जीवनी MCQ Quiz - Objective Question with Answer for जीवनी - Download Free PDF
Last updated on May 15, 2025
Latest जीवनी MCQ Objective Questions
जीवनी Question 1:
‘आवारा मसीहा’ में शरतचंद्र के सामाजिक और राजनीतिक दृष्टिकोण के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन-से कथन सत्य हैं?
(A) शरतचंद्र चरखा चलाना पसंद करते थे और महीन सूत कातते थे।
(B) वे सत्याग्रह के पक्षधर थे।
(C) उनकी रचना ‘पाथेर दाबी’ क्रांतिकारियों को प्रेरित करने के लिए लिखी गई थी।
(D) वे ज़मींदारी प्रथा के समर्थक थे।
Answer (Detailed Solution Below)
जीवनी Question 1 Detailed Solution
विश्लेषण: शरतचंद्र चरखा चलाना पसंद करते थे (सत्य), और ‘पाथेर दाबी’ क्रांतिकारियों के लिए लिखी गई थी (सत्य)। लेकिन वे सत्याग्रह के पक्षधर नहीं थे और ज़मींदारी प्रथा का विरोध करते थे, इसलिए (B) और (D) गलत हैं।
जीवनी Question 2:
निम्नलिखित कथन “मेरा जीवन अन्ततः मानो एक उपन्यास ही है। इस उपन्यास में सब कुछ किया, पर छोटा काम कभी नहीं किया।” किस पात्र का है?
Answer (Detailed Solution Below)
जीवनी Question 2 Detailed Solution
विश्लेषण: यह कथन शरतचंद्र का है, जो उनके जीवन और साहित्यिक यात्रा को एक उपन्यास के रूप में देखता है, जैसा कि ‘आवारा मसीहा’ में वर्णित है।
जीवनी Question 3:
सूची-I से सूची-II का मिलान कीजिए-
सूची-I (जीवनी) | सूची-II (रचनाकार) |
---|---|
(A) नेपोलियन बोनापार्ट का जीवन चरित्र | (I) रामाशंकर व्यास |
(B) छत्रपति शिवाजी का जीवन चरित्र | (II) कार्तिक प्रसाद खत्री |
(C) हरिश्चंद्र का जीवन-चरित | (III) शिवनंदन सहाय |
(D) प्रतापनारायण मिश्र | (IV) बालमुकुंद गुप्त |
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर का चयन कीजिए:
Answer (Detailed Solution Below)
जीवनी Question 3 Detailed Solution
सही उत्तर है - (A) - (I), (B) - (II), (C) - (III), (D) - (IV)
विश्लेषण:
- (A) नेपोलियन बोनापार्ट का जीवन चरित्र - रामाशंकर व्यास (1883)
- (B) छत्रपति शिवाजी का जीवन चरित्र - कार्तिक प्रसाद खत्री (1890)
- (C) हरिश्चंद्र का जीवन-चरित - शिवनंदन सहाय (1905)
- (D) प्रतापनारायण मिश्र - बालमुकुंद गुप्त (1907)
जीवनी Question 4:
"प्रेमचंद घर में" के अनुसार प्रेमचंद ने अपनी पहली पत्नी को क्यों छोड़ दिया?
Answer (Detailed Solution Below)
जीवनी Question 4 Detailed Solution
उत्तर है - क्योंकि वह उनसे उम्र में बड़ी और बदसूरत थी, और रोज़ लड़ाई होती थी
विश्लेषण: प्रेमचंद की पहली पत्नी उम्र में उनसे बड़ी और बदसूरत थी, और उनके बीच रोज़ लड़ाई-झगड़े होते थे। इससे ऊबकर प्रेमचंद ने उसे उसके घर पहुँचा दिया और बाद में शिवरानी देवी से दूसरी शादी कर ली। यह उनके जीवन की एक कठिन परिस्थिति को दर्शाता है।
जीवनी Question 5:
"प्रेमचंद घर में" के अनुसार प्रेमचंद ने महात्मा गांधी से प्रेरित होकर क्या किया?
