन वर्ष- 2009 ई.
Additional Informationरमेशचंद्र शाह-
- जन्म- 1937 ई०
- रमेश चंद्र शाह हिन्दी उपन्यासकार, नाटककार, निबंधकार तथा कुशल समालोचक हैं।
- उपन्यास-
- गोबरगणेश (1978)
- किस्सा गुलाम (1986)
- पूर्वपर (1990)
- आख़िरी दिन (1992)
- पुनर्वास (1995)
- आप कहीं नहीं रहते विभूति बाबू (2001)
- विनायक (2011)
- कहानी संग्रह-
- जंगल में आग
- मुहल्ले का रावण
- मानपत्र
- थिएटर
डायरी Question 2:
'सड़क को लेकर एक बातचीत', 'हाशिये पर कुछ नोट्स' और 'वीरकर' किस रचना के अंग है?
Answer (Detailed Solution Below)
डायरी Question 2 Detailed Solution
'सड़क को लेकर एक बातचीत', 'हाशिये पर कुछ नोट्स' और 'वीरकर' एक साहित्यिक की डायरी रचना के अंग है।
Key Pointsएक साहित्यिक की डायरी -
- रचनाकार - गजानन माधव 'मुक्तिबोध'
- विधा - निबंध
- प्रकाशन वर्ष - 1964 ई.
- विषय -
- यह फैंटेसी, मनोविशलेषण, तर्क आदि विविध शैली में रचित है।
- 'एक साहित्यिक की डायरी' में संकलित कुल 13 निबंध है।
Important Pointsगजानन माधव 'मुक्तिबोध'-
- (1917 - 1964 ई.)
- हिन्दी साहित्य के प्रमुख कवि, आलोचक, निबंधकार, कहानीकार तथा उपन्यासकार थे।
- उन्हें प्रगतिशील कविता और नयी कविता के बीच का एक सेतु भी माना जाता है।
- प्रमुख कृतियाँ -
- चाँद का मुँह टेढ़ा है – (कविता संग्रह), 1964 ई.
- नई कविता का आत्मसंघर्ष तथा अन्य निबंध (निबंध संग्रह)
- एक साहित्यिक की डायरी (निबंध संग्रह),1964 ई.
- काठ का सपना (कहानी संग्रह), 1967 ई.
- नये साहित्य का सौंदर्यशास्त्र, 1971 ई.
- कामायनी: एक पुनर्विचार, 1973 ई.
Additional Information
रचना | विधा | प्रकाशन वर्ष | रचनाकार |
मेरी तिब्बत यात्रा | यात्रा वृत्तान्त | 1937 ई. | राहुल सांकृत्यायन |
संस्कृति के चार अध्याय | गद्य | 1956 ई. | रामधारी सिंह दिनकर |
आपहुदरी | आत्मकथा | 2015 ई. | रमणिका गुप्ता |
डायरी Question 3:
'डायरी में प्रतिदिन के ताजे अनुभव लिखे जाते हैं, जबकि आत्मकथा में सुसम्बद्ध ढंग से अतीत की घटनाओं और अनुभवों को चुनकर लिखा जाता है।' यहाँ डायरी और आत्मकथा के सम्बंध में -
Answer (Detailed Solution Below)
डायरी Question 3 Detailed Solution
'डायरी में प्रतिदिन के ताजे अनुभव लिखे जाते हैं, जबकि आत्मकथा में सुसम्बद्ध ढंग से अतीत की घटनाओं और अनुभवों को चुनकर लिखा जाता है।' यहाँ डायरी और आत्मकथा के सम्बंध में -दोनों बातें सही हैं।
Key Pointsडायरी-
- डायरी लेखन व्यक्ति के द्वारा लिखा गया व्यक्तिगत अनुभवों, सोच और भावनाओं को लेखित रूप में अंकित करके बनाया गया एक संग्रह है।
- विश्व में हुए महान व्यक्ति डायरी लेखन करते थे और उनके अनुभवों से उनके निधन के बाद भी कई लोगों को प्रेरणा मिलती है।
- डायरी गत साहित्य की एक प्रमुख विधा है इसमें लेखक आत्म साक्षात्कार करता है। वह अपने आपसे सम्प्रेषण की स्थिति में होता है।
- मानव के समस्त भावों मानसिक उद्वेगों,अनुभूति विचारों को अभिव्यक्त करने में साहित्य का सर्वोच्च स्थान है।
- समीक्षकों ने डायरी को साहित्य की कोटि में इसलिए रखा है क्योंकि वह किसी महत्वपूर्ण व्यक्ति के व्यक्तित्व का उदघाटन करती है या मानव समाज के विभिन्न पक्षों का सूक्ष्म और जीवंत चित्र उपस्थित करती हैं।
- डायरी लेखक अपनी रूचि आवश्यकतानुसार राजनीतिक,सामाजिक,सांस्कृतिक,धार्मिक साहित्यिक अधिक विभिन्न पक्षों के साथ निजी अनुभूतियों का चित्रण कर सकता है।
आत्मकथा-
- लेखक जब स्वंय अपने जीवन को लेखाकार अथवा पुस्तकालय रूप में हमरे सामने रखता है तो उसे आत्मकथा कहा जाता है।
- यह गद्य की नवीन विधा है और लोकप्रिय है।
- हिंदी में बनारसीदास जैन की आत्मकथा अर्धकथानक(1941) पहल आत्मकथा स्वीकार की जाती है।
आत्मकथा और डायरी में अंतर-
- डायरी कालक्रमानुसार होती है,आत्मकथा नहीं।
- डायरी में लेखक सभी तत्वों को तुरंत अंकित कर लेता है जबकि आत्मकथा में जीवन का थोडा बहुत अंश तो अवश्य ही स्मृति जानी होता है।
डायरी Question 4:
'देश देशान्तर' किस विधा की रचना है?
Answer (Detailed Solution Below)
डायरी Question 4 Detailed Solution
'देश देशान्तर' डायरी विधा की रचना है।
Key Pointsदेश देशान्तर-
- विधा- डायरी
- रचनाकार- कमलेश्वर
- प्रकाशन वर्ष- 1992
Important Pointsकमलेश्वर-
- जन्म -1932- 2007 ई.
- कहानी, उपन्यास, पत्रकारिता, स्तंभ लेखन, फिल्म पटकथा जैसी अनेक विधाओं में इन्होने अपनी लेखन प्रतिभा का परिचय दिया।
- 2005 में कमलेश्वर को 'पद्मभूषण' से नवाज़ा गया और 2003 में उन्हें 'कितने पाकिस्तान' (उपन्यास) के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
- प्रमुख रचनाएँ-
- उपन्यास- एक सड़क सत्तावन गलियाँ (1957), तीसरा आदमी (1976), डाक बंगला (1959)
- कहानी- राजा निरबंसिया, मांस का दरिया
- नाटक- अधूरी आवाज़, रेत पर लिखे नाम
- पद्य नाटक- अंधा युग 1954
Additional Information
विधा- विधा का अर्थ प्रकार, किस्म, वर्ग या श्रेणी है। यह शब्द विविध प्रकार की रचनाओं को वर्ग या श्रेणी में बाँटता है। |
|
डायरी |
डायरी लेखन व्यक्ति के द्वारा लिखा गया व्यक्तिगत अनुभवों, सोच और भावनाओं को लेखित रूप में अंकित करके बनाया गया एक संग्रह है। |
जीवनी |
किसी महत्वपूर्ण व्यक्ति के जीवन का सम्पूर्ण विवरण क्रमबद्ध रूप में महत्वपूर्ण घटनाओं के माध्यम से जब किसी लेखक द्वारा प्रस्तुत किया जाता है तो उस रचना को जीवनी कहा जाता है। |
रेखाचित्र |