Answer (Detailed Solution Below)
जीवनी Question 5 Detailed Solution
उत्तर है - अपनी नौकरी छोड़ दी और सेवा को मूल धर्म बनाया
विश्लेषण: प्रेमचंद महात्मा गांधी के विचारों से विशेष रूप से प्रभावित थे। उनकी प्रेरणा से उन्होंने अपनी नौकरी छोड़ दी और सेवा को अपने जीवन का मूल धर्म बनाया। यह उनके सामाजिक और नैतिक दृष्टिकोण को दर्शाता है।
Top जीवनी MCQ Objective Questions
'सबसे बड़ा सिपहिया' के रचनाकार हैं:
Answer (Detailed Solution Below)
जीवनी Question 6 Detailed Solution
Download Solution PDF2) वीरेन्द्र जैन
वीरेन्द्र जैन जी की राजनैतिक सम्बन्धित पुस्तक 'सबसे बड़ा सिपहिया' है, अन्य विकल्प यहाँ असंगत है।
अत: सही विकल्प 2) वीरेन्द्र जैन ही होगा।
वीरेन्द्र जैन की प्रमुख रचनाएँ-
- लक्ष्मी कमल और हाथी
- क्या फेकूँ क्या जोड़ रखूँ?
- नहीं, कभी नहीं
- तमसो मा ज्योतिर्गमय
- शाप-मुक्ति
- बीच के बारह बरस
पंडित बिरजू महाराज का संबंध किस घराने से है?
Answer (Detailed Solution Below)
जीवनी Question 7 Detailed Solution
Download Solution PDFपंडित बिरजू महाराज का संबंध लखनऊ घराने से है।
Key Pointsबिरजू महाराज:-
- वास्तविक नाम- बृजमोहन नाथ मिश्रा
- जन्म- 4 फ़रवरी, 1938, लखनऊ
- मृत्यु- 17 जनवरी, 2022, दिल्ली
- वे भारत के प्रसिद्ध शास्त्रीय नृत्य कलाकारों में से एक थे।
- वे भारतीय नृत्य की 'कथक' शैली के आचार्य और लखनऊ के 'कालका-बिंदादीन' घराने के एक मुख्य प्रतिनिधि थे।
'क्षितिज' पाठ्य पुस्तक में संकलित 'लोक संत पीपा' नामक पाठ के अनुसार पीपा का जन्म स्थान किसे माना जाता है?
Answer (Detailed Solution Below)
जीवनी Question 8 Detailed Solution
Download Solution PDFसही उत्तर 'गागरौन' है।
Key Points
- संत पीपा का जन्म 1926 ई. राजस्थान मे ( गगनौरगढ ) रियासत मे हुआ है।
- रामनंद के 12 शिष्य में पीपा भी सम्मलित है।
- निर्गुण भक्त कवि है।
- अन्य असंगत है।
Important Points
- रामानंद के 12 शिष्यों के नामः-
- अनंतानंद, कबीर , सुखा , सुरसुरा ,पद्मावती , नरहरि , पीपा , भावानंद , रैदास ,धना , सेना , सुतसुरी।
सर्वप्रथम गाँधीजी को 'महात्मा' कहकर किसने संबोधित किया?
Answer (Detailed Solution Below)
जीवनी Question 9 Detailed Solution
Download Solution PDFसर्वप्रथम गाँधीजी को 'महात्मा' कहकर रवीन्द्रनाथ ठाकुर ने संबोधित किया।
Key Pointsरवीन्द्रनाथ ठाकुर-
- जन्म- 1861-1941 ई.
- एक बांग्ला कवि, कहानीकार, गीतकार, संगीतकार, नाटककार, निबंधकार और चित्रकार थे।
- भारतीय संस्कृति के सर्वश्रेष्ठ रूप से पश्चिमी देशों का परिचय और पश्चिमी देशों की संस्कृति से भारत का परिचय कराने में टैगोर की बड़ी भूमिका रही तथा आमतौर पर उन्हें आधुनिक भारत का असाधारण सृजनशील कलाकार माना जाता है।
- मुख्य रचनाएं-
- राष्ट्र-गान जन गण मन और बांग्लादेश का राष्ट्र-गान 'आमार सोनार बांग्ला'
- 'गीतांजलि'
- पोस्टमास्टर
- मास्टर साहब
- गोरा
- घरे-बाइरे आदि।
Important Pointsसुभाष चन्द्र बोस-
- जन्म- 23 जनवरी 1897 - 18 अगस्त 1945
- भारत के स्वतन्त्रता संग्राम के अग्रणी तथा सबसे बड़े नेता थे।
- द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान, अंग्रेज़ों के खिलाफ लड़ने के लिए, उन्होंने जापान के सहयोग से आज़ाद हिन्द फ़ौज का गठन किया था।
- उनके द्वारा दिया गया जय हिन्द का नारा भारत का राष्ट्रीय नारा बन गया है।
बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर-
- जन्म-14 अप्रैल 1891 ई.