इसमें साहित्यकार अपनी कल्पना या अनुभूति का अलग से कोई रंग नहीं भरता, जिस व्यक्ति, वस्तु या दृश्य का वर्णन करना है, उसका हू-ब-हू चित्र अंकित कर देता है। |
रिपोर्ताज |
रिपोर्ताज गद्य-लेखन की एक विधा है। रिपोर्ताज फ्रांसीसी भाषा का शब्द है। रिपोर्ताज किसी घटना के यथातथ्य वर्णन को कहते हैं। |
डायरी Question 5:
सूची I का सूची II से मिलान कीजिए-
सूची I पुस्तकों में उद्धृत पंक्तियाँ |
सूची II पुस्तकें |
||
A. |
कला का पहला क्षण है- जीवन का उत्कट तीव्र अनुभव-क्षण। |
I. |
एक साहित्यिक की डायरी |
B. |
उसकी जिंदगी की फ़ाइल मुकम्मल हो चुकी थी। |
II. |
क्या भूलूँ क्या याद करूँ |
C. |
इन्कम होती तो टैक्स होता! |
III. |
जामुन का पेड़ |
D. |
स्त्री के आँसुओं के सामने पुरुष बेबस हो जाता है। |
IV. |
भोलाराम का जीव |
निम्नलिखित विकल्पों में से सही उत्तर का चयन कीजिए:
Answer (Detailed Solution Below)
डायरी Question 5 Detailed Solution
सूची I का सूची II से मिलान है - A - I, B - III, C - IV, D - IIKey Points
सूची I पुस्तकों में उद्धृत पंक्तियाँ | सूची II पुस्तकें |
A.कला का पहला क्षण है- जीवन का उत्कट तीव्र अनुभव-क्षण। | I. एक साहित्यिक की डायरी |
B.उसकी जिंदगी की फ़ाइल मुकम्मल हो चुकी थी। | III. जामुन का पेड़ |
C.इन्कम होती तो टैक्स होता! | IV. भोलाराम का जीव |
D.स्त्री के आँसुओं के सामने पुरुष बेबस हो जाता है। | II. क्या भूलूँ क्या याद करूँ |
रचना | लेखक | विधा |
एक साहित्यिक की डायरी | गजानंद माधव मुक्तिबोध | स्तंभ लेख |
क्या भूलूँ क्या याद करूं | हरिवंश राय बच्चन | आत्मकथा |
जामुन का पेड़ | कृष्णचंद्र | हास्य व्यंग्य कहानी |
भोलाराम का जीव | हरिशंकर परसाई | व्यंग्य कहानी |
- केवल उस स्तम्भ का नाम था जिसके अंतर्गत समय-समय पर मुक्तिबोध को अनेक प्रश्नों पर विचार करने की छुट न केवल संपादक की ओर से बल्कि स्वयं अपनी ओर से भी होती थी।
- 'वसुधा' के पहले नागपुर के 'नया खून' साप्ताहिक में यह एक साहित्यिक की डायरी स्तंभ के अंतर्गत कभी अर्द्धसाहित्यक तथा कभी गैर साहित्यिक विषयों पर छोटी-छोटी टिप्पणियां लिखा करते थे।
- इसमें हरिवंश राय बच्चन अपने परदादा के समय से बात आरंभ करते हैं और पीढ़ी दर पीढ़ी का जीवन चित्र प्रस्तुत करते हुए अपनी कथा तक आते हैं।
- तत्कालीन समय के संयुक्त परिवार तथा गरीबी में भी लोगों के एक साथ रहने का सुंदर उदाहरण उक्त रचना में मिलता है।
- हास्य व्यंग्य शैली में लिखी गई इस कहानी में सरकारी जीवनशैली में लालफीताशाही की मिश्रित भ्रष्टाचारी व्यवस्था पर करारा व्यंग्य किया।
- यहां इंसानियत की जगह व्यवस्था महत्वपूर्ण हो जाती है।
- यह व्यंग्य कहानी है जो प्रशासनिक भ्रष्टाचार पर चोट करती है।
- इसका प्रमुख चरित्र भोलाराम को रिटायर हुए 5 साल हो गए किंतु अंततः निवेदनों के बावजूद से पेंशन नहीं मिली क्योंकि उसने रिश्वत नहीं दी है।
Top डायरी MCQ Objective Questions
निम्नलिखित रचनाओं को उनके प्रकाशनकाल से सुमेलित कीजिए :
सूची - I (रचनाएँ) |
सूची - II (प्रकाशनकाल) |
(a) मोहन राकेश की डायरी | (i) 2000 ई |
(b) डायरी के कुछ पत्रे | (ii) 1958 ई. |
(c) मेरी कॉलेज डायरी | (iii) 1972 ई. |
(d) एक कार्यकर्त्ता की डायरी | (iv) 1985 ई. |
(v) 1940 ई. |
निम्नलिखित में से सही विकल्प चुनिए :
Answer (Detailed Solution Below)
डायरी Question 6 Detailed Solution
Download Solution PDFसही विकल्प-3) (a)-(iv),(b)-(v),(c)-(ii),(d)-(iii) है।
Key Points
रचनाएँ |
प्रकाशनकाल |
रचनाकार |
(a) मोहन राकेश की डायरी |
(iv) 1985 ई. |
मोहन राकेश |
(b) डायरी के कुछ पन्ने |
(v) 1940 ई. |
घनश्यामदास बिडला |
(c) मेरी कॉलेज डायरी |
(ii) 1958 ई. |
धीरेन्द्र वर्मा |
(d) एक कार्यकर्त्ता की डायरी |
(iii) 1972 ई. |
सीताराम सेक्सरिया |
निम्नलिखित में से डायरी साहित्य है :
(a) प्रवास की डायरी
(b) आधे अधूरे
(c) एक साहित्यिक की डायरी
(d) ऋणजल धनजल
निम्नलिखित में से सही विकल्प चुनिए :
Answer (Detailed Solution Below)
डायरी Question 7 Detailed Solution
Download Solution PDF- सही उत्तर विकल्प 4 है।
- A और C
- प्रवास की डायरी - हरिवंश राय बच्चन - 1971
- एक साहित्यिक की डायरी : मुक्तिबोध
- दिल्ली मेरा परदेश - रघुवीर सहाय - 1976
- एक साहित्यिक की डायरी - निबंध - मुक्तिबोध
- फैंटेसी, मनोविश्लेषण पर आधारित।
- ऋण जल धन जल - रिपोर्ताज - फणीश्वर नाथ रेणु - 1977
- हिंदी में डायरी विधा का प्रवर्तन श्री राम शर्मा कृत ' सेवाग्राम की डायरी ' - 1946 से माना जाता है।
Key Points
Important Points
Additional Information
Hint
डायरी के कुछ पन्ने (1931)- | घनश्यामदास बिङला |
मेरी कालिज डायरी – | धीरेन्द्र वर्मा |
दैनिकी – | सियाराम शरण गुप्त |
बुकसेलर की डायरी – |
रावी
|
गाँधी जी की कारावास कथा – | सुशीला नायर |
मेरी डायरी के नीरस पन्ने –
|
इलाचन्द्र जोशी |
अजय की डायरी – | देवराज |
दैनन्दिनी – | सुन्दरलाल त्रिपाठी |
प्रवास की डायरी –
|
हरिवंशराय बच्चन
|
दिनकर की डायरी –
|
रामधारी सिंह दिनकर
|
दिल्ली मेरा परदेश –
|
रघुवीर सहाय
|
सैलानी की डायरी-
|
राजेन्द्र अवस्थी
|
एक साहित्यिक की डायरी –
|
मुक्तिबोध
|
अंकित होने दो –
|
अजित कुमार
|
मोहन राकेश की डायरी –
|
मोहन राकेश
|
एक मुख्यमंत्री की डायरी –
|
शांता कुमार
|
मेरी जेल डायरी –
|
जयप्रकाश नारायण
|
मेरी जेल डायरी –
|
चंद्रशेखर
|
मनबोध मास्टर की डायरी –
|
विवेकीराय
|
स्मृतियों की जन्मपत्री –
|
रविन्द्र कालिया
|
डायरी के दो रूप क्या-क्या हैं?