- निधन- दिसंबर 1956 ई.
- इनका जन्म महू, मध्य प्रदेश में हुआ और निधन दिल्ली में।
- प्रमुख रचनाएं-
- विच वे टू इमैनसिपेशन (मई 1936)
- रानडे, गाँधी एंड जिन्नाह (1943)
- मिस्टर गाँधी एण्ड दी एमेन्सीपेशन ऑफ़ दी अनटचेबल्स (सप्टेबर 1945)
- हू वेर दी शूद्राज़ ? (अक्तुबर 1946)
- द बुद्धा एंड हिज धम्मा (भगवान बुद्ध और उनका धम्म) (1957) आदि।
ज्योतिबा फुले-
- जन्म-1827-1890 ई.
- सन 1873 में महात्मा फुले ने 'सत्यशोधक समाज' की स्थापना की थी और इसी साल उनकी पुस्तक "गुलामगिरी" का प्रकाशन भी हुआ।
'पीयूष प्रवाह' में संकलित पाठ 'राजस्थान के गौरव' के आधार पर बताइये कि गोविन्द गुरु का अन्तिम समय इनमें से कहाँ बीता ?
Answer (Detailed Solution Below)
जीवनी Question 10 Detailed Solution
Download Solution PDF'पीयूष प्रवाह' में संकलित पाठ 'राजस्थान के गौरव' के आधार पर गोविन्द गुरु का अन्तिम समय पंचमहाल में कम्बोई नामक स्थान पर बीता।
- 'राजस्थान का गौरव' पाठ में विभिन्न वीरों के जीवन चरित संकलित हैं।
- देवनारायण जी,बाबा रामदेव,संत जम्भेश्वर,पूज्य गोविन्द गुरु आदि का जीवन चरित वर्णित है।
- गोविन्द गुरु को जेल से रिहा करने के बाद गुजरात के पंचमहाल में कम्बोई नामक स्थान पर इनका निधन हुआ।
Key Pointsगोविन्द गुरु-
- जन्म-20 दिसंबर 1858 ई.
- निधन-30 अक्टूबर 1931 ई.
- संप सभा की स्थापना की।
- इन्होनें समाज सुधार के लिए कार्य किया।
- कर्नल शटल के आदेश पर मानगढ़ में भक्तों पर गोलियाँ चलवाई गयी,जिसकी वजह से 1500 भक्त मारे गए।
Additional Informationपाठ का सार-
- इस पाठ के माध्यम से गोविन्द गुरु के साथ-साथ राजस्थान के महापुरुषों के ऐतिहासिक चरित्रों पर प्रकाश डाला गया है।
- अंग्रेजों से देश को बचाने के लिए इन महापुरुषों का त्याग महत्त्वपूर्ण है।
गोविन्द गुरु के सम्बन्ध में-
- डूंँगरपुर जिले के बासियाँ गाँव में-
- गोविन्द गुरु का जन्म हुआ था।
- मानगढ़ पहाड़ पर-
- अंग्रेजों ने गोविन्द गुरु व् उनके भक्तों पर गोली चलाई थी व् इनको बंधी बना लिया था।
- अहमदाबाद में-
- अहमदाबाद की सेंट्रल जेल में इन्हें रखा गया था।
जीवनी Question 11:
डॉ० राम विलास शर्मा जी को किस पुस्तक पर साहित्य अकादमी का पुरस्कार प्राप्त हुआ था ?