Answer (Detailed Solution Below)
डायरी Question 8 Detailed Solution
Download Solution PDFव्यक्तिनिष्ठ तथा वस्तुनिष्ठ, डायरी के दो रूप हैं।
Key Points
- व्यक्तिनिष्ठ :- व्यक्तिनिष्ठ में आत्मकथा
- वस्तुनिष्ठ :- जीवन इतिहास
Additional Information
- प्रवास की डायरी - हरिवंश राय बच्चन - 1971
- दिल्ली मेरा परदेश - रघुवीर सहाय - 1976
Important Points
- एक साहित्यिक की डायरी - निबंध - मुक्तिबोध
- फैंटेसी, मनोविश्लेषण पर आधारित।
- ऋण जल धन जल - रिपोर्ताज - फणीश्वर नाथ रेणु - 1977
- हिंदी में डायरी विधा का प्रवर्तन श्री राम शर्मा कृत ' सेवाग्राम की डायरी ' - 1946 से माना जाता है।
मैं चाहता हूँ कि साहित्य - संबंधी धारणाएँ वास्तविक साहित्य में विश्लेषण के आधार पर बनायी जाएँ I" ये पंक्तियाँ 'एक साहित्यिक की डायरी' के किस प्रकरण से ली गयी हैं ?
Answer (Detailed Solution Below)
डायरी Question 9 Detailed Solution
Download Solution PDFमैं चाहता हूँ कि साहित्य - संबंधी धारणाएँ वास्तविक साहित्य में विश्लेषण के आधार पर बनायी जाएँ I" ये पंक्तियाँ 'एक साहित्यिक की डायरी' के तीसरा क्षण प्रकरण से ली गयी हैं|
Key Points
- 'एक साहित्यिक की डायरी' रचना के लेखक मुक्तिबोध(1917-1964) है।
- गजानन माधव 'मुक्तिबोध' तार सप्तक के महत्वपूर्ण कवि है।
- यह रचना निबन्ध शैली में लिखी हुई है।
- इसकी पांडुलिपि श्रीकांत वर्मा को 1964 में मुक्तिबोध ने दे दी थी व इसका द्वितीय प्रकाशन 25 जून;2000 में हुआ।
Important Points
- निजी स्मृतियां न होकर,साहित्य सम्बन्धी तथ्य को एक काल्पनिक मित्र केशव के साथ हुए संवाद के रूप में लिखा है।
- यही रचना 13 प्रकरणों में विभक्त हैं-
- तीसरा क्षण
- एक लंबी कविता का अंत
- डबरे पर सूरज का बिम्ब
- हाशिये पर कुछ नोट्स
- सड़क को लेकर एक बातचीत
- एक मित्र की पत्नी का प्रश्न चिन्ह
- नए की जन्म कुंडली:एक
- नए की जन्म कुंडली:दो
- वीरकर,
- शिष्ट और अद्वितीय
- कटुयाँ और काव्य सत्य
- कलाकार की व्यक्तिगत ईमानदारी:एक
- कलाकार को व्यक्तिगत ईमानदारी:दो।
- मुक्तिबोध की डायरी उस सत्य की खोज है जिसके आलोक में कवि अपने अनुभव को सार्वभौमिक अर्थ दे देता है।
Additional Information
- 'एक साहित्यिक की डायरी' में कला के तीन क्षण हैं-अनुभव,चिंतन और अभिव्यक्ति।
- मुक्तिबोध का काव्य-संग्रह-चाँद का मुँह टेढ़ा है(1964),भूरि-भूरि खाक धूल(1980)।
- आलोचनात्मक रचनाएँ-कामायनी:एक पुनर्विचार(1961),नयी कविता का आत्मसंघर्ष तथा अन्य निबन्ध(1964),नये साहित्य का सौन्दरशास्त्र(1971)आदि।
"इधर वह कविता मेरा पिंड नहीं छोड़ रही थी। अगर वह कविता भावावेशपूर्ण होती तो एक बार उसकी आवेशात्मक अभिव्यक्ति हो जाने पर मेरी छुट्टी हो जाती।" - यह उद्धरण निम्नलिखित में से किससे लिया गया है?