Answer (Detailed Solution Below)
जीवनी Question 11 Detailed Solution
सही उत्तर है - निराला की साहित्य साधना।
Key Points
- रामविलास जी ने हिंदी में जीवनी साहित्य को एक नया आयाम दिया।
- उन्हें 'निराला की साहित्य साधना' पुस्तक पर साहित्य अकादमी पुरस्कार प्राप्त हो चुका है।
Additional Informationरामविलास शर्मा:-
- जन्म:- 10 अक्टूबर 1912 ई०
- जन्मस्थान:- उन्नाव (उ० प्र०)
- निधन:- 30 मई 2000 ई०
- उनकी अन्य प्रमुख रचनाओं के नाम हैं - 'आचार्य रामचंद्र शुक्ल और हिंदी आलोचना', 'भारतेन्दु हरिश्चंद्र', 'प्रेमचंद और उनका युग', 'भाषा और समाज', 'महावीर प्रसाद द्विवेदी और हिंदी नवजागरण', 'भारत की भाषा समस्या', 'नयी कविता और अस्तित्ववाद', 'भारत में अंग्रेजी राज और मार्क्सवाद', 'भारत के प्राचीन भाषा परिवार और हिंदी', 'विराम चिह्न', 'बड़े भाई' आदि ।
जीवनी Question 12:
श्रीमती एनी बीसेंट का भारत आगमन किस वर्ष हुआ?
Answer (Detailed Solution Below)
जीवनी Question 12 Detailed Solution
श्रीमती एनी बीसेंट का भारत आगमन सन् 1893 ई. वर्ष हुआ।
Key Pointsएनी बीसेंट-
- जन्म- 1847-1933 ई.
- यह आध्यात्मिक, थियोसोफिस्ट, महिला अधिकारों की समर्थक, लेखक, वक्ता एवं भारत प्रेमी महिला थी।
- इनका संबंध थियोसोफिकल सोसायटी से था, यह इसकी अध्यक्ष रही है।
- इनका उद्देश्य हिंदू समाज के आई हुई विकृतियों को दूर करना था।
- वह भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के समर्थक थीं और महात्मा गांधी की आश्रित थीं।
- उन्होंने गांधीजी के अध्यक्षता में चल रहे नॉन-कोऑपरेशन आंदोलन को संगठित किया और भारतीय महिलाओं को स्वतंत्रता संग्राम में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रेरित किया।
- उन्होंने विभिन्न भारतीय राज्यों में स्त्री सभाओं की स्थापना की और महिलाओं के अधिकारों के लिए संघर्ष किया।
जीवनी Question 13:
'सबसे बड़ा सिपहिया' के रचनाकार हैं:
Answer (Detailed Solution Below)
जीवनी Question 13 Detailed Solution
2) वीरेन्द्र जैन
वीरेन्द्र जैन जी की राजनैतिक सम्बन्धित पुस्तक 'सबसे बड़ा सिपहिया' है, अन्य विकल्प यहाँ असंगत है।
अत: सही विकल्प 2) वीरेन्द्र जैन ही होगा।
वीरेन्द्र जैन की प्रमुख रचनाएँ-
- लक्ष्मी कमल और हाथी
- क्या फेकूँ क्या जोड़ रखूँ?
- नहीं, कभी नहीं
- तमसो मा ज्योतिर्गमय
- शाप-मुक्ति
- बीच के बारह बरस
जीवनी Question 14:
निम्नलिखित में से किस चिंतक ने धर्म को शास्त्रार्थ का विषय न मानकर उसके मूल तत्व को अपने जीवन में अपनाकर विश्व को संदेश दिया।
Answer (Detailed Solution Below)
जीवनी Question 14 Detailed Solution
रामकृष्ण परमहंस चिंतक ने धर्म को शास्त्रार्थ का विषय न मानकर उसके मूल तत्व को अपने जीवन में अपनाकर विश्व को संदेश दिया।
Key Pointsरामकृष्ण परमहंस-
- जन्म -1836-1886 ई.
- भारत के एक महान संत, आध्यात्मिक गुरु एवं विचारक थे।
- विचार-
- "यदि आत्मज्ञान प्राप्त करने की इच्छा रखते हो, तो पहले अहम्भाव को दूर करो। क्योंकि जब तक अहंकार दूर न होगा, अज्ञान का परदा कदापि न हटेगा।"
Important Pointsस्वामी दयानंद सरस्वती-
- जन्म-1824-1983 ई.