Answer (Detailed Solution Below)
डायरी Question 10 Detailed Solution
Download Solution PDFएक लम्बी कविता का अंत में से यह उद्धरण लिया गया है, विकल्प 4 सही है।
Key Points
- प्रस्तुत उद्धरण मुक्तिबोध की डायरी 'एक साहित्यिक डायरी' से लिया गया है।
- मुक्तिबोध की डायरी उस सत्य की खोज है जिसके आलोक में कवि अपने अनुभव को सार्वभौमिक अर्थ दे देता है।
Important Points
- 'एक साहित्यिक की डायरी' स्तम्भ के अंतर्गत समय-समय पर मुक्तिबोध को अनेक प्रश्नों पर विचार करने की छूट न केवल संपादक की ओर से बल्कि स्वयं अपनी ओर से भी होती थी।
- मुक्तिबोध को गहन अनुभूति और तीव्र इन्द्रियबोध का कवि कहा जाता है।
Additional Information
- मुक्तिबोध की चर्चित रचनाएं हैं - अँधेरे में, ब्रह्मराक्षस, अन्तः करण का आयतन, भूल गलती।
'डायरी के पन्ने' नामक डायरी-अंश लेखिका ने किसको संबोधित करके लिखा है?
Answer (Detailed Solution Below)
डायरी Question 11 Detailed Solution
Download Solution PDF'डायरी के पन्ने' नामक डायरी-अंश लेखिका ने 'किट्टी को' संबोधित करके लिखा है।
Key Points
- डायरी के पन्ने के लेखक 'ऐन फ्रेंक' है।
- यह डायरी मूलतः 1947 में डच भाषा में प्रकाशित है।
- 1952 में इसका अंग्रेजी अनुवाद द डायरी ओफ एयंग गले शीर्षक से प्रकाशित हुआ।
- अन्य विकल्प असंगत है।
डायरी Question 12:
निम्नलिखित रचनाओं को उनके प्रकाशनकाल से सुमेलित कीजिए :
सूची - I (रचनाएँ) |
सूची - II (प्रकाशनकाल) |
(a) मोहन राकेश की डायरी | (i) 2000 ई |
(b) डायरी के कुछ पत्रे | (ii) 1958 ई. |
(c) मेरी कॉलेज डायरी | (iii) 1972 ई. |
(d) एक कार्यकर्त्ता की डायरी | (iv) 1985 ई. |
(v) 1940 ई. |
निम्नलिखित में से सही विकल्प चुनिए :
Answer (Detailed Solution Below)
डायरी Question 12 Detailed Solution
सही विकल्प-3) (a)-(iv),(b)-(v),(c)-(ii),(d)-(iii) है।
Key Points
रचनाएँ |
प्रकाशनकाल |
रचनाकार |
(a) मोहन राकेश की डायरी |
(iv) 1985 ई. |
मोहन राकेश |
(b) डायरी के कुछ पन्ने |
(v) 1940 ई. |
घनश्यामदास बिडला |
(c) मेरी कॉलेज डायरी |
(ii) 1958 ई. |
धीरेन्द्र वर्मा |
(d) एक कार्यकर्त्ता की डायरी |
(iii) 1972 ई. |
सीताराम सेक्सरिया |
डायरी Question 13:
'शाश्वती' डायरी के लेखक है-
Answer (Detailed Solution Below)
डायरी Question 13 Detailed Solution
'शाश्वती' डायरी के लेखक है-अज्ञेय
शाश्वती-
- रचनाकार-अज्ञेय
- विधा-डायरी साहित्य
- प्रकाशन वर्ष-1979 ई.
- यह डायरी अज्ञेय जी की अंत: प्रतिक्रियाओं का संचयन है।
Key Pointsअज्ञेय-
- जन्म-1911-1987 ई.
- तार सप्तक के निर्माता है।
- रचनाएँ-
- बर्लिन की डायरी(1960 ई.),भवंती(1972 ई.),अंतरा(1975 ई.) आदि।
Important Pointsरघुवीर सहाय-
- जन्म-1929-1990 ई.
- दूसरा सप्तक के मुख्य कवि रहे है।
- रचनाएँ-
- दिल्ली मेरा प्रदेश(1976 ई.) आदि।
दिनकर-
- जन्म-1908-1974 ई.
- राष्ट्रकवि के रूप में जाने जाते है।
- रचनाएँ-
- दिनकर की डायरी(1973 ई.) आदि।
बच्चन-
- जन्म-1907-2003 ई.
- हालावाद के प्रवर्तक कवि है।
- रचनाएँ-
- प्रवासी की डायरी(1971 ई.) आदि।
डायरी Question 14:
'डायरी का एक पन्ना' पाठ में सीताराम सेकसरिया ने किस दिन के वृतांत को दर्ज़ किया है?
Answer (Detailed Solution Below)
डायरी Question 14 Detailed Solution
'डायरी का एक पन्ना' पाठ में सीताराम सेकसरिया ने 26 जनवरी, 1931 दिन के वृतांत को दर्ज़ किया है।
डायरी का एक पन्ना-
- रचनाकार-सीताराम सेकसरिया
- विधा-संस्मरण
- विषय-
- इसमें 1930-31 के आस पास हो रही राजनीतिक हलचल के बारे में बताता गया है।
- इसमें एक दिन की घटनाओं का वर्णन है, जब बंगाल के लोगों ने स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेने के लिए अपूर्व जोश दिखाया था।
Key Pointsसीताराम सेकसरिया-
- जन्म-1892 ई.
- राजस्थान के प्रमुख लेखक रहे है।
- इन्होंने कई सामाजिक संस्थाओं का निर्माण करवाया।
- स्वतंत्रता संग्राम में भी इनका विशेष योगदान रहा है।
- रचनाएँ-
- स्मृति कण
- मन की बात
- बिता युग
- नई बात आदि।
डायरी Question 15:
निम्नलिखित में से डायरी साहित्य है :
(a) प्रवास की डायरी
(b) आधे अधूरे
(c) एक साहित्यिक की डायरी
(d) ऋणजल धनजल
निम्नलिखित में से सही विकल्प चुनिए :
Answer (Detailed Solution Below)
डायरी Question 15 Detailed Solution
- सही उत्तर विकल्प 4 है।
- A और C
- प्रवास की डायरी - हरिवंश राय बच्चन - 1971
- एक साहित्यिक की डायरी : मुक्तिबोध
- दिल्ली मेरा परदेश - रघुवीर सहाय - 1976
- एक साहित्यिक की डायरी - निबंध - मुक्तिबोध
- फैंटेसी, मनोविश्लेषण पर आधारित।
- ऋण जल धन जल - रिपोर्ताज - फणीश्वर नाथ रेणु - 1977
- हिंदी में डायरी विधा का प्रवर्तन श्री राम शर्मा कृत ' सेवाग्राम की डायरी ' - 1946 से माना जाता है।
Key Points
Important Points
Additional Information
Hint
डायरी के कुछ पन्ने (1931)- | घनश्यामदास बिङला |
मेरी कालिज डायरी – | धीरेन्द्र वर्मा |
दैनिकी – | सियाराम शरण गुप्त |
बुकसेलर की डायरी – |
रावी
|
गाँधी जी की कारावास कथा – | सुशीला नायर |
मेरी डायरी के नीरस पन्ने –
|
इलाचन्द्र जोशी |
अजय की डायरी – | देवराज |
दैनन्दिनी – | सुन्दरलाल त्रिपाठी |
प्रवास की डायरी –
|
हरिवंशराय बच्चन
|
दिनकर की डायरी –
|
रामधारी सिंह दिनकर
|
दिल्ली मेरा परदेश –
|
रघुवीर सहाय
|
सैलानी की डायरी-
|
राजेन्द्र अवस्थी
|
एक साहित्यिक की डायरी –
|
मुक्तिबोध
|
अंकित होने दो –
|
अजित कुमार
|
मोहन राकेश की डायरी –
|
मोहन राकेश
|
एक मुख्यमंत्री की डायरी –
|
शांता कुमार
|
मेरी जेल डायरी –
|
जयप्रकाश नारायण
|
मेरी जेल डायरी –
|
चंद्रशेखर
|
मनबोध मास्टर की डायरी –
|
विवेकीराय
|
स्मृतियों की जन्मपत्री –
|
रविन्द्र कालिया
|