- बचपन का नाम - मूलशंकर
- आधुनिक भारत के चिन्तक तथा आर्य समाज के संस्थापक थे।
- प्रमुख नारा- वेदों की ओर लौटो
- रचना-
- सत्यार्थ प्रकाश आदि
केशवचंंद्र सेन-
- जन्म-1938 - 1884 ई.
- बंगाल के हिन्दू दार्शनिक, धार्मिक उपदेशक एवं समाज सुधारक थे।
- 1856 में ब्रह्मसमाज के अंतर्गत केशवचंद्र सेन के आगमन के साथ द्रुत गति से प्रसार पानेवाले इस आध्यात्मिक आंदोलन के सबसे गतिशील अध्याय का आरंभ हुआ।
- केशवचन्द्र सेन ने ही आर्यसमाज के संस्थापक स्वामी दयानन्द सरस्वती को सलाह दी की वे सत्यार्थ प्रकाश की रचना हिन्दी में करें।
राम मोहन राय-
- जन्म- 1772 - 1833 ई.
- इन्हें भारतीय पुनर्जागरण का अग्रदूत और आधुनिक भारत का जनक कहा जाता है।
- वे ब्रह्म समाज के संस्थापक, भारतीय भाषायी प्रेस के प्रवर्तक, जनजागरण और सामाजिक सुधार आंदोलन के प्रणेता तथा बंगाल में नव-जागरण युग के पितामह थे।
- उन्होंने भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम और पत्रकारिता के कुशल संयोग से दोनों क्षेत्रों को गति प्रदान की।
- उनके आन्दोलनों ने जहाँ पत्रकारिता को चमक दी, वहीं उनकी पत्रकारिता ने आन्दोलनों को सही दिशा दिखाने का कार्य किया।
- बाल-विवाह, सती प्रथा, जातिवाद, कर्मकांड, पर्दा प्रथा आदि का उन्होंने भरपूर विरोध किया।
- राजा राममोहन राय ने 'ब्रह्ममैनिकल मैग्ज़ीन', 'संवाद कौमुदी', मिरात-उल-अखबार ,(एकेश्वरवाद का उपहार) बंगदूत जैसे स्तरीय पत्रों का संपादन-प्रकाशन किया।
जीवनी Question 15:
'निराला की साहित्य साधना' जीवनी के लेखक है
Answer (Detailed Solution Below)
जीवनी Question 15 Detailed Solution
'निराला की साहित्य साधना' जीवनी के लेखक है- रामविलास शर्मा
Key Pointsनिराला की साहित्य साधना-
- रचनाकार- रामविलास शर्मा
- विधा- आलोचना
- प्रकाशन वर्ष- 1969 ई.
Important Pointsरामविलास शर्मा-
- जन्म-1912-2000 ई.
- आलोचना-
- प्रेमचंद(1941 ई.)
- भारतेन्दु युग(1943 ई.)
- प्रगति और परंपरा(1949 ई.)
- साहित्य और संस्कृति(1949 ई.)
- प्रेमचंद और उनका युग(1952 ई.) आदि।
Additional Informationमहावीर प्रसाद द्विवेदी-
- जन्म-1864-1938ई.
- द्विवेदी युगीन कवि रहे है।
- मुख्य रचनाएँ-
- काव्य मंजूषा
- सुमन(1923ई.)
- देवी स्तुति शतक आदि।
दूधनाथ सिंह-
- जन्म-1936-2015 ई.
- कहानी संग्रह-
- सपाट चेहरे वाला आदमी(1967 ई.)
- सुखांत(1971 ई.)
- पहला कदम(1976 ई.)
- धर्मक्षेत्रे कुरुक्षेत्रे(2002 ई.) आदि।
अमृत राय-
- जन्म-1921 ई.
- प्रेमचंद के छोटे बेटे है।
- यह मूलतः कहानीकार एवं उपन्यासकार है।
- जीवनी-
- कलम का सिपाही (1962 ई.)
- रचनाएँ-
- साहित्य में संयुक्त मोर्चा
- सुबह का रंग
- नई समीक्षा
- हाथी के दांत
- कस्बे का एक दिन
- भटियाली
- बतरस आदि।